एसपी ,समस्तीपुर
आप यंग हैं ऊर्जावान है ये अलग बात है कि आपको मनपसंद कैडर नहीं मिला लेकिन आईएस से बड़ी जिम्मेवारी आपको मिला है ,आपकी पोस्टिंग समस्तीपुर कैसे हुई है मुझे पता है।
कभी मौका मिले तो आपके पीछे आप से पूर्व जो भी एसपी बने है उस सूची पर गौर करेगें 1991 से लेकर 2021 के दौरान गिनती के चार पाँच डाइरेक्ट आईपीएस अधिकारी की पोस्टिंग हुई है उसमें आप सौभाग्यशाली है कि एसपी के रूप में आपका दूसरा पोस्टिंग समस्तीपुर है बहुत टफ टास्क आपको मिला है ।
अब विषय पर आते हैं रोसड़ा रेप मामले की जानकारी आपको है ही मुझे नहीं पता क्यों लेकिन आपकी रोसड़ा पुलिस पीड़ित लड़की को सहयोग करने वाले के खिलाफ हाथ धोकर पीछा पड़ गया है और पुलिस उसको भी अभियुक्त बना दिया है ।
आप उस पीड़िता की मन:स्थिति को समझ सकते हैं छह वर्ष से उसका बाप उसको हवस का शिकार बना रहा है इसकी जानकारी माँ ,नाते रिश्तेदार सबको था लेकिन किसी ने लड़की का साथ नहीं दिया अंत में लड़की महिला हेल्प लाइन में शिकायत की रोसड़ा पुलिस कार्यवाही करने के बजाय उसके बाप से ही मिल गया ऐसे में लड़की वो कदम उठायी जो कोई सोच नहीं सकता है ।
बाप द्वारा रेप करने का वीडियो खुद बनाती है कैमरा छुपा कर और फिर उस वीडियो को अपने ममेरा भाई को भेजती है और मदद की गुहार लगाती है , उसका भाई पोर्टल में काम करने वाले पत्रकार से मदद मांगता है ।
पोर्टल वालो को जो समझ में आया उस तरीके से खबर को चलाया ये अलग बात है कि रोसड़ा पुलिस के संज्ञाण में आने के बावजूद तीन दिनों तक रोसड़ा पुलिस पीड़िता से सम्पर्क करने के बजाय उसके बाप से सौदाबाजी करता रहा ।
मामला जब पटना के मीडिया के पास आयी उसके बाद पुलिस एक्सन में आयी ।
लेकिन सवाल यह है कि लड़की के भाई को पोस्को एक्ट में कैसे जेल भेज दिए लड़की अभी बालिक है वीडियो एक सप्ताह पहले बना है उसका बाप छह वर्ष से रेप कर रहा था उस समय लड़की नबालिक थी तो बाप पर पोस्को एक्ट लगा लेकिन लड़की के भाई पर पोस्को एक्ट लगा समझ से पड़े है।
फिर जो पत्रकार खबर चलाया उस पर रंगदारी मांगने का मुकदमा कर दिया पुलिस का यह एक्सन दिखता है कि पुलिस अभी भी अपराधी के साथ खड़ा है ,पुलिस इस मामले में लड़की को सहयोग करने वाले लोगों को डरा रही है ताकी कोई न्याय के साथ खड़ा ना हो।
हो सकता है लड़की कल कोर्ट में अपना बयान भी बदल दे क्यों कि समाज और परिवार का एक बड़ा तबका लड़की के बाप को बचाने में लगा है फिर भी एक पुलिस अधिकारी की जिम्मेवारी बनती है कि न्याय में सहयोग करने वाले के साथ खड़े हो वैसे भी अब लोग इस तरह के मामले में बचता है ।