बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज एक बार फिर शराबबंदी को लेकर नीतीश पर हमला बोला है मांझी ने कहा कि बिहार में भले ही पूर्ण शराबबंदी का दावा सरकार कर रही है लेकिन अभी भी राज्य में ये ओपन सीक्रेट है, ये सत्य है कि जो बड़े लोग हैं, जो ठेकेदार हैं, धनवान हैं और रसूख वाले लोग जैसे- आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर रात में शराब पीते है इस कानून में मारा गरीब जा रहा है इसलिए नीतीश कुमार को एक बार फिर से सोचना चाहिए ।
Posts published in “खबर बिहार की”
post about खबर बिहार की
प्रधानमंत्री जी, बैंकरों की हड़ताल की चिन्ता न करें, बैंकर भी वोट धर्म के नाम पर ही देंगे ।
आज लाखों बैंक कर्मचारी हड़ताल पर हैं। सरकार बैंकों के निजीकरण के लिए संसद के इस सत्र में एक बिल लेकर आई है जिसके बाद वह आराम से सभी सरकारी बैंकों में अपनी हिस्सेदारी 50 फीसदी से कम कर सकेगी। सरकार इस साल दो बैंकों के निजीकरण से एक लाख करोड़ जुटाना चाहती है। बैंक बेच कर विकास के सपने दिखाने वाली सरकार के शाही कार्यक्रमों को देखिए। प्रधानमंत्री के हर कार्यक्रम में करोड़ों फूंके जा रहे हैं ताकि हर दिन हेडलाइन बने। उन कार्यक्रमों में लोगों की कोई दिलचस्पी नहीं है इसलिए सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को पकड़ पकड़ कर बिठाया जाता है। बिहार में जैसे पकड़ुआ शादी होती थी उसी तरह मोदी जी के लिए पकड़ुआ कार्यक्रम हो रहे हैं। उस पर करोड़ों खर्च हो रहे हैं।उस खर्चे का कोई हिसाब नहीं है।
बहरहाल बैंकरों का दावा है कि सरकारी बैंको ने आम जनता की सेवा की है। बैंकर शहर का जीवन छोड़ ग्रामीण शाखाओं में गए हैं और लोगों के खाते खुलवाए हैं। प्राइवेट होने से आम लोगों से बैंक दूर हो जाएंगे। देश भर में लाखों बैंकर हड़ताल कर समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि 2014 के बाद से बैंकों का 25 लाख करोड़ का लोन NPA हुआ है। इसका मात्र पांच लाख करोड़ ही वसूला जा सका है। ये लोग राजनीतिक दबाव में कारपोरेट को दिए जाते हैं और कारपोरेट को लाभ पहुंचाने के लिए इन लोन को किसी और खाते मेें डाल दिया जाता है फिर वहां से इसकी वापसी कभी नहीं होती है। होती भी है तो बहुत कम होती है। सरकारी बैंक नहीं रहेंगे तो दलित पिछड़ों और अब तो आर्थिक रुप से कमज़ोर सवर्णों को आरक्षण का लाभ नहीं मिलेगा। बैंकों की नौकरियां भी कम होंगी।
बैंकों की इस हड़ताल को कोई कवर कर रहा है इसे लेकर मुझे संदेह है। इन बैंकरों की दुनिया में गोदी मीडिया देखने वाले कम नहीं हैं। इसकी सज़ा सभी को भुगतनी है। सांप्रदायिक होने की सज़ा कुछ आज भुगतेंगे, कुछ दस साल बाद भुगतेंगे। इस माहौल की सज़ा उन्हें भी भुगतनी है जो सांप्रदायिक नहीं हैं। हम जैसे पत्रकार इसमें शामिल हैं। कितने पत्रकारों की नौकरी चली गई। धर्म के नाम राजनीति की इस गुंडई की सज़ा यह है कि आज देश में पत्रकारिता खत्म हो गई है। इसलिए बैंकरों को इसका रोना नहीं चाहिए कि मीडिया कवर नहीं कर रहा है।
प्रधानमंत्री को भी इनकी परवाह नहीं करनी चाहिए।बैंकर या तो पुलवामा जैसी घटना पर भावुक होकर वोट देंगे या अगर प्रधानमंत्री किसी मंदिर में चले जाएं तो पक्का ही देंगे। जब इतना भर करने से वोट मिल सकता है तो प्रधानमंत्री को हड़ताल वगैरह का संज्ञान नहीं लेना चाहिए। मस्त रहना चाहिए।आम जनता उनसे धार्मिक होने की ही उम्मीद करती है। उनके समर्थक भी दिन रात लोगों को धार्मिक असुरक्षा की याद दिला रहे हैं, और उनका फोटो दिखा रहे हैं कि धार्मिक सुरक्षा इन्हीं से होगी।अगर कोई बैंकर आर्थिक नीतियों की बात कर रहा है तो इसका मतलब है कि उसके व्हाट्स एप में नेहरु के मुसलमान होने या मुसलमानों से नफ़रत करने की मीम की सप्लाई नहीं हुई है। इसकी सप्लाई कर दी जाए , सब ठीक हो जाएगा।
धर्म की राजनीति को 55 कैमरों की सलामी मिलती जा रही है। राष्ट्र गौरव प्राप्ति का जश्न मना रहा है। और बैंकर इधर उधर ताक रहे हैं कि कोई कैमरा वाला कवर करने आ रहा है या नहीं।
लेखक —रवीश कुमार
काफी दिनों बाद आज खबर की दुनिया में लौटे हैं सुबह से ही सोच रहे हैं कहां से शुरू करें और कैसे शुरू करें चलिए शुरुआत तेजस्वी की शादी से ही करते मुझे अब तक समझ में नहीं आया कि मीडिया तेजस्वी की शादी के बाद साधु यादव के पास क्या जानकारी हासिल करने गया था जबकि दोनों परिवार के बीच लम्बे समय से कोई रिश्ता नहीं रहा है ।जहां तक मुझे याद है मीसा भारती के बाद लालू प्रसाद के किसी भी बेटी और बेटे की शादी में साधु यादव की कोई बड़ी भूमिका नहीं रही है ऐसी स्थिति में तेजस्वी की शादी में मामा साधु की प्रतिक्रिया अभी भी मेरे समझ से पड़े हैं।हां ये जरुर है कि साधु की प्रतिक्रिया के बाद तेजस्वी की शादी को लेकर जो चर्चा होनी चाहिए थी वो नहीं हो सका ।
