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Bihar News in Hindi: The BiharNews Post - Bihar No.1 News Portal

CM नीतीश कुमार की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई कैबिनेट की बैठक में जातीय जनगणना कराने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी

इसके साथ ही राज्य में जाति गणना करना का रास्ता साफ हो गया। इसके अलावा बैठक में कुल 11 एजेंडों पर मुहर लगी। कैबिनेट ने वित्तीय वर्ष 2022–23 के लिए राज्य योजना से जुड़े बीज वितरण और बीज उत्पादन योजना पर 150 करोड़ 98 लाख 78 हजार से ज्यादा की राशि को मंजूरी दी।

कैबिनेट की बैठक का ब्रीफिंग करते चीफ सेक्रेटरी अमीर सुबाहानी ने बताया, ‘राज्य में जातीय जनगणना का सारा खर्च सरकार देगी। इसके लिए आकस्मिक निधि से 500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। फरवरी 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। राज्य में जातीय जनगणना के साथ आर्थिक गणना भी किया जाएगा।’जाति आधारित गणना कराने की जिम्मेदारी सामान्य प्रशासन विभाग की होगी।

वहीं, जिला स्तर पर जिलाधिकारी इसके नोडल पदाधिकारी होंगे। जिले में गणना कराने का संपूर्ण प्रभार जिलाधिकारी पर ही होगा। सामान्य प्रशासन विभाग एवं जिलाधिकारी ग्राम, पंचायत एवं उच्चतर स्तरों पर विभिन्न विभागों के अधीनस्थ कार्य करने वाले कर्मियों की सेवाएं जाति आधारित गणना का कार्य कराने के लिए ले सकेंगे।आर्थिक स्थिति का भी सर्वेक्षण होगा
मुख्य सचिव ने यह भी कहा कि जाति आधारित गणना के दौरान लोगों की आर्थिक स्थिति का सर्वेक्षण भी होगा।

जाति आधारित गणना की प्रगति से समय-समय पर विधानसभा के विभिन्न दलों के नेताओं को ‌अवगत कराया जाएगा। कैबिनेट के निर्णय की जानकारी आज (गुरुवार) दी जा रही है। समय-समय पर मीडिया को इस संबंध में पूरी बात बताया जाएगी। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने कहा है कि जाति आधारित गणना कराने से राज्य की विभिन्न जातियों की स्थिति का ठीक-ठीक आंकड़ा उपलब्ध हो सकेगा। इससे विभिन्न जातियों की समुचित विकास के लिए योजनाएं तैयार कर उसके क्रियान्वयन में सुविधा होगी।

कैमूर के कम्हारी में जमीनी विवाद को ले दो पक्षों में जमकर मारपीट, चली गोली

कम्हारी में जमीनी विवाद को ले दो पक्षों में लाठी-डंडे व गोली चली जिसमें एक पक्ष के दो सगे भाई गंभीर रूप से घायल हो गए जानकारी के मुताबिक बताया गया कि कुढ़नी थाना क्षेत्र के कम्हारी गांव निवासी लालधर पांडे के पुत्र रामामुनी पांडे गोली से घायल हो गए जबकि उनका दूसरा पुत्र शिवमुनि पांडे लाठी डंडे से घायल हैं।

घायल रामामुनी पांडे ने बताया कि आज खेत में धान का बीज डालने गया था तभी बब्बन पांडे के पुत्र उमेश पांडे पंकज पांडे अवधेश पांडे मुन्ना पांडे से बकझक हो गया। जहां उमेश पांडे ने राइफल से गोली चला दिया जबकि बाकी के लोग लाठी डंडे से मारपीट कर घायल कर दिया है।

दोनों सगे भाइयों का सदर अस्पताल में भर्ती कर चिकित्सक द्वारा इलाज किया जा रहा है।

राजद जातीय जनगणना का विरोधी रहा है – सुशील मोदी

राजद का इतिहास रहा कि पंचायत नगर निकाय में पिछड़ों को बिना आरक्षण दिए चुनाव कराया
• राजद अनावश्यक श्रेय न ले
• राजद के शासनकाल में विधान मंडल में प्रस्ताव पारित क्यों नहीं हुआ

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री संप्रति राज्यसभा सांसद श्री सुशील कुमार मोदी ने एक बयान में कहा कि भाजपा कभी भी जातीय जनगणना के विरोध में नहीं रही । बिहार विधानसभा और विधान परिषद में दो-दो बार सर्वसम्मत प्रस्ताव भाजपा की सहमति एवं भाजपा जदयू की सरकार के कार्यकाल में ही पारित हुआ ।

