पटना हाईकोर्ट में पटना के गायघाट स्थित आफ्टर केअर होम की घटना के मामले पर सुनवाई 30 जनवरी,2023 को होगी। जस्टिस आशुतोष कुमार की खंडपीठ इस मामलें पर सुनवाई कर रही है। पिछली सुनवाई में कोर्ट ने जांच की प्रगति पर असंतोष जाहिर किया था।
पूर्व की सुनवाई में कोर्ट में एस एस पी, पटना और एस आई टी जांच टीम का नेतृत्व करने वाली सचिवालय एएसपी काम्या मिश्रा भी कोर्ट में उपस्थित रही थी।
कोर्ट ने कहा था कि इस मामलें की समग्रता में जांच नहीं की जा रही हैं।पुलिस अधिकारियों को विस्तार और गहराई से जांच पड़ताल करने की आवश्यकता है।
अधिवक्ता मीनू कुमारी ने बताया कि कोर्ट अब तक एस आई टी द्वारा किये गए जांच और कार्रवाई के सम्बन्ध में सम्बंधित अधिकारी से जानकारी प्राप्त करना चाहता था।उन्होंने बताया था कि आफ्टर केअर होम में रहने वाली महिलाओं की स्थिति काफी खराब हैं।
#PatnaHighCourt
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने एस आई टी टीम का नेतृत्व करने वाली पुलिस अधिकारी को कोर्ट ने अब तक की गई कार्रवाई का ब्यौरा देने को कहा था।
पहले की सुनवाई में कोर्ट ने अनुसंधान को डी एस पी रैंक की महिला पुलिस अधिकारी से कराने का निर्देश दिया था। कोर्ट ने जांच रिपोर्ट भी तलब किया था।
हाई कोर्ट ने इस याचिका को पटना हाई कोर्ट जुवेनाइल जस्टिस मोनिटरिंग कमेटी की अनुशंसा पर रजिस्टर्ड किया था। कमेटी में जस्टिस आशुतोष कुमार चेयरमैन थे, जबकि जस्टिस अंजनी कुमार शरण और जस्टिस नवनीत कुमार पांडेय इसके सदस्य के रूप में थे।
इस मामले की अगली सुनवाई में 30जनवरी,2023 को की जाएगी।
भारतीय लोकतंत्र में नीतीश कुमार को सबसे क्रूर और सिद्धांत विहीन शासक के रूप में याद किया जाएगा । उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में एक-एक भरोसेमंद लोगों को राजनीति में मौत मुकर्रर किया है। वही हाल उनके राजनीतिक शैली की भी रही कभी कोई सिद्धांत नहीं बस सत्ता में बने रहने के लिए जो सिद्धांत रास आया उसको अमल में लाया।
ताजा उदाहरण उपेन्द्र कुशवाहा का है,ज्यादा दिन नहीं हुआ है जब उपेन्द्र कुशवाहा अपनी पार्टी का विलय कर नीतीश के साथ आए थे और नीतीश कुमार ने इन्हें पार्टी को मजबूत करने के लिए बिहार यात्रा पर निकलने को कहां था उस समय आरसीपी सिंह जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष थे ।
उपेन्द्र कुशवाहा वाल्मीकि नगर से यात्रा की शुरुआत किये थे और लगभग दो माह तक पूरे बिहार के दौरे पर रहे इस दौरान उपेन्द्र कुशवाहा जिस जिले में गये वहां के जदयू के विधायक,पार्टी कार्यकर्ता के साथ साथ जिले के सीनियर अधिकारी उनके स्वागत में खड़े रहते थे जैसे नीतीश ही यात्रा में निकले हो । ऐसा भी नहीं है कि उपेन्द्र कुशवाहा के स्वागत में पार्टी के विधायक और कार्यकर्ता वैसे ही खड़े रहते थे बाजाब्ता जदयू के प्रदेश कार्यालय के साथ साथ सीएम हाउस से विधायक और जिले के वरिष्ठ नेता को फोन जाता था ।
यात्रा के दौरान यह साफ हो गया था कि उपेन्द्र कुशवाहा आरसीपी की जगह ले सकते हैं हुआ भी ऐसा ही जब आरसीपी सिंह को पार्टी से बाहर निकालने की रणनीति पर अमल करने का समय आया तो उपेन्द्र कुशवाहा को सामने खड़ा किया इस दौरान आये दिन ललन सिंह उपेंद्र कुशवाहा के घर मिलने जाते थे। उस समय आरसीपी सिंह जिस हैसियत में थे उस स्थिति में आरसीपी सिंह को हटाना ललन सिंह के बस में नहीं था लेकिन जैसे ही मिशन आरसीपी सिंह पूरा हुआ उपेन्द्र कुशवाहा को ठिकाने पर पहुंचाने का खेला शुरू हो गया। मुझे अच्छी तरह से याद है जीतन राम मांझी मुख्यमंत्री के रूप में पूरे फर्म में थे नीतीश कुमार का हाल यह हो गया था कि विधायक की कौन कहे अधिकारी भी छुप छुपा कर मिलने आते थे संयोग से किसी बात को लेकर इनसे मुझे मिलना पड़ा ।
इतना निराश, उदास और हताश मैंने कभी नीतीश कुमार को नहीं दिखा और जहां तक मुझे याद है शरद यादव और लालू प्रसाद नहीं होते तो इनसे जीतन राम मांझी हटने वाले नहीं थे । इसी तरह आरसीपी सिंह को हटाने के लिए एक वर्ष से कोशिश कर रहे थे उपेन्द्र कुशवाहा नहीं होते तो आरसीपी सिंह को भी निकालना इनके लिए आसान नहीं होता।
नीतीश के राजनीतिक जीवन में उपेंद्र कुशवाहा कोई पहला व्यक्ति नहीं है जिसके साथ नीतीश का ये व्यवहार रहा है लम्बी सूची है दिग्विजय सिंह,प्रभुनाथ सिंह,जार्ज ,शरद,आरसीपी ,लालू प्रसाद। लेकिन इन सबसे इतर जो बड़ा सवाल है इस बार नीतीश बीजेपी का साथ क्यों छोड़े क्या कह कर के छोड़े थे और चार माह बाद वो कहां खड़े हैं। बिहार की राजनीति का ककहरा समझने वाला भी जानता है कि ललन सिंह ,संजय झा और विजय चौधरी से कही अधिक मजबूत और वोट को प्रभावित करने की क्षमता उपेन्द्र कुशवाहा रखते हैं लेकिन उनको आप बाहर निकलने को मजबूर कर रहे हैं ।
ऐसा नहीं है आरसीपी सिंह के जाने से जदयू कमजोर नहीं हुआ है कमजोर हुआ है और जो खबर आ रही है कि फरवरी में नालंदा में ही अमित शाह के मौजूदगी में आरसीपी सिंह भाजपा का दामन थाम सकते हैं मतलब बीजेपी इनको नालंदा में ही घेरने की रणनीति पर काम शुरु कर दिया है इतना ही नहीं आज भी आरसीपी सिंह का जदयू से जुड़े हुए अति पिछड़ा समाज के कार्यकर्ताओं में पकड़ बनी हुई है और आरसीपी मजबूत हुए तो नीतीश के कोर वोटर में भी सेंधमारी होगी ये तय है लेकिन आप बीजेपी का एजेंट घोषित करके उसे पार्टी से निकाल दिए लेकिन जिस व्यक्ति को लेकर घूम रहे हैं उनकी छवि तो सर्वविदित है कि वो बीजेपी के साथ ज्यादा कम्फर्ट महसूस करते हैं ।
देखिए आगे आगे होता है क्या लेकिन नीतीश जिस राह पर जा रहे हैं उससे उनका मिशन 2024 कमजोर पड़ रहा है ये अब साफ दिखने लगा है ।
बिहार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर का विवादित बयान; उन्होंने कहा – ‘रामचरित मानस नफरत फैलाने वाला ग्रंथ’