दूसरी खबर बिहार के भ्रष्ट अधिकारियों के ठिकाने पर छापेमारी से जुड़ी है बालू माफिया से रिश्ते की वजह से औरंगाबाद अनुमंडल पदाधिकारी के पद से हटाये गये अनूप कुमार के यहां कल आर्थिक अपराध ईकाई की टीम ने छापामारी किया है पटना रांची में घर के अलावे करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है इसी तरह वैशाली के लेबर इंफोर्समेंट अधिकारी के ठिकाने से इतने पैसे बरामद हुए कि नोट गिनने वाली मशीन लानी पड़ी वही सासाराम के भू अर्जन पदाधिकारी का लॉकर खुला तो जेवरात देख कर पूरा महकमा हैरान रह गया बिहार में यही कोई पांच छह अधिकारी करोड़पति है ऐसा नहीं है जांच हो जाये तो सौ दो सौ ईमानदार मिल जाये तो बड़ी बात होगी क्योंकि सरकार के स्तर पर जिस तरीके से तबादला और पोस्टिंग हो रही है भ्रष्टाचार वही से पैदा होता है कोई अधिकारी 40 लाख देकर आयेगा तो फिर फिल्ड में आकर वो करेगा क्या ।
वैशाली के जिस लेबर इंफोर्समेंट अधिकारी के घर से करोड़ों रुपया नगद पकड़ाया है उनकी पोस्टिंग लगातार सात वर्ष से मोहनिया चेक पोस्ट पर रहा है जबकि वो उस विभाग का अधिकारी भी नहीं है अगर सही में भ्रष्टाचार पर नकेल कसना है तो किस डीएम ने उसको मोहनिया चेक पोस्ट पर पोस्ट किया उससे भी पूछताछ होनी चाहिए लेकिन ऐसा तो हो नहीं रहा है ।
इसी तरह औरंगाबाद के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी अनुप कुमार की पोस्टिंग कैसे हुई जबकि इन पर पटना जिला बल में रहने के दौरान कई तरह के गम्भीर आरोप लग चुके हैं जबकि डीएसपी स्तर के अधिकारी का पोस्टिंग मुख्यमंत्री करते हैं इसी तरह डेहरी के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जिसका एक ओडियो पूरे बिहार में बवाल मचाये हुए हैं जिसमें डीएसपी लड़कियों से अश्लील बातचीत कर रही है जबकि यह डीएसपी पहले से दागी की सूची में है और जांच चल रहा है ऐसे में उनकी पोस्टिंग कैसे हो गयी जबकि यहां पदस्थापित डीएसपी को बालू माफिया से सांठगांठ करने के आरोप में हटाया गया था ऐसी जगह से इस तरह के आरोप के घिरे अधिकारियों की पोस्टिंग कैसे हुई बड़ा सवाल है चर्चा तो इन दिनों सरेआम है कि बिहार में पुलिस की पोस्टिंग में बीबी और बिल्डर का खूब चल रहा है ।
बात राजनीति की तो फिलहाल जब तक डीएम एसपी का ट्रांसफर पोस्टिंग नहीं हो जाता है तब तक बीजेपी और जदयू में विशेष राज्य और अफसरशाही को लेकर जो बयानबाजी चलता रहेगा खेला सब जिले में अपने मनपसंद के डीएम एसपी की तैनाती का ही है ।
पटना हाईकोर्ट ने करोना महामारी पर सुनवाई करते हुए राज्य सरकार द्वारा दायर विरोधाभासी हलफनामा को काफी गम्भीरता से लिया। चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने शिवानी कौशिक व अन्य की जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए राज्य के सभी जिलों के सिविल सर्जनों को ज़िला के सरकारी अस्पतालों के हालात का विस्तृत ब्यौरा तलब किया है।
राज्य सरकार ने जो ज़िला के सरकारी अस्पतालों के सम्बन्ध में हलफनामा दायर किया था, उसमें काफी जानकारियां सही नहीं थी।कोर्ट ने इसे काफी गम्भीरता से लेते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को पूरा और सही ब्यौरा प्रस्तुत करने को कहा।
चीफ जस्टिस संजय करोल की डिवीजन बेंच इस मामलें पर कल इस मामलें पर साढ़े ग्यारह बजे सुबह virtual mode पर सुनवाई करेगी।कोर्ट ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव समेत सभी ज़िला के सिविल सर्जनों को ऑन लाइन उपस्थित हो कर सारी स्थिति का ब्यौरा देने का निर्देश दिया।
पिछली सुनवाई के दौरान खंडपीठ ने कहा था कि कोरोना के नए वैरिएंट के मद्देनजर हमें सावधानी बरतने की जरूरत है।कोरोना का खतरा अभी भी बना हुआ है।
पिछली सुनवाई में डिवीजन बेंच ने राज्य सरकार को कोरोना को लेकर राज्य भर में कराई गई सुविधाओं के संबंध में ब्यौरा देने को कहा था।
कोर्ट ने विशेष तौर साउथ अफ्रीका में फैले कोविड के नए वैरियंट ओमाइक्रोन के खतरे को देखते हुए राज्य सरकार को राज्य में ऑक्सीजन के उत्पादन और भंडारण के संबंध में सूचित करने को कहा था।
लेकिन आज जो राज्य सरकार ने विभिन्न जिलों के सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं, कार्यरत डॉक्टर,नर्स व् अन्य कर्मचारियों का विस्तृत ब्यौरा दिया,उसमें विरोधाभास व जानकारियां सही नहीं थी।
एम्स, पटना के अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय ने बताया कि कोर्ट ने उसके पूर्व भी राज्य के राज्य भर में उपलब्ध मेडिकल स्टाफ, दवाइयां, ऑक्सीजन व एम्बुलेंस आदि के संबंध में ब्यौरा तलब किया था। इस मामले पर 17 दिसम्बर, 2021को सुनवाई की जाएगी।
नेता विरोधी दल तेजस्वी यादव शादी करने के बाद पहली बार लालू आवास पहुंचे और मीडिया कर्मियों से मुखातिब हुए उन्होंने कहा कि हमने बहुत ही सरल तरीके से शादी की और हम लोग 4 दिनों के अंदर बहुभोज के डेट को लेकर आप लोगों को बताएंगे।
तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि उनका असल नाम राजश्री है और उन्होंने इस नाम को खुद चुना है कि लोगों को हमें भुलाने में दिक्कत ना हो।
तेजस्वी यादव ने कहा कि जिन लोगों ने भी उन्हें बधाई दी है हम सबका आप के माध्यम से धन्यवाद करते हैं तेजस्वी यादव ने कुछ लोगों की परिवारिक नाराजगी पर कहा कि हम सभी लोगों का सम्मान करते थे और सम्मान करते हैं।
