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लालू प्रसाद और सोनिया गांधी के बीच नहीं हुई है बात बिहार कांग्रेस ने किया खारिज

सियासी दाव में माहिर लालू प्रसाद आज तारापुर की चुनावी रैली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से फोन पर बात होने की चर्चा करते हुए कहा कि सोनिया जी ने उनसे उनका हालचाल पूछा कि कहां और कैसे हैं। राजनीतिक मुद्दे पर भी बात हुई।

सोनिया गाँधी से बातचीत को लेकर क्या कहाँ लालू प्रसाद

सोनिया जी ने कहा कि समान विचारधारा वाले सभी दलों को राष्ट्रीय स्तर पर इकट्ठा करना है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के खिलाफ एक होना है।

लालू के मुताबिक सोनिया चाहती हैं कि उपचुनाव के नतीजे के बाद सबकी बैठक बुलाकर आगे की रणनीति तय की जाए।हलाकि कांग्रेस से लालू प्रसाद के इस बयान को खारिज करते हुए कहा कि लालू जी झूठ बोल रहे हैं सोनिया जी से उनकी कोई बात नहीं हुई है ।

कांग्रेस विधायक शकील अहमद लालू प्रसाद की सोनिया गाँधी से बातचीत की बात को अफवाह बताया ।

राजनीति के जानकार बता रहे हैं कि लालू प्रसाद को पता है कि कांग्रेस और राजद में जो कुछ भी चल रहा है उस वजह से मुस्लिम वोट में बिखराव हो सकता है ।

बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने लालू और सोनिया के बीच बातचीत को नकारा

इसलिए रणनीति के तहत तारापुर के ईदगाह मैदान में आयोजित रैली के दौरान लालू प्रसाद ने सोनिया गांधी से बात होने कि बात कि है ताकि मुस्लिम वोट में बिखराव ना हो। क्यों कि कन्हैया और कांग्रेस से जुड़े मुस्लिम नेता के आने से मुस्लिम वोट में बिखराव बड़ी तेजी से होने लगा है ।

तंबाकू नियंत्रण के लिए सामाजिक आंदोलन जरूरीः मंगल पांडेय

तंबाकू नियंत्रण के लिए सामाजिक आंदोलन जरूरीः मंगल पांडेय
समाज को तंबाकू से दूरी बनाने के लिए किया जा रहा प्रेरित

पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि स्वच्छ भारत-स्वस्थ भारत अभियान को धरातल पर उतारने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर कदम उठा रहा है। अभियान के तहत सार्वजनिक भवनों को स्वच्छ एवं साफ रखा जाना है। इसी उद्देश्य को ध्यान रखते हुए बिहार राज्य के सभी सरकारी कार्यालय, संस्थान एवं शिक्षण संस्थान आदि परिसर को तम्बाकू मुक्त क्षेत्र घोषित किया गया है।

स्वास्थ्य विभाग ने निर्णय लिया है कि सभी सरकारी परिसर एवं स्वास्थ्य संस्थानों में तम्बाकू मुक्त परिसर का बोर्ड, होर्डिंग अथवा साइनेज लगाया जाएगा। इस निर्णय का जिलों में अनुपालन होता भी दिख रहा है। तंबाकू नियंत्रण के लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करने की जरूरत है, जिससे समाज को तंबाकू से दूरी बनाने के लिए प्रेरित किया जा सके। तंबाकू चबाने या धुम्रपान से होने वाली सभी परेशानियों और स्वास्थ्य जटिलताओं से लोगों को जागरूक करने के लिए बैनर, पोस्टर, होर्डिंग आदि लगाया जा रहा है।

श्री पांडेय ने कहा कि तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरों में से एक है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकना स्वास्थ्य के लिए खतरा है और संचारी रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है। तंबाकू सेवन करने वाले की प्रवृति यत्र-तत्र थूकने की होती है। थूकने के कारण कई गंभीर बीमारी तथा कोरोना, इंसेफलाइटिस, यक्ष्मा, स्वाइन फ्लू आदि का संक्रमण फैलने की आशंका रहती है।

पर्यावरण को लेकर दो दिवसीय प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन किया है।

वन उत्पादकता संस्थान, रांची ने भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्वावधान में “राज्य REDD+ के विकास के लिए राज्य वन विभागों की क्षमता निर्माण” पर बिहार के राज्य वन विभाग के अधिकारियों के लिए 27 और 28 अक्टूबर 2021 को संस्थान में दो दिवसीय प्रशिक्षण-सह-कार्यशाला का आयोजन किया है।

इस अवसर के मुख्य अतिथि श्री. अरविंदर सिंह, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक ने सभा को संबोधित करते हुए कार्यशाला में भाग लेने वाले अधिकारियों से पुरे कार्यक्रम के दौरान गहरी रुचि लेने और प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए जोर दिया और REDD+ कार्यक्रम के महत्व के बारे में बात की जो कि है वनों की कटाई और वन क्षरण, वनों के संरक्षण, वनों के सतत प्रबंधन और वन कार्बन स्टॉक में वृद्धि से उत्सर्जन को कम करने के लिए विकासशील देशों में जलवायु परिवर्तन शमन विकल्पों में से एक है। अंत में, उन्होंने सभी को शुभकामनाएं दीं और औपचारिक रूप से कार्यशाला का उद्घाटन किया।

डॉ. नितिन कुलकर्णी, निदेशक ने इस अवसर पर सभी गणमान्य व्यक्तियों, बिहार के राज्य वन विभाग के अधिकारियों, वैज्ञानिकों और तकनीकी अधिकारियों का औपचारिक रूप से स्वागत किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन, वनों की कटाई और वन क्षरण से ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करना (REDD+), प्रशिक्षण कार्यक्रम और कार्यशाला की गतिविधियों के संचालन में समूह अभ्यासों के महत्व के बारे में एक परिचय दिया।

विशिष्ट अतिथि श्री. एके द्विवेदी, क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक ने प्रतिभागियों से कार्यशाला में सक्रिय साझेदारी की अपेक्षा जाहिर किया ताकि राज्य REDD+ कार्य योजना समय पर तैयार हो सके। बिहार के राज्य वन विभाग के अधिकारियों के संक्षिप्त परिचय के पश्चात डॉ शंभू नाथ मिश्रा, नोडल अधिकारी, वन उत्पादकता संस्थान, रांची ने उद्घाटन सत्र के लिए धन्यवाद प्रस्ताव दिया।

कार्यशाला के बाद तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें देहरादून से REDD+ विशेषज्ञ श्री. वीआरएस रावत और डॉ. आरएस रावत ने REDD+ और राष्ट्रीय REDD+ रणनीति और एसआरएपी प्रक्रियाओं का अवलोकन’ पर व्याख्यान दिया।
प्रशिक्षण सत्र का संचालन नोडल अधिकारी श्री संजीव कुमार और डॉ. एस.एन. मिश्रा, द्वारा किया गया। राज्य वन विभाग, बिहार के अधिकारियों ने सभी गतिविधियों और चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया।

इन कारकों को दूर करने के लिए आगे के समाधान और हस्तक्षेप पैकेज बिहार के संदर्भ मे मानकीकृत किए गए। सत्र की मध्यस्ता डॉ ब्लेसिंग रॉय सुचियांग, डॉ अंशुमान दास, श्री राजीव रंजन और श्री. अरविंद कुमार द्वारा किया गया। । श्री संजीव कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक के कार्बन स्टॉक में वृद्धि पर समापन टिप्पणी के बाद डॉ ब्लेसिंग रॉय सुचियांग द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ घाट का लिया जायजा

मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार आज छठ पर्व के घाटों की तैयारी का जायजा लेने खुद निकले उनके साथ उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Deputy CM Tara Kishor Prasad)पूर्व मुख्‍य सचिव दीपक कुमार, आनंद किशोर, कमिश्नर संजय अग्रवाल, डीएम चंद्रशेखर सिंह मौजूद थे ।

