सलमान खान सुंदर और आकर्षक आदमी है मगर अक्सर उसकी बातें बचकानी और मूर्खतापूर्ण होती हैं |
अक्षय कुमार एक हैंडसम आदमी है मगर उसकी भाषा में देहाती लहज़ा और बदतमीजी दिखाई देती है |
एखटाइगर श्रौफ सुंदर शरीर और चहरे का मालिक है, वह मृदुभाषी, सौम्य और तमीज से बातचीत भी करता है मगर उसकी बातें जिम, बॉडी बिलडिंग, डांस और मार्शल आर्टस तक सीमित हैं | कोई बहुत ज्ञान की बातें वह नहीं बता सकता |
आमिर खान सुन्दर, सरल, सौम्य है मगर वह भी बहुत ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं है |
शाहरुख खान पढ़ा लिखा भी है, हाजिर जवाब भी है, हैंडसम भी कहा जा सकता है, अंग्रेजी या हिन्दी दोनों भाषा अच्छे से बोल सकता है |
आयुष्मान खुराना भी सुन्दर, आकर्षक और सौम्य है | कविताएँ लिख लेता है, किताबें पसंद करता है और स्क्रिप्ट की जो बेहतर समझ रखता है उसे देख के लगता है वह आदमी बुद्धिमान भी है|
सचिन तेंदुलकर भले ही वह मृदुभाषी, सौम्य और तमीजदार आदमी है मगर वह बहुत पढ़ा लिखा नहीं है और शायद सुंदरता के पैमाने पे फिट नहीं बैठता |
युवराज सिंह सुन्दर है मगर वह भी शिष्ट, सौम्य और बुद्धिमान नहीं है |
राहुल द्रविड सुंदर है, शिष्ट है, शालीन है और शायद पढ़ा लिखा भी है मगर वह अंतरमुखी है और लोगों से ज्यादा घूलना मिलना पसंद नहीं करता |
मेरी पोस्ट का मूलभूत मुद्दा यह है कि बहुत कम भारतीय मर्द ऐसे हैं जिनको ईश्वर ने सुन्दरता, शिष्टाचार, बुद्धि, शालीनता, ज्ञान और आकर्षक व्यक्तित्व दिया हो ! बहुत कम भारतीय मर्द ऐसे हैं जो अपने व्यक्तित्व से औरतों को आकर्षित कर सकते हैं | बहुत कम मर्द ऐसे हैं जिन के आस पास औरतें सुरक्षित महसूस करती हैं | बॉलीवुड में ऐसा आदमी शाहरुख है, क्रिकेट में राहुल द्रविड है जिसमें उपरोक्त ज्यादातर खूबियाँ हैं !
राजनीति में यदि आज की तारीख में कोई पढ़ा लिखा, सुन्दर, आकर्षक, सौम्य, शिष्ट, ज्ञानी, साहित्य की समझ रखने वाला, लिखने पढने वाला, हाजिर जवाब और भाषाओं में अच्छा नियंत्रण रखने वाला आदमी है तो वह सिर्फ शशि थरूर है !
हाफ चड्डी पहनने वाले, बलात्कारियों का समर्थन करने वाले, संस्कार के नाम पे पार्क में बैठे प्रेमियों को पीटने वाले यौन कुंठित लोग यह कभी नहीं समझ पाएँगे कि शशि थरूर में वह सब कुछ है जो एक औरत एक मर्द में चाहती है !
आपने पिछले कई साल गुजार दिए सिर्फ इसी जलन में कि महिलाएँ नेहरू के आसपास क्यों दिखाई देती हैं? और अब आप अगले कई साल सिर्फ इस जलन में गुजार दोगे कि महिलाएँ थरुर के आसपास क्यों दिखाई देती है?
उत्तर साफ है :
आज जो खूबियाँ थरूर में बिलकुल वही खूबियाँ नेहरू में थी ! बल्कि नेहरू में कुछ ज्यादा ही थी और शायद इसलिए वह भी महिलाओं में बेहद लोकप्रिय थे ।