पटना हाई कोर्ट में शनिवार को आयोजित हुई राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकार के मुकदमों की सुनवाई हुई और निपटारा किया गया। समझौता किये जाने वाले आपराधिक मामले से जुड़े एक केस की सुनवाई हुई। एनआईएक्ट की धारा 138 से जुड़े 15 मामलों पर सुनवाई हुई, जिसमें एक को निष्पादित किया गया।
वाहन(एम वी एक्ट) से जुड़े 60 मामलों में सुनवाई हुई, जिसमें 10 को निष्पादित किया गया और 22, 75,000 रुपये का सेटलमेंट किया गया।
पे, सेवानिवृत्ति भत्ता व समेत अन्य भत्तों के मामलों से जुड़े सर्विस मैटर में 32 मुकदमों की सुनवाई की गई, जिसमें 13 का निष्पादन किया गया। हाई कोर्ट व जिला अदालतों में लंबित राजस्व के 6 मुकदमों की सुनवाई हुई, जिसमें 5 मुकदमों का निष्पादन किया गया और 4, 64, 196.64 रुपये का सेटलमेंट किया गया।
लोक अदालत के आयोजन के प्री सिटींग में ही 18 मामलों का निष्पादन किया गया था। इस प्रकार से कुल 127 विभिन्न प्रकार के मुकदमों का निष्पादन राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिये किया गया।
उल्लेखनीय है कि लोक अदालत के जरिये आपसी सहमति से उक्त मामलों समेत बैंक रिकवरी, लेबर डिस्प्यूट, इलेक्ट्रिसिटी बिल ( नॉन – कमपाउंडडेबल को छोड़कर) वैवाहिक विवाद, जमीन अधिग्रहण से जुड़े मुकदमों व रेंट आदि के मुक़दमों की सुनवाई की जाती है।
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अरुण, मेरी सिंहवाहिनी का ध्यान रखना। इस मिट्टी को मैंने अपने खून पसीने से सींचा है। जनता ने 2500 वोट के बड़े अंतर से जीतवा कर आपको जो सम्मान और विश्वास दिया है उसका मान बनाये रखना। कांटो से भरे रास्तों पर चलते हुए इस धरती को मैंने भ्रष्टाचार और अपराध की आंच से बचाये रखने का हर सम्भव प्रयास किया है। ये रास्ता बड़ा कठिन है पर उस प्रयास को और बल देना, इस पवित्र धरती पर कभी आंच नहीं आने देना। शुभकामनाएं!
मेरे प्रिय पंचायतवासियों, हाल के दिनों में मेरे जीवन में मानवता की सेवा के दायरे का विस्तार हुआ है। बेतहाशा बढ़ते अपराध और अराजकता के खिलाफ लंबी लड़ाई लड़नी है। पर मैं सदा आपके साथ, आपके पास रहूँगी। समस्याओं और आपके बीच आपकी ये मुखिया दीदी ढाल बन कर पहले की तरह ही मज़बूती से खरी रहेगी। मैंने कभी भी किसी भी पंचायतवासी को अपना विरोधी नहीं माना। आप सब मेरे परिवार हैं, आपका साथ ही मेरी शक्ति है। जब तक जीवन है तब तक आपकी ऋणी रहूँगी। मुझ से कुछ गलतियां भी हुई होंगी उसके लिए मुझे क्षमा करना। आप सब को हृदय से प्रणाम! मुखिया के रूप में मेरा कार्यकाल अब समाप्त हुआ।
पंचायत चुनाव के 10वें चरण की मतगणना शुक्रवार सुबह 8 बजे शुरु हुआ और शनिवार को भी जारी रहेगी। 93725 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला दो दिनों में होना है। 817 पंचायतों में बुधवार को मतदान हुआ था। मतदान के लिए 7,257 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 509 नक्सल प्रभावित थे। अभी तक के परिणामों में गांव में बदलाव की बयार दिख रही है। वहीं, RJD की प्रदेश प्रवक्ता रितु जायसवाल के पति सिंहवासिनी पंचायत से मुखिया का चुनाव जीत गए हैं। वहीं, औरंगाबाद के कुटुंबा प्रखंड से किरण सिंह ने जिला परिषद क्षेत्र संख्या 24 से 16159 वोट से जीतकर रिकॉर्ड बना दिया।
1. किशनगंज में काठामाठा के साथ ही कोचाधामन में बदलाव की बयार दिखाई दी है। तीनों जिला परिषद में नए चेहरों ने जीत दर्ज की है। निवर्तमान जिला परिषद अध्यक्ष फरहत फात्मा भी चुनाव हार गई हैं। कोचाधामन प्रखंड में तीन जिला परिषद की सीट है तीनों पर निर्वतमान जिला परिषद सदस्यों को हार का सामना करना पड़ा। तीनों सीटों पर जनता ने नए चेहरों को मौका दिया है।
-बक्सर के बलिहार पंचायत में घर्मराज चौरसिया 1522 मत पाकर 287 मतों से जीत गए। निकटतम उम्मीदवार भीम रवाना को 1235 मत मिले। निवर्तमान मुखिया संजू शर्मा पति भरत शर्मा व्यास को 661 मत मिले। दुल्लहपुर पंचायत में देवन्ती देवी ने 1740 मत पाकर फूलादेवी को 935 वोटों से हरा दिया। फूलादेवी को 805 मत मिले। यहां निवर्तमान मुखिया चुनाव मैदान से बाहर रहीं।
-किशनगंज के कोचाधामन प्रखंड क्षेत्र में एआईएमआईएम विधायक मो. इजहार अस्फी की पुत्रवधू सुहाना अस्फी मुखिया का चुनाव हार गई हैं। वह काठामाठा पंचायत से मैदान में थीं।
2. बक्सर के सिमरी पंचायत में राजकुमारी देवी 2035 मत पाकर जीत गई हैं। उन्होंने निकटतम प्रत्याशी सावित्री देवी को 531 मतों से हराया। सावित्री को 1504 मत मिले। यहां निवर्तमान मुखिया चुनाव मैदान से बाहर रहे।
-अररिया में ग़ैरकी मसूरिया से शाहजहां, सिमरिया से गजाला प्रवीण, भंसिया से शबाना प्रवीण, प्रसादपुर से एहतेशाम व गिरदा पंचायत से उम्मी हनी मुखिया बने हैं।
-समस्तीपुर के बिथान प्रखण्ड के सलहा बुजुर्ग पंचायत से दुर्दाना परवीन उर्फ चांदनी, सलहा चंदन पंचायत से राजेश कुमार और जगमोहरा से रुकसाना परवीन ने मुखिया पद जीत लिया है।
