अरुण, मेरी सिंहवाहिनी का ध्यान रखना। इस मिट्टी को मैंने अपने खून पसीने से सींचा है। जनता ने 2500 वोट के बड़े अंतर से जीतवा कर आपको जो सम्मान और विश्वास दिया है उसका मान बनाये रखना। कांटो से भरे रास्तों पर चलते हुए इस धरती को मैंने भ्रष्टाचार और अपराध की आंच से बचाये रखने का हर सम्भव प्रयास किया है। ये रास्ता बड़ा कठिन है पर उस प्रयास को और बल देना, इस पवित्र धरती पर कभी आंच नहीं आने देना। शुभकामनाएं!
![WhatsApp-Image-2021-12-11-at-9.06.29-AM](https://2gz.db6.myftpupload.com/wp-content/uploads/2021/12/WhatsApp-Image-2021-12-11-at-9.06.29-AM.jpeg)
![WhatsApp-Image-2021-12-11-at-9.06.29-AM](https://2gz.db6.myftpupload.com/wp-content/uploads/2021/12/WhatsApp-Image-2021-12-11-at-9.06.29-AM.jpeg)
![WhatsApp-Image-2021-12-11-at-9.06.29-AM](https://2gz.db6.myftpupload.com/wp-content/uploads/2021/12/WhatsApp-Image-2021-12-11-at-9.06.29-AM.jpeg)
मेरे प्रिय पंचायतवासियों, हाल के दिनों में मेरे जीवन में मानवता की सेवा के दायरे का विस्तार हुआ है। बेतहाशा बढ़ते अपराध और अराजकता के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़नी है। पर मैं सदा आपके साथ, आपके पास रहूँगी। समस्याओं और आपके बीच आपकी ये मुखिया दीदी ढाल बन कर पहले की तरह ही मज़बूती से खरी रहेगी। मैंने कभी भी किसी भी पंचायतवासी को अपना विरोधी नहीं माना। आप सब मेरे परिवार हैं, आपका साथ ही मेरी शक्ति है। जब तक जीवन है तब तक आपकी ऋणी रहूँगी। मुझ से कुछ गलतियां भी हुई होंगी उसके लिए मुझे क्षमा करना। आप सब को हृदय से प्रणाम! मुखिया के रूप में मेरा कार्यकाल अब समाप्त हुआ।