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ट्रेन की चपेट में आने से वृद्ध व्यक्ति की मौत

मखदुमपुर। शनिवार के दिन ट्रेन से कटका एक वृत्त व्यक्ति की मौत हो गई, वही मृतक की पहचान नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है के वृद्ध व्यक्ति मखदुमपुर जमुना नदी स्थित लोहे का रेलवे पुल पार कर रहा था ।

इसी दौरान गया से पटना की ओर जा रही मेमू सवारी गाड़ी आ गई और वृद्ध व्यक्ति ट्रेन की चपेट में आ गया । जिससे वह नदी के नीचे गिर गया । ट्रेन की चपेट में आने से वृद्ध व्यक्ति बुरी तरीके से कट गया, वही हादसा होने के करीब 1 घंटे तक रेल प्रशासन घटनास्थल पर नहीं पहुंचा है।

ग्रामीणों ने बताया के रेलवे को इसकी सूचना दे दी गई है। वही वृद्ध व्यक्ति की खबर लिखने तक पहचान नहीं हो सकी है।

अररिया के परमान नदी में डूबने से 3 युवतियों की मौत,गांव में पसरा मातम

अररिया के बैरगाछी थाना OP के रामपुर मोहनपुर गांव में नदी पार करते वक्त 3 युवती की मौत से इलाके में मातम पसरा हुआ है।

ग्रामीण और परिजनों ने बताया कि दिनचर्या की तरह रोजाना मकई लेने के लिए नदी पार कर जा रही थी तभी 2 बहने डूबने लगी। दोनों को बचाने में तीसरी बहन भी नदी में कूद पड़ी और तीनों बहनों की मौत डूबने से हो गयी।

आनन-फानन में ग्रामीणों ने शव को बाहर निकाला। गांव में भीड़ उमड़ पड़ी है और अररिया सीओ मौके पर पहुंच गए हैं। अररिया SDM ने बताया कि तीनों को पोस्टमार्टम करवाकर आपदा राशि शीघ्र दे दी जाएगी।

शादी के दो वर्ष बाद ही छोड़ दिया संसार, पति से संबंधों में थी कड़वाहट

पटना । पटना के अगमकुआं थाना क्षेत्र के चैतन्य नगर में एक नवविवाहिता ने गले में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दिए जाने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए नालंदा मेडिकल कॉलेज भेज दिया है।

मृतका की पहचान चैतन्य नगर निवासी अजय प्रसाद श्रीवास्तव की 24 वर्षीया पुत्री अंकिता आनंद उर्फ तितली के रूप में की गई है। बताया जाता है कि 2 वर्ष पूर्व अंकिता आनंद की शादी झारखंड के धनबाद निवासी अभिषेक कुमार के साथ संपन्न हुई थी, लेकिन शादी के कुछ दिनों के बाद से ही वह अपने मायके में रह रही थी।

बताया जाता है कि पति से अच्छे संबंध नहीं होने के कारण वह डिप्रेशन की शिकार थी। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि डिप्रेशन में आकर उसने खुदकुशी कर ली। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुटी है।

घटना के संबंध में पूछे जाने पर पुलिस ने अनुसंधान की बात दोहराते हुए वरीय अधिकारियों का हवाला दे, इस संबंध में कुछ भी बोलने से सीधे तौर पर इंकार कर दिया है।

समस्तीपुर पुलिस बलात्कारी बाप के साथ खड़ा है

एसपी ,समस्तीपुर
आप यंग हैं ऊर्जावान है ये अलग बात है कि आपको मनपसंद कैडर नहीं मिला लेकिन आईएस से बड़ी जिम्मेवारी आपको मिला है ,आपकी पोस्टिंग समस्तीपुर कैसे हुई है मुझे पता है।

कभी मौका मिले तो आपके पीछे आप से पूर्व जो भी एसपी बने है उस सूची पर गौर करेगें 1991 से लेकर 2021 के दौरान गिनती के चार पाँच डाइरेक्ट आईपीएस अधिकारी की पोस्टिंग हुई है उसमें आप सौभाग्यशाली है कि एसपी के रूप में आपका दूसरा पोस्टिंग समस्तीपुर है बहुत टफ टास्क आपको मिला है ।

अब विषय पर आते हैं रोसड़ा रेप मामले की जानकारी आपको है ही मुझे नहीं पता क्यों लेकिन आपकी रोसड़ा पुलिस पीड़ित लड़की को सहयोग करने वाले के खिलाफ हाथ धोकर पीछा पड़ गया है और पुलिस उसको भी अभियुक्त बना दिया है ।