छिटपुट हिंसा को छोड़कर बिहार में पंचायत चुनाव का अंतिम 11वें चरण का चुनाव सम्पन्न हो गया । राज्य के 20 जिलों के 38 प्रखंडों में होने वाले मतदान में 17,286 पदों के लिए 63,718 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। कई जिलों में EVM को लेकर समस्या रही है, वही बूथों पर सुबह की ठंड के कारण वोटर की संख्या कम दिखी।फिर भी अभी तक जो खबर आ रही है उसके अनुसार 62.81 प्रतिशत मतदान हुई इस चरण में भी महिला वोटर पुरुष वोटर से ज्यादा वोट किया है
मतदान में आज क्या खास है –
राज्य निर्वाचन आयुक्त दीपक कुमार का बयान
मतदान शांतिपूर्ण हुआ
कुशेश्वर स्थान में एक बूथ पर हंगामा के बाद मतदान को रद्द कर दिया गया है । इस मामले में 15 लोग गिरफ्तार किए गए हैं
मधेपुरा के आलमनगर की घटना पर आयोग ने कहा कि आपसी बिबाद का मामला है 4 गिरफ्तार हुए है वैशाली में एक बूथ पर बैलेट गलत लगने से चुनाव दुबारा होगा।
Evm 436 बदले गए
अभी तक 100 गिरफ्तार किए गए
13 हजार वोटर बोगस वोटिंग का प्रयास किया
23 सिकायत आयी आज
62,81 प्रतिशत चुनाव हुआ
पुरूष 59,98 प्रतिशत
महिला 65,65 प्रतिशत
मधुबनी में सबसे कम मतदान 53,32 प्रतिशत
मधेपुरा में सबसे ज्यादा मतदान 70,03 प्रतिशत
मुजफ्फरपुर के कटरा प्रखंड में चंगेल पंचायत स्थित बूथ संख्या-143 पर बोगस वोटिंग को लेकर हंगामा हो गया। इससे मतदान कार्य काफी देर तक बाधित हुआ। निवर्तमान मुखिया पति और समर्थकों ने बिना बायोमेट्रिक सत्यापन के वोटरों से वोट डलवाने का आरोप लगाकर हंगामा किया।
सीतमढ़ी में पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष इंद्राणी देवी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें मतदान के दौरान मतदान केंद्र संख्या 273 और 274 पर मतदाताओं के बीच पर्चे बांटने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
मोतिहारी के रामगढ़वा प्रखंड के मझरिया गांव में बूथ संख्या 122 पर दो प्रत्याशियों में नोकझोक, सेक्टर मजिस्ट्रेट, पकड़ीदायल डीएसपीओ सहित पुलिस बल तैनात। मतदान शांतिपूर्ण जारी।
बेगूसराय में तेघड़ा प्रखंड के बरौनी दो पंचायत के मतदान केंद्र संख्या-58 पर हंगामा कर रहे लोगों पर पुलिस ने बरसाई लाठियां बरसाई।
नालंदा के अस्थावां प्रखण्ड अंतर्गत कैला पंचायत के बूथ संख्या-133 पर हंगामा और रोड़ेबाजी हुई। मौके पर सडीओ, डीएसपी पहुंचने पर हंगामा शांत हुआ।
मुजफ्फरपुर में बोगस वोटिंग की शिकायत पर हंगामा, मतदान कार्य हुआ बाधित।
बिहार पंचायत चुनाव में बायोमीट्रिक पद्धति का प्रयोग देश में पहली बार, बंद हुई बोगस वोटिंग -सुशील कुमार मोदी
बिहार निवार्चन आयोग को आमंत्रित करेगी संसदीय समिति
- बिहार राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार पंचायत चुनाव में मतदाताओं के बायोमीट्रिक सत्यापन और ईवीएम मशीन के साथ मतगणना में ओसीआर तकनीक का जो प्रयोग किया, उससे बोगस वोटिंग रोकने और न्यूनतम समय में चुनाव परिणाम की घोषणा करने में बड़ी कामयाबी मिली।
भारत में यह पद्धति पहली बार अपनायी गई और सफल रही। - संसद की विधि, न्याय, कार्मिक एवं लोक शिकायत मामलों की स्थायी समिति के अध्यक्ष के नाते मैं बिहार निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को संसदीय समिति के समक्ष नये मतदान प्रयोग की प्रस्तुति देने के लिए आमंत्रित करूँगा।
उसके बाद स्थायी समिति इस संबंध में अपना प्रतिवेदन संसद के पटल पर रखेगी।
- तेलंगाना, गुजरात, पुडुचेरी, हरियाणा और दिल्ली के निर्वाचन अधिकारी पंचायत चुनाव में बिहार के अभिनव प्रयोग का अध्ययन करने यहां आ चुके हैं।
इस तरह मतदान कराने से फर्जी वोटर 15 फीसद तक छँट गए और वास्तविक मतदान औसतन 62 फीसद रहा।
यह प्रयोग भविष्य के चुनावों में अपनाया जा सकता है।
बिहार का एक और कलंक वैशाली के श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी (LEO) दीपक कुमार शर्मा के ठिकानों पर निगरानी विभाग ने छापा मारा। शनिवार को हुई इस कार्रवाई में लेबर इंफोर्समेंट ऑफिसर के पटना और मोतिहारी के ठिकानों पर छानबीन की गई।
उनके पास करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी होने की जानकारी मिली है। पटना में उनके आवास से ही करीब पौने 2 करोड़ रुपए कैश में बरामद किया गया है। इसे गिनने के लिए अधिकारियों को बैंक से मशीन मंगवानी पड़ी।
दीपक शर्मा के पटना में आलमगंज इलाके के बजरंगपुरी मोहल्ले के आवास और मोतिहारी शहर के चांदमारी इलाके के आवास पर दो टीमों ने रेड मारी। टीम को इस दौरान पटना आवास से पौने दो करोड़ रुपए कैश, करीब 47.54 लाख रुपए मूल्य के सोने और चांदी के जेवरात बरामद हुए हैं। इसके अलावा बैंक और पोस्ट ऑफिस के 42 खाते, LIC की 14 पॉलिसी और 17 अलग-अलग बैंकों के एटीएम और क्रेडिट कार्ड मिले हैं।
तलाशी के दौरान इनके पास से 25 जमीनों की खरीद और एग्रीमेंट के कागजात भी मिले हैं। रेड करने वाली टीम के अनुसार इनकी शुरूआती अनुमानित कीमत करीब 7 करोड़ रुपए आंकी गई है।