3. पटना के मोकामा की हाथीदह पंचायत से मुखिया पद पर शशिशंकर सिंह पहली दफा जीते।औंटा पंचायत से देवी देवी, दरियापुर पंचायत से शैलेंद्र प्रताप, मरांची उतरी पंचायत से गौरव कुमार, बरहपुर पंचायत से दुनिया देवी, घोसवरी प्रखंड की त्रिमुहान पंचायत से कौशल किशोर, सम्यागढ़ पंचायत से कुसुम देवी पहली बार मुखिया निर्वाचित। घोसवरी प्रखंड की गोसाईंगांव पंचायत से मुखिया पद पर पिंकी देवी निर्वाचित घोषित। पयजुना पंचायत से दिनेश गोप दूसरी बार मुखिया बने।
4. शिवहर जिले की सर्वाधिक प्रतिष्ठित सीटों में से एक जिला परिषद क्षेत्र संख्या सात से राम कृष्ण कुमार ने जीत दर्ज की है। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी संजय साहनी रहे। जबकि, निवर्तमान जिला पार्षद भोला साह को चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा। नवनिर्वाचित जिला पार्षद रामकृष्ण कुमार भाजपा के नेता हैं। शिवहर में जिला परिषद की सात सीटें है। इस बार सात में से एक जिला पार्षद मनीष कुमार ने अपनी जीत का क्रम बरकरार रखा। शेष छह जिला पार्षदों को अपनी सीट गंवानी पड़ी।
मधुबनी पंचायत चुनाव अपडेट: मधेपुर से जिला परिषद क्षेत्र संख्या 54 से कुमारी मिन्टी जीतीं। ये हैं अभी तक के निर्वाचित मुखिया:
मधेपुर की सुन्दर बिराजीत पंचायत से गणेश कुमार यादव
मधेपुर की मटरस पंचायत से गौड़ी देवी
मधेपुर की महिसाम पंचायत से निसात निजामी
मधेपुर की मधेपुर पूर्वी पंचायत से आशा देवी
घोघरडीहा की बिशनपुर पंचायत से किरण मिश्रा
घोघरडीहा की सुदैरतौली पंचायत से कुसुम सिंह
घोघरडीहा की सांगी पंचायत से अरहुलिया देवी
आज अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर अधिवक्ताओं, आर टी आई कार्यकर्ताओं व समाजसेवियों के संयुक्त तत्वाधान में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।इस कार्यक्रम का आयोजन पटना हाई कोर्ट के नजदीक स्थित बिहार स्टेट बार कॉउन्सिल परिसर में अपराह्न चार बजे किया गया।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस की स्थापना 10 दिसंबर, 1948 को यू एन ओ द्वारा की गई थी।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रसिद्ध समाजसेवी, गंगा बचाओ अभियान के अध्यक्ष विकास चंद्र उर्फ गुड्डु बाबा ने कहा कि अब आगे से और भी जोश – खरोश के साथ काम करूंगा।उन्होंने कहा कि उन्हें यह पता चला है कि राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज और राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज होते है। यह एक उत्साह बर्धक बात है।
उन्होंने यह भी कहा कि मानवाधिकार के क्षेत्र में काम किये जाने से न्यायालयों में मुकदमों की संख्या में भी कमी आएगी। इससे लोगों के बीच जागरूकता बढ़ेगी और लोगों का शोषण भी रुकेगा।
लोगों के जागरूक होने से अधिकारी भी कानून का दुरुपयोग नहीं कर पाएंगे, जोकि आम जन के लिए मददगार साबित होगा।
यह एक ऐसा कानून है जो जाति और धर्म को नहीं देखते हुए समान रूप से न्याय करता है। इस मौके पर अधिवक्ता अरुण कुमार ने बताया कि मानवाधिकार एक्ट वर्ष 1993 में आया और 1994 में लागू हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि लोग कुछ मामलों को हाई कोर्ट और सुप्रीम के समक्ष ले जाते हैं, जबकि वही काम मानवाधिकार में आसानी से हो जाएगा।लेकिन जागरूकता की कमी होने की वजह से मानवाधिकार में पहुँच नहीं पाते हैं।
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 28 अक्टुबर,2021 एक प्रस्ताव में पटना हाईकोर्ट के जज जस्टिस बीरेंद्र कुमार का स्थानांतरण पटना हाई कोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट किये जाने की अनुशंसा केन्द्र सरकार से की।लेकिन केंद्र सरकार ने इस सम्बन्ध मे अबतक कोई कार्रवाई नहीं की।
जस्टिस बीरेंद्र कुमार की पटना हाई कोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट के स्थानांतरण सम्बन्धी अधिसूचना अब तक केंद्र सरकार ने जारी नहीं की हैं।
अगर एक सप्ताह के भीतर जस्टिस बीरेंद्र कुमार के पटना हाई कोर्ट से राजस्थान हाईकोर्ट स्थानांतरित करने के सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के सम्बन्ध में केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी नहीं कि तो पटना में ये जनहित का मामला होगा।अतः केंद्र सरकार को इस सम्बन्ध में शीघ्र अधिसूचना जारी करनी चाहिए, ताकि सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की अनुशंसा के अनुसार जस्टिस बीरेंद्र कुमार का तबादला राजस्थान हाईकोर्ट हो सके।
पंचायत चुनाव के 10वें चरण की मतगणना आज सुबह 8 बजे से शुरू हो गई। यह शनिवार को भी जारी रहेगी। सुबह से ही मतगणना केंद्र के बाहर भीड़ लग गई है। बहुत जल्द परिणाम आने लगेंगे।
34 जिलों की 817 पंचायतों में बुधवार को मतदान हुआ था। मतदान के लिए 7,257 मतदान केंद्र बनाए गए थे, जिनमें से 509 नक्सल प्रभावित थे। 10वां चरण 18 जिलों के लिए चुनाव का अंतिम चरण है। 11 चरणों में हो रहे पंचायत चुनाव में आखिरी चरण में 20 जिलों के 38 प्रखंडों में चुनाव होगा। इस तरह से 10वें चरण के साथ 18 जिलों में चुनाव संपन्न हो जाएगा। इन जिलों में 10वें चरण के बाद चुनाव संपन्न हो जाएंगे। वो हैं बक्सर, रोहतास, कैमूर, गया, नवादा, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, शिवहर, किशनगंज, शेखपुरा, लखीसराय, अररिया, कटिहार, बांका, जमूई, मुंगेर और खगड़िया।