आप उस पीड़िता की मन:स्थिति को समझ सकते हैं छह वर्ष से उसका बाप उसको हवस का शिकार बना रहा है इसकी जानकारी माँ ,नाते रिश्तेदार सबको था लेकिन किसी ने लड़की का साथ नहीं दिया अंत में लड़की महिला हेल्प लाइन में शिकायत की रोसड़ा पुलिस कार्यवाही करने के बजाय उसके बाप से ही मिल गया ऐसे में लड़की वो कदम उठायी जो कोई सोच नहीं सकता है ।

Editorial

बाप द्वारा रेप करने का वीडियो खुद बनाती है कैमरा छुपा कर और फिर उस वीडियो को अपने ममेरा भाई को भेजती है और मदद की गुहार लगाती है , उसका भाई पोर्टल में काम करने वाले पत्रकार से मदद मांगता है ।

पोर्टल वालो को जो समझ में आया उस तरीके से खबर को चलाया ये अलग बात है कि रोसड़ा पुलिस के संज्ञाण में आने के बावजूद तीन दिनों तक रोसड़ा पुलिस पीड़िता से सम्पर्क करने के बजाय उसके बाप से सौदाबाजी करता रहा ।

मामला जब पटना के मीडिया के पास आयी उसके बाद पुलिस एक्सन में आयी ।

लेकिन सवाल यह है कि लड़की के भाई को पोस्को एक्ट में कैसे जेल भेज दिए लड़की अभी बालिक है वीडियो एक सप्ताह पहले बना है उसका बाप छह वर्ष से रेप कर रहा था उस समय लड़की नबालिक थी तो बाप पर पोस्को एक्ट लगा लेकिन लड़की के भाई पर पोस्को एक्ट लगा समझ से पड़े है।

फिर जो पत्रकार खबर चलाया उस पर रंगदारी मांगने का मुकदमा कर दिया पुलिस का यह एक्सन दिखता है कि पुलिस अभी भी अपराधी के साथ खड़ा है ,पुलिस इस मामले में लड़की को सहयोग करने वाले लोगों को डरा रही है ताकी कोई न्याय के साथ खड़ा ना हो।

हो सकता है लड़की कल कोर्ट में अपना बयान भी बदल दे क्यों कि समाज और परिवार का एक बड़ा तबका लड़की के बाप को बचाने में लगा है फिर भी एक पुलिस अधिकारी की जिम्मेवारी बनती है कि न्याय में सहयोग करने वाले के साथ खड़े हो वैसे भी अब लोग इस तरह के मामले में बचता है ।

सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने पटना हाईकोर्ट में नए जजों की नियुक्ति हेतु न्यायिक पदाधिकारी कोटे से 7 नामों की अनुशंसा की है

इनमें न्यायिक पदाधिकारी कोटे से शैलेंद्र सिंह, अरुण कुमार झा , जितेंद्र कुमार ,अलोक कुमार पाण्डेय, सुनील दत्त मिश्रा, चंद्र प्रकाश सिंह एवं चंद्र शेखर झा के नाम शामिल हैं ।

इन नामों पर केंद्र सरकार की स्वीकृति के बाद पटना हाईकोर्ट में जजों की संख्या बढ़ कर 34 हो जाएगी । पटना हाईकोर्ट में जजों के कुल स्वीकृत पद 53 हैं जिसमें से केवल 27 जज ही कार्यरत हैं ।

वरीय अधिवक्ता और एडवोकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष योगेश चंद्र वर्मा ने इसका स्वागत किया हैं।उनका कहना है कि पटना हाईकोर्ट में न सिर्फ जजों के रिक्त पदों को भरे जाने की जरूरत हैं,बल्कि जनसंख्या के अनुपात में जजों की संख्या बढ़ाने की भी काफी आवश्यकता है।

मांगों को लेकर 100दिन से धरना जारी, दो मांगें मानी गई, एक का इंतजार

तीन सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 100वें दिन भी जारी रहा। शुक्रवार को सौवें दिन धरना में दर्जनों महिलाएं भी शामिल होकर सड़क और अस्पताल के लिए अपनी आवाज बुलंद की।

लोगों ने कहा कि 100 दिन हो गए हालांकि दो मांगें पूरी हुई हैं। ग्रामिणों ने कहा कि सड़क और अस्पताल के बिना हमलोगों को जिदगी बड़ी मुश्किल में कट रही है। किसी महिला को प्रसव पीड़ा होने पर सड़क के अभाव में अस्पताल तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।