दानापुर से लेकर पटना सिटी के बीच जीतने भी घाट आये सबका निरीक्षण किये और इस दौरान संपर्क पथ, सुरक्षा समेत अन्‍य बिंदुओं पर जरूरी निर्देश दिए। गांधी घाट से स्‍टीमर पर सवार होकर सीएम निकले। गंगा के बढ़े जलस्‍तर को लेकर अधिकारियों से उन्‍होंने बात की। उन्‍होंने कहा कि तीन नवंबर को एक बार फिर वे तैयारियों का जायजा लेंगे।

घाटों का निरीक्षण करने के बाद सीएम ने बताया कि पिछले साल कोरोना के कारण सबकुछ पर रोक लग गई थी। उसको छोड़कर पिछले सभी वर्षों में समय पूर्व तैयारी का जायजा लेने निकलते हैं। इस बार पानी का असर ज्‍यादा रहा है।

पानी का बहाव भी तेज है ऐसी स्थिति में विशेष सतर्कता बरतने कि जरुरत है गंगा तट पर स्थित घाट के अलावे शहर के अलग अलग मुहल्ले में भी छठ पर्व करने के लिए घाट का निर्माण करने का निर्देश है। सीएम ने कहा कि तीन नवंबर को वे फिर यहीं से शुरुआत करेंगे और कार्य की प्रगति का जायजा लेंगे।

गांधी मैदान ब्लास्ट मामले में 9 आरोपी दोषी एक साक्ष्य के अभाव में हुआ बरी

गांधी मैदान सीरियल ब्‍लास्‍ट मामले में एनआईए के विशेष जज गुरुविंदर सिंह मल्होत्रा ने इस मामले में 9 आरोपियों को दोषी करार दिया है। जबकि एक को बरी कर दिया है। कोर्ट ने इस मामले में सजा सुनाने के लिए एक नवम्‍बर की तारीख तय किया है।

अभियुक्त पक्ष के वकील वकील असगर अली

आज सुबह से ही पटना सिविल कोर्ट परिसर में गहमागहमी थी। आठ साल बाद गांधी मैदान ब्‍लास्‍ट मामले में क्‍या इंसाफ होता है, यह हर कोई जानना चाहता था। इस कांड में 10 लोगों की मौत हुई थी जबकि 89 लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। बुधवार को आए फैसले से उनके परिवारों ने थोड़ी राहत महसूस की है। फैसले के लिए सुनवाई शुरू होने से पहले बुधवार की सुबह बेऊर जेल से सभी आरोपियों को कोर्ट लाया गया। इसके बाद कोर्ट में सजा के बिंदुओं पर सुनवाई शुरू हुई।

इस कांड में एनआईए की टीम ने अनुसंधान के बाद 21 अगस्त 2014 को हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी, नोमान अंसारी, मो. मुजिबुल्लाह अंसारी, मो. इम्तियाज आलम, अहमद हुसैन, फकरुद्दीन, मो. फिरोज असलम, इम्तियाज अंसारी, मो. इफ्तिकार आलम, अजहरुद्दीन कुरैसी और एक नाबालिग के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। कोर्ट ने फकरुद्दीदी को छोड़कर अन्‍य सभी नौ आरोपियों को दोषी करार दिया है।

एनआईए के वकील ललन कुमार

पांच दोषी बोधगया ब्लास्ट मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा है
गांधी मैदान ब्‍लास्‍ट केस में बेऊर जेल में बंद 10 में से पांच आरोपियों को बोधगया ब्लास्ट मामले में भी उम्रकैद की सजा सुनाई जा चुकी है। गांधी मैदान ब्लास्ट मामले में सभी 187 लोगों की गवाही के बाद एनआईए कोर्ट ने यह फैसला सुनाया है यह संयोग ही है कि कोर्ट ने गांधी ब्‍लास्‍ट मामले में इंसाफ के लिए उसी तारीख को चुना जिस तारीख को आठ वर्ष पूर्व धमाका किया गया था।

एक आरोपित को जुवेनाइल कोर्ट ने दी थी 3 साल की सजा
इस कांड का मुख्य आरोपी व साजिशकर्ता हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी समेत दस के खिलाफ एनआईए कोर्ट में चार्जशीट दायर की गई थी। सभी आरोपितों को बेउर जेल में कड़ी सुरक्षा में रखा गया है।

इस कांड में एनआईए की टीम ने अनुसंधान के बाद 21 अगस्त 2014 को हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी, नोमान अंसारी, मो. मुजिबुल्लाह अंसारी, मो. इम्तियाज आलम, अहमद हुसैन, फकरुद्दीन, मो. फिरोज असलम, इम्तियाज अंसारी, मो. इफ्तिकार आलम, अजहरुद्दीन कुरैसी और एक नाबालिग के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। अभी 10 आरोपितों के मामले की सुनवाई पूरी हुई है। ब्लास्ट मामले में जुवेनाइल बोर्ड द्वारा एक आरोपित को तीन वर्ष की कैद की सजा पहले ही सुनायी जा चुकी है।

चौराहे पर खड़ा है बिहार तय नहीं कर रहा है किस ओर जाये

बिहार विधानसभा उपचुनाव के प्रचार अभियान का आज आखिरी दिन है छह वर्ष बाद लालू प्रसाद किसी चुनावी जनसभा को संबोधित किये हैं, वही चुनाव के आखिरी दिन सुशील मोदी भी प्रचार अभियान के लिए घर से बाहर निकले, मतलब इन दो सीटों को लेकर सभी राजनीतिक दल अपना सब कुछ झोंक दिया है ।

लेकिन बिहार की सियासत 2005 में जिस जंगल राज के नैरेटिव से शुरू हुआ था आज भी वो नैरेटिव चुनावी राजनीति में बनी हुई है 2020 के विधानसभा चुनाव के तीसरे और चौथे चरण के दौरान पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार भी अंत में जंगलराज और अपहरण राज पर आकर ठहर गये थे और उसका लाभ भी मिला ।

इस उप चुनाव में भी एनडीए उस जंगलराज और अपहरण राज के नैरेटिव को भूलने नहीं दिया है नीतीश कुमार इस उप चुनाव में चार चुनावी सभा को संबोधित किये चारों सभा में वो अपने 15 वर्षो के शासन काल के दौरान किये गये कार्यों पर चर्चा करने के बाद मिया बीबी के शासन काल को याद दिलाने से भूले नहीं हैं। मतलब बिहार की जनता के अंदर उस भय को जिंदा रखना चाहते जिसमें एक नैरेटिव बनाया गया है कि लालू परिवार आयेगा तो फिर से एक बार जंगलराज लौट आयेगा।

कल लालू प्रसाद नीतीश कुमार को लेकर जो बयान दिया कि नीतीश कुमार का विसर्जन करने आये हैं उस बयान पर नीतीश कुमार कि जो प्रतिक्रिया आयी है लालू उन्हें गोली मरवा सकते हैं।लालू यादव चाहें तो गोली मरवा सकते हैं। बाकी वो कुछ नहीं कर सकते हैं। नीतीश कुमार लालू प्रसाद के इस सामान्य से बयान को भी उसी जंगलराज वाले नैरेटिव की ओर मोड़ने कि कोशिश किये है ताकि राज्य में एक बार फिर से भय का माहौल बने।

नीतीश कुमार का यह बयान आना था कि एनडीए के सभी नेता एक साथ लालू के उस बयान को लेकर मोर्चा खोल दिये
जीतन राम मांझी आज सुबह सुबह ट्वीट करके लालू प्रसाद से सवाल किया कि
आज भ्रष्टाचार,जंगलराज,दलित नरसंहार सहित कई मामलों पर आदरणीय .@laluprasadrjd जी भाषण देंगें।
और यह बताएंगे कि,
दलित नरसंहार की जरूरत क्यों पडी।

15 साल का जंगलराज बिहार के लिए क्यों जरूरी था।

इसी तरह सुशील मोदी ने ट्वीट करके लालू प्रसाद से सवाल किया कि
लालू प्रसाद बताएं कि उनके राज में सड़कें जर्जर क्यों थीं और विकास ठप क्यों था?
अपराधियों के डर से बाजार शाम के बाद बंद होते थे, उन्हें एनडीए सरकार के विकास पर सवाल उठाने से पहले अपने चौपट भकचोंधर राज का हिसाब देना चाहिए।

जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का बयान आया है दोनों सीटों पर चुनाव की थकान मिटेगी, रंगारंग हास्य ठहाकेदार कार्यक्रम होने जा रहा है…जमूरा और चेला के साथ 15 साल जंगल राज के सुल्तान आ रहे हैं..
इस तरह एक बार फिर 2005 में जिस नैरेटिव के सहारे बिहार में सत्ता बदला था उस नैरेटिव को अभी भी एनडीए बनाये रखना चाहता है क्यों कि इसका लाभ एनडीए को आज भी मिल रहा है।

लेकिन एक बड़ा सवाल है कि इस भय के सहारे कब तक बिहार की जनता अपने मूल समस्याओं से मुख मोड़ता रहेगा 2005 में शिक्षा,स्वास्थ्य,रोजगार ,कृषि ,वाणिज्य और व्यापार में देश में बिहार की क्या स्थिति थी और आज बिहार कहां खड़ा है।
इसी तरह 2005 से पहले असंगठित क्षेत्रों में काम करने के लिए जिस संख्या में बिहार के युवा गांव छोड़ रहे थे आज उसमें कोई बदलाव आया है की नही, इसी तरह प्रति व्यक्ति आय ,बाढ़ और सुखाड़ जैसी समस्याओं के समाधान के क्षेत्रों में बिहार कहां तक पहुंचा है।

राज्य में कानून व्यवस्था में सुधार हुआ तो निवेश आना चाहिए ना 2005 के बाद कितने का निवेश हुआ है निवेश के क्षेत्र में बिहार देश के सामने कहां खड़ा है। वही लालू राज में जो व्यापारी बिहार छोड़ कर चले गये थे उनमें कितने व्यापारी लौट कर बिहार आये कई ऐसे सवाल हैं जिसके सहारे राज्य के वास्तविक राजनीति को समझा जा सकता है क्यों कि इस नैरेटिव की वजह से बिहार एक मुहाने पर आकर ठहर सा गया है बात करिए तो सवाल आप ही से होगा विकल्प क्या है। लेकिन इस विकल्पहिनता की जिम्मेवारी जनता की है इस पर कोई बता करने को तैयार नहीं है ऐसे में जरता वाली स्थिति उत्पन्न होना स्वभाविक है ,सिस्टम का करपस्ट होना स्वभाविक है,समाज के अंदर विवेक शून्यता आना स्वभाविक है मतलब हमलोग चौहारे पर खड़े है लेकिन किस और जाना है तय नहीं कर पा रहे हैं ऐसे में दुर्घटना ही होता है ना ।

गांधी मैदान ब्लास्ट मामले में आज आएगा फैसला पूरे बिहार में हाई अर्लट

आज गांधी मैदान ब्लास्ट मामले में एनआईए के विशेष जज गुरुविंदर सिंह मल्होत्रा फैसला सुनाएगे आज ही दिन आठ वर्ष पहले 27 अक्टूबर, 2013 को भाजपा की हुंकार रैली के दौरान गांधी मैदान व पटना रेलवे जंक्शन पर सिलसिलेवार बम विस्फोट किया गया था. इसमें 10 लोगों की मौत हो गयी थी और 89 लोग लोग घायल हो गये थे।इस मामले को एनआईए देख रही है एनआईए ने 11 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर किया था जिसमें एक आरोपी नाबालिग है ।

ब्लास्ट की शुरुआत पटना रेलवे स्टेशन से होनी थी लेकिन ब्लास्ट टीम में शामिल आतंकी बम लगाने में चुक कर दिया और लगाने के दौरान ही ब्लास्ट हो गया बाद में ब्लास्ट में घायल आतंकी से पूछताछ करने के बाद पूरे मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया जिन पर गांधी मैदान में बम ब्लास्ट करने का आरोप है ।मामले की सुनवाई पूरे 8 वर्षों तक चली।

और 6 अक्टूबर 2021 को मामले में अंतिम बहस की सुनवाई पूरी करने के बाद विशेष न्यायाधीश ने अपना निर्णय सुनाने के लिए आज की तिथि निश्चित की थी।


इस मामले में हैदर अली, मुजीब उल्लाह, अंसारी नुमान, अंसारी उमर सिद्दीकी , अजहर उद्दीन कुरेशी, फखरुद्दीन, अहमद हुसैन, इम्तियाज अंसारी, इफ्तेखार आलम और फिरोज असलम के खिलाफ एनआईए ने वर्ष 2014 में आरोप पत्र समर्पित किया था।

मामले की सुनवाई के दौरान अभियोजन ने अपना मुकदमा साबित करने के लिए कुल 187 गवाहों को पेश किया था।अधिकांश आरोपी झारखंड का रहने वाला है ।

आभासी दुनिया से सावधान रहे

सोशल मीडिया वाला प्रेम !

मैसेंजर और व्हाट्सएप सोशल मीडिया की सबसे असुरक्षित और खतरनाक जगहों में तब्दील होते जा रहे हैं। बहुत कम लोग हैं जो इनका इस्तेमाल सार्थक और रचनात्मक संवाद के लिए करते हैं। आमतौर पर यहां लोग टाइमपास अथवा मजे के लिए शिकार की तलाश में भटकते देखे जाते हैं।

औरतें यहां धोखे और ब्लैकमेलिंग की सबसे ज्यादा शिकार होती हैं। वे ऐसी औरतें हैं जो चैटिंग के दौरान भावुकता के कमज़ोर पलों में नितांत निजी बातों या कभी-कभी क्षणिक यौन संतुष्टि के लिए कामुक संवादों अथवा तस्वीरों का आदान-प्रदान कर जाती हैं।

मैं नहीं कहता कि हमारे-आपके इनबॉक्स में या व्हाट्सएप पर आने वाले तमाम लोग गलत होते हैं, लेकिन हम व्यक्तिगत रूप से जिन्हें जानते नहीं, उनपर भरोसा कर उनके साथ अपनी व्यक्तिगत बातें कैसे शेयर कर सकते हैं ? शायद मेरी पुलिसिया पृष्ठभूमि की वजह से हर महीने ब्लैकमेल की शिकार दो-चार महिला मित्र मुझसे सलाह मांगती ही रहती हैं।

कभी-कभी तो मर्द भी। ज्यादातर मामले अश्लील वसंवादों या तस्वीरों को सार्वजनिक करने की धमकी देकर पैसे वसूलने या अकेली मिलने के लिए बाध्य करने के होते हैं।

आभासी दुनिया प्रेम की तलाश की सही जगह नहीं है। बहुत कम भाग्यशाली लोगों की तलाश यहां पूरी होती है। इस मंच ने बहुत लोगों को ठगा और छला है और कुछ को तो आत्महत्या तक के लिए मज़बूर कर दिया है। अपवादों की बात अलग है, लेकिन प्रेम अगर आपको मिलेगा तो वास्तविक जीवन में ही मिलेगा। आभासी दुनिया के आभासी प्रेम से सावधान रहें !

