पटना । पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि सत्ता में आते ही राजद “भूरा बाल साफ करो” के लालू-मंत्र पर खुल कर काम करने लगा। सरकार के एक मंत्री ने रामचरित मानस की निंदा की और दूसरे मंत्री पूरे सवर्ण समाज को अंग्रेजों का दलाल बता कर समाज को अगड़े-पिछड़े में बाँटने का एजेंडा चला रहे हैं। राजद कभी “माई ” से बाहर आकर “ए-टू-जेड” की पार्टी नहीं बन सकता।
- मंदिर, मानस और सवर्णों की निंदा करने वाले लोग “फूट डालो-राज करो” की नीति पर
- गरीब सवर्णों को 10 फीसद आरक्षण का विरोधी राजद केवल “माई”की पार्टी
- नीतीश कुमार और उनकी पार्टी उन्माद फैलाने वाले मंत्रियों के आगे बेबस
श्री मोदी ने कहा कि स्वाधीनता की लड़ाई में बाबू कुँवर सिंह से लेकर जयप्रकाश नारायण तक सवर्ण समाज की अनेक विभूतियों ने संघर्ष किया, जेल गए और नये भारत के निर्माण में योगदान किया। इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की सरकार ने जब सवर्ण समाज के गरीब लोगों को 10 फीसद आरक्षण दिया, तब राजद ने इसका भी विरोध किया।



श्री मोदी ने कहा कि “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” लेकर देश की सबसे बड़ी पार्टी
भाजपा में आज मंडल और कमंडल पूरी एकजुटता से साथ हैं। हम उन ताकतों से लड़ रहे हैं, जो देश की अखंडता और समाज की एकता पर आघात करते हैं।
उन्होंने कहा कि राजद खुद अंग्रेजों की ” फूट डालो-राज करो” की कुटिल नीति का गुलाम है। इस मंशा को भाजपा कभी सफल नहीं होने देगी।
श्री मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार का जदयू जब लालू प्रसाद के गोड़ पर गिर चुका है और उसके विद्वेष फैलाने वाले मंत्रियों के आगे मुख्यमंत्री बेचारे हैं, तब नफरती राजनीति का जवाब सिर्फ भाजपा ही दे सकती है।
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