पटना समेत विभिन्न जिलों में अबतक कुल 145 प्राथमिकियाँ दर्ज की गई । 804 अराजक तत्वों को किया गिरफ्तार, हिंसा ..आगजनी…सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने तोड़ फोड़ करने के साथ अफवाह फैलाने के आरोप में किया गया गिरफ्तार।
जिन व्यक्तियों एवं युवाओं की इन घटनाओं में संलिप्तता पाई जाएगी उनके विरुद्ध कठोर वैधानिक कार्रवाई की जाएगी …. PHQ।
Bihar police पुलिस मुख्यालय ने राज्यवासियो से की अपील:-
अपने बच्चों को किसी के बहकावे में आकर हिंसक गतिविधियों में सम्मिलित होने से रोकें।
कोई भी गलत कदम छात्रों के भविष्य को प्रभावित कर सकता है अफवाहों पर कृपया नहीं ध्यान दें।
वर्तमान स्थिति को देखते हुए राज्य के 17 जिलों में इन्टरनेट सेवा है निलम्बित।
राज्य में विधि व्यवस्था संधारण हेतु पुलिस मुख्यालय के द्वारा बिहार पुलिस बल के अतिरिक्त अर्ध सैनिक बलों की विभिन्न जिलों में प्रतिनियुक्ति की गई है।
बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा आम जनता से शान्ति बनाए रखने तथा प्रशासन का सहयोग करने की अपील की गई है।
अग्निपथ को लेकर आज चौथे दिन भी पूरे देश में हंगामा जारी है वही बिहार में सुबह से ही छात्र अपने अंदाज में तोड़फोड़ और आगजनी की घटना को अंजाम दिए जा रहे हैं। इस बीच दिल्ली से खबर ये आ रही है की केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के तमाम सीनियर अधिकारियों को अपने आवास पर बुलाया है और उनसे अग्निपथ योजना को लेकर उत्पन्न हालात पर चर्चा कर रहे हैं ।वही मीडिया इस मसले को ऐसे दिखा रहा है कि यह समस्या सिर्फ बिहार का है जबकि इसको लेकर पूरे देश में हंगामा हो रहा है ।
1—मोदी से देश की जनता लड़ रही है
2014 में जब से मोदी देश के प्रधानमंत्री बने हैं तब से मोदी ने देश,जनता और संविधान की विरुद्ध जितने भी फैसले लिए हैं उस फैसले साथ लोकतंत्र का स्तम्भ कहे जाने वाला मीडिया ,न्यायपालिका और ब्यूरोक्रेसी पूरी तौर पर मोदी के फैसला के साथ खड़ा रहा है वही इस देश में मोदी के साथ साथ जो एक नया वर्ग पैदा लिया है जिसे हम लोग गोबर वीर कहते हैं ये वीर ऐसा है जो मोदी फैसला लिए नहीं कि उनके फैसले के पक्ष में पहले राजा के दरबार में जो भाट रहा करता था उसी भाट के तरीके से गुन गुन करना शुरू कर देता है।विपंक्ष का हाल यह है कि वो अभी भी इसी उम्मीद में बैठा है कि जनता तस्तरी लाकर उसे सत्ता दे दे।
इतनी प्रतिकूल परिस्थिति के बावजूद इस देश की जनता में आज भी इतनी ताकत बची हुई है जिसके सहारे मोदी जैसे मजबूत प्रधानमंत्री को नोटबंदी,जीएसटी ,सीसीए एनआरसी और किसान बिल जैसे नीतिगत फैसलों में सुधार लाने को मजबूर किया है जिसके अच्छाई को लेकर मीडिया ,ब्यूरोक्रेसी और गोबर वीर 24 घंटे स्तुतिगान कर रह थे ।
2—अग्निवीर योजना में भी सुधार का सिलसिला शुरु हो गया है