आज सुबह अमरीका के नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड की वेबसाइट पर हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं के बारे में पढ़ रहा था। इसकी कई रिपोर्ट बताती है कि यातायात परिवहन के जितने भी माध्यम हैं उनमें तुलनात्मक रुप से हेलिकॉप्टर सबसे असुरक्षित वाहन है।
इसके बाद भी हेलिकॉप्टर का प्रयोग करते ही हैं और अन्य कारणों से भी इसका इस्तेमाल होता है।इन रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कार से होने वाली दुर्घटनाओं से तुलना करें तो यह कम असुरक्षित है लेकिन लेकिन अन्य विमानों की तुलना में सबसे अधिक असुरक्षित है
अमरीका में 1999 से 2019 तक यानी 20 साल में 3000 से अधिक हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुए हैं। इनमें से बड़ी संख्या एयर एंबुलेंस की है। इन्हें हेलिकॉप्टर इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज़ HEMS कहा जाता है।
तमाम रिपोर्ट में हेलिकॉप्टर दुर्घटनाओं को HEMS और non HEMS में बांटा गया है। इन अध्ययनों के नतीजे बताते हैं कि एबुलेंस वाले हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने की संख्या ज़्यादा है लेकिन दूसरे हेलिकॉप्टर की संख्या भी कुछ कम नहीं है।
अमरिका में हर साल चार लाख मरीज़ HEMS के ज़रिए अस्पताल पहुंचाए जाते हैं। एक रिपोर्टर से पता चला कि जर्मनी में हेलिकॉप्टर वाले एयर एंबुलेंस का रिकार्ड ज़्यादा सुरक्षित है। ।
नेशनल ट्रांसपोर्ट सेफ्टी बोर्ड NTSB की साइट पर और गूगल में हेलिकॉप्टर को लेकर कई गंभीर रिपोर्ट हैं। मुझमें उनकी तकनीकि बारीकियों को समझने की क्षमता नहीं है फिर भी सरसरी तौर पर पढ़ने से यही समझ आया कि जिन कारणों से हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होते हैं उनमें मानवीय भूल की भी बड़ी भूमिका है।
जैसे पायलट पर पूरी तरह से निर्णय का अधिकार नहीं छोड़ा जाता है कि इस समय हेलिकॉप्टर उड़ेगा या नहीं। कमर्शियल कंपनियां उन पर दबाव डालती हैं कि उड़ा जा सकता है।
मौसम भी एक कारण और तकनीकि तो है ही। रात में उड़ने के वक्त भी हेलिकॉप्टर काफी दुर्घटनाग्रस्त होते हैं। एक रिपोर्ट में पढ़ने को मिला कि रात में होने वाली दुर्घटना में तकनीकि का कम रोल पाया गया है, नाइट विज़न का बड़ा रोल होता है।
यहां तो बहुत से लोग तकनीकि मामलों में दक्ष हैं, वही अगर इन रिपोर्ट को पढ़ें तो आम पाठकों को बेहतर तरीके से बता सकते हैं। कम जानने के कारण मुझसे चूक हो सकती है। मैंने इस मकसद से भी लिखा है कि किसी में जिज्ञासा उत्पन्न हो और वह बेहतर तरीके से सारी रिपोर्ट पढ़ कर लिखे जिससे सभी को फायदा पहुंचे।
लेखक —-रवीश कुमार
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सिर आज सेहरा सज गया है। गुरुवार सुबह से ही दिल्ली के साकेत स्थित मीसा भारती के सैनिक फार्म हाउस पर समारोह हो रहा है। सगाई के बाद जयमाला हो चुका है।
अब तेजस्वी यादव अपनी होने वाली अर्धांगिनी रेचल के साथ सात फेरे लेंगे। कार्यक्रम की तस्वीर जारी हो चुकी है। तेजस्वी और रेचल के साथ स्टेज पर बहन मीसा भारती भी दिख रही हैं।
तेजस्वी यादव और उनकी होने वाली दुल्हन रेचल की दोस्ती 7 साल पुरानी है। वह चंडीगढ़ के व्यवसायी की बेटी हैं और हरियाणा की रहने वाली हैं।
तेजस्वी यादव और उनकी प्रेमिका की दोस्ती बचपन की है। दोनों साथ में DPS, आरके पुरम में पढ़ते थे। वहीं, 2014 से करीब आ गए थे। दोस्ती प्यार में बदल गयी ।
पटना हाईकोर्ट ने दो बार आदेश होने के बावजूद राज्य सरकार की तरफ से जवाब दायर नही होने पर सीतामढ़ी के डीएम के खिलाफ प्रथम दृष्टया अवमानना का मामला करार देते हुए कोर्ट में हाज़िर होने का निर्देश दिया है । संजय कुमार झा याचिका पर जस्टिस चक्रधारी शरण सिंह ने सुनवाई की।
कोर्ट ने सीतामढ़ी डीएम को कोर्ट की अवमानना मामले में अपने जवाब के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया है ।याचिकाकर्ता के बाढ़ राहत कार्यों के सिलसिले में राज्य सरकार की तरफ से भुगतान लम्बित रखने के खिलाफ यह याचिका को दायर किया है ।
हाई कोर्ट ने पिछले तीन सुनवाई को बार बार जवाब तलब किया था ,लेकिन सरकार की ओर से कोई जवाब दायर नही हुआ था ।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सीतामढ़ी डीएम को स्पष्ट निर्देश दिया था कि यदि अगली सुनवाई तक जवाब नही दायर हुआ, तो डीएम को खुद कोर्ट में हाज़िर रहना होगा ।
आज सुनवाई में न तो जवाब दायर किया गया और न ही डीएम,सीतामढी कोर्ट में उपस्थित रहे। हाई कोर्ट ने इसे प्रथम दृष्टया अवमानना का मामला करार देते हुए यह आदेश दिया । मामले की अगली सुनवाई 15 दिसम्बर को होगी।
पंचायत चुनाव के 10वें चरण का मतदान जारी है। 34 जिलों की 817 पंचायतों में चुनाव है। सुबह 6 बजे ही मतदाताओं की भीड़ लगनी शुरू हो चुकी है। मतदान के लिए 7257 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, इनमें से 509 नक्सल प्रभावित हैं। शांतिपूर्ण मतदान के लिए पुलिस मुख्यालय की तरफ से लगभग 38 हजार पुलिस पदाधिकारियों और सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
10वें चरण में कुल 63 लाख 24 हजार 714 मतदाता वोट करने वाले हैं। इनमें 33 लाख 29 हजार 858 पुरुष मतदाता हैं, जबकि 29 लाख 94 हजार 648 महिला मतदाता हैं। वहीं, बांका से वोट करने पहुंचे 70 साल के सुखदेव यादव की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह सीढ़ी पर चढ़ रहे थे। तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।
वहीं, नवादा में महिला वोटर व महिला पुलिसकर्मी के बीच झड़प हो गई। घटना में महिला पुलिसकर्मी का सिर फट गया। मौके से 4 महिलाओं को गिरफ्तार किया गया। वहीं, गया में मतदान कर्मी को शराब के नशे में धुत होकर महिला पुलिस कर्मी से बदतमीजी करना भारी पड़ा। उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
नवादा में महिला वोटर्स से झड़प में घायल महिला पुलिसकर्मी का इलाज करतीं डॉक्टर।
मतदान लाइव अपडेट्स
भोजपुर के बड़हरा प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय, नूरपुर में मतदान केंद्र के बाहर हंगामा। प्रत्याशी के समर्थक व प्रत्याशी और सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के बीच नोकझोंक हो गई। एक दूसरे पर लगा रहे दूसरे को समर्थन करने का आरोप लगाया
गया के मोहनपुर प्रखंड के बैद्यनाथपुर बूथ पर तैनात नशे में धुत दो चुनाव कर्मी गिरफ्तार किए गए। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई है। हालांकि, चर्चा यह है कि नशे में धुत शराब कर्मी महिला पुलिसकर्मी के कमरे में घुसने की कोशिश कर रहे थे।
लेकिन, इस बात से पुलिस प्रशासन इनकार कर रहा है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि पकड़े गए दोनों चुनाव कर्मी नशे में थे और हंगामा कर रहे थे।
नवादा के रोह इंटर स्कूल मतदान केंद्र पर फोन से वीडियो बनाने से मना करने पर महिला मतदाता और पुलिसकर्मी के बीच झड़प हो गई। घटना में महिला पुलिस कर्मी सुमन कुमारी का सिर फट गया। घायल महिला सिपाही को रोह पीएससी में इलाज कराया गया। मौके से कुल 4 महिला मतदाता को हिरासत में लिया गया।
बांका में मतदान केंद्र पर 70 साल के सुखदेव यादव की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह सीढ़ी पर चढ़ रहे थे। तभी उन्हें दिल का दौरा पड़ गया।
नालंदा के मिल्कीपर गांव में एक युवक दर्जनों वोटर आई कार्ड के साथ पहुंचा था। त्वरित कार्रवाई में सोहसराय थाना क्षेत्र के महुआ टोला निवासी गुलाम मुस्तफा का पुत्र आदि आलम को 42 वोटर आई कार्ड के साथ हिरासत में लिया गया।
औरंगाबाद में देव प्रखंड के मलहरा गांव के बूथ संख्या 76 पर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। बूथ पर तनाव बढ़ गया है।
सुबह 6 बजे से ही मतदान केंद्रों पर वोटर्स पहुंचने लगे।
मुजफ्फरपुर के औराई में चौर मे टेंट में बना चलंत बूथ।
10वें चरण के मतदान के साथ इन 18 जिलों में खत्म होगा चुनाव
बिहार पंचायत चुनाव का दसवां चरण का बिहार के 18 जिलों के लिए चुनाव का अंतिम चरण है। 11 चरणों में हो रहे पंचायत चुनाव में आखिरी चरण में 20 जिलों 38 प्रखंड़ों में चुनाव है। इस तरह से दसवें चरण के साथ 18 जिलों में चुनाव होगा। जिन जिलों में 10वें चरण के बाद चुनाव संपन्न होगा।
ये जिले बक्सर, रोहतास, कैमूर, गया, नवादा, औरंगाबाद, जाहानाबाद, अरवल, शिवहर, किशनगंज, शेखपुरा, लखीसराय, अररिया, कटिहार, बांका, जमूई, मुंगेर और खगड़िया हैं।
भोजपुर के बड़हरा प्रखंड की ख्वासपुर में नाव से गंगा नदी पर कर मतदान करने जाते लोग।
वोटिंग के लिए नाव पर पार कर रहे गंगा नदी
10वें चरण का मतदान जारी है। भोजपुर के बड़हरा प्रखंड की ख्वासपुर पंचायत में मतदान केंद्र जाने के लिए ख्वासपुर गांव के लोगों को गंगा नदी पार करना है।
हालांकि, इसको लेकर लोगों में सुबह से ही उत्साह देखा जा रहा है। मतदान केंद्र पहुंचने के लिए नाव पर सवार होकर जा रहे हैं।
भोजपुर में मतदान केंद्र के बाहर लाइन में लगीं महिला मतदाता।
10वें चरण की सीटों पर एक हजार से अधिक अवैध हथियार जब्त
मतदान वाले जिलों में पुलिस की सख्ती जारी है। पुलिस मुख्यालय के मुताबिक चुनावी आचार संहिता लगाए जाने के बाद से अभी तक इन जिलों से एक हजार से अधिक अवैध हथियार पकड़े गए हैं।
5322 व्यक्तियों पर सीसीए के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव दिया गया है वही 3408 के खिलाफ निरोधात्मक प्रस्ताव पारित हुआ है। वाहन चेकिंग के दौरान 10 करोड़ 99 लाख से अधिक जुर्माना वसूला गया है।
12 लाख 61 हजार लीटर से अधिक शराब जब्त की गई है। मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए जिला पुलिस बल के साथ ही होमगार्ड, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस और सैप जवान लगाए गए हैं।
आपको बता दें कि कई जिलों में यह पंचायत चुनाव का आखिरी चरण होगा। राज्य के कुछ जिलों में 11वें चरण में भी चुनाव कराए जाएंगे।
अभी तक क्या खास रहा है
1–जमुई के लक्ष्मीपुर प्रखंड अंतर्गत दिग्घी पंचायत के बेलाटांड मध्य विद्यालय के प्रांगण में अज्ञात युवक द्वारा बम फोड़ा गया। घटना में किसी प्रकार के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है।
