रोहतास । जहां एक हर्ष फायरिंग का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में दिखाया जा रहा है कि नाच के दौरान एक युवक धड़ाधड़ फायरिंग कर रहा है।
यह वीडियो अमझोर इलाके का बताया जाता है। वायरल वीडियो में दावा किया गया है कि यह वीडियो कुछ दिन पुरानी है तथा एक निजी कार्यक्रम के दौरान नाच का आयोजन किया गया था। उसी नाच में तिलौथू का रहने वाला एक शख्स ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा है।
भोजपुरी गीतों पर नर्तकी डांस कर रही है और उत्साहित होकर एक शख्स सामियाना में फायरिंग कर रहा है। चुकी इस वायरल वीडियो कि हम कहीं से पुष्टि नहीं करते हैं। लेकिन फायरिंग की यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
23 अप्रैल को भोजपुर जिला के जगदीशपुर में भाजपा के बैनर तले मनाए जाने वाले 1857 स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव कार्यक्रम की तैयारी अंतिम चरण में है। कार्यक्रम को यादगार और ऐतिहासिक बनाने को लेकर बिहार सरकार के मंत्री प्रमोद कुमार गुरुवार को जहानाबाद पहुंचे।
उन्होंने सर्किट हाउस में पार्टी के जिला कार्यकर्ताओं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा। इस दौरान उन्होंने कहा कि विजयोत्सव कार्यक्रम ऐतिहासिक बनाने में कार्यकर्ताओं की भूमिका सबसे अहम है। पंचायत केंद्र और बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं की उपस्थिति कार्यक्रम में जरूरी है।
प्रमोद कुमार ने कहा कि गृहमंत्री अमित शाह कार्यक्रम में शामिल होंगे साथ ही लगभग चार लाख के आसपास लोग अमृत महोत्सव में जुटेंगे।
विधान परिषद चुनाव और बोचहा उपचुनाव में हार की समीक्षा करेगा एनडीए – सुशील कुमार मोदी
बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर हुए चुनाव में एनडीए को दस सीटों का नुकसान और फिर विधानसभा के बोचहा उपचुनाव में एनडीए उम्मीदवार का 36 हजार मतों के अंतर से पराजित होना हमारे लिए गहन आत्मचिंतन का विषय है। एनडीए नेतृत्व इसकी समीक्षा करेगा, ताकि सारी कमियांँ दूर की जा सकें।
बोचहा विधानसभा क्षेत्र की एक-एक पंचायत में एनडीए विधायकों-मंत्रियों ने जनता से सम्पर्क किया था। पूरी ताकत लगायी गई थी। सरकार ने भी सभी वर्गों के विकास के लिए काम किये और सबका विश्वास जीतने की कोशिश की। इसके बाद भी एनडीए के मजबूत जनाधार अतिपिछड़ा वर्ग और सवर्ण समाज के एक वर्ग का वोट खिसक जाना अप्रत्याशित था। इसके पीछे क्या नाराजगी थी, इस पर एनडीए अवश्य मंथन करेगा।
वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव में एनडीए के घटक दलों ने पूरे तालमेल से एक-दूसरे को जिताने के लिए मेहनत की थी, जिससे हमारा स्ट्राइक रेट अधिकतम था। गठबंधन के खाते में राज्य की 40 में से 39 सीटें आयी थीं, जबकि राजद सभी सीटें हार गया था।
बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव और विधानसभा की बोचहा सीट पर उपचुनाव में एनडीए के घटक दलों के बीच 2019 जैसा तालमेल क्यों नहीं रहा, इसकी भी समीक्षा होगी। अगले संसदीय और विधानसभा चुनाव में अभी इतना वक्त है कि हम सारी कमजोरियों और शिकायतों को दूर कर सकें।
पटना हाईकोर्ट ने पटना -गया – डोभी (एनएच 83) एनएच निर्माण और विकास मामले पर सुनवाई करते हुए सरकार से पूछा कि अब तक जहानाबाद में किसानों को मुआवज़ा क्यों नहीं दिया गया । चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने प्रतिज्ञा नामक सामाजिक संगठन की जनहित याचिका पर के मामले पर सुनवाई की।
कोर्ट को याचिकाकर्ता के अधिवक्ता मनीष कुमार द्वारा बताया गया कि इस हाईवे के निर्माण के क्रम में उनके अधिग्रहित भूमि का कई किसानों को अब तक मुआवज़ा नहीं दिया गया है। इसलिए नेशनल हाइवे के निर्माण में विलम्ब हो रहा हैं।
कोर्ट ने अगली सुनवाई में जहानाबाद के डी एम, जहानाबाद के जिला भूमि अधिग्रहण अधिकारी ऐवं एनएचएआई के पदाधिकारियों को कोर्ट में स्वयं उपस्थित होकर जवाब देने के लिए कहा कि किसानों को उनका मुआबजा कब और किस माध्यम से दिया जाएगा।
चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने जब्त किये गए वाहनों को हटाने के फिर से वहां रखे जाने को गम्भीरता से लिया।कोर्ट ने अधिवक्ता शिल्पी केशरी की जनहित याचिका पर सुनवाई की।
