बिहार में कड़ाके की ठंड ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है । स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग घरों में ही रहने को विवश हैं। ठिठुरन के साथ कनकनी बढ़ गयी है । ठंड बढ़ने के साथ ही घने कोहरे के चलते दिन में भी अंधेरा छाया रहता है। दोपहर 12 बजे तक घना कोहरा छाया रहता है । जिससे परिचालन के साथ-साथ आम जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है। ठंड के चलते लोगों की परेशानी बढ़ गई है।
उत्तरी और पश्चिमी हवा बरकरार रहने से ठंड मे बढोत्तरी हुई है। रविवार को घने कोहरा से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। दोपहर बाद कुछ देर के लिए कोहरा छटा। बीते बुधवार से लगातार हवा में नमी की मात्रा 100 प्रतिशत पर स्थिर है,
और अधिकतम तापमान में 2.5 डिग्री की गिरावट दर्ज हुई है, जबकि न्यूनतम तापमान में 2.6 डिग्री का धीरे-धीरे कर बीते पांच दिनों में वृद्धि हुई है।
बढ़ती ठंड और शीतलहर के चलते पटना समेत बिहार के कई जिलों में नर्सरी से आठवीं क्लास तक के सभी स्कूल 7 जनवरी तक बंद रहेंगे , डीएम ने आदेश जारी किया है ।
घने कोहरे के कारण पटना में ट्रेनों और विमानों का संचालन बाधित; कई रद्द, कई देरी से चल रहे हैं। दिल्ली समेत उत्तर भारत से आने वाली ट्रेनें अधिक देर से आईं। यात्री परिजनों के साथ नया साल नहीं मना सके। दिल्ली समेत उत्तर भारत से आने वाली ट्रेनें अधिक देर से आईं।
तेजस राजधानी एक्सप्रेस तीन घंटे 20 मिनट की देरी से पटना आईं। संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस भी 3.30 घंटे लेट पहुंची।
पटना जंक्शन पर सबसे ज्यादा लेटलतीफ ट्रेनों में सात घंटे की देरी से उपासना एक्सप्रेस और मगध एक्सप्रेस शामिल रहीं।
अन्य लेट ट्रेनों में भागलपुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस 2.45 घंटे, हिमगिरि एक्सप्रेस 7 घंटे, ब्रह्मपुत्र मेल 6 घंटे, उपासना एक्सप्रेस 7 घंटे, मगध एक्सप्रेस 7 घंटे, राजधानी एक्सप्रेस 3.20 घंटे, संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस 3.30 घंटे,श्रमजीवी एक्सप्रेस 4.45 घंटे और विक्रमशिला एक्सप्रेस 3.25 घंटे लेट चली।
मुजफ्फरपुर में 22 ट्रेनें दो से 14 घंटे तक देर रहीं। ट्रेनें विलंब होने से हजारों यात्रियों का नया साल का पहला दिन सफर में ही बीत गया।
बिहार में कोहरे-धुंध से फ्लाइट्स देरी से चल रही है । घने कोहरे और विजिबिलिटी कम होने के कारण पटना एयरपोर्ट पर विमानों का परिचालन प्रभावित हुआ है ।
कमजोर दृश्यता की वजह से पटना एयरपोर्ट पर सुबह आने वाले विमानों की भारी लेटलतीफी रही। साल के पहले दिन घर जल्दी पहुंचने के लिए विमान यात्रियों ने हवाई यात्रा को अपनाया, लेकिन पटना में सुबह 10 बजे तक रही 50 मीटर की दृश्यता ने सारी योजनाओं पर पानी फेर दिया।
दोपहर 12 बजे के बाद पटना एयरपोर्ट के रनवे पर सात सौ मीटर की दृश्यता बहाल हो सकी, जिसके बाद विमानों का उतरना संभव हुआ।