बरसात में तो आवागमन पूरी तरह बंद हो जाता है। ऐसे में प्रसूताओं को जहानाबाद या मखदुमपुर में रिश्तेदारों के यहां शरण लेना पड़ता है। सड़क के अभाव में हमारी बेटियों उच्च शिक्षा के लिए गांव से बाहर नहीं जा पातीं।

स्वामी की शव यात्रा में उमड़ा आस्था का जन सैलाब, अंतिम यात्रा में हज़ारों लोग पहुंचे

बिहार के जहानाबाद के हुलासगंज स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के मठाधीश श्री रंग रामानुजाचार्य जी महाराज का पार्थिव शरीर मठ में पहुँचते भारी भीड़ उमड़ पड़ी।

उनकी लोकप्रियता और प्रभाव अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी शव यात्रा में भावनाओं का जनसमन्दर उमड़ पड़ा।आज अंतिम यात्रा निकाली गई जिसमें दूर-दूर से उनके अनुयाई और चाहने वाले पहुंचे हुए थे महाराज ने अपने शिष्य परंपरा में सभी वर्गों के लोगों को शामिल करने का प्रयास किया चाहे कोई भी जाति का व्यक्ति हो अगर वैष्णव धर्म में आस्था रखता हो तो उन्होंने उसे अपने शिष्य के रूप में स्वीकार करने में कोई हिचकिचाहट नहीं दिखाई ।

यही कारण है की हुलासगंज स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर की ख्याति सुदूरवर्ती क्षेत्रों में निरंतर बढ़ती गई। इनकी सबसे बड़ी उपलब्धियों में संस्कृत कॉलेज की स्थापना और नशामुक्ति अभियान रहा। इनकी पहल से हजारों गाँव के युवाओं ने मांस मदिरा का त्याग कर दिया ।

गौरतलब है कि हुलासगंज स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के मठाधीश श्री रंग रामानुजाचार्य जी महाराज का गुरुवार की दोपहर निधन हो गया। पटना के एक न‍िजी अस्‍पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली।

पूजा सिंघल के करीबी के ठिकाने पर भारी मात्रा में कैश बरामद, पैसे गिनने वाली मशीन बुलाया गया

रांची /दिल्ली । पूजा सिंघल के करीबी के ठिकाने पर भारी मात्रा में कैश बरामद। सेंट्रल बैंक के अधिकारियों को पैसे गिनने वाली मशीन के साथ गिनती के लिए बुलाया गया।

ईडी के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, आय से अधिक संपत्ति मामले व खान लीज मामले में छापेमारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि सुबह से जारी रेड में पूजा सिंघल के करीबी चाटर्ड अकाउंटेंट के दिल्ली स्थित ठिकाने से करोड़ों का कैश बरामद हुआ है।

रुपये की गिनती के लिए बैंक कर्मियों को बुलाया गया है. दिल्ली में ही नोट गिनने वाली मशीन से गिनती का काम शुरू कर दिया गया है।

गुम हुआ पालतू तोता तो परेशान परिवार ने शहर में चिपकाया इश्तेहार, ढूंढ कर लाने वालों को 51 सौ रुपये इनाम देने का किया ऐलान

गया । पिछले 12 वर्षों से एक तोता को पाल रखे परिवार 1 महीने से काफी परेशान है। दरअसल गया के शहर पीपरपांती मोहल्ला के रहने वाले बिजनेस मैन श्याम देव गुप्ता और उनकी पत्नी नीता गुप्ता अपने पालतू तोता के गुम होने से काफी परेशान हैं।

पटना में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे इनकी बेटी भी बार-बार तोता का हाल-चाल जानने अपने माता-पिता को फोन कर रही है. बेटा भी बाहर में रहकर पढ़ाई कर रहा है. लेकिन इन दिनों उसका मन भी पढ़ाई में नहीं लग रहा है। क्योंकि तोता गुम हो जाने के कारण वह भी काफी परेशान है। पूरा परिवार उक्त तोता से काफी लगाव रखता था।

खाली पिंजरे को सामने रख कर लोग गम में डूबे हैं। हाल यह है कि खाली पिंजरे में तोता के लिए खाना पानी अभी भी लोग दे रहे हैं।

नीता गुप्ता बताती हैं कि रसोई की पहली रोटी वह तोता को ही देती थी। अब तोता नहीं रहने के बावजूद भी वे उसी प्रकार रसोई की पहली रोटी पिंजरा में रखती हैं और शाम को निकाल कर उसे गाय को खिला देती है। तोता गुम होने से परेशान नीता गुप्ता कैमरा के सामने फफक-फफक कर रोने लगी।