कोर्ट ने आज सुबह में इस मामलें पर सुनवाई शुरू की।कोर्ट को बताया गया कि जब्त किये वाहनों को हटाए जाने के बाद उन्हें वहां फिर से लगा दिया गया है।
कोर्ट ने लंच के समय मामलें पर सुनवाई के दौरान पटना के ट्राफिक एस पी तलब किया।कोर्ट ने उन्हें निर्देश दिया कि प्रति सप्ताह गाँधी मैदान में जब्त वाहनों का निरीक्षण करें।
कोर्ट को अधिवक्ता शिल्पी केशरी ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद गाँधी मैदान से जब्त वाहनों को हटा दिया गया था।लेकिन कुछ समय बाद फिर वहां वाहन लगाया जाने लगा।उन्होंने गाँधी मैदान के पास स्कूल बसों के खड़े होने से ट्राफिक जाम हो जाता हैं।इसका खामियाजा स्कूली छात्रों को भुगतना पड़ता हैं।
उन्होंने बताया कि पटना शहर के अधिकतर थाने में यहीं हालत हैं।कोर्ट ने ट्राफिक एस पी और ज़िला जज को बैठक कर इस मामलें विचार करने का निर्देश दिया।जब्त वाहनों के मामलों की सुनवाई और निबटारे के लिए कार्रवाई करने को कहा।
कोर्ट ने पूर्व की सुनवाई में गाँधी मैदान थाना में जब्त वाहनों को हटाने के अदालती आदेश का पालन नहीं करने पर सख्त नाराजगी जाहिर की थी।कोर्ट ने डी जी पी,बिहार को 24 घंटों में गाँधी मैदान थाना से सभी अवरोध हटाने का आदेश दिया था।
कोर्ट ने सभी जब्त वाहनों के बारे में पूरी जानकारी मांगते हुए ये भी बताने को कहा था कि अबतक इन वाहन जब्ती मामलों में क्या कार्रवाई की गई है।
इस मामलें पर अगली सुनवाई आने वाले सप्ताह में होगी।
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधक दस्त ने मंगलवार की रात मंडुआडीह व हापुड़ से अंतरराज्यीय असलहा तस्कर गिरोह के चार शातिरों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से एक स्टेनगन नाइन एमएम, .32 बोर की तीन पिस्टल, छह मैगजीन, पांच मोबाइल व असलहा बिक्री के 13 हजार पांच सौ रुपये बरामद किए गए।
पूछताछ में आरोपितों ने एटीएस को बताया कि उन्होंने मध्यप्रदेश के खंडवा से अवैध असलहे खरीदे थे। उन्हें गिरोह के सदस्यों अंकित व सत्यम की मदद से दिल्ली में बेचा गया था। बाकी जो असलहे बचे रह गए थे, उन्हें बिहार ले जाने की तैयारी में थे कि तभी पकड़ लिए गए।
यूपी एटीएस को कुछ समय से सूचना मिल रही थी कि एक गिरोह मध्यप्रदेश व बिहार से सस्ते दाम में असलहे खरीद कर बिहार, दिल्ली व उत्तरप्रदेश में बेच कर कमाई करता है। एटीएस की स्थानीय इकाई ने सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए मंडुआडीह क्षेत्र के महेशपुर पेट्रोल पंप के पास से बक्सर, बिहार जाने की तैयारी कर रहे दिनेश और रितेश को गिरफ्तार किया। दोनों से पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर एटीएस की नोएडा इकाई ने हापुड़ से अंकित व सत्यम को दबोच लिया। आरोपितों ने एटीएस को बताया कि उनके गिरोह के बलिया निवासी छह तस्कर गत 31 जनवरी को बलिया के दुबहड़ थाने की पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए थे। इसके बाद 16 फरवरी को बिहार निवासी एक असलहा तस्कर को गाजीपुर की पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तार आरोपित
बिहार के बक्सर के दलसागर निवासी दिनेश कुमार।
बिहार, बक्सर के धनसोई, गोड़ौरा गांव निवासी रितेश पांडेय।
दिल्ली के वजीरपुर के जेजे कालोनी निवासी अंकित कुमार।
वजीरपुर, दिल्ली निवासी सत्यम कुमार,स्थायी निवासी बक्सर बिहार।
बगहा । वाल्मिकी टाइगर रिजर्व से निकलकर दियारा में पहुंची बाघिन, बाघिन के डर से खेतों में नहीं जा रहे हैं किसान। कुछ लोग खेतों में कर रहे हैं काम तो कुछ लोग कर रहे हैं रखवाली।
वाल्मीकि टाइगर रिजर्व VTR से लगे हुए क्षेत्रों में अक्सर वन्य प्राणियों का मूवमेंट बना रहता है, प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार खेतों में काम करने गए किसानों ने बाघिन को देखा है। इसी दौरान बाघिन और इसके दो शावकों को देखा गया। बाघिन के मूवमेंट के बाद क्षेत्र में दहशत है। उसके पगमार्क के अलावा शावकों के भी पगमार्क दिखे हैं। जिससे यह तो तय हो गया है कि बाघिन और इसके दो शावक साथ में है। हालांकि ग्रामीणों की सूचना के बाद वन विभाग की टीम गांव तक पहुंची थी। लेकिन लोगों ने आरोप लगाया है कि विभाग के लोग जहां पर बाघिन डेरा जमाए हुए हैं वहां पर किसी तरह से ट्रैक करने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि अगर ड्रोन का इस्तेमाल किया जाए तो बाघिन के मूवमेंट का पता चल सकता है।