लेखक –ध्रुव गुप्ता पूर्व आईपीएस अधिकारी हैं

सांसद राजीव प्रताप रुडी के सांसद निधि से खरीदी गयी एम्बुलेंस मामले में हाईकोर्ट ने छपरा डीएम का दिया जांच का आदेश

पटना हाई कोर्ट ने भाजपा के वरिष्ठ नेता राजीव प्रताप रूडी के एमपी लोकल एरिया फण्ड से खरीदे गए एम्बुलेंस के दुरुपयोग की जांच सीबीआई या एसआईटी से करवाने के दायर जनहित याचिका पर सुनवाई की।वेटरन फोरम फॉर ट्रांसपेरेंसी इन पब्लिक लाइफ की जनहित याचिका पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता को उक्त मामले को सारण के जिलाधिकारी के समक्ष आवेदन देने को कहा है।

इसके साथ ही हाई कोर्ट ने सारण के जिलाधिकारी को चार सप्ताह में याचिकाकर्ता द्वारा दाखिल किये जाने वाले अभ्यावेदन पर आदेश पारित करने को कहा है।

इस मामले में राजीव प्रताप रूडी, सारण के तत्कालीन जिलाधिकारी व सारण के सिविल सर्जन की भूमिका की भी जांच की मांग की गई थी। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता दीनू कुमार ने बताया कि याचिका के माध्यम से 64 एम्बुलेंस की खरीदारी में बरती गई कथित धांधली की भी जांच का आग्रह किया गया था। इनका उपयोग कोविड – 19 संक्रमण के दौरान नहीं हो सका और बड़ी संख्या में पार्क किया गया एम्बुलेंस सारण जिला के अमनोर शहर में एक एकांत स्थान पर पाया गया था।

याचिकाकर्ता का कहना था कि क्या एम्बुलेंस की खरीदारी में इस्तेमाल किये गए फण्ड कि वसूली बिहार व उड़ीसा पुब्लिक डिमांड रिकवरी एक्ट , 1917 के तहत नहीं कि जानी चाहिए ? याचिका में एक दैनिक अखबार में 16 सितंबर, 2021 को छपी इस खबर का भी जिक्र किया गया है, जिसमें राजीव प्रताप रूढ़ि के एम पी फण्ड से खरीदी गई एम्बुलेंस से शराब जब्त की बात कही गई है। याचिकाकर्ता का कहना था कि सारण जिला के लोगों को पब्लिक मनी से खरीदी गई, इन एम्बुलेंस का लाभ आम जनता को नहीं मिल सका।

सुशील मोदी ने लालू पर साधा निशाना कहां सभी मोर्चे पर फेल लालू विकास का हिसाब मांग रहा है

पूर्व उप मुख्यमंत्री और बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने लालू प्रसाद पर एक बार फिर साधा निशाना कहा

पहले सड़कें थीं जर्जर, हास्पीटल बेड पर सोते थे कुत्ते, गांव अँधेरे में

लालू प्रसाद 15 साल के भकचोंधर राज का हिसाब दें

  • सुशील कुमार मोदी
  1. लालू प्रसाद बतायें कि उनके राज में सड़कें जर्जर क्यों थीं और विकास ठप क्यों था?
    उनके मंत्री क्या ‘भकचोंधर’ थे कि कोई बिना सड़क बनवाये अलकतरा घोटाला कर खजाना लूट रहा था, तो कोई बीएड डिग्री घोटाला कर रहा था?
  1. राजद बताये कि उसके समय सरकारी अस्पतालों में गरीबों को डाक्टर-दवाई क्यों नहीं मिलते थे और मरीज के बेड पर कुत्ते क्यों सोते थे?
    लालू-राबड़ी सरकार कितने मेडिकल कालेज, प्रबंधन संस्थान खोलवा पायी और कितने डाक्टरों-नर्सों को नौकरी मिली?
  2. जिनके राज में शहरों को पूरी बिजली नहीं मिलती थी, गांव लालटेन-ढिबरी युग के अँधेरे में डूबे थे और अपराधियों के डर से बाजार शाम के बाद बंद होते थे, उन्हें एनडीए सरकार के विकास पर सवाल उठाने से पहले अपने चौपट भकचोंधर राज का हिसाब देना चाहिए।

बिहार विधानसभा उपचुनाव में प्रचार अभियान जोड़ पकड़ा गांव गांव घूम रहे हैं नेता

बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने आज तारापुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत असरगंज, रहमतपुर मकवा पंचायत के कोई गांव और टोलों में घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
जनसंपर्क अभियान के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार ने हर वर्ग के कल्याण एवं उत्थान का प्रबंध किया है।

बिहार के सर्वांगीण विकास और आत्मनिर्भर बिहार बनाने हेतु राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि बिहार की प्रगति के लिए युवा शक्ति के विकास की योजनाओं पर काम चल रहा है। युवाओं को उच्च शिक्षा में प्रोत्साहन और सुविधा प्रदान करने के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से 4 लाख रुपए तक की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को 1000 रुपये प्रति माह स्वयं सहायता भत्ता दिया जा रहा है। बेहतर नौकरी प्राप्त करने में सुविधा हेतु युवाओं को संवाद कौशल, व्यवहार कौशल और कंप्यूटर ज्ञान के प्रशिक्षण की व्यवस्था कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से की गयी है। इसके लिए सभी जिले में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र स्थापित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए हर जिला में मेगा स्किल सेंटर और प्रत्येक प्रमंडल के स्तर पर टूल रूम और ट्रेनिंग सेंटर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के संवर्धन और विकास के लिए बिहार सरकार ने अलग से राजगीर में खेल विश्वविद्यालय के निर्माण की स्वीकृति दी है।

क्षेत्रीय प्रशासन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है, वहीं महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इंटर पास महिलाओं को 25000 रुपये एवं स्नातक पास महिलाओं को 50000 रुपये की राशि मुहैया कराई जा रही है। शिक्षा विभाग के माध्यम से इसके लिए 600 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शहरों की तरह गांव भी सोलर स्ट्रीट लाइट से रौशन होंगे। इसके लिए पंचायती राज विभाग के माध्यम से 150 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया गया है। शहरी गरीबों के लिए बहुमंजिला भवन बनाकर आवासन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए विशेष योजना पर काम चल रहा है।

इस संबंध में प्राथमिक सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने हेतु 550 करोड रुपए का बजटीय प्रावधान सरकार ने किया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए तत्परता एवं प्रतिबद्धता के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार काम कर रही है।

उन्होंने आगामी 30 अक्टूबर को होने वाले तारापुर विधानसभा के उपचुनाव में मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि आप भारी मतों से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार को विजयी बनावें। तारापुर की जनता के आशीर्वाद से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और मजबूत होगा। बिहार के एक-एक परिवार के हितों की रक्षा सरकार करेगी।

जनसंपर्क अभियान के दौरान विधायक श्री अरुण शंकर प्रसाद, जदयू के वरिष्ठ नेता एवं विधान पार्षद श्री लल्लन सर्राफ, पूर्व विधान पार्षद् श्री सुमन कुमार महासेठ, पूर्व जिला पार्षद् श्री लोरिक पूर्वे, भाजपा के सुजीत कुमार ललन, मुंगेर के जिला प्रभारी श्री प्रकाश भगत, व्यवसायी प्रकोष्ठ के श्री प्रवीर महासेठ, निवर्तमान मुखिया ज्योति वैद्य, जिला परिषद् के निवर्तमान सदस्य श्री अनिल वैद्य, ब्रह्मदेव पंजियार, प्रणय कुमार, श्री शशि शेखर, श्री आलोक पंजियार, श्री राजीव कुमार, श्री सच्चिदानंद, श्री दिलीप रंजन, श्री वकील प्रसाद सिंह सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कई कार्यकर्तागण एवं भारी संख्या में स्थानीय नागरिक साथ रहे।