बताया कि रात में अक्सर उन्हें नींद नहीं आती है। तोता की खोज के लिए यह दंपत्ति काफी परेशान हैं। व्हाट्सएप, फेसबुक जैसे सोशल मीडिया का भी सहारा ले रहे हैं। साथ ही पोस्टर छपवा कर शहर के कई स्थानों पर इन लोगों ने चिपकाया है। जिसमें कहा गया है कि तोता का पता बताने वालों को 51 सौ रुपये इनाम स्वरूप देंगे।इश्तेहार में इन्होंने अपना मोबाइल नंबर और पता भी दिया है। तोता नहीं मिलने के कारण उनका परिवार बहुत परेशान है। बेटी की स्थिति ऐसी है कि कहीं वह डिप्रेशन में न चली जाए।

आरटीआई कार्यकर्ता के पुत्र आत्महत्याकांड में मानवाधिकार आयोग ने लिया संज्ञान, डीजीपी से जवाब तलब

पूर्वी चंपारण चंपारण जिले के हरसिद्धि निवासी दिवंगत आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के पुत्र रोहित अग्रवाल आत्महत्याकांड मामले में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान में लिया है। इस बाबत आयोग ने सूबे के डीजीपी से चार सप्ताह का समय देकर जवाब तलब किया है। इसको लेकर पटना की बुद्धा कॉलोनी अंतर्गत पहलवान घाट निवासी पत्रकार प्रभाष चंद्र शर्मा ने आयोग में शिकायत की थी। इसमें उन्होंने पुलिस की कार्यशैली पर असंतोष जताते हुए बताया था कि रोहित अग्रवाल (14 वर्ष) ने आरटीआई कार्यकर्ता पिता की हत्या मामले में लगातार पुलिस अधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाते रहा। इसके बावजूद लगाते न्याय मिलने के कारण क्षुब्ध होकर उसने आत्महत्या कर ली। इस मामले में पीड़ित परिवार को न्याय मिले।

क्या है मामला

बता दें कि 24 सितंबर 2021 को हरसिद्धि प्रखण्ड कार्यालय गेट के पास आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की दिनदहाड़े अपराधियों ने गोलियों से भूनकर हत्या कर दी थी। परिजनों ने अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध हरसिद्धि थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। घटना के बाद पुलिस अनुसंधान में कई लोगों के नाम सामने आए। 15 आरोपितों पर केस सत्य पाया गया। 11 आरोपितों को जांच में रखा गया है। इसमें आठ लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जबकि फरार सात आरोपितों के खिलाफ न्यायालय से वारंट जारी है।

घर पर हमला कर पत्नी से भी हुई थी बदसलूकी

दरअसल, आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हरसिद्धि बाजार की कई एकड़ सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा करने वालों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे थे। इस कारण भू-माफिया समेत कई सफेदपोश विपिन अग्रवाल को टारगेट किए हुए थे। इस दौरान विपिन अग्रवाल पर कई झूठे मुकदमे कराये गए। अतिक्रमणमुक्त करने के दौरान ही थाना से बिल्कुल सटे उनके घर पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर तोड़फोड़ किया। वहीं पत्नी की पिटाई कर घसीटते हुए ब्लॉक कार्यालय से सटे स्थल पर ले गए थे। इस दौरान पुलिस मूक दर्शक बनी रही।

मुख्य हत्यारोपितों की गिरफ्तारी नहीं होने पर उठाया आत्मघाती कदम

विपिन अग्रवाल के परिजन हरसिद्धि बाजार निवासी सात मुख्या हत्यारोपितों के साथ ही कुछ अन्य भू-माफिया व एक सफेदपोश की गिरफ्तारी की लगातार मांग कर रहे थे। कई बार परिजन अधिकारियों के यहां गुहार लगा चुके थे और सड़क पर भी उतरे थे। हर बार उन्हें केवल आश्वासन ही मिलता था। एक दफे आरटीआई कार्यकर्ता की पत्नी मोनिका देवी ने कलाई की नस काटकर जान देने के प्रयास भी किया था। और घटना के ठीक छह माह बाद 24 मार्च को न्याय की गुहार लगाते-लगाते पुलिस की कार्यशैली से आजिज आकर किशोर रोहित ने आत्मदाह कर लिया।

