सोशल मीडिया वाला प्रेम !
मैसेंजर और व्हाट्सएप सोशल मीडिया की सबसे असुरक्षित और खतरनाक जगहों में तब्दील होते जा रहे हैं। बहुत कम लोग हैं जो इनका इस्तेमाल सार्थक और रचनात्मक संवाद के लिए करते हैं। आमतौर पर यहां लोग टाइमपास अथवा मजे के लिए शिकार की तलाश में भटकते देखे जाते हैं।
औरतें यहां धोखे और ब्लैकमेलिंग की सबसे ज्यादा शिकार होती हैं। वे ऐसी औरतें हैं जो चैटिंग के दौरान भावुकता के कमज़ोर पलों में नितांत निजी बातों या कभी-कभी क्षणिक यौन संतुष्टि के लिए कामुक संवादों अथवा तस्वीरों का आदान-प्रदान कर जाती हैं।
मैं नहीं कहता कि हमारे-आपके इनबॉक्स में या व्हाट्सएप पर आने वाले तमाम लोग गलत होते हैं, लेकिन हम व्यक्तिगत रूप से जिन्हें जानते नहीं, उनपर भरोसा कर उनके साथ अपनी व्यक्तिगत बातें कैसे शेयर कर सकते हैं ? शायद मेरी पुलिसिया पृष्ठभूमि की वजह से हर महीने ब्लैकमेल की शिकार दो-चार महिला मित्र मुझसे सलाह मांगती ही रहती हैं।
कभी-कभी तो मर्द भी। ज्यादातर मामले अश्लील वसंवादों या तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी देकर पैसे वसूलने या अकेली मिलने के लिए बाध्य करने के होते हैं।
आभासी दुनिया प्रेम की तलाश की सही जगह नहीं है। बहुत कम भाग्यशाली लोगों की तलाश यहां पूरी होती है। इस मंच ने बहुत लोगों को ठगा और छला है और कुछ को तो आत्महत्या तक के लिए मज़बूर कर दिया है। अपवादों की बात अलग है, लेकिन प्रेम अगर आपको मिलेगा तो वास्तविक जीवन में ही मिलेगा। आभासी दुनिया के आभासी प्रेम से सावधान रहें !
लेखक –ध्रुव गुप्ता पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं