देश के इतिहास के पुनर्लेखन की मांग पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने दोटूक लहजे में जवाब दिया है। बिहार के सीएम ने कहा है कि जो मौलिक इतिहास है, उसे आखिरकार कैसे बदला जा सकता है।
यह पूछे जाने पर कि इस समय का जो इतिहास है या बच्चों को जो पढ़ाया जाता है, उसमें मुगल शासकों का वर्चस्व है, भारतीय शासकों को ज्यादा महत्व नहीं दिया गया है, इस पर सीएम ने कहा कि इतिहास बदल लेंगे क्या? जो इतिहास है वह इतिहास है। हमको तो नहीं लगता कि कोई इतिहास बदल सकता है. मौलिक इतिहास को कोई कैसे बदल सकता है?
यह पूछे जाने पर कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि इतिहास में मुगल शासकों को ज्यादा महत्व दिया गया है, सीएम ने कहा कि यह अलग बात है. कोई लेंग्वेज लिखने की बात है वह अलग बात है. मौलिक इतिहास को कोई थोड़ी बदल सकता है।