वही किसानों के लिए मुसीबत बनी बाघिन इन दिनों खेतों में सिंचाई, और गेहूं की कटाई की जा रही है। इस बीच बाघिन के मूवमेंट के कारण किसानों में काफी दहशत है खासी परेशानी हो रही है।
वन संरक्षक डॉ नेशामानी के ने बताया कि शायद मां बनने के क्रम में वीटीआर से गन्ना के तरफ चली आई होगी। हालांकि अभी एक वयस्क का पगमार्क मिला है । उसी आधार पर सर्च कराया जा रहा है।
गर्मी बढ़ने के साथ ही बिहार में अगलगी की घटनाएं भी बढ़ गई है। ऐसे में अग्निशमन विभाग की जवाबदेही और ज्यादा बढ़ गई। विभाग अग्नि शमन सेवा सप्ताह मना रहा था जिसको लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए।
जहानाबाद जिले में भी 14 अप्रैल से आज 20 अप्रैल तक अग्निशमन सेवा सप्ताह मनाया गया। इसको लेकर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए। फ्लैग मार्च किया गया, योगा सत्र का आयोजन किया गया, मॉक ड्रिल करके लोगों को आग से बचने की जानकारी दी गई, मैराथन दौड़ का आयोजन किया गया। और आज अंतिम दिन क्विज प्रतियोगिता आयोजित किया गया। जिसका नेतृत्व जिले की अग्निशमन पदाधिकारी प्रतिभा कुमारी ने किया।
पूरे सप्ताह के दौरान दौरान लोगों को जागरूक तो किया ही गया। साथ ही एहतियात बरतने की नसीहत गई। भीषण गर्मी की वजह से लगातार अगलगी की घटनाएं भी हो रही है। जहां फायर ब्रिगेड की टीम को पहुंचना भी पड़ रहा है। लेकिन फायर ब्रिगेड के कर्मियों का हौसला हाई है। पूरे बिहार में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक किया जा सके ताकि अगलगी की घटनाओं पर नियंत्रण पाया जा सके।
तेरह साल बाद दरभंगा व्यवहार न्यालय ADJ 9 संजीव कुमार सिंह की अदालत ने 10 साल की बच्ची की हत्या में 7 महिलाओं को दोषी मानते हुए सभी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
कोर्ट के फैसले के बाद पीड़ित पक्ष के वकील रेणु झा ने कहा कि घटना वर्ष 2009 की है और लंबे वक्त के बाद पीड़ित परिवार को न्याय मिला है।
वही उन्होंने कहा कि हायाघाट निवासी योगेंद्र यादव और उनके पटिदार के बीच रास्ता को लेकर विवाद चल रहा था। उसी क्रम में योगेंद्र यादव की बेटी खाना लेकर जा रही थी और सातो महिला ने 10 वर्षीय बच्ची को पीट पीट कर अधमरा कर दिया और इलाज के क्रम में उसकी मौत हो गई। उसी मामले में कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए बुच्ची देवी, मुनर देवी, मनभोगिया देवी, सीता देवी, इन्दु देवी, चधुरन देवी एवं भुखली देवी को दफा 302 (हत्या) में सातों महिला को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। वही उन्होंने कहा कि हमें बहुत खुशी हो रही है कि 10 वर्ष की नन्हीं जान को इंसाफ दिलाने में हमे आज कामयाबी मिली है।
बताते चले कि वर्ष 2009 में हायाघाट प्रखंड के छतौना गांव निवासी योगेंद्र यादव और उनके पटिदार में रास्ते को लेकर विवाद चल रहा था। योगेंद्र यादव की बेटी राजबंती खाना लेकर अपने पिता के पास जा रही थी। उसी क्रम में बच्ची के पटिदार की 7 महिलाओं ने उसे रोक दिया और बेरहमी से पीटाई कर डाली और बच्ची ने इलाज के क्रम में अपना दम तोड़ दिया। जिसके बाद पीड़ित पिता योगेंद्र यादव ने 7 महिला को आरोपी बनाया। जिसके बाद कोर्ट ने 13 साल बाद सातो महिला को दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
हर रोज ऐसी घटनाएंद सुर्खियों में रहती है । कुछ इसी प्रकार का ताजा मामला बिहार के जहानाबाद का है। जहां एक प्रेमीयुगल अपने माता-पिता से बिना पूछे ही घर से भागकर स्टेशन स्थित बराह भगवान के मंदिर में शादी रचा ली। इधर, लड़की के परिजनों को पता चला तो ढूंढते हुए मंदिर पहुंच गए जहां काफी मान मनाऊअल के बाद राजी हुए और फिर शादी में शरीक हुए।
दरअसल शहर के रामगढ़ मोहल्ले के रंजय कुमार को दो साल पहले कड़ौना गांव के उषा कुमारी के साथ आंखे चार हुई। धीरे धीरे दोनो की फोन पर बातें होने लगी। बाते होते होते प्यार का परवान इतना चढ़ गया कि दोनो ने शादी करने का फैसला कर लिया।जिसके बाद इसकी जानकारी घर वालों को दी।
जिसके बाद लड़की वाले शादी के लिए राजी नही हुए। आज दोनो कोर्ट मैरेज करने के ख्याल से पूरी प्लानिंग के तहत घर से भाग गए। इधर लड़की के घर वाले लड़की को घर मे न पाकर इधर उधर खोजबीन शुरू कर दी। इसी दरम्यान पता चला कि रंजय और उषा दोनो स्टेशन परिसर स्थित बराह भगवान के मंदिर में शादी करने पहुंचे है।