बेतिया: गुरुवार सुबह दर्दनाक हादसा, बारातियों से भरी कार नहर में गिरी। संभावना जताई जा रही है कि कार में कुल 6 लोग सवार थे। दो लोगों के शव बरामद।
बक्सर: बिहार के बक्सर में पुलिस पर हमला; पावर प्लांट का विरोध कर रहे किसानों को पुलिस ने पीटा, तो पुलिस पर लाठी-डंडा लेकर टूट पड़े । उग्र प्रदर्शन के बाद बना तनाव का माहौल, भारी संख्या में पुलिस मौके पर तैनात ।
भागलपुर: SIT की छापेमारी, 35 बोतल विदेशी शराब बरामद। ईशाकचक थाना क्षेत्र के नीलकंठ नगर स्थित छोटी लाइन के पास की घटना ।
दिल्ली/पटना: बिहार में जातिगत जनगणना के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका, नितीश सरकार के नोटिफिकेश को रद्द करने की मांग। 20 जनवरी को SupremeCourt करेगा मामले की सुनवाई।
मधुबनी: CM नीतीश कुमार की समाधान यात्रा आज मधुबनी में; विकास कार्यों का लेंगे जायजा, लोगों से करेंगे मुलाकात, करेंगे समस्याओं का समाधान
पटना: कंकड़बाग थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड स्थित राजा उत्सव कम्युनिटी हॉल में आग लगी । मौके पर दमकल की गाड़ियां मौजूद हैं।
आरा: घूस लेते पदाधिकारी को निगरानी टीम ने रंगे हाथों दबोचा ।
पटना: दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में हंगामा। रविवार की रात दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E-6383 में तीन नशे में धुत यात्रियों ने अपने सह-यात्रियों से छेड़छाड़ की, हंगामा किया और फ्लाइट कैप्टन के साथ मारपीट की।
दिल्ली/पटना: SC ने बिहार के छपरा जहरीली शराब कांड मामले की सुनवाई से किया इनकार, याचिकाकर्ता को HC का रुख करने को कहा ।
वैशाली: बिहार के वैशाली में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर दिए बयान पर फंसे CM नीतीश कुमार । BJP बोली- बिहार की छवि खराब कर रहे।
Bihar Board Class 10th Exams: बिहार बोर्ड ने 10वीं कक्षा का किया एडमिट कार्ड जारी । 10वीं कक्षा की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 19 जनवरी से 21 जनवरी के बीच आयोजित होंगी । बिहार बोर्ड की ओर से हाईस्कूल की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 8 जनवरी से 15 जनवरी तक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगे ।
बिहार में वंदेभारत एक्सप्रेस पर फिर हुआ पथराव । तीसरी बार हुआ पथराव , बिहार के बारसोई इलाके में हुआ पथराव ।
गोपालगंज: शहीद कमांडो को श्रद्धांजलि देने जुटे हजारों लोग । ‘भारत माता की जय’ के नारे लगे, सैन्य सम्मान के साथ शहीद दीपक को अंतिम विदाई।
बिहार में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीतलहर से लोगों का हाल बेहाल; स्कूल 14 जनवरी तक बंद ।
बेतिया: SSB की बस हादसा का शिकार हो गयी । घायल SSB जवानों को स्थानीय लोगों के मदद से पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया ।
भागलपुर: SIT की छापेमारी, 35 बोतल विदेशी शराब बरामद। ईशाकचक थाना क्षेत्र के नीलकंठ नगर स्थित छोटी लाइन के पास की घटना ।
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पटना: कंकड़बाग थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड स्थित राजा उत्सव कम्युनिटी हॉल में आग लगी । मौके पर दमकल की गाड़ियां मौजूद हैं।
आरा: घूस लेते पदाधिकारी को निगरानी टीम ने रंगे हाथों दबोचा ।
पटना: दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में हंगामा। रविवार की रात दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E-6383 में तीन नशे में धुत यात्रियों ने अपने सह-यात्रियों से छेड़छाड़ की, हंगामा किया और फ्लाइट कैप्टन के साथ मारपीट की।
दिल्ली/पटना: SC ने बिहार के छपरा जहरीली शराब कांड मामले की सुनवाई से किया इनकार, याचिकाकर्ता को HC का रुख करने को कहा ।
वैशाली: बिहार के वैशाली में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर दिए बयान पर फंसे CM नीतीश कुमार । BJP बोली- बिहार की छवि खराब कर रहे।
Bihar Board Class 10th Exams: बिहार बोर्ड ने 10वीं कक्षा का किया एडमिट कार्ड जारी । 10वीं कक्षा की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 19 जनवरी से 21 जनवरी के बीच आयोजित होंगी । बिहार बोर्ड की ओर से हाईस्कूल की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 8 जनवरी से 15 जनवरी तक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगे ।
बिहार में वंदेभारत एक्सप्रेस पर फिर हुआ पथराव । तीसरी बार हुआ पथराव , बिहार के बारसोई इलाके में हुआ पथराव ।
गोपालगंज: शहीद कमांडो को श्रद्धांजलि देने जुटे हजारों लोग । ‘भारत माता की जय’ के नारे लगे, सैन्य सम्मान के साथ शहीद दीपक को अंतिम विदाई।
बिहार में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीतलहर से लोगों का हाल बेहाल; स्कूल 14 जनवरी तक बंद ।
बेतिया: SSB की बस हादसा का शिकार हो गयी । घायल SSB जवानों को स्थानीय लोगों के मदद से पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया ।
बक्सर । बिहार के बक्सर जिले में बन रहे एक पावर प्लांट को गुस्साए स्थानीय लोगों ने उखाड़ फेंका। आरोप है कि किसानों के घर घुसकर पुलिस ने टॉर्चर किया, जिसके बाद किसान आक्रोशित हुए. कई गाड़ियों को नाराज किसानों ने जला दिया है।
पूरी बात ये है की, चौसा पॉवर प्लांट के लिए किसानों की जमीन सरकार ने अधिग्रहित की है। किसान अपनी जमीनों का बेहतर दाम चाहते हैं। किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे थे, उन्हीं किसानों को पुलिस ने कथित तौर पर टॉर्चर किया है, जिसके बाद बवाल भड़का है।