नीतीश ने कहा लालू प्रसाद और कुछ या ना करे मेरी हत्या जरुर करवा सकते हैं

बिहार विधानसभा उच्च चुनाव के दौरान नेताओं के बीच तल्खी बढ़ती जा रही है आज सुबह मीडिया से बात करते हुए लालू प्रसाद ने कहा था कि मैं बिहार इसलिए आया हूं कि इस बार नीतीश का विसर्जन करवा देना है इस पर प्रतिक्रिया व्यक्ति करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि वो कुछ करे चाहे नहीं करे मेरी हत्या जरुर करवा सकते हैं नीतीश कुमार के इस बनाय से बिहार की राजनीति गरमा गयी है ।

तेजस्वी यादव ने नीतीश पर साधा निशाना कहां देश के सबसे सरे मुख्यमंत्री है नीतीश कुमार

प्रचार अभियान से लौटने बात मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी प्रसाद ने कहा कि कल लालू प्रसाद यादव की कुशेश्वरस्थान और तारापुर में 6 साल के बाद किसी जनसभा को संबोधित करेंगे और यह जनसभा ऐतिहासिक होगी।और हम लोग दोनों सीट बड़े बहुमत से जीत रहे हैं ।

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार देश के सबसे सरे हुए मुख्यमंत्री हैं जो ना तो महंगाई पर बात करते हैं ना भ्रष्टाचार पर बात करते हैं।उन्होंने कहा कि हम निश्चिंत हैं और दोनों स्थानों पर जनता का भारी प्यार मिल रहा है है यह लोग तो हवा मार्ग से जा रहे हैं कम से कम इनको कुशेश्वरस्थान में सड़क पर चलनी चाहिए और देखनी चाहिए।

तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि आज तक मुख्यमंत्री ने हमारी एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया विधानसभा में मैंने कई सवाल उठाए थे लेकिन आज तक मुख्यमंत्री ने किसी सवाल का जवाब नहीं दिया

बिहार में शिशु मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से भी हुयी कम: मंगल पाण्डेय

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में भी नवजात शिशु को सुरक्षित रखने में बिहार ने उपलब्धि हासिल की है। अब राज्य की शिशु मृत्यु दर देश की शिशु मृत्यु दर से एक अंक कम हो गयी है। सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे ने इस साल के अक्टूबर माह में नया बुलेटिन जारी किया है। इसके अनुसार 2019 में बिहार की शिशु मृत्यु दर घटकर 29 प्रति एक हजार जीवित जन्म हो गयी है।

जबकि देश की शिशु मृत्यु दर अभी भी 30 है। पिछले वर्ष के मई माह में सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे ने जो आंकडें जारी किये थे, उसके मुताबिक 2017 में बिहार की शिशु मृत्य दर 35 थी, जो वर्ष 2018 में घटाकर 32 हुयी थी। बिहार में 10 सालों में शिशु मृत्यु दर में 23 अंकों की कमी आई है। वर्ष 2009 में बिहार की शिशु मृत्यु दर 52 थी, जो वर्ष 2019 में घटकर 29 हो गयी है।


श्री पांडेय ने बताया कि स्वास्थ्य सूचकांकों को बेहतर करने में शिशु मृत्यु दर में कमी लाना जरुरी होता है। कोरोना संक्रमण की कई चुनौतियों के बाद भी बिहार सरकार ने शिशु स्वास्थ्य में महत्वपूर्ण सफलता दर्ज की है। बिहार की इस उपलब्धि पर नेता प्रतिपक्ष भी विशेष ध्यान दें एवं इस सफ़लता पर हर्ष जाताने से परहेज न करें।

बिहार सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं में नित्य नए सुधार कर रही है। नेता प्रतिपक्ष को ऐसी उपलब्धि की प्रशंसा जरुर करनी चाहिए, ताकि बिहार के स्वास्थ्यकर्मी भी प्रेरित हो सकें।


श्री पांडेय ने कहा कि कोरोना काल की चुनौतियों के बीच नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए उनके संपूर्ण टीकाकरण एवं नियमित स्तनपान तथा पोषण जैसे कारक महत्वपूर्ण साबित हुए हैं। स्वास्थ्य संस्थानों में प्रसव संबंधी विभिन्न प्रकार की सुविधाओं की मौजूदगी नवजात शिशु मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस दिशा में किये गये विभिन्न प्रयासों के परिणामस्वरूप राज्य में यह स्थिति बन सकी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाये जा रहे गृह आधारित नवजात देखभाल एवं कमजोर नवजात देखभाल कार्यक्रम, संस्थागत प्रसव, स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट सहित आवश्यक नवजात देखभाल कार्यक्रम भी काफी प्रभावी साबित हुए हैं।

दंगा भड़काने की एक बड़ी साजिश को किशनगंज पुलिस ने किया नकाम

किस तरह अफवाह फैला कर दो समुदायों के बीच दंगा फैलाने कि साजिश रची गयी थी उसका खुलासा किशनगंज पुलिस ने किया है हुआ ऐसा है कि किशनगंज के चूड़ीपट्टी मुहल्ले में एक मुस्लिम परिवार के यहां कोलकाता से बारात आयी हुई थी जिस समय दरवाजा लग रहा था उस समय भारत पाकिस्तान का 20-20 मैच चल रहा था ,बाजा बज रहा था, पटाखे छोड़े जा रहे थे

दंगा भड़काने की साजिश रचने वालों पर हुई कारवाई

इसी दौरान कुछ उपद्रवी तत्वों ने सोशल मीडिया पर चलना शुरु कर दिया कि पाकिस्तान के जीत पर मुस्लिम मोहल्ले में पटाखे छोड़े जा रहे हैं

बिहार को जलाने की रची गयी थी साजिश

जैसे ही यह खबर सोशल मीडिया पर पोस्ट हुआ गर्म गर्मी शुरु हो गया उसके बाद इस घटना की सूचना एसपी किशनगंज को दिया गया एसपी ने त्वरित कारवाई करते हुए दोषी लोगों के खिलाफ कार्रवाई किये और हिदायत दिया कि आज के बाद इस तरह से अफवाह फैलाने कि कोशिश कि गयी तो कठोर कारवाई की जायेंगी ।

देश का सबसे बड़ा शातिर चोर सीतामढ़ी का निकला

देश के 12 राज्यों की पुलिस जिसकी तलाश कर रही थी वो शातिर चोर सीतामढ़ी जिले के सीतामढ़ी,ज़िले पुपरी अनुमंडल के गढ़ा जोगिया गाँव निकला ।इस चोर की खासियत यह रही है कि ये बड़े-बड़े शहरों में जगुआर और मर्सडिज जैसी मंहगी गांड़ी पर घूम घूम कर चोरी करता था इसके निशाने पर हमेशा बड़े कारोबारी होते थे

इसी क्रम में इरफान गाजियाबाद जिले के कवि नगर थाना क्षेत्र में कारोबारी कपिल गर्ग के घर में तीन सितंबर को हुई डेढ़ करोड़ की चोरी इस घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस की नींद हराम हो गयी क्यों कि जिस तरीके से चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था वह बहुत शातिराना तरीका था फिर गाजियाबाद पुलिस एक टीम गठित कि इसी दौरान इरफान के बारे में पता चला और उसके बाद 7 सितंबर को गाजियाबाद सीतामंढ़ी पुलिस के सहयोग से उसकी पत्नी गुलशन परवीन, गांव के मो. शोएब और विक्रम साह को गिरफ्तार किया और इन लोगों के निशानदेही पर गैंग से जुड़े 11 लोगों को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया लेकिन इरफान पुलिस के पकड़ से बाहर ही था इसी दौरान गाजियाबाद पुलिस को जानकारी मिली की इरफान अपने साथियों के जमानत दिलाने के लिए कोर्ट पहुंचने वाला है और इसी सूचना के बाद पुलिस उसे कोर्ट परिसर से गिरफ्तार कर किया। देश के 12 राज्यों में उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उनमें सारे मामले हाई प्रोफाइल हैं।