जमुई में ही वार्ड सदस्य के पति की हत्या के विरोध में लक्ष्मीपुर बाजार के करीब कोहबरबा मोड़ पर जाम करने की कोशिश में पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच हाथापाई होने की सूचना है।
स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। फिलहाल मुखिया सुलेखा देवी के नेतृत्व में एनएच 333 को कोहबरबा मोड़ के समीप जाम कर दिया गया है।
2—-अररिया के मध्य विद्यालय भगवानपुर के बूथ 184, 185 पर मारपीट व हंगामा को लेकर कुछ देर के लिए मतदान बाधित रहा। एसडीपीओ पुष्कर कुमार, जोनल मजिस्ट्रेट ने जाकर हंगामा शांत किया। कुछ लोग चोटिल हुए हैं।
3— नवादा के रोह इंटर विद्यालय बूथ पर महिला मतदाता और महिला पुलिसकर्मी के बीच झड़प हो गई. इस दौरान महिला पुलिसकर्मी घायल हो गई. जानकारी के अनुसार महिल बूथ पर मोबाइल फोन से वीडियो बना रही थी, मना करने पर महिला पुलिस से उलझ गयी. पुलिस ने मौके से चार महिला मतदाताओं को हिरासत में लिया है
4—आरा के नरगदा में मतदान बूथों पर दो गुटों में झड़प होने की खबर सामने आ रही है. मतदान केंद्र पर जमकर हंगामा हुआ. मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गयी. एक पक्ष का आरोप है कि पुलिस पक्षपात कर रही है।
पटना हाईकोर्ट में झंझारपुर के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एन्ड सेशंस जज अविनाश कुमार – I पर किये गए कथित आक्रमण और मारपीट की घटना के मामले पर सुनवाई की।
राज्य की सी आई डी को अगली सुनवाई में जांच कार्रवाई का विस्तृत ब्यौरा पेश करने का निर्देश जस्टिस राजन गुप्ता की खंडपीठ ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए दिया।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने इस मामले की जांच का सी आई डी को सौंपा था। कोर्ट ने इस मामलें पर सुनवाई करते हुए बिहार पुलिस के रवैये पर कड़ी नाराजगी जाहिर की।
कोर्ट ने राज्य सरकार से पूछा था कि मधुबनी के एस पी क्यों नहीं स्थानांतरित किया गया।कोर्ट ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि क्या पुलिस अधिकारी मनमानी कार्रवाई करेंगे।
कोर्ट ने सी आई डी को जांच का जिम्मा सौपा था और कहा कि इस मामले की जांच एस पी स्तर के अधिकारी करेंगे।साथ ही इस मामले की निगरानी सी आई डी के ए डी जी खुद करेंगे।
कोर्ट ने इस मामले मे सुनवाई में मदद करने के लिए वरीय अधिवक्ता मृगांक मौली को एमिकस क्यूरी नियुक्त किया है।
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने के दौरान मौखिक रूप से कहा कि आखिर पुलिस अधिकारियों ने लोडेड हथियार के साथ एक जज के चैम्बर में कैसे प्रवेश किया ?
इस मामलें पर सुनवाई के दौरान राज्य सरकार के महाधिवक्ता ने पिछली सुनवाई में स्पष्ट किया था कि राज्य की पुलिस दोनों पक्षों के मामलों को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से अनुसंधान करने में सक्षम है।
एड्वोकेट जनरल ने कहा कि यदि चाहे तो कोर्ट सी बी आई समेत किसी भी एजेंसी से मामले की जांच करवा सकता है। उल्लेखनीय है कि मधुबनी के डिस्ट्रिक्ट एन्ड सेशंस जज द्वारा 18 नवंबर, 2021 को भेजे गए पत्र पर हाई कोर्ट ने 18 नवंबर को ही स्वतः संज्ञान लिया है।
साथ ही साथ कोर्ट ने राज्य के मुख्य सचिव, राज्य के डी जी पी, राज्य के गृह विभाग के प्रधान सचिव और मधुबनी के पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी किया था।
मधुबनी के प्रभारी डिस्ट्रिक्ट एंड सेशंस जज द्वारा इस घटना के संबंध में भेजे गए रिपोर्ट के मद्देनजर राजन गुप्ता की खंडपीठ ने 18 नवंबर, 2021 को सुनवाई की।
ज़िला जज ,मधुबनी के द्वारा भेजे गए रिपोर्ट के मुताबिक घटना के दिन तकरीबन 2 बजे दिन में एस एच ओ गोपाल कृष्ण और घोघरडीहा के पुलिस सब इंस्पेक्टर अभिमन्यु कुमार शर्मा ने जज अविनाश के चैम्बर में जबरन घुसकर अभद्र व्यवहार किया था।
उनके द्वारा विरोध किये जाने पर दोनों पुलिस अधिकारियों ने दुर्व्यवहार करने और हाथापाई की।
दोनों पुलिस अधिकारियों ने उनपर हमला किया और मारपीट भी किया था। पुलिस अधिकारियों ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर निकालकर आक्रमण करना चाहा।
इस मामले पर अगली सुनवाई ,10 जनवरी,2022 को होगी।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की शादी को लेकर चल रही तमाम अटकलों पर विराम लग गया है।
तेजस्वी यादव की बहन रोहिणी आचार्य ने अब यह कन्फर्म कर दिया है ।
तेजस्वी यादव की शादी होने वाली है।
रोहिणी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इस शादी की पुष्टि की है।
तेजस्वी यादव की होने वाली दुल्हन का नाम भी सामने आ गया है। लड़की का नाम राजश्री है और हरियाणा के रेवाड़ी जिले के रहनेवाली है।
कल दिल्ली के सैनिक फॉर्म हॉउस में शादी है।
लड़की ईसाई धर्म की है।
पटना हाई कोर्ट ने शिवहर के जिलाधिकारी की बच्ची की कस्टडी को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए 20 दिसंबर 2021को तीन वर्ष की बच्ची को पेश करने का आदेश शिवहर के डी एम को दिया है।
जस्टिस अश्वनी कुमार सिंह की खंडपीठ ने शिवहर के जिलाधिकारी की पत्नी जी एस एस सितारा की हैबियस कॉरपस आपराधिक रिट याचिका पर सुनवाई की।