पटना हाई कोर्ट में शनिवार को आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकार के मुकदमों की सुनवाई हुई और निपटारा किया गया। समझौता किये जाने वाले आपराधिक मामले से जुड़े एक केस की सुनवाई हुई। एनआईएक्ट की धारा 138 से जुड़े 15 मामलों पर सुनवाई हुई, जिसमें एक को निष्पादित किया गया।
वाहन(एम वी एक्ट) से जुड़े 60 मामलों में सुनवाई हुई, जिसमें 10 को निष्पादित किया गया और 22, 75,000 रुपये का सेटलमेंट किया गया।
पे, सेवानिवृत्ति भत्ता व समेत अन्य भत्तों के मामलों से जुड़े सर्विस मैटर में 32 मुकदमों की सुनवाई की गई, जिसमें 13 का निष्पादन किया गया। हाई कोर्ट व जिला अदालतों में लंबित राजस्व के 6 मुकदमों की सुनवाई हुई, जिसमें 5 मुकदमों का निष्पादन किया गया और 4, 64, 196.64 रुपये का सेटलमेंट किया गया।
लोक अदालत के आयोजन के प्री सिटींग में ही 18 मामलों का निष्पादन किया गया था। इस प्रकार से कुल 127 विभिन्न प्रकार के मुकदमों का निष्पादन राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिये किया गया।
उल्लेखनीय है कि लोक अदालत के जरिये आपसी सहमति से उक्त मामलों समेत बैंक रिकवरी, लेबर डिस्प्यूट, इलेक्ट्रिसिटी बिल ( नॉन – कमपाउंडडेबल को छोड़कर) वैवाहिक विवाद, जमीन अधिग्रहण से जुड़े मुकदमों व रेंट आदि के मुक़दमों की सुनवाई की जाती है।
अरुण, मेरी सिंहवाहिनी का ध्यान रखना। इस मिट्टी को मैंने अपने खून पसीने से सींचा है। जनता ने 2500 वोट के बड़े अंतर से जीतवा कर आपको जो सम्मान और विश्वास दिया है उसका मान बनाये रखना। कांटो से भरे रास्तों पर चलते हुए इस धरती को मैंने भ्रष्टाचार और अपराध की आंच से बचाये रखने का हर सम्भव प्रयास किया है। ये रास्ता बड़ा कठिन है पर उस प्रयास को और बल देना, इस पवित्र धरती पर कभी आंच नहीं आने देना। शुभकामनाएं!
मेरे प्रिय पंचायतवासियों, हाल के दिनों में मेरे जीवन में मानवता की सेवा के दायरे का विस्तार हुआ है। बेतहाशा बढ़ते अपराध और अराजकता के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़नी है। पर मैं सदा आपके साथ, आपके पास रहूँगी। समस्याओं और आपके बीच आपकी ये मुखिया दीदी ढाल बन कर पहले की तरह ही मज़बूती से खरी रहेगी। मैंने कभी भी किसी भी पंचायतवासी को अपना विरोधी नहीं माना। आप सब मेरे परिवार हैं, आपका साथ ही मेरी शक्ति है। जब तक जीवन है तब तक आपकी ऋणी रहूँगी। मुझ से कुछ गलतियां भी हुई होंगी उसके लिए मुझे क्षमा करना। आप सब को हृदय से प्रणाम! मुखिया के रूप में मेरा कार्यकाल अब समाप्त हुआ।
पंचायत चुनाव के 10वें चरण की मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे शुरु हुआ और शनिवार को भी जारी रहेगी। 93725 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला दो दिनों में होना है। 817 पंचायतों में बुधवार को मतदान हुआ था। मतदान के लिए 7,257 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 509 नक्सल प्रभावित थे। अभी तक के परिणामों में गांव में बदलाव की बयार दिख रही है। वहीं, RJD की प्रदेश प्रवक्ता रितु जायसवाल के पति सिंहवासिनी पंचायत से मुखिया का चुनाव जीत गए हैं। वहीं, औरंगाबाद के कुटुंबा प्रखंड से किरण सिंह ने जिला परिषद क्षेत्र संख्या 24 से 16159 वोट से जीतकर रिकॉर्ड बना दिया।
1. किशनगंज में काठामाठा के साथ ही कोचाधामन में बदलाव की बयार दिखाई दी है। तीनों जिला परिषद में नए चेहरों ने जीत दर्ज की है। निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष फरहत फात्मा भी चुनाव हार गई हैं। कोचाधामन प्रखंड में तीन जिला परिषद की सीट है तीनों पर निर्वतमान जिला परिषद सदस्यों को हार का सामना करना पड़ा। तीनों सीटों पर जनता ने नए चेहरों को मौका दिया है।
-बक्सर के बलिहार पंचायत में घर्मराज चौरसिया 1522 मत पाकर 287 मतों से जीत गए। निकटतम उम्मीदवार भीम रवाना को 1235 मत मिले। निवर्तमान मुखिया संजू शर्मा पति भरत शर्मा व्यास को 661 मत मिले। दुल्लहपुर पंचायत में देवन्ती देवी ने 1740 मत पाकर फूलादेवी को 935 वोटों से हरा दिया। फूलादेवी को 805 मत मिले। यहां निवर्तमान मुखिया चुनाव मैदान से बाहर रहीं।
-किशनगंज के कोचाधामन प्रखंड क्षेत्र में एआईएमआईएम विधायक मो. इजहार अस्फी की पुत्रवधू सुहाना अस्फी मुखिया का चुनाव हार गई हैं। वह काठामाठा पंचायत से मैदान में थीं।
2. बक्सर के सिमरी पंचायत में राजकुमारी देवी 2035 मत पाकर जीत गई हैं। उन्होंने निकटतम प्रत्याशी सावित्री देवी को 531 मतों से हराया। सावित्री को 1504 मत मिले। यहां निवर्तमान मुखिया चुनाव मैदान से बाहर रहे।
-अररिया में ग़ैरकी मसूरिया से शाहजहां, सिमरिया से गजाला प्रवीण, भंसिया से शबाना प्रवीण, प्रसादपुर से एहतेशाम व गिरदा पंचायत से उम्मी हनी मुखिया बने हैं।
-समस्तीपुर के बिथान प्रखण्ड के सलहा बुजुर्ग पंचायत से दुर्दाना परवीन उर्फ चांदनी, सलहा चंदन पंचायत से राजेश कुमार और जगमोहरा से रुकसाना परवीन ने मुखिया पद जीत लिया है।
3. पटना के मोकामा की हाथीदह पंचायत से मुखिया पद पर शशिशंकर सिंह पहली दफा जीते।औंटा पंचायत से देवी देवी, दरियापुर पंचायत से शैलेंद्र प्रताप, मरांची उतरी पंचायत से गौरव कुमार, बरहपुर पंचायत से दुनिया देवी, घोसवरी प्रखंड की त्रिमुहान पंचायत से कौशल किशोर, सम्यागढ़ पंचायत से कुसुम देवी पहली बार मुखिया निर्वाचित। घोसवरी प्रखंड की गोसाईंगांव पंचायत से मुखिया पद पर पिंकी देवी निर्वाचित घोषित। पयजुना पंचायत से दिनेश गोप दूसरी बार मुखिया बने।
4. शिवहर जिले की सर्वाधिक प्रतिष्ठित सीटों में से एक जिला परिषद क्षेत्र संख्या सात से राम कृष्ण कुमार ने जीत दर्ज की है। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय साहनी रहे। जबकि, निवर्तमान जिला पार्षद भोला साह को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। नवनिर्वाचित जिला पार्षद रामकृष्ण कुमार भाजपा के नेता हैं। शिवहर में जिला परिषद की सात सीटें है। इस बार सात में से एक जिला पार्षद मनीष कुमार ने अपनी जीत का क्रम बरकरार रखा। शेष छह जिला पार्षदों को अपनी सीट गंवानी पड़ी।
मधुबनी पंचायत चुनाव अपडेट: मधेपुर से जिला परिषद क्षेत्र संख्या 54 से कुमारी मिन्टी जीतीं। ये हैं अभी तक के निर्वाचित मुखिया:
मधेपुर की सुन्दर बिराजीत पंचायत से गणेश कुमार यादव
मधेपुर की मटरस पंचायत से गौड़ी देवी
मधेपुर की महिसाम पंचायत से निसात निजामी
मधेपुर की मधेपुर पूर्वी पंचायत से आशा देवी
घोघरडीहा की बिशनपुर पंचायत से किरण मिश्रा
घोघरडीहा की सुदैरतौली पंचायत से कुसुम सिंह
घोघरडीहा की सांगी पंचायत से अरहुलिया देवी
आज अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर अधिवक्ताओं, आर टी आई कार्यकर्ताओं व समाजसेवियों के संयुक्त तत्वाधान में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम का आयोजन पटना हाई कोर्ट के नजदीक स्थित बिहार स्टेट बार कॉउन्सिल परिसर में अपराह्न चार बजे किया गया।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस की स्थापना 10 दिसंबर, 1948 को यू एन ओ द्वारा की गई थी।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध समाजसेवी, गंगा बचाओ अभियान के अध्यक्ष विकास चंद्र उर्फ गुड्डु बाबा ने कहा कि अब आगे से और भी जोश – खरोश के साथ काम करूंगा।उन्होंने कहा कि उन्हें यह पता चला है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज और राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज होते है। यह एक उत्साह बर्धक बात है।
उन्होंने यह भी कहा कि मानवाधिकार के क्षेत्र में काम किये जाने से न्यायालयों में मुकदमों की संख्या में भी कमी आएगी। इससे लोगों के बीच जागरूकता बढ़ेगी और लोगों का शोषण भी रुकेगा।
लोगों के जागरूक होने से अधिकारी भी कानून का दुरुपयोग नहीं कर पाएंगे, जोकि आम जन के लिए मददगार साबित होगा।
यह एक ऐसा कानून है जो जाति और धर्म को नहीं देखते हुए समान रूप से न्याय करता है। इस मौके पर अधिवक्ता अरुण कुमार ने बताया कि मानवाधिकार एक्ट वर्ष 1993 में आया और 1994 में लागू हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि लोग कुछ मामलों को हाई कोर्ट और सुप्रीम के समक्ष ले जाते हैं, जबकि वही काम मानवाधिकार में आसानी से हो जाएगा।लेकिन जागरूकता की कमी होने की वजह से मानवाधिकार में पहुँच नहीं पाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 28 अक्टुबर,2021 एक प्रस्ताव में पटना हाईकोर्ट के जज जस्टिस बीरेंद्र कुमार का स्थानांतरण पटना हाई कोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट किये जाने की अनुशंसा केन्द्र सरकार से की।लेकिन केंद्र सरकार ने इस सम्बन्ध मे अबतक कोई कार्रवाई नहीं की।
जस्टिस बीरेंद्र कुमार की पटना हाई कोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट के स्थानांतरण सम्बन्धी अधिसूचना अब तक केंद्र सरकार ने जारी नहीं की हैं।
अगर एक सप्ताह के भीतर जस्टिस बीरेंद्र कुमार के पटना हाई कोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट स्थानांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के सम्बन्ध में केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी नहीं कि तो पटना में ये जनहित का मामला होगा।अतः केंद्र सरकार को इस सम्बन्ध में शीघ्र अधिसूचना जारी करनी चाहिए, ताकि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के अनुसार जस्टिस बीरेंद्र कुमार का तबादला राजस्थान हाईकोर्ट हो सके।
पंचायत चुनाव के 10वें चरण की मतगणना आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गई। यह शनिवार को भी जारी रहेगी। सुबह से ही मतगणना केंद्र के बाहर भीड़ लग गई है। बहुत जल्द परिणाम आने लगेंगे।
34 जिलों की 817 पंचायतों में बुधवार को मतदान हुआ था। मतदान के लिए 7,257 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 509 नक्सल प्रभावित थे। 10वां चरण 18 जिलों के लिए चुनाव का अंतिम चरण है। 11 चरणों में हो रहे पंचायत चुनाव में आखिरी चरण में 20 जिलों के 38 प्रखंडों में चुनाव होगा। इस तरह से 10वें चरण के साथ 18 जिलों में चुनाव संपन्न हो जाएगा। इन जिलों में 10वें चरण के बाद चुनाव संपन्न हो जाएंगे। वो हैं बक्सर, रोहतास, कैमूर, गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, शिवहर, किशनगंज, शेखपुरा, लखीसराय, अररिया, कटिहार, बांका, जमूई, मुंगेर और खगड़िया।