जानकारी मिलते ही लड़का और लड़की के परिवार भी पहुंच गए। काफी देर तक दोनो में मान मैन्यूअल का दौर चला जिसके बाद दोनो की शादी मंदिर में रचाई गयी। शादी देखने को लेकर मंदिर में लोगो की भीड़ लग गयी। Byte – उषा कुमारी,युवती रंजय कुमार,युवक
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन की बड़ी कार्रवाई की है। मामला जहानाबाद सदर प्रखंड क्षेत्र के घोरहट गांव का है। जहां दबंगो द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर भवन निर्माण किया गया था।
जिसके खिलाफ आज सदर अंचलाधिकारी संजय कुमार अम्बष्ट के नेतृत्व में अभियान चलाकर मकानों को ध्वस्त किया। वही इस कार्रवाई से सरकारी जमीन पर अतिक्रमण करने वाले अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया। अंचलाधिकारी संजय अम्बष्ट ने बताया कि सदर प्रखंड के घोरहट गांव के राजेंद्र यादव के द्वारा सरकारी भूमि पर मकान बनाया गया था।
जिसको लेकर शिकायत प्राप्त हुई थी और इसी कड़ी में आज कार्रवाई किया गया है। अतिक्रमण किए गए जमीन को मुक्त कराया गया है। उन्होंने बताया कि लगातार जिला प्रशासन द्वारा सरकारी भूमि पर अतिक्रमण करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में जुटी है। कई लोगों को नोटिस भी दिया गया है। वावजूद उसके लोग सरकारी जमीन से नही हटे तो कुछ दिनों में उनके ऊपर भी कार्रवाई की जाएगी।
इस बार पृथ्वी दिवस के मौके पर ‘अनुग्रह नारायण अध्ययन संस्थान ‘ के सभागार में “जलवायु परिवर्तन : एक सामाजिक आपदा” विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें रेमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित और गूंज के संस्थापक अंशु गुप्ता शामिल हो रहे हैं।
इस विषय को और बारीक से समझने और उस पर गहराई से बातचीत के लिए आपदा प्रबंधन के जानकार और रिटायर्ड आईएएस व्यास जी मिश्रा, भारत सरकार के पर्यावरण एवं वन मंत्रालय के सचिव रहे सी.के. मिश्रा, बिहार के पूर्व डीजीपी के एस द्विवेदी, नदियों के जानकार दिनेश मिश्रा, ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव संजीव हंस के साथ ही कला व संस्कृति विभाग के सचिव दीपक आनंद भी हिस्सा लेंगे।
जिनके विचारों से आमजन रूबरू हो सकेंगे. ये कार्यक्रम सुबह 10.00 बजे से शुरू होगा और दोपहर 1 बजे अंशु गुप्ता की आपदा आधारित चित्र प्रदर्शनी का विधिवत उद्घाटन गांधी संग्रहालय में किया जाएगा. जिसमें सभी अतिथिगण और उपस्थित लोग शामिल होंगे. 24 अप्रैल के दिन इस प्रदर्शनी का समापन किया जाएगा जिसके समापन समारोह में कुछ और विशिष्ट अतिथियों के शिरकत करने की संभावना है. पटना के गांधी संग्रहालय में आयोजित होने वाली ये चित्र प्रदर्शनी और ‘ अनुग्रह नारायण अध्ययन संस्थान ‘ के सभागार में “जलवायु परिवर्तन : एक सामाजिक आपदा” विषय पर परिचर्चा अपने आप में एक अलग तरह का कार्यक्रम होगा. जिसमें सभी वर्ग के लोग हिस्सा ले सकते हैं और इसका लाभ उठा सकते हैं।
अंशु गुप्ता की ओर से लगने वाली इस चित्र प्रदर्शनी में आपको पिछले तीस वर्षों के दौरान आयी आपदाओं को करीब से देखने व समझने का मौका मिलेगा. दरअसल अंशु गवाह रहे हैं देश भर में आई तमाम आपदाओं के।
वो सबसे पहले आपदा प्रभावित इलाकों में पहुंचते हैं और अपने कैमरे के जरिए जमीनी हकीकत को कैद करते हैं. अंशु के इस यात्रा की शुरुआत वर्ष 1991 में हुई थी, जब वो भारतीय जनसंचार संस्थान (IIMC) में पढ़ाई कर रहे थे. तब से लेकर आज तक अंशु ने बहुत सारी आपदाओं को करीब से देखा है और उस पर काम किया है। आगामी 22 अप्रैल से लेकर 24 अप्रैल तक चलने वाली ये प्रदर्शनी उनकी यात्रा, उनके आपदा के अनुभव, आपदाओं को लेकर भ्रांतियों और जमीनी हकीकत के साथ ही बहुत सारी कहानियों का संकलन है।
इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को आपदा से जुड़े अनुभव साझा कर जागरूक करना है। अक्सर लोगों के मन में धारणा होती है कि बाढ़ का पानी अगर घरों से निकल गया है तो उस इलाके में बाढ़ की समस्या खत्म हो गई, जबकि ऐसा नहीं होता है. कुछ लोगों के मिथक हैं कि आपदा प्रभावित लोगों को आप कुछ भी दे सकते हैं और वे उसे ग्रहण कर लेंगे जबकि ऐसा नहीं है. ये प्रदर्शनी इस तरह के बहुत सारी मिथकों और वास्तविकताओं से लोगों को रूबरू कराएगी.
पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि अतिगंभीर, एईएस एवं जेई से पीड़ित बच्चों के त्वरित एवं उचित इलाज हेतु राज्य के 11 जिलों में स्थापित शिशु गहन देखभाल ईकाई (पीकू) को और भी सुदृढ़ किया जा रहा है। इलाज हेतु विशेषज्ञों से सलाह के लिए टेली मेडिसीन की सुविधा इन संस्थानों में प्रदान की जायेगी। पीकू में एईएस एवं जेई के साथ-साथ एक माह से 12 साल के अतिगंभीर पीड़ित बच्चों का भी उपचार किया जायेगा।
श्री पांडेय ने कहा कि उक्त क्रम में जिला अस्पताल स्तर पर स्थापित पीकू में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञ, चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ एवं लैब टेक्निसियन को 16 अप्रैल से प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जो 25 अप्रैल तक अलग-अलग अस्पतालों में चलेगा। प्रशिक्षण के बाद टेली आईसीयू काउंसलिंग की सुविधा को सफलतापूर्वक चलाया जा सकेगा। शिक्षण के लिए छह जिलों के जिला अस्पताल को चिह्नित किया गया है, इनमें तीने जिले क्रमशः जिला अस्पताल गोपालगंज में 16, समस्तीपुर में 18 और वैशाली में 19 अप्रैल को प्रशिक्षण संपन्न हो चुका है। 21 अप्रैल को पूर्वी चंपारण, 22 अप्रैल को सीतामढ़ी और 25 अप्रैल को जिला अस्पताल मुजफ्फरपुर में प्रशिक्षण चलेगा।
श्री पांडेय ने कहा कि यह सुविधा शुरू हो जाने से न सिर्फ एईएस पीड़ित बच्चों का इलाज संभव होगा, बल्कि कई अन्य रोगों के कारण बच्चों में होने वाली मौतों को भी कम किया जा सकेगा। पीकू वार्ड में टेली आइसीयू काउंसलिंग की सुविधा उपलब्ध होने से बेहतर चिकित्सा के लिए बच्चों को कहीं बाहर रेफर नहीं करना पड़ेगा। एम्स, पटना से उक्त जिलों को शिशु टेली आईसीयू कंसलटेशन सेवा से जोड़ा जायेगा। अनुभवी व विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा टेली काउंसलिंग का प्रशिक्षण मिलने से ऐसे पीड़ित बच्चों को बेहतर चिकित्सा मिल पाएगी, जिससे अतिगंभीर परिस्थिति वाले बच्चों का उपचार जिले में संभव हो पाएगा।
बिहार एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी।दो इंटर स्टेट हथियार तस्कर गिरफ्तार विक्की तिवारी और बिरमन तिवारी को किया गया गिरफ्तार।
बीएसएफ जवान का फर्जी आईडी कार्ड बनाकर हरियाणा और पंजाब से हथियार गोली खरीद बिहार में करते थे सप्लाई।रेगुलर गन,रेगुलर पिस्टल,बीएसएफ के फर्जी आई कार्ड,आर्म्स का जाली लाइसेंस बरामद।554 जिंदा गोली भी बरामद।
एसटीएफ को इस बात की सूचना मिली थी कि एक बड़ा गिरोह जो बिहार में हरियाणा और पंजाब से हथियार लाकर हथियार की तस्करी करता है और बिहार में अपराधी गिरोह को हथियार देता है छापेमारी के दौरान यह बड़ा खुलासा हुआ है कि दोनों युवक के पास से बीएसएफ के फर्जी आईडेंटिटी कार्ड के साथ कई गृह मंत्रालय का पास भी मिला है फिलहाल इसके पास से दो कागजात मिले हैं जिसकी जांच की जा रही है या गिरोह बीएसएफ जवान बनकर फर्जी बीएसएफ का आई कार्ड लेकर हरियाणा और पंजाब से सैनिक के ड्रेस में हथियार लेकर चलता था और बिहार में बड़े अपराधिक गिरोह को हथियार सप्लाई करता था गिरोह के पास से जम्मू कश्मीर का बनाया हुआ लाइसेंस के बरामद हुआ है जो अपने आप में एक बड़ा जांच का विषय है।
चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने गंडक नदी पर पुल समेत अन्य योजनाओं के पूरा में बिलम्ब होने पर नाराजगी जाहिर की।
कोर्ट ने गंडक नदी पर पुल,हाजीपुर के रामाशीष चौक, अजानपीर ओवर ब्रिज,बी एस एन एल गोलम्बर आदि योजनाओं का मौके पर जायजा लेने के एक टीम गठित की है।इस टीम में सारण और वैशाली के डी एम, एन एच ए आई के अधिकारी,सड़क व पुल निर्माण करने वाली कंपनी के प्रबन्ध निदेशक और अधिवक्ता सिद्धार्थ प्रसाद शामिल है।
कोर्ट ने इन्हें इन योजनाओं के अलावे अन्य अधूरे बने सड़कों का आज ही जायजा ले कर रिपोर्ट अगले सप्ताह में पेश करने का निर्देश दिया है।
कोर्ट ने इस बात पर सख्त नाराजगी जाहिर की कि कोई भी परियोजना निर्धारित समय में पूरा नहीं हो रहा है, जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड रहा है। गंडक नदी पर पुल पूरा होने की निर्धारित समय सीमा 2013 ही थी,लेकिन वह अबतक पूरा नहीं हुआ।
निर्माण कंपनी के अधिवक्ता सिद्धार्थ प्रसाद ने कोर्ट को बताया कि हाई वॉल्टेज ट्रांसमीटर टावर स्थानांतरित करने का कार्य होने बाद सड़क निर्माण का कार्य तत्काल शुरू हो जाएगा।वैशाली की डी एम ने कोर्ट को बताया कि हाजीपुर आरओबी बनाने का काम चल रहा और निर्धारित समय में काम पूरा हो जाएगा।
अपर महाधिवक्ता अंजनी कुमार ने बताया की अजान पीर में जहां ओवरब्रिज बनना था, अभी तक नहीं बना हैं।यही नहीं,अभी एक ही लेन चालू हुआ है,जबकि दूसरे लेन का काम 12 वर्षो से लंबित हैं। इस मामलें पर अगली सुनवाई 25 अप्रैल,2022 को होगी।