आग लगाकर छत से कूदा बिजली करेंट से भी झुलसा

घटना के बाद चम्पारण प्रक्षेत्र के डीआईजी, डीएम व एसपी पीड़ित परिवार से मिलने आए थे। इसी दौरान रोहित की मां मोनिका देवी ने डीआईजी को दिए आवेदन में बताया कि गुरुवार को एसपी से मिलने के लिये सुबह में ही एसपी कार्यालय पहुंचा था। वहां एसपी के नहीं मिलने पर कार्यालय कर्मियों से उसकी बहस हो गई। इसी कारण नाराज होकर घर लौटे रोहित ने पुलिस को फोन करके 15 मिनट में कार्रवाई नहीं करने पर आत्मदाह की धमकी दी थी। लेकिन पुलिस की कार्रवाई 15 मिनट में पूरा नहीं होने पर उसने शरीर पर किरासन तेल छिड़क लिया। माचिस से आग लगाकर तीन मंजिले भवन की छत से कूद गया। छत से कूदने के पहले उसने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारे भी लगाये थे। छत से कूदने पर वह बिजली प्रवाहित हाई टेंशन तार पर गिरा। इस कारण वह वह बुरी तरह झुलस गया। देर रात मोतिहारी के एक निजी नर्सिंग होम में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

दादा का वीडियो हुआ था वायरल

जिस अस्पताल में इलाज के दौरान देर रात रोहित की मौत हुई थी। वहीं से अहले सुबह वीडियो जारी कर दादा विजय अग्रवाल ने बताया था कि पुलिस बयान बदलने के लिए उन पर दबाव बना रही है। यह वीडियो वायरल होने के बाद काफी हंगामा मचा था।

एसपी ने की है सीआईडी जांच की मांग

घटना के बाद विपिन के परिजन पुलिसिया कार्रवाई से असंतुष्ट दिखे। उनका बार-बार एक ही जवाब था कि मुख्य हत्यारोपित पकड़ से बाहर हैं। उन्हें बचाया जा रहा है। इस आधार पर एसपी डॉ. कुमार आशीष ने डीजीपी से सीआईडी जांच की सिफारिश की है। इधर मामले में गिरफ्तार आठ आरोपितों का जिला अदालत में ट्रायल भी शुरू हो चुका है।

पिस्टल लहराते नर्तकीओ का वायरल वीडियो

गया –एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है | जो भगवानपुर थाना क्षेत्र के बड़कागांव की बताई जा रही है |

यह वीडियो के बाड़े में बताया जाता है कि 3-05-2022 दिन मंगलवार को बड़कागांव निवाशी इंद्रदेव राम डीलर के घर बारात आई हुई थी जिसमे नर्तकीओ के हाथ मे पिस्टल सीधे तौर पर देख सकते है |

पुलिस पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है कि एक तरफ रात पर पिस्टल के नोख पर नर्तकियां डांस कर रही है वही दूसरे तरफ पुलिस सो रही है| एक तरफ महराजगंज अनुमंडल में अपराध का ग्राफ बढ़ रहा है| वही दूसरे तरफ पिस्टल लहराते नर्तकीओ का वीडियो वायरल हो रहा है|

लक्ष्मी नारायण मंदिर एवं सरौती तथा पूरी के मठाधीश रंग रामानुजाचार्य उर्फ बड़े स्वामी जी महाराज का निधन हो गया

जहानाबाद । जहानाबाद से बड़ी खबर है, जहां हुलासगंज प्रखंड स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर एवं सरौती तथा पूरी के मठाधीश रंग रामानुजाचार्य उर्फ बड़े स्वामी जी महाराज का निधन हो गया है।

करीब दो हफ्ता पहले उन्‍हें पटना स्थित कंकड़बाग के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनका उपचार चल रहा था। जहां आज उन्होंने अंतिम सांस ली।

बता दें कि लक्ष्‍मी नारायण मंदिर हुलासगंज के मठाधीश स्‍वामी जी की ख्‍याति दूर-दूर तक फैली है। लोगों को जैसे ही उनके निधन का पता चला, अनुयाइयों की बेचैनी बढ़ गई। पटना से हुलासगंज तक लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा है।

पुलिस को धोखा देकर जारी है शराब कारोबार, हजारों लीटर शराब नष्ट

पुलिस ने जहां भी हाथ डाला शराब ही शराब। यह तस्वीरें हैं जहानाबाद शहर के नजदीक बभना गांव की। जहां एसडीपीओ अशोक कुमार पांडे और उत्पाद अधीक्षक अश्विनी कुमार के नेतृत्व में शराब कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई।

कार्रवाई में 50 लीटर शराब बरामद किया गया तो हजारों लीटर शराब को बर्बाद करना पड़ा। इस दौरान छापेमारी दल को भारी मात्रा में जावा महुआ मिला। इस दौरान शराब के धंधे में लिप्त एक घर को सील भी किया गया है। हालांकि पुलिस के आने की खबर मिलते ही कारोबारी फरार हो गए।