आज सुबह अमरीका के नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड की वेबसाइट पर हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं के बारे में पढ़ रहा था। इसकी कई रिपोर्ट बताती है कि यातायात परिवहन के जितने भी माध्यम हैं उनमें तुलनात्मक रुप से हेलिकॉप्टर सबसे असुरक्षित वाहन है।
इसके बाद भी हेलिकॉप्टर का प्रयोग करते ही हैं और अन्य कारणों से भी इसका इस्तेमाल होता है।इन रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कार से होने वाली दुर्घटनाओं से तुलना करें तो यह कम असुरक्षित है लेकिन लेकिन अन्य विमानों की तुलना में सबसे अधिक असुरक्षित है
अमरीका में 1999 से 2019 तक यानी 20 साल में 3000 से अधिक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। इनमें से बड़ी संख्या एयर एंबुलेंस की है। इन्हें हेलिकॉप्टर इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज़ HEMS कहा जाता है।
तमाम रिपोर्ट में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं को HEMS और non HEMS में बांटा गया है। इन अध्ययनों के नतीजे बताते हैं कि एबुलेंस वाले हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की संख्या ज़्यादा है लेकिन दूसरे हेलिकॉप्टर की संख्या भी कुछ कम नहीं है।
अमरिका में हर साल चार लाख मरीज़ HEMS के ज़रिए अस्पताल पहुंचाए जाते हैं। एक रिपोर्टर से पता चला कि जर्मनी में हेलिकॉप्टर वाले एयर एंबुलेंस का रिकार्ड ज़्यादा सुरक्षित है। ।
नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड NTSB की साइट पर और गूगल में हेलिकॉप्टर को लेकर कई गंभीर रिपोर्ट हैं। मुझमें उनकी तकनीकि बारीकियों को समझने की क्षमता नहीं है फिर भी सरसरी तौर पर पढ़ने से यही समझ आया कि जिन कारणों से हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं उनमें मानवीय भूल की भी बड़ी भूमिका है।
जैसे पायलट पर पूरी तरह से निर्णय का अधिकार नहीं छोड़ा जाता है कि इस समय हेलिकॉप्टर उड़ेगा या नहीं। कमर्शियल कंपनियां उन पर दबाव डालती हैं कि उड़ा जा सकता है।
मौसम भी एक कारण और तकनीकि तो है ही। रात में उड़ने के वक्त भी हेलिकॉप्टर काफी दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। एक रिपोर्ट में पढ़ने को मिला कि रात में होने वाली दुर्घटना में तकनीकि का कम रोल पाया गया है, नाइट विज़न का बड़ा रोल होता है।
यहां तो बहुत से लोग तकनीकि मामलों में दक्ष हैं, वही अगर इन रिपोर्ट को पढ़ें तो आम पाठकों को बेहतर तरीके से बता सकते हैं। कम जानने के कारण मुझसे चूक हो सकती है। मैंने इस मकसद से भी लिखा है कि किसी में जिज्ञासा उत्पन्न हो और वह बेहतर तरीके से सारी रिपोर्ट पढ़ कर लिखे जिससे सभी को फायदा पहुंचे।
लेखक —-रवीश कुमार
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सिर आज सेहरा सज गया है। गुरुवार सुबह से ही दिल्ली के साकेत स्थित मीसा भारती के सैनिक फार्म हाउस पर समारोह हो रहा है। सगाई के बाद जयमाला हो चुका है।
अब तेजस्वी यादव अपनी होने वाली अर्धांगिनी रेचल के साथ सात फेरे लेंगे। कार्यक्रम की तस्वीर जारी हो चुकी है। तेजस्वी और रेचल के साथ स्टेज पर बहन मीसा भारती भी दिख रही हैं।
तेजस्वी यादव और उनकी होने वाली दुल्हन रेचल की दोस्ती 7 साल पुरानी है। वह चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं।
तेजस्वी यादव और उनकी प्रेमिका की दोस्ती बचपन की है। दोनों साथ में DPS, आरके पुरम में पढ़ते थे। वहीं, 2014 से करीब आ गए थे। दोस्ती प्यार में बदल गयी ।
पटना हाईकोर्ट ने दो बार आदेश होने के बावजूद राज्य सरकार की तरफ से जवाब दायर नही होने पर सीतामढ़ी के डीएम के खिलाफ प्रथम दृष्टया अवमानना का मामला करार देते हुए कोर्ट में हाज़िर होने का निर्देश दिया है । संजय कुमार झा याचिका पर जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह ने सुनवाई की।
कोर्ट ने सीतामढ़ी डीएम को कोर्ट की अवमानना मामले में अपने जवाब के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया है ।याचिकाकर्ता के बाढ़ राहत कार्यों के सिलसिले में राज्य सरकार की तरफ से भुगतान लम्बित रखने के खिलाफ यह याचिका को दायर किया है ।
हाई कोर्ट ने पिछले तीन सुनवाई को बार बार जवाब तलब किया था ,लेकिन सरकार की ओर से कोई जवाब दायर नही हुआ था ।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सीतामढ़ी डीएम को स्पष्ट निर्देश दिया था कि यदि अगली सुनवाई तक जवाब नही दायर हुआ, तो डीएम को खुद कोर्ट में हाज़िर रहना होगा ।
आज सुनवाई में न तो जवाब दायर किया गया और न ही डीएम,सीतामढी कोर्ट में उपस्थित रहे। हाई कोर्ट ने इसे प्रथम दृष्टया अवमानना का मामला करार देते हुए यह आदेश दिया । मामले की अगली सुनवाई 15 दिसम्बर को होगी।