चौसा प्लांट शुरू से विवादों के केंद्र में रहा है। किसानों की उचित मुआवजे की मांग पूरी करने के लिए शांतिपूर्ण वार्ता के बजाय पुलिस-प्रशासन द्वारा किसानों पर दमनकारी नीति अपनाई गई। मांगों को लेकर पिछले 17 अक्टूबर से स्थानीय किसान शांतिपूर्ण तरीके से धरना दे रहे थे। मंगलवार को पावर प्लांट का मुख्य गेट बंद कर काम रोक दिए जाने से पुलिस और प्रशासन का पारा गरम हो गया।
मंगलवार को काफी संख्या में पुलिस बल रात 11 बजे के बाद बनारपुर गांव में पहुंच कर किसानों के घर में घुसकर जुल्म ढाना शुरू कर दिया। इस क्रम में पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है। लोगों का कहना है कि पुलिस ने घरों में घुसकर महिलाओं और बच्चों तक को नहीं छोड़ा और कई लोगों की पिटाई कर दी है। लोगों ने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई में महिला पुलिस साथ में नहीं थी।
इस घटना के बाद ग्रामीण आक्रोशित हैं। बुधवार सुबह किसानों ने पावर प्लांट में तोड़फोड़ कर वाहनों में आग लगा दी। मौके पर हालात बेकाबू हो गए हैं।
बक्सर में किसानों के ऊपर लाठीचार्ज मामले पर बक्सर के सांसद अश्विनी चौबे की प्रतिक्रिया…
उन्होंने ट्वीट कर लिखा..
बक्सर में किसानों के घर में घुसकर पुलिस ने जो गुंडागर्दी की है, यह घोर निंदनीय है। क्या किसान अपराधी थे, वारंटी थे, जो रात में उनके घर में घुस कर मारपीट की गई। महिलाओं के साथ गाली गलौज और अमानवीय व्यवहार किया गया। महागठबंधन की सरकार किसान विरोधी है। (1/2)
— Ashwini Kr. Choubey(मोदी का परिवार) (@AshwiniKChoubey) January 11, 2023
बक्सर में किसानों के घर में घुसकर पुलिस ने जो गुंडागर्दी की है, यह घोर निंदनीय है। क्या किसान अपराधी थे, वारंटी थे, जो रात में उनके घर में घुस कर मारपीट की गई। महिलाओं के साथ गाली गलौज और अमानवीय व्यवहार किया गया। महागठबंधन की सरकार किसान विरोधी है। (1/2)
— Ashwini Kr. Choubey(मोदी का परिवार) (@AshwiniKChoubey) January 11, 2023
पटना हाई कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण निर्णय देते हुए स्पष्ट किया कि फार्मेसी में डिप्लोमाधारी ही फार्मेसिस्ट पद के योग्य हैं। जस्टिस पी बी बजनथ्री की खंडपीठ ने अरविन्द कुमार की याचिका पर सुनवाई की।
कोर्ट ने स्पष्ट किया कि बी फर्मा व एम फार्म के डिग्रीधारी इस पद के योग्य नहीं है। कोर्ट ने बिहार फार्मेसिस्ट कैडर नियमावली के नियम 6 का हवाला देते हुए कहा कि फार्मेसिस्ट पद के लिए जीव विज्ञान एवं गणित विषय में इंटर पास छात्र तीन पार्ट वाले फार्मेसी में डिप्लोमा किये को ही फार्मेसिस्ट पद के लिए योग्य हैं।
कोर्ट ने कहा कि प्रावधानों के अंतर्गत जो छात्र बी फर्मा व एम फार्म कोर्स में डिग्री लिये है, वे इस पद के लिये योग्य नहीं है।डिप्लोमाधारी छात्र अरविन्द कुमार की ओर से वरीय अधिवक्ता पीके शाही और अधिवक्ता शशि भूषण सिंह ने पक्ष रखा।
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गौरतलब है कि हाई कोर्ट के एकलपीठ ने बी फर्मा व एम फार्म के डिग्रीधारी छात्रों को इस पद के योग्य करार देते हुए कहा था कि इस पद के लिए सॉफ्टवेयर में बदलाव कर छात्रों का आवेदन तुरंत स्वीकार करें।
इस आदेश की वैधता को राज्य सरकार एवं डिप्लोमाधारी छात्र ने अपील दायर कर चुनौती दी।लंबी सुनवाई के बाद खंडपीठ ने एकलपीठ के फैसला को पलट दिया।
पटना हाईकोर्ट ने राज्य के निःशक्त बच्चों के लिए बने विशेष विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों को भरने के मामले पर सुनवाई की। चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने इस जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए स्टाफ सेलेक्शन कमीशन को पार्टी बनाने का निर्देश दिया ।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता वृषकेतु शरण पांडेय ने कोर्ट को बताया कि 2014 में विज्ञापित पदों पर अब तक नहीं भरा जा सका है। यह अपने आप में राज्य का उदासीन रवैया दर्शाता है।
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गौरतलब है कि इस मामले में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने हलफनामा दायर कर बताया था कि निःशक्त बच्चों से जुड़ी सभी परियोजनाएं तीन महीनों के भीतर कार्यरत हो जाएंगे ।
इस पर हाईकोर्ट ने शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को हलफनामा दायर कर अपनी कार्य परियोजना बताने के लिए कहा है । इस मामले की अगली सुनवाई 14 फरवरी,2023 को होगी।
पटना हाइकोर्ट ने अधिवक्ता निरंजन कुमार के विरुद्ध चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की एक छात्रा के विरुद्ध लगाए गए छेड़छाड़ आरोप के मामलें पर अधिवक्ता संघो के प्रस्ताव पर स्वयम संज्ञान लेते हुए सुनवाई की। चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने मामलें पर सुनवाई करते हुए उक्त आरोपी अधिवक्ता को नोटिस जारी किया है।साथ ही बिहार स्टेट बार कॉउन्सिल को इस सम्बन्ध में की जा रही कार्रवाई का ब्यौरा तलब किया।
इससे पूर्व बिहार राज्य बार कॉउन्सिल की जनरल बॉडी की बैठक बुलाई गई थी। इसमें कॉउन्सिल के सभी सदस्यों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया किया इस मामले में तथ्य का पता लगाने के लिए तीन अधिवक्ताओं की एक कमेटी का गठन किया जाएगा।इस कमिटी में दो पुरुष व एक महिला अधिवक्ता होंगी।
इसमें कॉउंसिल के सदस्य नहीं रहेंगे। कमेटी दस दिनों के भीतर अपना रिपोर्ट दे देगी। कॉउन्सिल ने मीडिया रिपोर्ट और प्राथमिकी के अनुसार अधिवक्ता निरंजन कुमार को शो – कॉज नोटिस जारी करने का निर्णय लिया था।
पटना हाइकोर्ट के अधिवक्ता निरंजन कुमार पर चाणक्य राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, पटना की एक छात्रा ने उनके विरुद्ध अपने साथ छेड़खानी करने का आरोप लगाया था।
बार कॉउन्सिल ऑफ इंडिया ने इस मामलें को गम्भीरता से लेते हुए आरोपी अधिवक्ता निरंजन कुमार को तत्काल प्रभाव से उनके प्रैक्टिस करने के अधिकार को निलंबित कर दिया है।