दरअसल जहानाबाद की पुलिस शराब का धंधा करने एवं पीने वालों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है। जिसके तहत उत्पाद विभाग की पुलिस के साथ ही टाउन थाने की पुलिस लगातार शराब कारोबारियों पर दबिश डाल रही है। नगर थाना क्षेत्र के बभना का इलाका शराब के धंधे के लिए बदनाम रहा है यहां पुलिस लगातार कार्रवाई करती है और धंधा वालों पर नकेल कसती है।

कुछ दिन पहले ही टाउन थाना के दरधा नदी इलाके से भारी मात्रा में शराब की बरामदगी की गई थी। एक बार फिर इस बड़ी कार्रवाई के बाद शराब के धंधेबाजों में खलबली मच गई है।

शादी के 42 साल बाद पहली बार ससुराल गए दामाद जी, बच्चों ने कराई दोंगा

छपरा । छपरा में एक शख्स शादी के 42 वर्ष के बाद बारात निकाल कर पत्नी का दोंगा कराने रथ पर सवार होकर निकला तो लोग हैरान हो गए।

जिले के एकमा से बरात रथ पर बैठ कर हाथी, घोडा, ऊट, बैंड पाटी, डीजे, आरकेस्टा, शिंघा, गाडी , टेम्पू के साथ बरात निकली तो देखने वाले दांतो तले उंगली दबाने लगे।

दूल्हा बने राजकुमार सिह ने बताया की मेरी शादी में माँझी थाने के नचाप गांव से बरात आमडाढी आई थी । शादी के बाद वह कभी अपने ससुराल आमडाढ़ी नही गए थे और न कभी दोंगा ही हुआ था ।

आज मेरी बेटियो व बेटा ने मिलकर 42 वर्ष के बाद दोंगा का रस्म किया जा रहा है ।

पटना हाईकोर्ट ने मुज़फ़्फ़रपुर जिला के ब्रह्मपुरा थाना अंतर्गत सब्जी विक्रेता राजन साह की 5 वर्षीय बेटी खुशी के अपहरण के मामलें पर सुनवाई की

जस्टिस पार्थ सारथी ने इस मामलें को गम्भीरता से लेते हुए एस एस पी, मुजफ्फरपुर को चार सप्ताह में जांच कर कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया हैं।

ये मामला 16 फरवरी 2021 को 5 साल की खुशी का अपहरण किये जाने से सम्बंधित हैं। मुजफ्फरपुर पुलिस को इस मामलें सुराग आज तक नहीं मिला है।

ख़ुशी के पिता राजन साह ब्रह्मपुरा थाना अंतर्गत पमरिया टोला के रहने वाले है। वे सब्जी विक्रेता हैं।उन्होंने मुजफ्फरपुर पुलिस के रवैए से असंतुष्ट हो कर पटना हाईकोर्ट में अपनी बेटी ख़ुशी की बरामदगी के लिए याचिका दायर की।

PatnaHighCourt
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याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ओम प्रकाश ने कोर्ट को बताया कि लड़की के अपहरण हुए सवा साल का समय बीत चुका है,लेकिन पुलिस अब तक उसका सुराग तक नहीं पा सकी हैं।

खुशी की बरामदगी के लिए परिजनों व मोहल्लेवासियों ने कैंडल मार्च भी निकाला था। मानवाधिकार आयोग ने एसएसपी जयंतकांत से रिपोर्ट भी तलब की थी। बिहार विधान सभा मे भी मामले को संज्ञान में दिया गया था।

फिर काफी दबाव के बाद पुलिस ने एक युवक को जेल भेजकर चार्जशीट दायर की, लेकिन खुशी के बारे में जानकारी नहीं मिल सकी। इधर, बच्ची का सुराग नहीं मिलने से परिजन चिंतित है।इस मामलें पर अगली सुनवाई चार सप्ताह बाद की जाएगी।

शिक्षक के समर्थन में आया पूरा गांव, समझाने पहुंचे वरीय पुलिस अधिकारी

जहानाबाद । जहानाबाद के काको प्रखंड के मध्य विद्यालय मई के छात्र छात्राओं ने शिक्षक को झूठे मुकदमे में फंसाया जाने के खिलाफ स्कूल में जमकर हंगामा किया।

