पटना। पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि श्रीरामचरित मानस पर अपमानजनक टिप्पणी करने वाले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर जगह-जगह मुकदमे दर्ज होने चाहिए और उनका ऐसा विरोध किया जाना चाहिए कि वे किसी कॉलेज में न घुसने पाएँ।
- राज्य सरकार के मंत्रियों पर नीतीश कुमार का नियंत्रण नहीं
- महागठबंधन में पूरी अराजक स्थिति, मतभेद सार्वजनिक
श्री मोदी ने कहा कि जदयू के एक विधायक ने प्रोसेसर चंद्रशेखर का मानसिक संतुलन ठीक न होने की बात कह कर उन्हें हिंदू धर्म छोड़ने और इस्लाम या ईसाई पंथ में मतान्तरण कर लेने की सलाह दी है।
उन्होंने कहा कि राजद से हाथ मिलाने के बाद मंत्रियों पर नीतीश कुमार का कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।
उन्होंने कहा कि जिन्हें शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई , वे छात्रों-शिक्षकों की समस्याएँ हल करने के बजाय लोकप्रिय हिंदू धर्म ग्रंथ रामचरित मानस की निंदा कर समाज में कटुता पैदा करने पर उतर आए।
श्री मोदी ने कहा कि सत्तारूढ़ महागठबंधन में पूरी अराजक स्थिति है। मानस-निंदा प्रकरण में जदयू और राजद के बड़े नेता परस्पर-विरोधी बयान दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजद में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी और विधायक विजय मंडल शिक्षा मंत्री के बयान को गलत मानते हैं, जबकि प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद मानस-निंदक मंत्री के विचारों के साथ खड़े हैं।
श्री सुशील मोदी ने कहा कि जदयू अध्यक्ष ललन सिंह के मुताबिक उनकी पार्टी मजबूत हुई है, लेकिन संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को संगठन में कमजोरी महसूस हो रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार और महागठबंधन में तीखे मतभेद खुलकर सामने आ रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार, लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव चुप्पी साधकर तमाशा देख रहे हैं।