केंद्र और राज्य सरकारें शिक्षा को लेकर बड़े- बड़े दावें करती है। लेकिन जमीन पर ये दावे फेल होते दिखते हैं। जहानाबाद शहर के ये सरकारी विद्यालय कई सालों से मंदिर के प्रांगण में चल रहा है।
यहां बच्चे ज्यादा गर्मी हो या ठंड भगवान भरोसे ही होते हैं. गौरक्षनी देवी मंदिर के प्रांगण में बच्चों की भीड़ कोई पूजा-पाठ करने नहीं बल्कि शिक्षा ग्रहण करने आती है. स्कूल भवन के अभाव में ये बच्चे कैसे शिक्षा ग्रहण करते होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
इस मंदिर में बड़े पैमाने पर शादी और धार्मिक कार्यक्रम होते रहते हैं। ऐसे में भारी भीड़ और गाजे – बाजे के साथ बच्चों की पढाई भी बाधित होती है।
जब स्कूल के शिक्षक और प्रधान शिक्षिका से इस बारे में पूछा गया उन्होंने बताया कि विद्यालय की जमीन उपलब्ध ना होने की वजह से यह स्कूल गौरक्षनी स्थित मंदिर में चल रहा है।
कभी शादी तो कभी धार्मिक कर्मकांड होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ता है. उन्होंने कहा की कई बार अधिकारियों से भवन निर्माण की बात की गई है लेकिन तक इस पर कोई कारवाई नही की गई है.