हंगामा एवं प्रदर्शन कर रहे छात्रों को समझाने आए पुलिस अधिकारी एवं जवानों को छात्र-छात्राओं एवं उनके अभिभावकों ने बंधक बनाकर फर्जी मुकदमा शिक्षक पर से वापस लेने की मांग की।

मौके पर पहुंचे एसडीपीओ ने मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। तब जाकर अभिभावकों एवं छात्रों का गुस्सा ठंडा हुआ। इस बाबत ग्रामीणों ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले 3 छात्राओं के द्वारा गलत आरोप लगाकर स्कूल के शिक्षक प्रवीण कुमार पर छेड़खानी का प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी । जो पूर्ण रूप से फर्जी एवं मनगढ़ंत था।

जब स्कूल के छात्र छात्राओं को इस बात की जानकारी हुई तो गुरुवार को स्कूल खुलते ही छात्र-छात्राओं के साथ-साथ अभिभावकों ने फर्जी मुकदमा मैं शिक्षक को फंसाया जाने के खिलाफ जमकर स्कूल में हंगामा किया। छात्राओं एवं उनके अभिभावकों ने बताया कि प्रवीण कुमार एक सभ्य शिक्षक हैं उन पर साजिश के तहत लड़कियों ने आरोप लगाया है जो कहीं से सही नहीं बल्कि बेबुनियाद है।

अशोक पांडे, एसडीपीओ, जहानाबाद

मौके पर पहुंची पुलिस अधिकारियों को कुछ देर के लिए बंधक भी बनाया। मामला बिगड़ते देख एसडीपीओ दल बल के साथ स्कूल प्रांगण में पहुंचे और ग्रामीणों के साथ साथ स्कूल के अन्य शिक्षकों से पूरे मामले की जानकारी ली। पुलिस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की बात कह रही है।

पटना हाईकोर्ट ने पटना मुख्य नहर के बांध व चार्ट भूमि पर अतिक्रमणकारियों द्वारा किये गए अतिक्रमण के मामले पर सुनवाई करते हुए दानापुर के अंचलाधिकारी व दानापुर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को अगली सुनवाई में तलब किया

चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने राज किशोर श्रीवास्तव द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की। कोर्ट ने इन अधिकारियों को कार्रवाई रिपोर्ट भी दायर करने को कहा है।

अधिवक्ता सुरेन्द्र कुमार सिंह ने कोर्ट को बताया कि उक्त नहर बांध व चार्ट भूमि पर अतिक्रमण की स्थिति को दानापुर के अंचलाधिकारी ने अपने जवाबी हलफनामा में स्वीकार किया है।

अंचलाधिकारी ने अपने हलफनामा में यह भी कहा है कि बगैर किसी आवंटन के ही अतिक्रमणकारी अवैध रूप से रह रहे हैं। राज्य सरकार की ओर से बताया गया है ।अगले चार सप्ताह में कम से कम 70 फीसदी अतिक्रमण को हटा दिया जाएगा।

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सुनवाई के दौरान दानापुर के अंचलाधिकारी कोर्ट में मौजूद थे। सोन नहर प्रमंडल, खगौल, पटना द्वारा अतिक्रमण वाद दायर करने के लिए दानापुर के अंचलाधिकारी को लिखा गया था, लेकिन अभी तक इसे नहीं हटाया गया।

सोन नहर प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता द्वारा दानापुर के अंचलाधिकारी को अतिक्रमणकारियों की सूची भी अंचलाधिकारी को दी गई है।

कार्यपालक अभियंता ने अपने पत्र में विभागीय मुख्य नहर के बांध व चार्ट भूमि पर किये गए अतिक्रमण को अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध अतिक्रमण वाद दायर कर ठोस अग्रेतर कार्रवाई करने हेतु अनुरोध किया है, ताकि विभागीय भूमि अतिक्रमणकारियों से मुक्त हो सके।

इस मामले में आगे की सुनवाई अब आठ सप्ताह बाद की जाएगी।

पटना हाईकोर्ट में राज्य की अदालतों में अधिवक्ताओं, उनके क्लाइयंट व महिला अधिवक्ताओं के लिए बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए दायर जनहित याचिका पर सुनवाई 10,मई 2022 तक टली

चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ अधिवक्ता रमाकांत शर्मा की जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही हैं।

पिछली सुनवाई में कोर्ट ने सुनवाई करते हुए राज्य सरकार के मुख्य सचिव से अपने स्तर से मामले पर कार्रवाई करने की उम्मीद जताई। साथ ही कोर्ट ने केंद्र सरकार को इस संदर्भ में अपना जवाब कोर्ट में दो सप्ताह के अंदर दायर करने का निर्देश दिया था ।