मोदी के आठ वर्षो के शासनकाल पर गौर करिएगा तो यह महसूस होगा कि नीतिगत फैसले ऐसे लेते हैं जैसे कोई इभेन्ट हो ।कोई चर्चा नहीं कोई विचार नहीं बस अचानक घोषणा कर देना है नोटबंदी से शुरू करिए और अग्निवीर तक पहुंच जाइए ,घोषणा पहले हुआ और जैसे ही हंगामा हुआ सरकार निर्णय में बदलाव लाना शुरु कर दिया ये सरकार के कामकाज का तरीका नहीं है क्यों कि किसी भी नीतिगत निर्णय लेने से पहले सरकार को संसद या फिर संसदीय कार्य समिति है जिसमें चर्चा करनी चाहिए इससे बहुत सारी बाते पब्लिक डोमेन आनी शुरु हो जाती है लेकिन मोदी को इस लोकतांत्रिक तरीके पर भरोसा ही नहीं है और यही समस्या है जिसके कारण मोदी को कई फैसले वापस लेना पड़ा है ।योजना की घोषणा के बाद से अभी तक दो सुधार हो चुके हैं और जिस तरीके से देश की राज्य सरकार मोदी के इस फैसले पर सवाल खड़े करने लगे हैं इससे लग रहा है कि आने वाले समय में कई और सुधार हो सकते हैं ।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि अभी भी भारत सरकार के नौकरी में 10 प्रतिशत सेना को आरक्षण है लेकिन 2014 के बाद केन्द्र सरकार जिस तरीके से लगातार वैकेंसी में कभी कर रहा है ऐसे में पूर्व सैनिकों को 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ कहा मिल रहा है, लाखों सैनिक अभी बेरोजगार है जो पेंशन के सहारे जीवन यापन करने को मजबूर है वही नौकरी को लेकर सरकार की जो नीति है उसमें आने वाले समय में सरकारी नौकरी पुलिस और अर्धसैनिक बल को छोड़ दे तो अधिकांश सेक्टर का तो निजीकरण होने जा रहा है ऐसे में जो कहां जा रहा है कि पूर्व सैनिकों को नौकरी मिलेगा वो कहां सम्भव है बात निजी सेक्टर की करे तो सेना को ऐसा क्या पढ़ाया जाएगा जिनके सहारे वो निजी सेक्टर में नौकरी लेने में कामयाब हो सकते हैं वहां तो और भी प्रतियोगिता है मोदी भक्त एक पूर्व सैनिक के शब्दों में कहे तो यह फैसला देशद्रोह के समान है ।
3—अग्निवीर सिर्फ बिहार का मसला नहीं है
पूरा देश का यूथ इस फैसले के खिलाफ है ये बात सही है कि अग्निवीर के खिलाफ सबसे उग्र प्रतिक्रिया बिहार से ही शुरु हुआ है और आज भी जारी है लेकिन इस योजना के खिलाफ सिर्फ बिहार के ही बच्चे हैं ऐसा कतई नहीं है ,यूपी सहित देश के अन्य राज्यों में भी विरोध हो रहा है वहां के बच्चे सबसे अधिक सेना में, हां विरोध का तरीका अलग अलग है जरूर है ।
पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री तथा राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा कई राज्य सरकारों ने अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्र पुलिस बल और अन्य सेवाओं में प्राथमिकता देने की घोषणा की है। ऐसी पहल बिहार सरकार को भी करनी चाहिए।
भाजपा विधायकों पर हमले और कार्यालयों में आगजनी- तोड़फोड़ करना निंदनीय
युवा किसी के बहकावे में आकर राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुकसान न पहुँचायें
श्री सुशील मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे किसी के बहकावे में आकर सेना की अग्निपथ भर्ती योजना के विरुद्ध आगजनी और राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने जैसी कार्रवाई में शामिल न हों।
श्री मोदी ने छपरा के भाजपा विधायक डाक्टर सीएन गुप्ता के घर पर हमला, वारसलीगंज की विधायक अरुणा देवी की गाड़ी को निशाना बनाने, नवादा के भाजपा कार्यालय में आगजनी और मधुबनी कार्यालय में तोड़फोड़ की घटनाओं की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा कि सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं की आड़ में सक्रिय असामाजिक तत्वों पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