कोट ने डी एम की याचिकाकर्ता पत्नी और डी एम सज्जन राज शेखर को भी को उपस्थित रहने को कहा है। याचिका में जिलाधिकारी पर याचिकाकर्ता पर मारपीट का आरोप भी लगाया गया है।
याचिकाकर्ता की मां ने मारपीट की घटना को लेकर पुलिस में शिकायत भी की थी। कुछ आला अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद याचिकाकर्ता को मुजफ्फरपुर स्थित सर्किट हाउस में रखा गया।
इसके बाद शिवहर के जिलाधिकारी सर्किट हाउस आकर अपनी माँ के साथ रह रही दोनों नाबालिग बच्चों को ले गए। इसमें एक इनका डेढ़ – दो वर्ष का बेटा भी शामिल है।
याचिकाकर्ता को यह कहकर बच्ची को जिलाधिकारी ले गए थे कि बच्ची को कुछ दिनों के बाद वापस लौटा देंगे, लेकिन अभी तक वापस नहीं किये।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता सरोज कुमार शर्मा का कहना था कि हिन्दू गार्जियनशिप एक्ट की धारा 6 के अनुसार 5 वर्ष तक के बच्चे को कस्टडी का अधिकार मां को होता है।
इसी एक्ट की धारा 13 के अनुसार बच्चे का हित ही सर्वश्रेष्ठ सोच होगा। बच्ची को अभी देखभाल और स्नेह की आवश्यकता है।
माँ का प्यार सबसे ऊपर माना जाता है।
एक लेखिका अगाथा क्रिस्टी को उद्धरित करते हुए याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कहा कि एक मां अपने बच्चे के रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं का डटकर सामना करती है और बाधाओं को दूर कर देती है।
जिलाधिकारी का पक्ष अदालत के समक्ष वरीय अधिवक्ता अशोक चौधरी ने रखा।
इस मामले पर अगली सुनवाई 20 दिसंबर,2021,को होगी।
आज लोकसभा में शून्य काल के दौरान दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने दरभंगा सहित पूरे मिथिला क्षेत्र में डीएपी एवं यूरिया खाद की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया जी से आग्रह किया।
इस दौरान सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि दरभंगा सहित सम्पूर्ण मिथिला पूर्णतः बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। यहां उद्योग एवं कल – कारखानों के अभाव के कारण बरसात के समय बड़ी संख्या में लोग जीविकोपार्जन हेतु यहां से दूसरे राज्यों और महानगरों को पलायन कर जाते है।
सांसद श्री ठाकुर ने कहा कि मिथिला क्षेत्र में प्रमुख रूप से गेहूं, मक्का, तिलहन, दलहन आदि फसलों की खेती होती है और इस फसल की बुवाई में किसानों को डीएपी एवं यूरिया खाद की आवश्यकता विशेष रूप से होती है।
विदित हो कि क्षेत्र भ्रमण के दौरान सांसद को किसानों ने डीएपी(D.A.P) एवं यूरिया खाद की अनुपलब्धता दूर करने का मांग की थी। खाद की अनुपलब्धता के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिस कारण किसानों को कृषि कार्य मे नुकसान का भी सामना करना पर सकता है।
उन्होंने कहा कि दरभंगा सहित मिथिला क्षेत्र में अधिकांश किसान लघु और सीमांत किसान हैं और यदि समय रहते डीएपी(D.A.P) एवं खाद की उपलब्धता सुनिश्चित नही की गई तो उनकी आर्थिक स्थिति पर बुरा प्रभाव पड़ेगा।
सांसद ने लोकसभा के माध्यम से विभागीय मंत्री से डीएपी (D.A.P) एवं यूरिया खाद की अनुपलब्धता को दूर करते हुए पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करने का अनुरोध किया ताकि किसान अपनी फसल बुवाई निर्बाध रूप से कर सके।
बिहार में जहरीली शराब से मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है ।आज समस्तीपुर जिले के शिवाजीनगर थाना क्षेत्र के बल्लीपुर गांव में शराब पीने से तीन लोगों के मरने की खबर आ रही है।
जिला प्रशासन का कहना है पोस्टमार्टम के बाद बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेंगी की मौत का कारण क्या है हालांकि मौत की खबर से पूरे इलाके में सनसनी फैल गयी है क्यों कि जिसकी भी मौत हुई है वो सभी एक शादी समारोह में शामिल हुआ थे और वही शराब का सेवन किया था ।
बिहार के 8 मेडिकल कॉलेजों के लिए केंद्र 1090 करोड़ बिहार को उपलब्ध करा चुकी है
• पूर्णिया, छपरा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, सीवान, बक्सर, जमुई में मेडिकल कॉलेज केंद्र के सहयोग से
• राज्यसभा में सुशील कुमार मोदी के प्रश्न पर सरकार का जवाब
राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के एक प्रश्न के उत्तर में भारत सरकार की स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डाक्टर भारती प्रविण पवार ने बताया कि बिहार में कुल 8 मेडिकल कॉलेज पूर्णिया, छपरा, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, झंझारपुर, सीवान, बक्सर, जमुई में केंद्र की सहायता से खोलने की स्वीकृति दी गई है।
इसमें प्रथम चरण में पूर्णिया, छपरा एवं समस्तीपुर हेतु 189 करोड़ प्रति मेडिकल कॉलेज की दर से कुल 567 करोड़ की स्वीकृति दी गई है जिसमें 340 करोड़ केंद्र ने अपना हिस्सा बिहार सरकार को उपलब्ध करा दिया है।
दूसरे चरण में सीतामढ़ी, झंझारपुर, सीवान, बक्सर, जमुई हेतु प्रति मेडिकल कॉलेज 250 करोड़ की लागत से कुल 1250 करोड़ की स्वीकृति दी गई है जिसमें से 750 करोड़ केंद्रीय हिस्सा राज्य को उपलब्ध करा दिया गया है।