बिहार से जुड़ी इन तीन तस्वीरों को गौर से देखिए पहली तस्वीर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर की है इन्हें बिहार बोर्ड की परीक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार एवं नए प्रयोगों के कारण प्राइम मिनिस्टर्स अवार्ड फार एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन के लिए चयनित किया गया है। दूसरी तस्वीर पटना वीमेंस कॉलेज के बाहर एक ग्रेजुएट छात्रा प्रियंका गुप्ता द्वारा चाय बेचने की है। और तीसरी तस्वीर पटना के गंगा घाट पर हज़ारों की संख्या में रेलवे-एसएससी की परीक्षा के लिए पढ़ाई कर रहे छात्रों की है।हालांकि इस तरह की तस्वीरे आपको आरा और बक्सर के रेलवे स्टेशन पर भी दिख जाएगा जहां छात्र रेलवे स्टेशन के स्ट्रीट लाइट के नीचे छात्र पढ़ाई करते है ।
अब जरा इन तीनों तस्वीरों के सहारे बिहार को समझने की कोशिश करते हैं। पहली तस्वीर सरकार को स्कूल में पढ़ाई नहीं पढ़ाई होते हुए दिखनी चाहिए ,स्कूल और कांलेज में पढ़ाई हो या ना हो परीक्षा समय पर होते हुए दिखनी चाहिए । कोरोना काल में पढ़ाई पूरी तरह ठप रहा सीबीएसई ने तब तक परीक्षा की तिथि घोषित नहीं किया जब तक स्कूल कोर्स पूरा करने का लिखित आश्वासन बोर्ड को नहीं दिया अभी भी 10वीं और 12वीं की परीक्षा शुरु नहीं हुई है ,जिसको देखते हुए जेईई की परीक्षा की तिथि दूसरी बार बढ़ाई गयी है।
लेकिन बिहार बोर्ड का 10वीं और 12वीं के परीक्षा का रिजल्ट आये हुए एक माह होने जा रहा है ऐसा इसी बार नहीं हुआ है पिछली बार भी ऐसे ही बिना पढ़ाई किये हुए परीक्षा लिया गया था । 2016 से आनंद किशोर बिहार बोर्ड के अध्यक्ष है परीक्षा समय पर लेना इनकी उपलब्धि रही है लेकिन बात अगर शिक्षा में गुणवत्ता की करे तो ये बिफर पड़ते हैं, एक बार मैं ही यह सवाल कर दिया था कि आप पटना साइंस कांलेज के छात्र रहे हैं आपके साथ पढ़ने वाले टांप 10 छात्र कहां है, क्या कर रहे हैं एक को तो हमलोग देख ही रहे हैं शेष के बारे में आप जानते ही होगे, लेकिन आज आप जिस बोर्ड के अध्यक्ष हैं उसका टांपर कहां है, क्या कर रहा है ,पढ़ाई के मुकाम में कहां तक पहुंचा है,कोई जानकारी हो तो बताये इस सवाल पे ये गुस्से से लाल हो गये वैसे मुझसे इनकी बनती अच्छी है जब मिलते हैं उलझ ही जाते हैं इसलिए अब फोन से ही बात करना ये ज्यादा पसंद करते हैं पुरस्कार के लिए बधाई लेकिन सवाल तो बनता है इस तरह के पुरस्कार पाने के लिए चयन का आधार क्या है ।
बिहार में इस समय शिक्षा का बजट 38035.93 करोड़ रुपये का है इतनी बड़ी राशी खर्च करने के बावजूद बिहार शिक्षा के क्षेत्र मे कहां खड़ा है इस पर कभी ठंडे दिमाग से सोचिए हम बात आईआईटी ,नीट और यूपीएससी की नहीं कर रहे हैं इन परीक्षाओं में हाल तो यह है कि 2019 आते आते बिहार बोर्ड और बिहार के विश्वविधालय से पढ़ा छात्र गिनती के पांच दस पास कर रहे हैं।
बात बिहार की करे तो 2009 के बाद बिहार सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर बीपीएससी और बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग द्वारा बिहार प्रशासनिक सेवा , बिहार पुलिस सेवा से लेकर सीओ .बीडीओ सहित राज्य सरकार के तमाम विभाग से जुड़े पदाधिकारियों का चयण किया है।
साथ ही बीपीएससी द्वारा बड़े स्तर पर प्रोफेसर की भी बहाली हुई है। 2009 के बाद जो दरोगा, की बहाली हुई है ,प्रोफेसर की बहाली हुई या फिर प्रशासनिक अधिकारियों की बहाली हुई है उस बहाली पर गौर करिएगा तो 2015 आते आते जो स्थिति पहले न्याययिक परीक्षा की होती थी जिसमें यूपी के बहुत सारे छात्र पास करते थे वैसे ही स्थिति बीपीएससी की भी हो गयी है 30 से 35 प्रतिशत छात्र यूपी,हरियाना ,उड़ीसा और झारखंड से आ रहे हैं। प्रोफेसर बहाली में तो राज्य सरकार पहले ही बिहार के विश्वविधालय से पीएचडी करने वाले या फिर बेट पास करने वाले छात्रों को परीक्षा के लिए योग्य माना ही नहीं था, 3300 मे गितनी के पचास भी नहीं हैं जिनकी पूरी पढ़ाई बिहार में हुई हो।
यही हाल बीपीएससी के परिणाम का भी है 64वीं और 65 वीं में मेरा भगीना पास किया है इस वजह से उसके बैंच के लड़कों से मिलने का मौका मिला,नवोदय विधालय ना होता तो समझिए बिहार में पढ़े छात्र किसी काम के नहीं रहता, गितनी के दो चार हैं जिसकी पढ़ाई बिहार के कांलेजों में हुई है जब इन छात्रों से मैं सवाल किया तो उनका कहना था बिहार की पहचान क्या रही है शिक्षा, दस वर्ष पहले तक बिहारी मतलब गणित और साइंस में मास्टर लेकिन आज बिहार की स्कूली शिक्षा और उच्च शिक्षा राष्ट्रीय स्तर पर सबसे नीचे स्तर पर पहुंच गया है ।