इस मामलें पर अगली सुनवाई 11जनवरी,2023 को की जाएगी।
पटना । पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार के विकास का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नहीं मिले, केवल इसलिए नीतीश कुमार दरभंगा में एम्स की स्थापना और सड़क निर्माण की बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन जैसे विकास कार्यों पर भी राजनीति कर रहे हैं।
दरभंगा एम्स के लिए 200 एकड़ जमीन नहीं दे पायी सरकार
1200 करोड़ से बिहार के लिए दूसरा एम्स प्रस्तावित
दरभंगा हवाई अड्डे के विस्तार के लिए भी असहयोग का रवैया
श्री मोदी ने कहा कि यदि राज्य सरकार ने जमीन उपलब्ध करायी होती , तो 1200 करोड़ की लागत से दरभंगा में एम्स की स्थापना हो गई होती और जम्मू-कश्मीर के बाद बिहार दूसरा राज्य होता, जहाँ दो आयुर्विज्ञान संस्थान होते।
उन्होंने कहा कि दरभंगा और महाराष्ट्र के नागपुर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बनाने के लिए शिलान्यास एक साथ हुआ था। नागपुर एम्स तैयार हो गया, लेकिन दरभंगा एम्स के लिए 200 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने में राज्य सरकार 6 साल से टालमटोल कर रही है।
श्री मोदी ने कहा कि पटना के बाद राज्य का दूसरा एम्स दरभंगा में होता, जिससे उत्तर बिहार की बड़ी आबादी को बाहर जाने की जहमत नहीं उठानी पड़ती।
उन्होंने कहा कि पहले तो नीतीश सरकार नया एम्स बनाने के बजाय दरभंगा मैडिकल कालेज हॉस्पिटल (डीएमसीएच) को ही एम्स के रूप में अपग्रेड करने की दलील देकर जमीन देने से बचना चाहती थी, लेकिन केंद्र सरकार ने इसे नीतिगत आधार पर अमान्य कर दिया।
श्री मोदी ने कहा कि महीनों बाद डीएमसीएच परिसर में ही एम्स के लिए मात्र 50 एकड़ भूमि दी गई। फिर अशोक पेपर मिल के विवादास्पद परिसर में 200 एकड़ जमीन उपलब्ध कराने का प्रस्ताव किया गया। अब कहीं और भूमि देने की बात है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने जमीन देने का फैसला करने में ही इतनी देर कर दी कि एम्स की स्थापना का काम सालों पिछड़ गया।
श्री मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की तत्परता से दरभंगा हवाई अड्डे से विमान सेवाएँ शुरू तो हो गईं, लेकिन इसके विस्तार के लिए जमीन देने में फिर राज्य सरकार हीला-हवाली कर रही है, ताकि इसका श्रेय केंद्र को न मिलने पाए।
पटना: कंकड़बाग थाना क्षेत्र के अशोक नगर रोड स्थित राजा उत्सव कम्युनिटी हॉल में आग लगी । मौके पर दमकल की गाड़ियां मौजूद हैं।
दिल्ली/पटना: SC ने बिहार के छपरा जहरीली शराब कांड मामले की सुनवाई से किया इनकार, याचिकाकर्ता को HC का रुख करने को कहा ।
आरा: घूस लेते पदाधिकारी को निगरानी टीम ने रंगे हाथों दबोचा ।
पटना: दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में हंगामा। रविवार की रात दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E-6383 में तीन नशे में धुत यात्रियों ने अपने सह-यात्रियों से छेड़छाड़ की, हंगामा किया और फ्लाइट कैप्टन के साथ मारपीट की।
वैशाली: बिहार के वैशाली में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर दिए बयान पर फंसे CM नीतीश कुमार । BJP बोली- बिहार की छवि खराब कर रहे।
Bihar Board Class 10th Exams: बिहार बोर्ड ने 10वीं कक्षा का किया एडमिट कार्ड जारी । 10वीं कक्षा की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 19 जनवरी से 21 जनवरी के बीच आयोजित होंगी । बिहार बोर्ड की ओर से हाईस्कूल की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 8 जनवरी से 15 जनवरी तक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगे ।
सारण: CM नीतीश कुमार की समाधान यात्रा आज सारण में । विकास कार्यों का सीएम लेंगे जायजा, लोगों से करेंगे मुलाकात
बिहार में वंदेभारत एक्सप्रेस पर फिर हुआ पथराव । तीसरी बार हुआ पथराव , बिहार के बारसोई इलाके में हुआ पथराव ।
गोपालगंज: शहीद कमांडो को श्रद्धांजलि देने जुटे हजारों लोग । ‘भारत माता की जय’ के नारे लगे, सैन्य सम्मान के साथ शहीद दीपक को अंतिम विदाई।
बिहार में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीतलहर से लोगों का हाल बेहाल; स्कूल 14 जनवरी तक बंद ।
बेतिया: SSB की बस हादसा का शिकार हो गयी । घायल SSB जवानों को स्थानीय लोगों के मदद से पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया ।
पटना हाइकोर्ट में पटना गया डोभी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के मामलें पर सुनवाई की गई।चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान फेज एक का निर्माण कार्य के प्रगति रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।साथ ही कोर्ट ने निर्माण कार्य में लगायी गई मशीन और मानव संसाधन का भी ब्यौरा पेश करने का निर्देश दिया।
इससे पूर्व कोर्ट ने फेज 2 के निर्माण में आ रही बाधाओं और अतिक्रमण को राज्य सरकार शीघ्र हटाना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था।कोर्ट ने इसके लिए आवश्यक पुलिस बल और व्यवस्था मुहैया कराने का निर्देश सबंधित ज़िला प्रशासन को दिया है।
पिछली सुनवाई में इस राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण करने वाली कंपनी ने इसका निर्माण कार्य 30 जून,2023 तक पूरा करने का अश्वासन कोर्ट को दिया था।इससे पूर्व में भी कोर्ट ने इस फेज के निर्माण में बाधा उत्पन्न होने वाले सभी अवरोधों को तत्काल हटाने का निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिया।
इस राष्ट्रीय राजमार्ग के फेज दो व तीन के निर्माण में बाधा बने धार्मिक स्थलों सहित स्कूल तथा अन्य अवरोध को हटाने के लिए कोर्ट ने जहानाबाद तथा गया के डीएम एवं एसपी को दिया था।
#PatnaHighCourt