पंचायत चुनाव के 10वें चरण का मतदान जारी है। 34 जिलों की 817 पंचायतों में चुनाव है। सुबह 6 बजे ही मतदाताओं की भीड़ लगनी शुरू हो चुकी है। मतदान के लिए 7257 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, इनमें से 509 नक्सल प्रभावित हैं। शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से लगभग 38 हजार पुलिस पदाधिकारियों और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
10वें चरण में कुल 63 लाख 24 हजार 714 मतदाता वोट करने वाले हैं। इनमें 33 लाख 29 हजार 858 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 29 लाख 94 हजार 648 महिला मतदाता हैं। वहीं, बांका से वोट करने पहुंचे 70 साल के सुखदेव यादव की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह सीढ़ी पर चढ़ रहे थे। तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।
वहीं, नवादा में महिला वोटर व महिला पुलिसकर्मी के बीच झड़प हो गई। घटना में महिला पुलिसकर्मी का सिर फट गया। मौके से 4 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। वहीं, गया में मतदान कर्मी को शराब के नशे में धुत होकर महिला पुलिस कर्मी से बदतमीजी करना भारी पड़ा। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
नवादा में महिला वोटर्स से झड़प में घायल महिला पुलिसकर्मी का इलाज करतीं डॉक्टर।
मतदान लाइव अपडेट्स
भोजपुर के बड़हरा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नूरपुर में मतदान केंद्र के बाहर हंगामा। प्रत्याशी के समर्थक व प्रत्याशी और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के बीच नोकझोंक हो गई। एक दूसरे पर लगा रहे दूसरे को समर्थन करने का आरोप लगाया
गया के मोहनपुर प्रखंड के बैद्यनाथपुर बूथ पर तैनात नशे में धुत दो चुनाव कर्मी गिरफ्तार किए गए। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई है। हालांकि, चर्चा यह है कि नशे में धुत शराब कर्मी महिला पुलिसकर्मी के कमरे में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
लेकिन, इस बात से पुलिस प्रशासन इनकार कर रहा है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि पकड़े गए दोनों चुनाव कर्मी नशे में थे और हंगामा कर रहे थे।
नवादा के रोह इंटर स्कूल मतदान केंद्र पर फोन से वीडियो बनाने से मना करने पर महिला मतदाता और पुलिसकर्मी के बीच झड़प हो गई। घटना में महिला पुलिस कर्मी सुमन कुमारी का सिर फट गया। घायल महिला सिपाही को रोह पीएससी में इलाज कराया गया। मौके से कुल 4 महिला मतदाता को हिरासत में लिया गया।
बांका में मतदान केंद्र पर 70 साल के सुखदेव यादव की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह सीढ़ी पर चढ़ रहे थे। तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।
नालंदा के मिल्कीपर गांव में एक युवक दर्जनों वोटर आई कार्ड के साथ पहुंचा था। त्वरित कार्रवाई में सोहसराय थाना क्षेत्र के महुआ टोला निवासी गुलाम मुस्तफा का पुत्र आदि आलम को 42 वोटर आई कार्ड के साथ हिरासत में लिया गया।
औरंगाबाद में देव प्रखंड के मलहरा गांव के बूथ संख्या 76 पर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। बूथ पर तनाव बढ़ गया है।
सुबह 6 बजे से ही मतदान केंद्रों पर वोटर्स पहुंचने लगे।
मुजफ्फरपुर के औराई में चौर मे टेंट में बना चलंत बूथ।
10वें चरण के मतदान के साथ इन 18 जिलों में खत्म होगा चुनाव
बिहार पंचायत चुनाव का दसवां चरण का बिहार के 18 जिलों के लिए चुनाव का अंतिम चरण है। 11 चरणों में हो रहे पंचायत चुनाव में आखिरी चरण में 20 जिलों 38 प्रखंड़ों में चुनाव है। इस तरह से दसवें चरण के साथ 18 जिलों में चुनाव होगा। जिन जिलों में 10वें चरण के बाद चुनाव संपन्न होगा।
ये जिले बक्सर, रोहतास, कैमूर, गया, नवादा, औरंगाबाद, जाहानाबाद, अरवल, शिवहर, किशनगंज, शेखपुरा, लखीसराय, अररिया, कटिहार, बांका, जमूई, मुंगेर और खगड़िया हैं।
भोजपुर के बड़हरा प्रखंड की ख्वासपुर में नाव से गंगा नदी पर कर मतदान करने जाते लोग।
वोटिंग के लिए नाव पर पार कर रहे गंगा नदी
10वें चरण का मतदान जारी है। भोजपुर के बड़हरा प्रखंड की ख्वासपुर पंचायत में मतदान केंद्र जाने के लिए ख्वासपुर गांव के लोगों को गंगा नदी पार करना है।
हालांकि, इसको लेकर लोगों में सुबह से ही उत्साह देखा जा रहा है। मतदान केंद्र पहुंचने के लिए नाव पर सवार होकर जा रहे हैं।
भोजपुर में मतदान केंद्र के बाहर लाइन में लगीं महिला मतदाता।
10वें चरण की सीटों पर एक हजार से अधिक अवैध हथियार जब्त
मतदान वाले जिलों में पुलिस की सख्ती जारी है। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक चुनावी आचार संहिता लगाए जाने के बाद से अभी तक इन जिलों से एक हजार से अधिक अवैध हथियार पकड़े गए हैं।
5322 व्यक्तियों पर सीसीए के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है वही 3408 के खिलाफ निरोधात्मक प्रस्ताव पारित हुआ है। वाहन चेकिंग के दौरान 10 करोड़ 99 लाख से अधिक जुर्माना वसूला गया है।