पहले नोर्थ इस्ट के बच्चे कमजोर माने जाते थे अभी बिहारी बच्चों का हाल उससे भी बूरा है 64वीं बैंच का टांपर एमपी का है और पूरे बैच में बिहार के कांलेज से पढ़ा बच्चा दूर दूर तक दिखायी नहीं दे रहा है चयनित बच्चेअधिकांश इनजीनियरिंग बैग्रांउड के हैं उसमें भी बिहार के इंनजीनियरिग कांलेज से पढ़ा छात्र दो चार भी अभी तक ट्रेनिंग मेंं नहीं मिला है।बीपीएससी के 64वीं और 65 वीं बैच में हरियाणा की लड़की डीएसपी और एसडीओ बनी है उडीसा का कई छात्र है जो बीडीओ और सीओ बना है ,यूपी की तो बात ही छोड़िए ।
ऐसे में बिहार में पढ़े बच्चे प्रियंका गुप्ता की तरह चाय नहीं बेचेगा तो करेगा क्या और ये जो गंगा किनारे या फिर आरा बक्सर के रेलवे स्टेशन पर पढ़ते हुए बच्चों का जो भीड़ दिख रहा है उसे कौन समझाये की जिस स्तर का सवाल परीक्षा में पुछे जा रहे हैं उसकी पढ़ाई ही में कहां खड़ा है ये बच्चों का हाल प्रियंका के चाय बेचने से भी बूरा है पढ़ाई में फिसड्डी जी जान से मेहनक करके राष्ट्रीय लेवल पर पहुंच भी रहा है तो 10 वर्षो से बैंक ,रेलवे और एसएससी में नौकरी आधी से भी कम हो गयी वही भेकेन्सी कब निकलेगी इसका कोई पता नहीं है ये है बिहार का सच इसे देख कर आप मुस्कुरा सकते हैं ।
जस्टिस राजन गुप्ता की खंडपीठ ने इस मामलें पर सुनवाई उत्पाद कोर्ट समेत अन्य कोर्ट में बुनियादी सुविधाओं के अभाव पर कड़ा रुख अपनाया।
कोर्ट ने कहा कि राज्य में उत्पाद क़ानून से सम्बंधित मामलें बड़ी संख्या में सुनवाई के लिए लंबित हैं।लेकिन उत्पाद कोर्ट के गठन और सुविधाएं उपलब्ध कराने की रफ्तार धीमी हैं।
कोर्ट ने उत्पाद कानून में राज्य सरकार द्वारा किये गए संशोधन की प्रति अगली सुनवाई में कोर्ट के समक्ष रखने को कहा।
राज्य सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल ने पक्ष प्रस्तुत हुए कहा कि इस सरकार द्वारा शराब पर लगे प्रतिबन्ध को नहीं हटाया जाएगा।उन्होंने कोर्ट को बताया कि राज्य सरकार ने हाल में ही व्यवहारिक कठिनाई को देखते हुए इस क़ानून में संशोधन किया हैं।
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उन्होंने कोर्ट को बताया कि उत्पाद कोर्ट के गठन,जज,कर्माचारियों की नियुक्ति और बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातर कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने बताया कि सामान्य और उत्पाद कोर्ट के जुडिशियल ऑफिसर को बुनियादी सुविधाएं, पेय जल,शौचालय,बैठने व कार्य करने का स्थान उपलब्ध कराया जा रहा हैं।साथ ही उन्हें लैपटॉप भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
कोर्ट ने राज्य सरकार से जानना चाहा था कि सीबीआई, श्रम न्यायलयों व अन्य कोर्ट के लिए अलग अलग भवन की व्यवस्था है,तो उत्पाद कोर्ट के लिए अलग भवन की व्यवस्था क्यों नहीं की जा रही है।
महाधिकवक्ता ललित किशोर ने राज्य सरकार की ओर से पक्ष रखते हुए कोर्ट को बताया था कि सभी 74 उत्पाद कोर्ट के लिए जजों की बहाली हो चुकी हैं।साथ ही 666 सहायक कर्मचारियों की बहाली के लिए स्वीकृति दे दी गई हैं।
उन्होंने सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया था कि राज्य सरकार इन उत्पाद कोर्ट के एक फ्लोर उपलब्ध कराने की जाने की व्यवस्था की जा रही। सही ढंग से के लिए बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत हैं।
इस मामलें पर अगली सुनवाई 27 अप्रैल,2022 को की जाएगी।
सरकारी योजनाओं का कार्य बेहतर होने को लेकर हुआ चयन खगड़िया जिले के बेलदौर प्रखंड के तेलिहार ग्राम पंचायत को भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय ने राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2022 के लिए चयनित किया है।
बिहार सरकार के सात निश्चय योजना, मनरेगा, आवास योजना समेत अन्य योजनाओं का काम पंचायत में बेहतर तरीके से होने को लेकर पंचायत का चयन हुआ है।
लिहाजा ग्राम पंचायत के मुखिया अनिल कुमार सिंह को राष्ट्रीय पंचायत दिवस के मौके पर आगामी 24 अप्रैल को पंचायती राज मंत्रालय के द्वारा PFMS के माध्यम से प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। ईधर तेलिहार पंचायत को राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार के लिए चयन होने पर जिले के डीएम डॉक्टर आलोक रजंन घोष ने खुशी जाहिर किये हैं।
और पंचायत के मुखिया अनिल कुमार सिंह को बधाई देते हुए उम्मीद जाहिर किये हैं आगे भी पंचायत का विकास होते रहे और पंचायत वासियों को सरकारी योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत मिलता रहे।वन्ही मुखिया अनिल कुमार सिंह ने कहा कि यह सम्मान पूरे पंचायत वासियों का है।मुझे काम करने की अब और प्रेरणा मिलेगी।