श्री शर्मा ने अपनी याचिका में कहा है कि राज्य की अदालतों में उपलब्ध बुनियादी सुविधाओं की स्थिति बहुत ही चिंताजनक है।

उन्होंने कोर्ट को बताया था कि राज्य में 1,20,000 से ज़्यादा अधिवक्ता विभिन्न अधिवक्ता संघों में रजिस्टर्ड हैं ,लेकिन उनके लिए बुनियादी सुविधाएँ जैसे टेबल, कुर्सी, पानी पीने की सुविधा जैसी आधारभूत संरचना नहीं है ।

PatnaHighCourt
#PatnaHighCourt

इस पर खंडपीठ ने अपने आदेश में कहा कि अधिवक्ताओं की बुनियादी सुविधाओं को नकारा नहीं जा सकता है। अधिवक्ताओं के लिए आधारभूत संरचना बनाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार की भागीदारी 60:40 के अनुपात में है । इस विषय पर केंद्र सरकार को जवाब देने के लिए अतिरिक्त समय नहीं दिया जा सकता ।

पूर्व की सुनवाई में खंडपीठ ने इस मामले में राज्य के मुख्य सचिव को हालात का ब्यौरा लेकर कोर्ट में हलफ़नामा दायर करने का निर्देश दिया था।इस मामले पर अगली सुनवाई10मई,2022 को होगी।

प्रशांत किशोर पर जद यू का बड़ा हमला

फ्टना । जेडीयू के वरिष्ठ नेता और मंत्री विजेंद्र यादव ने जमकर हमला बोला है । विजेंद्र यादव ने साफ तौर पर कहा कि इस लोकतंत्र में किसी को भी पार्टी बनाने, यात्रा करने, नाचने और गाने की पूरी आजादी है। कौन व्यक्ति क्या कर रहा है इससे हम सभी को फर्क नहीं पड़ता है।

हम सभी बिहार के विकास के प्रति समर्पित हैं मुख्यमंत्री कुमार ने कभी भी यह दावा नहीं किया है कि बिहार विकसित राज्य है बल्कि बिहार के लिए लगातार मुख्यमंत्री 30 कुमार चिंतित रहते हैं और काम भी करते हैं।

प्रशांत किशोर ने बिहार के बदलाव के लिए युवाओं से साथ आने की कि अपील

पटना । प्रशांत किशोर ने बिहार के बदलाव के लिए युवाओं से साथ आने की कि अपील, मैं कोई राजनीतिक मंच नहीं बना रहा हूं मेरी भूमिका यह होगी कि जो जहां से जुड़े हुए हैं उनमें से एक बड़ा तबका से मिलना उनको एक साथ एक प्लेटफार्म पर लाकर खड़ा करना यही मेरी भूमिका होगी।

पिछले 4 महीनों में हमने 17000 से ज्यादा लोगों को चिन्हित किया है आने वाले 4 महीनों में मैं व्यक्तिगत तौर पर इनमें से ज्यादातर लोगों से मिलूंगा बात करूंगा और जो जन सुराज की सोच है गुड गवर्नेंस की सोच है उसको बिहार की धरती पर उतारने का प्रयास करूंगा।

पिछले 3 दिनों में हमने कई लोगों से मुलाकात की है उसमें अलग-अलग पृष्ठभूमि के लोग हैं राजनीति का गैर राजनीतिक लोग भी हैं बिहार में एक सामूहिक सोच की जरूरत है।

अगले 4 महीनों में 17000 लोगों के साथ संवाद स्थापित करूंगा अगर उनकी सहमति होगी तो इन लोगों को जन सुराजसे जोड़ा जाएगा।

प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर 4 महीने के अंदर इन लोगों से बातचीत के बाद अगर सोच बनती है तो किसी पार्टी की घोषणा की जा सकती है।

लोगों को आने वाले दिनों में जन सुराज को लेकर बताने का काम करूंगा 2 अक्टूबर से पश्चिम चंपारण से 3000 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू करूंगा।

मैं बिहार की जनता को आज इस मंच से आश्वासन देना चाहता हूं कि मैं आज से अपने आप को बिहार के जनता के लिए समर्पित कर रहा हूं मैं किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटूंगा।

मेरा लक्ष्य चुनाव लड़ना नहीं है बिहार में कोई चुनाव नहीं है मुख्यमंत्री बनना और जितना लोकतंत्र की एक प्रक्रिया है अगर मैं पार्टी बनाऊंगा भी तो वह प्रशांत किशोर की पार्टी नहीं होगी।