12 लाख 61 हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की गई है। मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला पुलिस बल के साथ ही होमगार्ड, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस और सैप जवान लगाए गए हैं।
आपको बता दें कि कई जिलों में यह पंचायत चुनाव का आखिरी चरण होगा। राज्य के कुछ जिलों में 11वें चरण में भी चुनाव कराए जाएंगे।
अभी तक क्या खास रहा है
1–जमुई के लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत दिग्घी पंचायत के बेलाटांड मध्य विद्यालय के प्रांगण में अज्ञात युवक द्वारा बम फोड़ा गया। घटना में किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है।
जमुई में ही वार्ड सदस्य के पति की हत्या के विरोध में लक्ष्मीपुर बाजार के करीब कोहबरबा मोड़ पर जाम करने की कोशिश में पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हाथापाई होने की सूचना है।
स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। फिलहाल मुखिया सुलेखा देवी के नेतृत्व में एनएच 333 को कोहबरबा मोड़ के समीप जाम कर दिया गया है।
2—-अररिया के मध्य विद्यालय भगवानपुर के बूथ 184, 185 पर मारपीट व हंगामा को लेकर कुछ देर के लिए मतदान बाधित रहा। एसडीपीओ पुष्कर कुमार, जोनल मजिस्ट्रेट ने जाकर हंगामा शांत किया। कुछ लोग चोटिल हुए हैं।
3— नवादा के रोह इंटर विद्यालय बूथ पर महिला मतदाता और महिला पुलिसकर्मी के बीच झड़प हो गई. इस दौरान महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई. जानकारी के अनुसार महिल बूथ पर मोबाइल फोन से वीडियो बना रही थी, मना करने पर महिला पुलिस से उलझ गयी. पुलिस ने मौके से चार महिला मतदाताओं को हिरासत में लिया है
4—आरा के नरगदा में मतदान बूथों पर दो गुटों में झड़प होने की खबर सामने आ रही है. मतदान केंद्र पर जमकर हंगामा हुआ. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गयी. एक पक्ष का आरोप है कि पुलिस पक्षपात कर रही है।
पटना हाईकोर्ट में झंझारपुर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एन्ड सेशंस जज अविनाश कुमार – I पर किये गए कथित आक्रमण और मारपीट की घटना के मामले पर सुनवाई की।
राज्य की सी आई डी को अगली सुनवाई में जांच कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा पेश करने का निर्देश जस्टिस राजन गुप्ता की खंडपीठ ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए दिया।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने इस मामले की जांच का सी आई डी को सौंपा था। कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए बिहार पुलिस के रवैये पर कड़ी नाराजगी जाहिर की।
कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा था कि मधुबनी के एस पी क्यों नहीं स्थानांतरित किया गया।कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या पुलिस अधिकारी मनमानी कार्रवाई करेंगे।
कोर्ट ने सी आई डी को जांच का जिम्मा सौपा था और कहा कि इस मामले की जांच एस पी स्तर के अधिकारी करेंगे।साथ ही इस मामले की निगरानी सी आई डी के ए डी जी खुद करेंगे।
कोर्ट ने इस मामले मे सुनवाई में मदद करने के लिए वरीय अधिवक्ता मृगांक मौली को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया है।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने के दौरान मौखिक रूप से कहा कि आखिर पुलिस अधिकारियों ने लोडेड हथियार के साथ एक जज के चैम्बर में कैसे प्रवेश किया ?
इस मामलें पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के महाधिवक्ता ने पिछली सुनवाई में स्पष्ट किया था कि राज्य की पुलिस दोनों पक्षों के मामलों को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से अनुसंधान करने में सक्षम है।
एड्वोकेट जनरल ने कहा कि यदि चाहे तो कोर्ट सी बी आई समेत किसी भी एजेंसी से मामले की जांच करवा सकता है। उल्लेखनीय है कि मधुबनी के डिस्ट्रिक्ट एन्ड सेशंस जज द्वारा 18 नवंबर, 2021 को भेजे गए पत्र पर हाई कोर्ट ने 18 नवंबर को ही स्वतः संज्ञान लिया है।
साथ ही साथ कोर्ट ने राज्य के मुख्य सचिव, राज्य के डी जी पी, राज्य के गृह विभाग के प्रधान सचिव और मधुबनी के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किया था।
मधुबनी के प्रभारी डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज द्वारा इस घटना के संबंध में भेजे गए रिपोर्ट के मद्देनजर राजन गुप्ता की खंडपीठ ने 18 नवंबर, 2021 को सुनवाई की।
ज़िला जज ,मधुबनी के द्वारा भेजे गए रिपोर्ट के मुताबिक घटना के दिन तकरीबन 2 बजे दिन में एस एच ओ गोपाल कृष्ण और घोघरडीहा के पुलिस सब इंस्पेक्टर अभिमन्यु कुमार शर्मा ने जज अविनाश के चैम्बर में जबरन घुसकर अभद्र व्यवहार किया था।
उनके द्वारा विरोध किये जाने पर दोनों पुलिस अधिकारियों ने दुर्व्यवहार करने और हाथापाई की।
दोनों पुलिस अधिकारियों ने उनपर हमला किया और मारपीट भी किया था। पुलिस अधिकारियों ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर निकालकर आक्रमण करना चाहा।
इस मामले पर अगली सुनवाई ,10 जनवरी,2022 को होगी।