यानी कुल 8 मेडिकल कॉलेज हेतु केंद्र ने अपना हिस्सा 1090 करोड़ राज्य को दे दिया गया है। निर्माण का कार्य राज्य सरकार को कराना है।
बिहारियों की उपेक्षा नहीं, 14 करोड़ की आबादी को लेकर चलना होगा साथ, तभी होगा नये भारत का निर्माण
· लोकसभा में सांसद रुडी ने शून्यकाल के जोरदार तरीके से उठाया राज्य के पिछड़ेपन का मुद्दा
· नीति आयोग द्वारा जारी देश का पहला मल्टीडायमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स (बहुआयामी गरीबी सूचकांक-MPI) में बाल एवं किशोर मृत्यु दर सबसे अधिक, स्कूली शिक्षा, स्कूल में उपस्थिति और सेनिटेशन में भी बिहार का सबसे खराब स्थान
· बिहार में कुपोषितों की संख्या भी सबसे ज्यादा है, मातृत्व स्वास्थ्य से वंचित आबादी का प्रतिशत अधिक, कैसे बनेगा विकसित बिहार
· रुडी ने कहा कि मेरा राज्य पिछड़ा तो मैं भी पिछड़ा, 14 करोड़ की आबादी की नहीं की जा सकती उपेक्षा
नई दिल्ली, 07 दिसम्बर 2021 । बिहार भारत का अभिन्न अंग है। इसकी प्रगति देश की प्रगति है। 14 करोड़ बिहारियों के विकास को नजर अंदाज कर भारत को कभी विकसित नहीं माना जा सकता। नये भारत के निर्माण में बिहार की अनदेखी नहीं होनी चाहिए।
उक्त बात आज लोकसभा में बिहार के सारण से लोकसभा सदस्य और पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी ने लोकसभा में कही। उन्होंने इस दौरान नीति आयोग के आंकड़े का हवाला देते हुए बिहारियों के पिछड़ेपन पर सवाल उठाया। भाजपा सांसद रूडी ने नीति आयोग की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि गरीबी सूचकांक में बिहार सबसे नीचे है, तमिलनाडु सबसे ऊपर है।
उन्होंने कहा कि बिहार काफी पिछड़ गया है। देश तब तक नहीं बढ़ सकता है जब तक बिहार आगे नहीं बढ़ पाएगा। रूडी ने कहा कि एक पिछड़े राज्य का पिछड़ा व्यक्ति होने के नाते मै सरकार से मांग करता हूँ कि बिहार की इस स्थिति को लेकर जरूरी कदम उठाने चाहिए।
बता दें कि पिछले दिनों सदन में ही रुडी ने बिहार के पिछड़ेपन का मुद्दा उठाया था और कहा था कि यदि मेरा राज्य बिहार पिछड़ा है तो वहां का नागरिक होने के नाते मैं भी पिछड़ा हूँ।
सांसद रुडी ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया। रुडी ने कहा कि पिछड़े राज्य के पिछड़ा व्यक्ति होने के नाते मैं राज्य के पिछड़ेपन का मुद्दा उठा रहा हूँ। तमिलनाडु का उदाहरण देते हुए उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से सरकार को कहा कि सभी को यह जानकर आश्चर्य होगा कि बिहार राज्य की आबादी में गरीबी का अनुपात सबसे अधिक है। पूरे देश में सबसे गरीब हम हैं।
नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 28 राज्यों में राष्ट्रीय बहुआयामी गरीबी सूचकांक बिहार का 51.91 प्रतिशत है जबकि वहीं तमिलनाडु 4 प्रतिशत के अंदर है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बिहार में कुपोषित लोगों की संख्या सबसे अधिक है, पोषण के मामले में हम 52 प्रतिशत कम है।
रुडी ने सरकार का ध्यान आकृष्ट कराते हुए कहा कि बिहार की प्रगति के बिना देश की प्रगति संभव नहीं है। लगभग 14 करोड की आबादी की उपेक्षा कर देश आगे नहीं बढ़ सकता।
सदन के बार मीडिया से बात करते हुए सांसद रुडी ने कहा कि इतनी योजनाओं-परियोजनाओं के बावजूद आखिर क्या कारण है कि बिहार विकसित नहीं हो पा रहा है। बिहार में कुपोषितों की संख्या भी सबसे ज्यादा है।
मातृत्व स्वास्थ्य से वंचित आबादी का प्रतिशत, बाल एवं किशोर मृत्यु दर सबसे अधिक, स्कूली शिक्षा से वंचित आबादी, स्कूल में उपस्थिति और खाना पकाने के ईंधन तथा बिजली से वंचित आबादी के प्रतिशत के मामले में भी बिहार का सबसे खराब स्थान है। विदित हो कि 01 जनवरी 2015 को नीति आयोग का गठन वर्तमान राजग सरकार ने किया है।
नीति आयोग देश की नीति निर्धारण करने वाली सबसे बड़ी सरकार संस्था है। इसके अध्यक्ष पदेन प्रधानमंत्री होते है और उपाध्यक्ष नियुक्त किये जाते है। वर्तमान में राजीव कुमार उपाध्यक्ष है जिनके नाम का उल्लेख रुडी ने अपने वक्तव्य के दौरान किया।
नीति आयोग ने देश का पहला मल्टीडायमेंशनल पॉवर्टी इंडेक्स (बहुआयामी गरीबी सूचकांक-MPI) जारी किया है जिसके आंकड़ों के आधार पर सदन में सांसद रुडी ने उक्त बाते कही।
- दादाजी ने प्रण तोड़ी *
मेरे दादाजी गया के ख्यातिप्राप्त वकील थे। उन्होंने प्रण लिया था कि वे फौजदारी मुकदमा की प्रैक्टिस कभी नहीं करेंगे। उन्हें ऐसा लगता था कि फौजदारी मुकदमों में कानून से अधिक “लफ़्फ़ाज़ी” होती है। फलतः, वे केवल दीवानी मुकदमा ही करते थे।
एक दिन, उनका एक प्रिय मुवक्किल सुबह-सुबह, रोते-बिलखते उनके घर आया। “थानेदार ने मेरी पूरी इज़्ज़त गाँव के सामने उतार दी। वकील साहब कुछ कीजिए।”
दादाजी ने उसकी पूरी कहानी सुनी। थानेदार महोदय ने बिना वजह उसके घर की तलाशी ले ली थी। सारे ग्रामीण देखते रहे। बरामद कुछ हुआ नहीं। दरोगाजी अपना डंडा पटकते, मुस्कराते हुए चल दिए। उनका खुन्नस उतर चुका था।
ऐसी घटनाएँ तो आए दिन होती हैं, कौन सी बड़ी बात हो गई? यह क्या कम है कि दरोगाजी ने घर में कुछ ग़ैर कानूनी सामान रखकर उसे गिरफ़्तार नहीं कर लिया?