कोर्ट ने उन्हें को तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करने का आदेश दिया है।कोर्ट ने फेज दो के 39 किलोमीटर से 83 किलोमीटर के बीच सभी प्रकार के अतिक्रमण को तेजी से हटाने का आदेश दिया।वही फेज तीन के 83 किलोमीटर से 127 किलोमीटर के बीच के अतिक्रमण को भी हटाने का आदेश दिया।
पिछली सुनवाई कोर्ट ने पटना गया डोभी राष्ट्रीय राजमार्ग के फेज दो व तीन के निर्माण में लगी निर्माण कंपनी ने कोर्ट को बताया कि पटना गया डोभी एनएच के निर्माण में कई जगह बाधा उत्पन्न किया जा रही है।उनका कहना था कि स्थानीय लोगों ने अतिक्रमण कर लिया ।
कोर्ट ने स्पष्ट कहा था कि इस मामलें पर कई बार सुनवाई की गई हैं,लेकिन कभी भी अतिक्रमण किये जाने तथा जमीन नहीं देने की जानकारी नहीं दी गई थी
इस मामलें पर 19 जनवरी,2023 को फिर सुनवाई की जाएगी।
पटना हाईकोर्ट ने राज्य के पश्चिम चम्पारण ज़िला स्थित हारनाटांड स्थित अनुसूचित जनजाति के बालिकाओं के लिए एकमात्र स्कूल की दयनीय अवस्था पर सुनवाई की चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने इस जनहित याचिका पर सुनवाई की।कोर्ट ने पूर्व में गठित वकीलों की कमिटी को राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों से शिक्षा की समस्याओं पर विचार विमर्श करने का निर्देश दिया।
वकीलों की कमिटी इस सम्बन्ध में अगली सुनवाई में कोर्ट के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी।साथ ही हारनाटांड स्थित अनुसूचित जनजाति के लड़कियों के लिए एकमात्र स्कूल के स्थिति के बारे में भी रिपोर्ट अगली सुनवाई में पेश किया जाएगा।
इस सम्बन्ध में आज राज्य सरकार द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर कोर्ट ने असंतोष जाहिर किया।पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के निदेशक और समाज कल्याण विभाग के निदेशक को स्थिति स्पष्ट करने के लिए तलब किया था।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता विकास पंकज ने कोर्ट को बताया कि बिहार में अनुसूचित जनजाति की बालिकाओं के लिए पश्चिम चम्पारण के हारनाटांड ही एकमात्र स्कूल है।उन्होंने कोर्ट को बताया कि पहले यहाँ पर कक्षा एक से ले कर कक्षा दस तक की पढ़ाई होती थी।
#PatnaHighCourt
लेकिन जबसे इस स्कूल का प्रबंधन सरकार के हाथों में गया,इस स्कूल की स्थिति बदतर होती गई।उन्होंने कोर्ट को जानकारी दी कि कक्षा सात और आठ में छात्राओं का एडमिशन बन्द कर दिया गया।साथ ही कक्षा नौ और दस में छात्राओं का एडमिशन पचास फीसदी ही रह गया।
यहाँ पर सौ बिस्तर वाला हॉस्टल छात्राओं के लिए था,जिसे बंद कर दिया गया।इस स्कूल में पर्याप्त संख्या में शिक्षक भी नहीं है।इस कारण छात्राओं की पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हुई है।
कोर्ट ने जानना चाहा कि इतनी बड़ी तादाद में छात्राएं स्कूल जाना क्यों बंद कर दे रही है।पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि जब इस स्कूल के लिए केंद्र सरकार पूरा फंड देती है,तो सारा पैसा स्कूल को क्यों नहीं दिया जाता हैं।
इस मामलें पर अगली सुनवाई 23 जनवरी,2023 को की जाएगी।
पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह का राजद से निष्कासन तय हो गया है और किसी भी समय इन्हें छह वर्षों के लिए पार्टी से बाहर करने कि घोषणा हो सकती है ।
–नीतीश अभी भी बीजेपी वाली मानसिकता से नहीं निकल पाये हैं बाहर –प्रशासनिक अधिकारियों को पोस्टिंग में एक बार फिर आया सामने —तेजस्वी का मिशन 2024 में कार्यकर्ता साथ छोड़ दे तो कोई बड़ी बात नही् –सुधाकर का पार्टी से निकालना आत्मघाती हो सकता है राजद के लिए –रघुवंश सिंह का नुकसान समझ नहीं पा रहा हैं तेजस्वी –तेजस्वी राहुल नहीं है ये उन्हें समझना चाहिए
नीतीश कैम्प की इक्छा है कि सुधाकर सिंंह को पार्टी से निकालने कि घोषणा राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के माध्यम से ही करायी जाए इस वजह से जो देरी हो जाए वैसे तेजस्वी ने मन बना लिया है कि सुधाकर सिंह को लालू प्रसाद के बातचीत करने कि स्थिति में आने से पहले निपटा दिया जाए क्यों कि सिंगापुर से जो लालू प्रसाद के स्वास्थ्य को लेकर खबर आ रही है वह संतोषजनक नहीं है।
कल जब छपरा में तेजस्वी कह रहे थे कि सुधाकर सिंह बीजेपी के ऐजेंडे पर काम कर रहे हैं और महागठबंधन का लक्ष्य है मोदी को सत्ता से बेदखल करना और इसमें जो भी बाधक बनेगा उसको बर्दास्त नहीं किया जायेंगा। ठीक उसी समय राजद का एक और विधायक मीडिया से उसी अंदाज में बात कर रहा था जिस अंदाज में सुधाकर सिंह पिछले कई दिनोंं से कह रहा है।ऐसा भी नहीं है कि नीतीश की शैली से सिर्फ राजद के दो चार विधायक ही असहज नहीं है लाखो कार्यकर्ता भी असहज है और यही स्थिति बनी रही तो राजद को बड़ा नुकसान होगा यह अब दिखने लगा है क्योंं कि जिस तरीके की अफरशाही थाना और प्रखंड स्तर पर अभी भी लूट मचा रखा है उससे राजद के विधायक और कार्यकर्ता असहज है।
यही स्थिति बनी रही तो 2024 में राजद मोदी से लड़ने कि स्थिति मे रहेंगा भी या नहीं कहना मुश्किल है क्यों कि राजद के विधायक ही परेशान नहीं है कार्यकर्ता भी परेशान है और हाल के दिनों में अधिकारियों का जिस तरीके से पोस्टिंग किया गया है उसमें अधिकांश अधिकारी भाजपा माइंडसेट का है जिस वजह से राजद का कार्यकर्ता और भी असहज हो गया है क्यों कि ऐसे अधिकारी ईमानदारी से काम करते हैं ऐसा भी नहीं है बल्कि बीजेपी के लाइन के साथ खड़े रहते हैं समस्या यह भी है । 2015 में भी महागठबंधन जब बना था नीतीश इसी शैली में काम करते रहे जिससे राजद और कमजोर हुआ और उसी का नतीजा था कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राजद का खाता तक नहीं खुला जो जनता दल और राजद के राजनीतिक सफर में कभी नहीं हुआ था.