बहन की शादी के लिए नहीं थे पैसे, तब शुरू की थी चोरी
पुलिस को दिए बयान में इरफान ने बताया है- “11 साल पहले बहन की शादी में दहेज के लिए रुपए की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी। तब बिहार में ही एक चोरी की थी। इसमें पकड़ा नहीं गया था। बहन की शादी होने के बाद से लगातार चोरी का रहा हूं।’

इरफान ने कबूला है कि अपने गिरोह के साथ उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना और गोवा सहित 12 राज्यों में चोरी की, लेकिन वह कभी पकड़ा नहीं गया। पुलिस के मुताबिक, वह रात को 1 से 3 बजे के बीच चोरी करता था।

12 राज्यों में 40 से अधिक मामले दर्ज हैं
इरफान पुपरी के गाढ़ जोगिया गांव का निवासी है। 7 सितंबर को गाजियाबाद पुलिस स्थानीय पुलिस के सहयोग से इरफान को गिरफ्तार करने पुपरी पहुंची थी, लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसकी पत्नी गुलशन परवीन, गांव के मो. शोएब और विक्रम साह को गिरफ्तार कर ले गई थी। गैंग के 11 लोगों की गिरफ्तारी के बाद जब उनको जमानत दिलाने इरफान पहुंचा तो पुलिस ने उसे गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। देश के 12 राज्यों में उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उनमें सारे मामले हाई प्रोफाइल हैं।

एक बीबी और चार प्रेमिकाएं हैं
आरोपी ने बताया है- “एक मात्र पत्नी गुलशन परवीन है। वह गांव में चुनाव लड़ रही है, जबकि चार प्रेमिकाएं हैं। चारों आगरा, अलीगढ़, सवाई माधोपुर और मुंबई में रहती हैं। चोरी के बाद प्रेमिकाओं के पास भी कुछ दिन ठहरता था और उनके ऊपर भी जमकर रुपए खर्च करता था।’

जज के घर में की थी 65 लाख की चोरी
इरफान ने पूछताछ में बताया है- “नोटबंदी से ठीक पहले दिल्ली में रहने वाले एक जज के घर में 65 लाख की चोरी की थी। जज ने केस दर्ज नहीं कराया था। इसके अलावा गोवा में गवर्नर हाउस के पास रहने वाले एक कारोबारी के घर में भी लाखों रुपए की नकदी और जेवर चुराए थे।’

बिना रेकी के करता था चोरी
गाजियाबाद के SP सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया- “इरफान ने किसी भी वारदात से पहले रेकी नहीं की है। वह अपनी गाड़ी से निकलता था और जहां भी दिल गवाही देता था, रुक कर चोरी कर लेता था। उसका अंदाजा इतना सटीक था कि वह आज तक जिस घर में गया, एक-डेढ़ लाख रुपए लेकर ही निकला है। आरोपी ने बताया है कि वह इस तरह से कोठियों में घुसता था कि कड़ी चौकसी के बाद भी सुरक्षाकर्मियों की नजर उस पर नहीं पड़ती थी। यहां तक कि कुत्ते भी उसे देखकर नहीं भौंकते थे।’

पत्नी बिहार में पंचायत प्रतिनिधि है —
जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ रही पत्नी गुलशन परवीन को जिताने के लिए चोरी की रकम से डेढ़ करोड़ करोड़ से ज्यादा खर्च कर सात गांवों में सड़कें बनवा दीं. इरफान अपने आप को गांव में बड़ा कारोबारी बताता था. मदद के बदले वोट हासिल करने के लिए उसने गांव के लोगों को पढ़ाई, शादी, बीमारी के उपचार के लिए एक करोड़ से ज्यादा रुपये भी बांटे.

वाले सीतामढ़ी के पुपरी के गाढ़ जोगिया गांव के इरफान उर्फ उजाले ने अपने क्षेत्र के 7 गांवों की सड़कों को 1 करोड़ रुपए की लागत से बनवाया है। 20 लाख रुपए देकर पड़ोसी गरीब की लड़की के कैंसर का ऑपरेशन भी कराया। इसकी कथित समाजसेवा को देखते हुए लोगों ने उसकी पत्नी गुलशन परवीन को जिला परिषद का चुनाव लड़ा दिया।

आज मतगणना भी है।
जगुआर कार से घूम-घूमकर देशभर में चोरी करने वाले शातिर इरफान की इस करतूत का खुलासा गाजियाबाद पुलिस ने किया है। लोगों ने उसकी करतूतों के बारे में स्पष्ट कुछ नहीं कहा। बस इतना बताया कि इरफान नेक दिल इंसान है। जरूरत पड़ने पर गांव वालों की मदद करता है। एक समय इरफान के माता-पिता को घर चलाने के लिए मजदूरी करनी पड़ती थी। आज उसकी स्थिति बदल गई है। गांव वालों ने बताया- हम उसे करोड़पति बिजनेसमैन समझते हैं। वह जब भी घर आता, हमेशा नई लग्जरी कार में ही आता।’

लोमस और याज्ञवल्क ऋषि की गुफाओं के संरक्षण के लिए जनहित याचिका दायर

पटना हाईकोर्ट ने विनय कुमार सिंह की जनहित याचिका को सुनते हुए केंद्र सरकार व राज्य सरकार को हलफनामा दायर कर कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया है। इस जनहित याचिका पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ ने सुनवाई की।

गाजियाबाद में गिरफ्तार चोर की मुखिया पत्नी सुनिए क्या कहती है

हाईकोर्ट ने कहा की कि लोमस और याज्ञवल्क ऋषि की गुफाएं केवल ऐतिहासिक दृष्टि से ही नही, बल्कि जैव विविधता के दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है । ऐसे स्थानों को संरक्षित करने की बजाए समाप्त किया जा रहा है ।इसकी परवाह न तो केंद्र सरकार को है, न ही राज्य को है।

गाँव के लोग क्या कहते हैं गाजियाबाद के उस शातिर चोर के बारे में

इन पहाड़ के जंगल व आस पास होने वाले खनन कार्य पर पटना हाईकोर्ट ने 20 जुलाई, 2021 को रोक लगा दी थी। यह रोक को अगली सुनवाई तक जारी रखने का कोर्ट ने निर्देश दिया था।
सुनवाई के दौरान कुछ लोगों ने हस्तक्षेप अर्जी के जरिये खनन कार्य पर से रोक हटाने का अनुरोध किया, जिसे हाई कोर्ट ने नामंजूर कर दिया ।

याचिकाकर्ता के वकील ने कोर्ट को बताया कि 1906 में प्रकाशित तत्कालीन गया जिले के गज़ट में दोनों पहाड़ियों का सिर्फ पुरातात्विक महत्त्व ही नही बताया गया हैं, बल्कि वहां की जैव विविधता के बारे में भी अंग्रजों ने लिखा है।

गाजियाबाद में गिरफ्तार चोर का गाँव जहाँ चोरी के पैसे से बनाया है सड़क

उन पहाड़ियों के 500 मीटर के दायरे में झरना , बरसाती नदी और एक फैला हुआ वन क्षेत्र है। उस जंगल को अवैध खनन कर बर्बाद किया जा रहा है।

लोमस और याज्ञवल्क पहाड़ियों को आर्कियोलॉजिकल एवं हेरिटेज साइट बनाने का कोर्ट से आग्रह किया गया। कोर्ट ने दोनों पहाड़ियों के वन क्षेत्र विस्तार और रिहाइशी बस्तियों के बिंदु पर राज्य व केंद्र सरकार से जवाब मांगा था । इस मामले पर अगली सुनवाई 15 नवंबर,2021 को की जाएगी।