दादाजी के मुवक्किल ने ज़िद पकड़ ली कि उन्हें आज तो उनकी प्रतिष्ठा के लिए अपना कानून का अस्त्र उठाना ही होगा। उन्हें अपना प्रण तोड़ना ही होगा। दादाजी ने अपनी प्रतिज्ञा तोड़ी। इस फौजदारी मामले को उन्होंने दीवानी चोंगा पहनाया।
धारा 165 Cr.P.C. में दी गई प्रक्रिया, जिसके अनुसार पुलिस को बिना वारंट के घर सर्च करने का प्रावधान है, उसकी प्रक्रिया को पूरी तरह पुलिस कभी नहीं अपनाती। यह प्रक्रिया कानून में इसलिए दी गई है ताकि पुलिस नागरिक की निजता के अधिकार का हनन बिना वजह नहीं करें।
तलाशी से पूर्व, पुलिस को लिखना पड़ता है कि बिना वारंट के यह तलाशी क्यों ली जा रही है। यह कारण जस्टिसियेबल होते हैं। पुलिस बिना वारंट के सर्च करने को अपना कानूनी अधिकार मानती है। उसमें निहित शर्तों का पालन करने को अपना कर्त्तव्य नहीं।
दादाजी ने जिला जज के सामने, नागरिक की निजता के अधिकार के हनन का मामला, दीवानी चोंगे में रखा। न फौजदारी, न प्रशासनिक, न ही रिट के रूप में। तथ्य ऐसे थे कि दरोगाजी अपना बचाव नहीं कर पाए। दादाजी ने रिलीफ़ में माँगा कि दरोगाजी के वेतन से एक रुपया प्रति माह काट कर उनके मुवक्किल के खाते में कंपनसेशन के रूप में डाल दिया जाए।
ऐसा ही हुआ। पूरी नौकरी दरोगाजी को बिना कारण बताए, बिना वारंट के तलाशी लेना कचोटता रहा।
लेखक –अभयानंद पूर्व डीजीपी बिहार
पटना हाईकोर्ट ने राज्य सरकार के राजस्व विभाग द्वारा राज्य में 1767 रिक्त अमीन पदों पर बहाली के लिए जनवरी,2020 में निकाले गए विज्ञापन को रद्द कर दिया।जस्टिस पी बी बजन्थरी ने याचिकाकर्ता राम बाबू आजाद व् अन्य द्वारा दायर याचिकाओं पर सुनवाई की।
कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि इस विज्ञापन को रद्द कर तीन महीने के भीतर अमीन के रिक्त पदों को भरने के लिए नए सिरे से विज्ञापन प्रकाशित करें।
याचिकाकर्ता के ओर से कोर्ट में पक्ष प्रस्तुत करते हुए कोर्ट को बताया कि अमीन पद पर बहाली के लिए शैक्षणिक योग्यता के लिए जो योग्यता राज्य सरकार ने विज्ञापन में प्रकाशित किया था, वह प्रावधानों के अनुरूप नहीं था।
उन्होंने कोर्ट को बताया कि बिहार अमीन cadre रूल के अनुसार उम्मीदवार +2 उत्तीर्ण होने के साथ अमानत की डिग्री या आई टी आई द्वारा सर्वेयर की डिग्री प्राप्त होना चाहिए।
राज्य सरकार के राजस्व विभाग में जो विज्ञापन में शैक्षणिक योग्यता रखी थी,उसके अनुसार उम्मीदवार को मात्र +2 ही उत्तीर्ण होना ही पर्याप्त हैं।
उम्मीद्वारों ने राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित इस विज्ञापन को पटना हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करने चैलेंज किया।कोर्ट ने आज सभी पक्षों को सुनने के बाद इस विज्ञापन को रद्द करते हुए राज्य सरकार को नए सिरे अमीनो के रिक्त 1767 पर बहाली के लिए तीन माह नए सिरे से विज्ञापन प्रकाशित करने का आदेश दिया।
परिवारिक शादी के हैंगओवर से अभी ठीक से बाहर निकले भी नहीं है की एक खबर कल देर रात से ही नींद और चैन दोनों हराम किये हुए हैं वैसे खबर इसलिए महत्वपूर्ण है कि राज्य सरकार इन दिनों भ्रष्टाचार को लेकर काफी संवेदनशील है ऐसे में कुछ ऐसी बातें सामने आती है तो स्वाभाविक है तो सवाल नैतिकता का उठेगा ही ।
तीन दिन पहले पटना के होटल चाणाक्य में एक बर्थडे पार्टी का आयोजन हुआ था उस बर्थडे पार्टी में राज्य सरकार के कई मंत्री ,पूर्व मंत्री ,विधायक और आईएएस अधिकारी शामिल हुए थे,बर्थडे किसी बच्चे का नहीं था जीवन कुमार नाम के एक व्यक्ति का था जिसके फेसबुक प्रोफाइल पर लिखा है प्रदेश संयोजक हिन्दू जागरण मंच और उनके प्रोफाइल पर मौजूद फोटो से साथ लगता है कि बीजेपी नेताओं के इनके बेहतर रिश्ते रहे हैं और ये किसी ना किसी रूप में बीजेपी से जुड़े रहे हैं।इनका दूसरा परिचय है ये बालू खनन करने वाली कंपनी ब्रॉडसन के एमडी डॉ अशोक कुमार के बेटे हैं ।
लेकिन इस बर्थडे पार्टी की और मीडिया का ध्यान इसलिए केन्द्रित हुआ कि इस पार्टी में दल की कोई सीमा नहीं थी सभी दल के विधायक,मंत्री और बड़े नेता इनके जन्मदिन पार्टी से शामिल हुए थे ,कई आईएएस अधिकारी और बिहार के अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोग भी मौजूद थे और दूसरी बात इस पार्टी की सूचना के बाद आर्थिक अपराध से जुड़ी सरकार की सभी ऐन्जसी के साथ सक्रिय हो गयी है ऐसे में स्वाभाविक है मीडिया का ध्यान उस पार्टी की और आकृष्ट होगा ही ।
हलांकि यह सूचना जैसे ही बाहर आयी जीवन कुमार अपने फेसबुक प्रोफाइल से बर्थडे पार्टी से जुड़ी तमाम वीडियो और फोटो को डिलीट कर दिया है।
वैसे जीवन कुमार के बारे में जो जानकारी प्राप्त हो रही है वो चौकाने वाली है इनकी पत्नी पटना जिला के जिला परिषद अध्यक्ष थी इस बार वो चुनाव हार गयी है । जहां के रहने वाले हैं उस इलाके के हर किसी के जुवान पर इनके परिवार के 15 वर्षो में अरबपति बनने की खबर जुवाने आम है ।
ऐसे में इनके जन्मदिन के मौके पर आयोजित पार्टी में जिस आत्मीयता के साथ मंत्री ,विधायक और आईएएस अधिकारी शामिल हो रहे हैं उसके सहारे बहुत कुछ समझा जा सकता है ।