जीवन के अनुभवों के आधार पर आस्था निर्मित होती है। आम इंसान उसी में विश्वास कर लेता है, जिसके विषय में पूर्वज उसे सुनाते हैं। विश्वास मनुष्य की मूल प्रकृति है, जबकि आस्था उसके संस्कारों का परिणाम होता है।
आस्था और विश्वास का एक ऐसा ही पेड़ है, जहानाबाद के रतनी प्रखंड में जहां दूर दूर से पूजा करने लोग आते हैं। जहानाबाद से 20 किलोमिटर जिला का सबसे दक्षिणी इलाका रतनी फरीदपुर। इसी प्रखंड में है कंटाही बिगहा। इस गांव का एक बरगद का पेड़ लोगों के लिए आस्था का केंद्र है। पेड़ के अंदर पत्थर की आकृतियां हैं। जिसकी पूजा करने लोग दूर दूर से आते हैं। ग्रामीण बताते हैं कि बरगद का पेड़ सैकड़ों साल पुराना है। जिसके अंदर शिव परिवार की मूर्तियां हैं।
महादेव शिव शंकर के दो रूपों में पूजा की जाती है। एक मूर्ति रूप में दूसरी शिवलिंग के रूप में। उनके मंदिर शहर, गांव और कस्बे हर जगह मिलेंगे। वैसे तो दोनो स्वरूपों की पूजा श्रेष्ठ मानी जाती है लेकिन शिवलिंग की पूजा सर्वश्रेष्ठ होती है। कंटाही बिगहा में भी आस्थावान अपनी मन्नत पूरी होने पर पहुंचते हैं। और शिवलिंग के साथ ही पूरे शिव परिवार की पूजा करते हैं।
नवादा जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के विभिन्न गांवो में जालसाजी का धंधा काफी तेजी से फैल रहा है. हलांकि स्थानीय पुलिस समेत अन्य कई राज्यों की पुलिस क्षेत्र के दर्जनों गांवो में छापेमारी कर प्राथमिकी के नामजद धंधेबाजों की गिरफ्तारी कर अपने साथ ले जा चुकी है. बाबजूद धंधे पर कोई विशेष असर नहीं पड़ रहा है.इसी कड़ी में एसपी डीएस सांवलाराम के निर्देशन में पकरीबरावां एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में थाना क्षेत्र के अपसढ़ बेलदरिया गांव स्थित बगीचे में छापेमारी कर करीब एक दर्जन युवकों को गिरफ्तार कर थाना लाई थी. जबकि मौके पर उपयोग में लाया जा रहा दो दर्जन से अधिक मोबाइल फोन बरामदगी हुई थी.जिसमें जांच के दौरान तीन लोगों को निर्दोष पाते हुए थाने से छोड़ दिया गया। शेष बचे 09 साइबर जालसाजों को जेल भेज दिया गया.
बता दें कि जिले में बढ़ते साइबर क्राइम को समूल नष्ट करने के खातिर नवादा पुलिस ने कमर कस लिया है. जिसके तहत जिले के वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के अपसढ़ पंचायत की बेलदरिया गांव के बगीचे में एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस, जिला पुलिस की टीम, काशीचक, शाहपुर ओपी, पकरीबरावां, धमौल ओपी पुलिस की संयुक्त छापेमारी में 09 साइबर ठगों को ठगी का धंधा करते गिरफ्तार किया है. इन ठगों के पास से कुल 25 मोबाईल सेट बरामद किया गया. जिसमें 10 छोटा नोकिया कंपनी का मोबाइल फोन के साथ ही 15 मोबाइल एंड्रॉयड मोबाईल फोन जप्त किया गया है.
पकरीबरावां के पुलिस उपअधीक्षक मुकेश कुमार साहा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि एसपी के निर्देश और मिल रही सूचनाओं के आधार पर पहले वेरिफाई करवाया गया, उसके बाद पुलिसकर्मियों की टीम गठित कर वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की अपसढ़ बेलदरिया गांव के बधार स्थित बगीचे में छापेमारी की गई. इस दौरान बगीचे में बैठकर साइबर अपराध से जुड़े जालसाज देश के विभिन्न हिस्सों के लोगो को मोबाईल फोन के माध्यम से राशि ठगते 09 लोगो को गिरफ्तार कर थाना लाया गया. बाद में सघन पूछताछ के क्रम में अपराधियों ने विभिन्न ठगी मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया है.
छापेमारी के दौरान गिरफ्तार आरोपियों में अपसढ़ बेलदरिया ग्रामीण हरिश्चन्द्र कुमार, मंगल कुमार, राजेश कुमार, शिवशंकर कुमार, अजित कुमार सभी ग्राम पोस्ट अपसढ़-बेलदरिया तथा शाहपुर ओपी क्षेत्र के संतीश कुमार, हिसुआ के रविया ग्रामीण डब्लू कुमार, मानपुर थाना क्षेत्र के गेवलबिधा निवासी गरीबन चौहान एवं शेखपुरा के अरियरी थाना क्षेत्र के रौदी निवासी गौतम कुमार ने गहन पूछताछ में ठगी के धंधे से जुड़े होने में अपनी संलिप्तता स्वीकार किया. बाद में पुलिस ने थाना कांड संख्या 158/22 दर्ज कर सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है.
पुलिस द्वारा बताया गया की साइबर ठग देश के विभिन्न प्रदेशों के लोगो का मोबाईल नम्बर एकत्रित कर विभिन्न प्रकार का ईमान देने या जीतने के अलावे कोरोना काल में आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति करने, मोबाइल टावर लगवाने, गैस एजेंसी तथा पेट्रोल पंप आबंटित करवाने, नौकरी लगवाने, परीक्षा में सेटिंग करने आदि का झांसा देकर भोले भाले लोगो से राशि को बैंक खाता में मंगाकर ठगी करते हैं.