उप चुनाव नीतीश ,तेजस्वी ,चिराग और कन्हैया के लिए अग्नि परीक्षा है

हालांकि बिहार विधानसभा का उपचुनाव मात्र दो सीटों पर है लेकिन उपचुनाव के परिणाम का प्रभाव बिहार की राजनीति में दूरगामी पड़ेगा यह तय है। नीतीश का साख दाव पर है, वहीं तेजस्वी के तेज का भी परीक्षा है, चिराग बुझेगा या जलेगा यह भी तय हो जायेगा, वही कन्हैया कांग्रेस के लिए तुरुप का एक्का साबित होगा कि नहीं यह भी तय होगा। उप चुनाव में जिस तरीके से धनबल का इस्तेमाल शुरू हुआ है ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यह उप चुनाव बिहार के चुनावी इतिहास में सबसे महंगा लड़े जाने वाला चुनाव होगा ।

1उप चुनाव नीतीश ,तेजस्वी ,चिराग और कन्हैया के लिए अग्नि परीक्षा है 
  चुनाव तो मात्र दो सीटों के लिए हैं लेकिन इन दो सीटों के परिणाम का बिहार की राजनीति पर बड़ा असर पड़ेगा  नीतीश कुमार के लिए दोनों सीट जीतना बाढ़ के लोकसभा चुनाव जीतने से कम महत्वपूर्ण नहीं है. इसी तरह राजद अगर ये दोनों सीट जाता है तो बिहार में तख्तापलट की गुंजाइश बढ़ सकती है .वही चिराग दोनों सीटों पर जदयू को हराने में कामयाब हो गया तो फिर आने वाले समय में चिराग बिहार की राजनीति में एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभर कर सामने आ सकता है ।

यही स्थिति कन्हैया की भी है बिहार में कांग्रेस और राजद के बीच जो तल्खी देखी जा रही है उसकी वजह कही ना कही कन्हैया है ऐसे में कन्हैया के सामने चुनौती है कि वह राजद के एम समीकरण में सेंध लगाने में कामयाब रहा तो आने वाले समय में कांग्रेस राजद के साथ आमने सामने बैठ कर बात कर सकती है।

2–बिहार का सबसे महंगा चुनाव लड़ा जा रहा है 
 बिहार के चुनावी इतिहास में यह सबसे महंगा चुनाव है जैसे जैसे मतदान की तारीख नजदीक आ रही है खर्च की सीमाएँ टूटती जा रही है ।   राज्य सरकार का पूरा मंत्रिमंडल तारापुर और कुशेश्वर स्थान में कैप किये हुए हैं ,सारा विधायक ,पूर्व विधायक और पार्टी के पदाधिकारी मोर्चा में डटे हुए हैं. दोनों क्षेत्रों में उत्सव जैसा माहौल है। तारापुर तो आँनरोड है और पास में रहने की बेहतर व्यवस्था भी उपलब्ध है,लेकिन कुशेश्वर स्थान जहां आज भी रहने खाने का बेहतर व्यवस्था उपलब्ध नहीं है और बाजार 500 मीटर में सिमटा हुआ है वहां का नजारा देखने वाला है शाम के समय बाजार में सोमवारी पर्व जैसा माहौल दिखता है जिधर देखिए पजामा कुर्ता वाले ही दिखायी देगें 

 हर ब्रांड उपलब्ध है और ब्रांड बेचने वालो की तो चांदी है समस्तीपुर ,दरभंगा ,खगड़िया ,सहरसा और मधुबनी से जुड़े बड़े कारोबारी कुशेश्वरस्थान में ही कैप कर रहा है ,माल पहुंच गया है पार्टी के झंडा के आर में बहुत खेला हुआ है ,अब माल को गांव गांव में पहुंचाया जा रहा है। हालांकि ये इलाका पहले से ही इस मिजाज का रहा है हां ये सही है कि देशी वाला भी आज कल विदेशी ब्रांड से कम पड़ बैठने को तैयार नहीं है।   बाढ़ के फिर से लौट आने के कारण मछली की कोई कमी नहीं है हर घर में व्यवस्था पूरा टाइट है।  

 कल कांग्रेस के प्रभारी भक्त चरण दास से मिलने कांग्रेस के एक विधायक कुशेश्वर स्थान चले आए थे उनकी ड्यूटी तिलकेश्वर थाना क्षेत्र के एक पंचायत में लगाया गया था जैसे ही प्रभारी का ध्यान उस विधायक पर पड़ा गरज पड़े अरे आप पंचायत छोड़ कर यहां क्या कर रहे हैं ,सर नाव के अलावे वहां कोई और साधन उपलब्ध नहीं है दो दो घंटा नाव पर ही आना जाना होता है अब छोड़ दिया जाये सर, ठीक है तो आप विधायकी से रिजाइन दीजिए।ये स्थिति कांग्रेस का है हर पंचायत में कांग्रेस के विधायक ,पूर्व विधायक और पार्टी के सांसद ,पूर्व सांसद और पार्टी पदाधिकारी कैंप कर रहे हैं ।

 कांग्रेस की ये स्थिति है तो आप अंदाजा कर लीजिए जदयू और राजद के कैंप में क्या स्थिति होगी जदयू और राजद का कुशेश्वर स्थान में दो सौ से अधिक विधायक ,पूर्व विधायक ,विधान पार्षद और पूर्व विधान पार्षद के साथ साथ पार्टी के पदाधिकारी मौजूद है। इस चुनाव में सबसे कमजोर उम्मीदवार वाली पार्टी भी अपने उम्मीदवार को चुनाव लड़ने के लिए 50 लाख रुपया दिया है।तारापुर में राजद प्रत्याशी के लिए पूरे बिहार से वैश्य समाज का चंदा पहुंचना शुरू हो गया है ,इस बार जदयू भी किसी मौर्चे पर  पीछे नहीं है दोनों जगह एक एक मंत्री को विशेष तौर पर प्रभार दिया गया है ।  

 अभी जो चर्चा है इस बार एक बूथ पर दस हजार रुपया चुनाव के दिन खर्च के लिए दिया जायेगा तीनों दलों में कम्पीटीसन शुरू है कुशेश्वर स्थान विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी में एक प्रत्याशी  आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है लेकिन पैसे की कोई कमी ना हो इसके लिए  पार्टी ने दो बड़े कारोबारी को कुशेश्वर स्थान में चुनाव तक बिठा दिया है कल से वो भी बोरा खोलना शुरु कर दिये हैं।  इतने बड़े स्तर पर विधानसभा चुनाव में वोट खरीद की तैयारी पहले कभी देखने को नहीं मिला है सबका फोकस कुशेश्वर स्थान ही है जहां तैयारी यह चल रही है कि इतना जाम छलके की लोग वोट देना ही भूल जाये ।

 3क्यों सभी राजनीतिक दल अपना सब कुछ दाव पर लगा दिया है 
 इसकी बड़ी वजह यह है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जिस तरह का मैन डेड जनता ने दिया है उस वजह से एक एक विधायक महत्वपूर्ण हो गया है दोनों सीट पर जदयू चुनाव लड़ रहा है और दोनों सीट पर पहले जदयू का कब्जा भी था जदयू इस बार तीसरे नम्बर पर चली गयी है ऐसे में ये दोनों सीट उनके लिए काफी महत्वपूर्ण है हार हुई तो सरकार गिरे ना गिरे नीतीश और कमजोर होगा इसलिए पार्टी अपना सब कुछ दाव पर लगा दी है ।

 यही स्थिति राजद का है राजद अगर दोनों सीट जीत जाती है तो राजद नीतीश पर और हमलावर हो जाएगा और इस स्थिति में सरकार अस्थिर भी सकती है इसलिए राजद अपना सब कुछ दाव पर लगा दिया है यहां तक कि बीमार चल रहे लालू प्रसाद भी 27 को चुनाव प्रचार में तारापुर और कुशेश्वर स्थान जा रहे हैं ।