आज बिहार के जिन 17 जिलों में अग्निपथ योजना को लेकर सबसे ज्यादा हंगामा हुआ है वो वही जिले हैं जहां से भारतीय सेना में सबसे ज्यादा युवा भर्ती होते हैं हंगामा को लेकर जब इन युवा से बातचीत की गई तो पता चला कि मामला सिर्फ अग्निपथ योजना ही नहीं है पूर्व में चयनित छात्रों का क्या होगा या फिर जिनका उम्र 21 वर्ष से ज्यादा हो गया है उसको मौका मिलेगा की नहीं ।
1—सेना में चयनित छात्रों का क्या होगा आन्दोलन कर रहे हजारों ऐसे छात्र हैं जिनका सेना में चयन हो गया है और अब सिर्फ मेडिकल बचा हुआ है ऐसे चयनित छात्रों की बहाली होगी की नहीं इसको लेकर सैन्य अधिकारी मौन है मुजफ्फरपुर ,आरा ,बक्सर में जो हंगामा हुआ है उस हंगामे में ऐसे छात्रों की भी संख्या है ।
2—जिन छात्रों का 21 वर्ष से ज्यादा हो गया उसका क्या होगा आन्दोलन कर रहे छात्रों में ऐसे छात्र भी हैं जिनका उम्र 21.6 वर्ष से ज्यादा हो गया है उनका कहना है कि सेना पूर्व में जो बहाली करती थी उसमें 28 वर्ष अधिकतम उम्र सीमा निर्धारित था वो बहाली अब होगी की नहीं अगर नहीं होगी तो हम लोग जो चार वर्ष, पांच वर्ष से मेहनत कर रहे हैं उसका क्या होगा ।
छात्रों का कहना है कि ऐसा कभी हुआ है की परीक्षा प्रणाली में बदलाव करते ही उसी सत्र से लागू कर दिया गया हो ,ऐसा कभी नहीं हुआ है परीक्षा में किसी भी तरह का बदलाव होता है तो घोषणा के दो से तीन वर्ष बाद उसको लागू किया जाता है ताकि वर्तमान में जो छात्र तैयारी कर रहा है उसको नुकसान ना हो लेकिन यहां तो घोषणा के साथ ही लागू कर दिया गया जो सही नहीं है ।
3– खेत खाए गदहा मार खाये जोलहा बिहार सरकार भी अग्निवीरों को भर्ती में प्राथमिकता देने की घोषणा करे–सुशील मोदी पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री तथा राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तथा कई राज्य सरकारों ने अग्निवीरों को केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और अन्य सेवाओं में प्राथमिकता देने की घोषणा की है। ऐसी पहल बिहार सरकार को भी करनी चाहिए।
4- आन्दोलनकारियों के निशाने पर है बीजेपी
भाजपा विधायकों पर हमले और कार्यालयों में आगजनी- तोड़फोड़ करना निंदनीय–- सुशील कुमार मोदी बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने युवाओं से अपील की कि वे किसी के बहकावे में आकर सेना की अग्निपथ भर्ती योजना के विरुद्ध आगजनी और राष्ट्रीय संपत्ति को नुकसान पहुँचाने जैसी कार्रवाई में शामिल न हों।
श्री मोदी ने छपरा के भाजपा विधायक डाक्टर सीएन गुप्ता के घर पर हमला, वारसलीगंज की विधायक अरुणा देवी की गाड़ी को निशाना बनाने, नवादा के भाजपा कार्यालय में आगजनी और मधुबनी कार्यालय में तोड़फोड़ की घटनाओं की कड़ी निंदा की।
उन्होंने कहा कि सेना में भर्ती के इच्छुक युवाओं की आड़ में सक्रिय असामाजिक तत्वों पर प्रशासन को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
किसी भी तरह की हिंसा को जायज नहीं ठहराया जा सकता है लेकिन छात्रों का जो संदेह है उसको दूर करने के लिए सरकार को तुरंत पहल करनी चाहिए ।