ये कहने के लिए है कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को ताकत मिलने से प्रशासनिक व्यवस्था धराशाही हो जाती है यह पूरी तौर पर सही नहीं है जबकि इसका असर यह पड़ता है कि स्थानीय प्रशासन पर दबाव रहता है कि गलत ना करे क्यों कि अधिकारी आते रहते हैं जाते रहते हैं लेकिन किसी भी पार्टी का कार्यकर्ता और नेता को हमेशा वही रहना होता है ऐसे में बहुत ज्यादा दाये बाये करने कि गुनजाइस कम रहती है ।
लालू के शासन काल को इसी आधार पर बदनाम किया जाता है कि राजद के कार्यकर्ता और नेता के कारण राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गया ।
हां नीतीश के शासन काल में किसी भी पार्टी के कार्यकर्ताओं का कुछ भी नहीं तो क्या सरकारी काम के गुनवत्ता में सुधार हो गया ,भ्रष्टाचार कम हो गया ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है अराजक स्थिति है अमीर को नीतीश के शासन काल में लाभ मिल रहा है लेकिन एक भी गरीब को न्याय नहीं मिलता है ।
बिना पैसा लिए थाना हो या फिर प्रखंड हो काम ही नहीं हो सकता है आज कोई भी नेता यह कहने कि स्थिति में नहीं है कि थाना या फिर प्रखंड में कहने वाला नहीं है कि यह गरीब है इससे घूस मत लीजिए।
अगर ऐसा नहीं होगा तो पार्टी 2005 से सरकार में है मुख्यमंत्री उसका है वो पार्टी लगातार कमजोर क्यों होती जा रही है उन्हें आज भी सत्ता में बने रहने के लिए बैसाखी की जरुरत क्यों पड़ रही है कारण ये भी है कि अफसर के सहारे जो सरकार चलाने कि कोशिश हुई उससे पार्टी के साथ साथ लोकतांत्रिक संस्थान भी कमजोर हुआ और धीरे धीरे पूरी प्रशासनिक व्यवस्था एक व्यक्ति पर केन्द्रीत हो कर रह गया जिसका खामियाजा राज्य भुगत रहा है ।
वैसे रघुवंश सिंह के जाने से गंगा के उस पार वाले इलाके में समाजवादी विचार से जुड़े लोग जो राजद के साथ खड़े थे वो राजद से दूर हुए और उसका नुकसान लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भी राजद को भुगतना पड़ा और जगदानंद सिंंह कमजोर हुए तो शहाबाद और मगध के इलाके में जो गैर यादव और मुसलमान राजद से जुड़े हुए हैं राजद से दूर हो जाएगे ये खतरा है ।
नीतीश को सरकार चलाने कि जो जिद्द है वोट यादव और मुसलमान का लीजिएगा और सत्ता में भागादीरी बीजेपी मान्डसेट वाले लोगों को दीजिएगा 2024 तो छोड़िए 2023 का बजट वाला सत्र चलाना मुश्किल हो जाएगा यह दिखने लगा है ।
पटना । पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वोट दिलाने की क्षमता खोकर अब राजद के लिए बोझ बन चुके हैं। पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह तो मुखर हैं, लेकिन उनकी पार्टी के अधिकतर विधायकों में नाराजगी है। विद्रोह की स्थिति है।
सीएम के विरुद्ध बोलने वालों को चेतावनी देना सिर्फ दिखावा
जो व्यक्ति सहयोगी दल के लिए बोझ, उसे पीएम- प्रत्याशी बता रहे ललन सिंह
श्री मोदी ने कहा कि सुधाकर सिंह सीएम के लिए लगातार ” शिखंडी, नाइट वॉचमैन, तानाशाह ” जैसे शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई करने के बजाय उन्हें केवल चेतावनी दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह के विरुद्ध कार्रवाई करने में तेजस्वी यादव सक्षम हैं और यह कोई ऐसा काम भी नहीं कि खरमास बीतने की प्रतीक्षा की जाए।
श्री मोदी ने कहा कि राजद नेतृत्व एकतरफ नीतीश कुमार का अपमान करा रहा है, तो दूसरी तरफ ऐसा करने वालों को सिर्फ दिखावे के लिए कार्रवाई करने की धमकी दे रहा है। सब-कुछ सोची-समझी रणनीति है।
उन्होंने कहा कि सुधाकर सिंह को नोटिस तक नहीं दिया गया, इसलिए अब दूसरे विधायक भी मुख्यमंत्री के विरुद्ध बयान देने लगे।
श्री मोदी ने कहा कि जिस नीतीश कुमार को बिहार में जदयू का प्रमुख सहयोगी दल बोझ मानकर उनसे मुक्ति पाना चाहता है, उसे आत्ममुग्ध जदयू अध्यक्ष ललन सिंह प्रधानमंत्री-पद का दावेदार बता रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जिस नीतीश कुमार के बूते जदयू विधानसभा की 45 सीट जीत नहीं सकता और 2014 में जो दल लोकसभा की केवल 2 सीट जीत सका था, उसे प्रधानमंत्री बनाने का सपना दिखाया जा रहा है।
श्री मोदी ने कहा कि केजरीवाल, ममता बनर्जी सहित कई मुख्यमंत्री अपने-अपने प्रभाव क्षेत्र में सीमित राजनीतिक सफलता के मानकों पर प्रधानमंत्री पद के लिए नीतीश कुमार से ज्यादा बड़े दावेदार हैं, लेकिन ये सभी किसी और को पीएम-प्रत्याशी स्वीकार करने को राजी भी नहीं ।
पटना हाइकोर्ट ने बेली रोड स्थित एल एन मिश्र इंस्टीट्यूट ऑफ इकोनॉमिक डेवलपमेंट एंड सोशल चेंज, पटना के भवन को स्थानांतरित करने से सम्बंधित लोकहित याचिका पर सुनवाई की । चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ के समक्ष याचिकाकर्ता की ओर से वरीय अधिवक्ता योगेश चंद्र वर्मा ने बताया कि मौजूदा परिस्थितों के मद्देनजर हाईकोर्ट कैंपस का विस्तार ज़रूरी हो गया है।
उन्होंने कहा कि इसलिए एलएन मिश्र इंस्टीट्यूट को अन्यत्र स्थानांतरित किये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि वकीलों, उनके स्टाफ और हाईकोर्ट में काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या काफी बढ़ी है। राज्य सरकार का कर्तव्य है कि वह न्यायपालिका के विस्तार से संबंधित उचित कदम उठाये ।
गौरतलब है कि एलएन मिश्रा इंस्टीट्यूट के अधिवक्ता आरके शुक्ला ने याचिका का कड़ा विरोध करते हुए कहा था।उन्होंने कहा कि इससे एलएन मिश्र इंस्टीट्यूट में पढ़ाई कर रहे छात्रों का भविष्य प्रभावित होगा ।
