बक्सर । बिहार के बक्सर जिले में बन रहे एक पावर प्लांट को गुस्साए स्थानीय लोगों ने उखाड़ फेंका। आरोप है कि किसानों के घर घुसकर पुलिस ने टॉर्चर किया, जिसके बाद किसान आक्रोशित हुए. कई गाड़ियों को नाराज किसानों ने जला दिया है।
पूरी बात ये है की, चौसा पॉवर प्लांट के लिए किसानों की जमीन सरकार ने अधिग्रहित की है। किसान अपनी जमीनों का बेहतर दाम चाहते हैं। किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, उन्हीं किसानों को पुलिस ने कथित तौर पर टॉर्चर किया है, जिसके बाद बवाल भड़का है।
चौसा प्लांट शुरू से विवादों के केंद्र में रहा है। किसानों की उचित मुआवजे की मांग पूरी करने के लिए शांतिपूर्ण वार्ता के बजाय पुलिस-प्रशासन द्वारा किसानों पर दमनकारी नीति अपनाई गई। मांगों को लेकर पिछले 17 अक्टूबर से स्थानीय किसान शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे थे। मंगलवार को पावर प्लांट का मुख्य गेट बंद कर काम रोक दिए जाने से पुलिस और प्रशासन का पारा गरम हो गया।
मंगलवार को काफी संख्या में पुलिस बल रात 11 बजे के बाद बनारपुर गांव में पहुंच कर किसानों के घर में घुसकर जुल्म ढाना शुरू कर दिया। इस क्रम में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है। लोगों का कहना है कि पुलिस ने घरों में घुसकर महिलाओं और बच्चों तक को नहीं छोड़ा और कई लोगों की पिटाई कर दी है। लोगों ने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई में महिला पुलिस साथ में नहीं थी।
इस घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हैं। बुधवार सुबह किसानों ने पावर प्लांट में तोड़फोड़ कर वाहनों में आग लगा दी। मौके पर हालात बेकाबू हो गए हैं।
बक्सर में किसानों के ऊपर लाठीचार्ज मामले पर बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे की प्रतिक्रिया…
उन्होंने ट्वीट कर लिखा..