कांग्रेस राजद से अलग चुनाव लड़ने का फैसला लिया है और इस फैसले को मजबूती कैसे मिले इसके लिए 1989 के बाद पहली बार कांग्रेस अपने पूरे संसाधन को झोंक दिया है हालांकि बिहार प्रदेश कांग्रेस के अधिकांश नेता कांग्रेस आलाकमान के इस फैसले में पलीता लगाने की पूरी कोशिश में लगा है लेकिन तारापुर और कुशेश्वर स्थान में कांग्रेस के जो प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं उसमें खास करके अशोक राम का पूरा राजनीतिक करियर दाव पर लगा हुआ है सम्मान जनक वोट नहीं आया तो फिर 1980 से जो उनकी राजनीति चली आ रही है उस पर विराम लग जाएगा इसलिए वो भी पूरे संसाधनों के साथ मैदान में डटे हुए हैं ।

 तारापुर से जो कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहा है वो भी अपने काम के बल पर 2020 के विधानसभा चुनाव में 12 हजार से अधिक वोट निर्दलीय ले आया था इस बार कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं संसाधन की कोई कमी नहीं है और पार्टी भी मदद में खड़ी है झारखंड के एक मंत्री को विशेष तौर पर जिम्मेवारी दी गयी है ।

चिराग  बिहार की राजनीति में बने रहे इसके लिए ये दोनों चुनाव बहुत महत्व रखता है तारापुर में उसके उम्मीदवार राजपूत और पासवान वोटर के सहारे मजबूती जताने कि कोशिश में लगा है पिछले चुनाव में भी सात हजार से ज्यादा वोट लोजपा को आया था उस बार वोट बढ़ सकता है इस सम्भावना को देखते हुए यहां लोजपा सब कुछ झोक दिया है कुशेश्वर स्थान तो रामविलास पासवान का ननिहाल ही है लेकिन जदयू से जो खड़ा है वो भी रामविलास पासवान का रिश्तेदार ही है ऐसे में चिराग के सामने बड़ी चुनौती यह है कि यहां ज्यादा से ज्यादा पासवान वोट में डीभीजन करा दे 2020 के चुनाव में भी लोजपा प्रत्य़ाशी को 12 हजार से ज्यादा वोट आया था इसलिए यहां चिराग लगातार कैंप कर रहे हैं ।  मतलब यह उप चुनाव बिहार की राजनीति किस करवट लेगी उसका भविष्य तय कर सकता है कन्हैया की भी प्रतिष्ठा दाव पर है इसलिए हर पार्टी अपना सब कुछ दाव पर लगा दिया है।

कांग्रेस के साथ मेरा रिश्ता अटूट है कांग्रेस के बगैर विपक्षी एकता संभव नहीं

पटना आने के बाद पहली बार मीडिया से बात करते हुए लालू यादव ने नीतीश कुमार,केन्द्र की मोदी सरकार और कांग्रेस के साथ उनके रिश्ते को लेकर खुल कर बात किया । लालू यादव ने अपने इंटरव्यू में तेजस्वी यादव की खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव संगठन और पार्टी को बेहतर तरीके से चला रहे हैं, वह एक कुशल नेतृत्वकर्ता है। लेकिन परिवार में चल रहे विवाद को लेकर लालू यादव ने कोई टिप्पणी नहीं कि है ।

कांग्रेस से मेरा रिश्ता अटूट है
हाल के दिनों में बिहार विधानसभा उप चुनाव को लेकर कांग्रेस और राजद के बीच गठबंधन टूटने कि बात पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश की सबसे पुरानी पार्टी है। राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का वजूद है। कांग्रेस के लिए हमने जितना किया है, उतना किसने किया? कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को यह बात पता है, लेकिन कांग्रेस की नौकरी करने वाले छुटभैये नेता इस बात को नहीं समझते। लालू ने यह भी कहा कि आज भी देश में विपक्षी एकजुटता का नेतृत्व कांग्रेस ही कर सकती है
उपचुनाव में पार्टी की जीत का दावा किया

लालू यादव ने मौजूदा विधानसभा उपचुनाव में अपनी पार्टी की जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि RJD के उम्मीदवार दोनों सीटों पर चुनाव जीतेंगा। कहा कि तेजस्वी यादव ने पहले ही विरोधियों की हवा निकाल दी है और जो थोड़ा बहुत बचा है, उसका विसर्जन करने मैं खुद आ गया हूं। लालू यादव ने कहा कि वे 27 अक्टूबर को दोनों विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार करेंगे।

नीतीश कुमार अहंकारी है
लालू यादव ने कहा कि राजनीति में नीतीश कुमार जैसा अहंकारी दूसरा कोई नहीं है नीतीश खुद को प्रधानमंत्री के तौर पर देख रहे थे। हर तरफ से उन्हें PM मैटेरियल बताया जा रहा था। नीतीश कुमार जैसा अहंकारी व्यक्ति कोई नहीं हो सकता। नीतीश जब PM बनने में असफल रहे तब वह BJP की गोद में बैठ गए। BJP और PM नरेंद्र मोदी को भी भली-भांति पता है कि नीतीश कुमार क्या चीज है। वे जुगाड़ के सहारे बिहार में सत्ता पर बने हुए हैं।

केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया
लालू ने BJP और केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया। कहा कि देश में महंगाई अब कमरतोड़ स्थिति से भी ऊपर जा पहुंची है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें आसमान छू रही हैं। आम लोगों के लिए जीना मुश्किल हो गया है। BJP जब विपक्ष में थी तो महंगाई को मुद्दा बनाती थी, लेकिन आज देश में महंगाई की चर्चा तक नहीं होने दी जा रही है। आम आदमी परेशान है और सरकार को इसकी परवाह नहीं।

भक्तचरण पर टिप्पणी के बाद राजद से नाता तोड़ने की घोषणा करें सोनिया–सुशील कुमार मोदी

भक्तचरण पर टिप्पणी के बाद राजद से नाता तोड़ने की घोषणा करें सोनिया

  • सुशील कुमार मोदी

लालू प्रसाद के प्रचार करने से एनडीए को होगा फायदा

लोगों को याद है राजद का लंबा कुशासन, जिन्न निकलने वाला नहीं

1.कांग्रेस में यदि हिम्मत है तो सोनिया गांधी पार्टी के दलित नेता भक्तचरण दास पर लालू प्रसाद की भद्दी टिप्पणी के बाद राजद से संबंध तोड़ने की घोषणा करें।
पार्टी के राज्य प्रभारी पर टिप्पणी सीधे सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के नेतृत्व का अपमान है।
कांग्रेस को लालू प्रसाद से अपमान सहने की सीमा खुद तय करनी होगी।

  1. बीमारी की दलील देकर बेल पर छूटे लालू प्रसाद यदि आराम करने के बजाय चुनाव प्रचार के जरिये सक्रिय राजनीति में लौट रहे हैं, तो इससे एनडीए को लाभ ही होगा।
    जब वे सीधे जनता के सामने होंगे, तब उनके राज में हुए नरसंहार, अपहरण, लूटपाट, घोटाले और गाड़ी की खिड़की से बंदूक की नाल निकाल कर चलने वालों के डरावने दौर की याद दिलाने के लिए किसी को कुछ कहना नहीं पड़ेगा।

3 . लालू प्रसाद बिहार में लंबे कुशासन, सामूहिक पलायन और भ्रष्टाचार के जीवंत आइकॉन हैं, इसलिए लोगों की नाराजगी के डर से राजद ने पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी के पोस्टर से उन्हें गायब कर दिया था।
अब उपचुनाव में उनके प्रचार करने से कोई जिन्न निकलने वाला नहीं।