#PatnaHighCourt
उन्होंने कोर्ट को बताया था कि जो पूर्वी सीमा पर मूल रूप से हाईकोर्ट को भूमि आवंटित की गई थी, राज्य सरकार ने उस पर एमएलए और सरकारी अधिकारियों के फ्लैट निर्माण कर लिया है। ऐसे में इंस्टीट्यूट को अन्यत्र स्थानांतरित किया जाना एक मुश्किल फ़ैसला है।
इस इंस्टिट्यूट के पदेन अध्यक्ष माननीय मुख्यमंत्री हैं। उनके समक्ष इस पूरे मामले को रखना जरूरी है ताकि कोई फ़ैसला लिया जा सके ।
मामले की सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की ओर से महाधिवक्ता ललित किशोर ने बताया कि राज्य को अपना पक्ष रखने के लिए फिलहाल 2 सप्ताह का समय दिया जाना चाहिए । इस मामले की अगली सुनवाई दो सप्ताह बाद होगी ।
पटना हाइकोर्ट ने सीतामढी ज़िला के आर्थिक रूप से कमज़ोर और शारीरिक अपंगता लड़कियों की जांच रिपोर्ट कल तक एम्स,पटना को प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने स्वयं संज्ञान लेते हुए इन दिव्यांग लड़कियों की अपंगता की जांच के लिए एम्स,पटना को भेजा।
गौरतलब है कि सीतामढी के ज़िला व सत्र न्यायाधीश ने इनके सम्बन्ध में पटना हाइकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को पत्र लिखा था।इसमें ये बताया गया कि दो लड़कियों को हड्डी रोग की समस्या है,जबकि एक लड़की नेत्र की समस्या से ग्रस्त है।इनके आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण इनके माता पिता इनका ईलाज नही करवा पा रहे थे।इनके ईलाज में अस्पताल और ईलाज का खर्च काफी होता है, जो कि इनके वश में नहीं था।
#PatnaHighCourt
कोर्ट ने इनके ईलाज के क्रम में जांच के लिए पटना के एम्स अस्पताल भेजा।एम्स के अधिवक्ता विनय कुमार पाण्डेय ने कोर्ट को बताया कि एम्स अस्पताल में जांच का कार्य हो गया है।कल तक एम्स अस्पताल से रिपोर्ट मिल जाने की संभावना है।
इस मामलें की सुनवाई के क्रम में कोर्ट ने एम्स अस्पताल, पटना व राज्य सरकार समाज कल्याण विभाग को पार्टी बनाने का आदेश दिया।इस मामलें पर 10 जनवरी,2023 को फिर सुनवाई होगी।
दिल्ली/पटना । बिहार में दिसंबर 2022 में हुई जहरीली शराब से मौत के मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। मुख्य न्यायाधीश(CJI) डी वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने याचिकाकर्ता से पूछा कि आप इस मामले को लेकर हाईकोर्ट क्यों नहीं जाते?
CJI ने कहा कि आपने अपनी याचिका में जो भी 3 मांगें की है, उन सभी मांगों पर हाईकोर्ट के पास समुचित अधिकार है कि वहीं पर सुनवाई कर सकता है।
आपको बता दे की याचिकाकर्ता द्वारा बिहार के छपरा में हुई जहरीली शराब से मौत मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मामले की SIT से जांच की मांग और पीड़ितों को मुआवजा दिए जाने की मांग की गई थी।
#SupremeCourt
इसके अलावा देशभर में अवैध शराब के निमाण, व्यापार और बिक्री को काबू करने को लेकर नेशनल एक्शन प्लान बनाने की भी मांग की गई थी।
बिहार में जहरीली शराब के कारण दिसंबर में 40 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। इस मामले ने जमकर तूल पकड़ा और विपक्ष ने बिहार सरकार को निशाना बनाया था। इसके बाद मामला Supreme Court में सुनवाई के लिए पहुंचा तो कोर्ट ने 9 जनवरी के लिए तारीख दी थी।
दिल्ली/पटना: SC ने बिहार के छपरा जहरीली शराब कांड मामले की सुनवाई से किया इनकार, याचिकाकर्ता को HC का रुख करने को कहा ।
आरा: घूस लेते पदाधिकारी को निगरानी टीम ने रंगे हाथों दबोचा ।
पटना: दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट में हंगामा। रविवार की रात दिल्ली से पटना जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट 6E-6383 में तीन नशे में धुत यात्रियों ने अपने सह-यात्रियों से छेड़छाड़ की, हंगामा किया और फ्लाइट कैप्टन के साथ मारपीट की।
वैशाली: बिहार के वैशाली में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर दिए बयान पर फंसे CM नीतीश कुमार । BJP बोली- बिहार की छवि खराब कर रहे।
Bihar Board Class 10th Exams: बिहार बोर्ड ने 10वीं कक्षा का किया एडमिट कार्ड जारी । 10वीं कक्षा की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 19 जनवरी से 21 जनवरी के बीच आयोजित होंगी । बिहार बोर्ड की ओर से हाईस्कूल की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 8 जनवरी से 15 जनवरी तक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगे ।
सारण: CM नीतीश कुमार की समाधान यात्रा आज सारण में । विकास कार्यों का सीएम लेंगे जायजा, लोगों से करेंगे मुलाकात
बिहार में वंदेभारत एक्सप्रेस पर फिर हुआ पथराव । तीसरी बार हुआ पथराव , बिहार के बारसोई इलाके में हुआ पथराव ।
गोपालगंज: शहीद कमांडो को श्रद्धांजलि देने जुटे हजारों लोग । ‘भारत माता की जय’ के नारे लगे, सैन्य सम्मान के साथ शहीद दीपक को अंतिम विदाई।
बिहार में कड़ाके की ठंड, घने कोहरे और शीतलहर से लोगों का हाल बेहाल; स्कूल 14 जनवरी तक बंद ।
बेतिया: SSB की बस हादसा का शिकार हो गयी । घायल SSB जवानों को स्थानीय लोगों के मदद से पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया ।
नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा जातिगत जनगणना को लेकर नीतीश कुमार पर बरसे । क्या बिहार में फिर से जातीय उन्माद फैलाना चाहते हैं नीतीश कुमार?
पटना: बांकीपुर क्लब में GST की छापेमारी । क्लब के सदस्यों पर करोड़ों की टैक्स चोरी का आरोप लगा है।
सीतामढ़ी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यात्रा के दौरान एक युवक ने आत्महत्या की कोशिश की। हालांकि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवक को हिरासत में ले लिया ।
चलती ट्रेन में TTE की गुंडागर्दी, सफर कर रहे यात्री की जमकर पिटाई की। यात्री को पीटने के आरोप में दो टीटीई निलंबित।
बिहार में जाति आधारित सर्वेक्षण का पहला चरण आज से शुरू, जाने क्या-क्या होगा सर्वे में..
पटना हाई कोर्ट ने मुज़फ़्फ़रपुर के सरैया थाना चर्चित हत्याकांड में मृतक निर्भया कुमारी (काल्पनिक नाम) के परिजन द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए सरैया के डीएसपी और सम्बंधित अनुसंधानकर्ता को अगली सुनवाई में तलब किया है।जस्टिस चन्द्रशेखर झा ने पुलिस द्वारा बलात्कारियों को केस से बरी करने के विरुद्ध दायर याचिका पर सुनवाई की।
याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ओम प्रकाश कुमार ने कोर्ट से आग्रह किया गया है कि केस में नामजद अभियुक्तों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए। साथ ही केस को किसी स्वतंत्र एजेंसी से जांच करवाया जाए। इस केस में काम नही कर रहे पुलिस पदाधिकारियों पर विभागीय कार्यवाही भी चलाया जाए।
पिछले सुनवाई के दौरान मुज़फ़्फ़रपुर SSP ने शपथ पत्र दायर कर बताया कि इस केस में सिर्फ एक व्यक्ति ही संलिप्तता जांच में सामने आई है ।इसलिए बाकी अभियुक्तों को गिरफ्तार नही किया गया।
आज सुनवाई के दौरान कोर्ट ने पाया कि जो शपथ पत्र एसएसपी ने दायर किया है, उसे देखने से प्रतीत होता है कि पुलिस अन्य अभियुक्तों को बचा रही है।
#PatnaHighCourt
कोर्ट ने नाराजगी जताते हुए इस केस के DSP और अनुसंधान कर्ता को अगली सुनवाई में कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दिया है।
अधिवक्ता ओम प्रकाश ने बताया कि दिनांक 26 अप्रैल 2022 को याचिकाकर्ता की पुत्री अपने घर से बाहर गयी थी ,लेकिन वह वापस नही लौटी।
जिसके बाद परिजन वालों ने अपनी पुत्री को जा खोजबीन किया, परन्तु वह नही मिली। उसी दिन रात्रि 12.47 बजे एक कॉल आया, जिसमे याचिकाकर्ता की पुत्री की आवाज सुनाई दी।वह दर्द से कराह रही थी।इसके बाद फोन कट गया और पुनः प्रयास करने पर मोबाइल बंद मिला।
अगले दिन सुबह में ग्रामीण ने बताया कि याचिकाकर्ता की पुत्री की बॉडी पोखर में पड़ी हुई है। इसके बाद परिजन घटना स्थल पर जाने के क्रम में देखे की गांव के ही मो0 वसीम खान के द्वारा याचिकाकर्ता की पुत्री को बोलेरो कार से लेकर कहीं जा रहा था।
वह बोलेरो मोहम्मद वसीम के घर पर जाकर रुकती है और फिर मोहम्मद वसीम के परिवार वाले गाड़ी में बैठते है। वे लोग वैष्णवी हॉस्पिटल, मुज़फ़्फ़रपुर याचिकाकर्ता की पुत्री को लेकर जाते हैं, जहाँ याचिकाकर्ता की पुत्री के परिजन भी पहुचते हैं ।
अपनी पुत्री से बात करते हैं, तो याचिकाकर्ता की पुत्री द्वारा बताया जाता है कि लगभग 8 लोग द्वारा बलात्कार किया गया और जहर पिलाया गया। इसमें उसने चार लोगों का नाम भी लिया था, जिसमे से एक व्यक्ति मोहम्मद वसीम खान को गिरफ्तार कर लिया गया है ।
लेकिन अभी भी तीन नामजद अभियुक्त पुलिस के गिरफ्त से बाहर है।इस मामलें पर पुनः दस दिनों बाद सुनवाई की जाएगी।
पटना । बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड (BSEB) ने आज 10वीं कक्षा का एडमिट कार्ड जारी किया है । 10वीं कक्षा की प्रैक्टिकल परीक्षाएं 19 जनवरी से 21 जनवरी के बीच आयोजित होंगी । बिहार बोर्ड की ओर से हाईस्कूल की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड 8 जनवरी से 15 जनवरी तक वेबसाइट पर उपलब्ध रहेंगे ।
बिहार बोर्ड के अधीन संचालित स्कूलों के प्रिंसिपल आधिकारिक वेबसाइट biharboardonline.bihar.gov.in और secondary.biharboardonline.com से हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में इस बार शामिल होने वाले पंजीकृत स्टूडेंट का एडमिट कार्ड यानी हॉल टिकट डाउनलोड कर सकते हैं ।
Bihar Board Class 10th Exam full details of exam: बिहार स्कूल बोर्ड की ओर से हाईस्कूल का एनुअल एग्जाम दो पालियों में आयोजित किया जाना है। बोर्ड परीक्षा के शुरू होने वाले दिन पहली पाली सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक और दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर 1:45 बजे से शाम 5 बजे तक होगी। परीक्षा के आखिरी दिन मॉर्निंग शिफ्ट सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:15 बजे तक और इवनिंग शिफ्ट दोपहर 1:45 बजे से शाम 4:30 बजे तक होगी।