राजद – कांग्रेस के कार्यकाल में कभी प्रस्ताव क्यों नहीं आया ?
महाराष्ट्र और उड़ीसा विधानसभा से भी सर्व सम्मत प्रस्ताव पारित हुआ जहां भाजपा महत्वपूर्ण दल था । यदि भाजपा विरोध में होती तो भाजपा कभी अपने वरिष्ठ मंत्री श्री जनक राम एवं झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष श्री दीपक प्रकाश को प्रधानमंत्री से मिलने वाले सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं कराती ।

राजद तो 2004 से 2014 तक केंद्र सरकार में शामिल थी तो उसने 2011 की जनगणना में जाति का एक कॉलम क्यों नहीं जुड़वाया ? भाजपा यदि विरोध में होती तो 2011 की सामाजिक आर्थिक जातिय जनगणना केंद्र के लिए कराना असंभव हो जाता ।

राजद अनावश्यक श्रेय लेने का प्रयास ना करें । इसका इतिहास तो रहा है कि पंचायत और नगर निकाय चुनाव में पिछड़ों को बिना आरक्षण दिए चुनाव करा दिया था ।

दिनदहाड़े लूट से दहशत में लोग, आभूषण दुकान पर हाथ किया साफ!

हाजीपुर में बेखौफ अपराधियों ने पुलिस को खुली चुनौती देते हुए सरेआम एक आभूषण दुकान से करोड़ो की ज्वेलरी लूट कर फरार हो गया।

घटना महुआ थाना क्षेत्र के महुआ बाजार की है। जहाँ महुआ पातेपुर रोड में स्थित कृष्णा ज्वेलर्स पर दस की संख्या में पहुंचे हथियारबन्द अपराधियों ने दुकान मालिक और स्टाफ को बंधक बना कर दुकान की सारी ज्वेलरी लूट ली और फरार हो गए।इतना ही नही लुटेरे अपने साथ दुकान में लगे सीसीटीवी की डीवीआर भी लेते गए है।

घटना की जानकारी मिलते ही वैशाली एसपी मनीष मौके पर पहुंचे और मामले की जांच की।एसपी ने दावा किया है कि अपराधियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा तो वही दुकान के मालिक ने बताया कि उनके जिंदगी भर की कमाई अपराधियों ने लूट ली है।

अनुमान लगाया जा रहा है कि लगभग डेढ़ करोड़ की लूट हुई है।बहरहाल दिनदहाड़े हुई इतनी बड़ी लूट से व्यवसाईयो में दहशत का माहौल है।

मेधावी छात्रों की हकमारी आज के समय का सबसे बड़ा अपराध है -अभयानंद

बिहार में पहले वोट लूटा जाता था अब मेधावी छात्रों का प्रतिभा लूटा जाता है ।वोट लूटने वाले भी संगठित गिरोह चलाते थे और आज प्रतिभा लूटने वाले भी गिरोह चला रहे हैं बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद का मानना है कि आज आवाज इसलिए उठ रही है कि काले धन का वितरण “स्वाभाविक” तौर पर नहीं हो रहा है।

नौकरी के शुरुआती दौर में जब SP के रूप में, चुनाव संपन्न कराने का दायित्व मिलता था तो रिगिंग की शिकायतें आती थीं। कोई भी संवेदनशील पदाधिकारी इन शिकायतों को सुनकर परेशान हो जाता। मैंने पाया कि अगर तुरंत कार्यवाही नहीं की जाती तो चुनाव संपन्न होने से पहले बैलेट बॉक्स में स्याही डाल दी जाती थी जिससे कि उस बूथ का चुनाव रद्द कर दिया जाए और पुनः उस बूथ पर पूरी तैयारी के साथ चुनाव हो। स्याही डालने वाला पक्ष स्वाभाविक रूप से वह होता था जो उस बूथ पर कब्ज़ा नहीं कर पाया हो।

समय के साथ इस प्रकार की एक और बीमारी ने समाज में जन्म लिया। सार्वजनिक परीक्षाओं में प्रश्न-पत्र लीक। साधारण तौर पर प्रश्न-पत्र लीक की शिकायतें यदा-कदा सुनने को मिलती थीं। हमलोग जिले के स्तर पर अनुसंधान कर, गिरोह को पकड़ कर आरोप पत्र दाखिल कर देते थे। समस्या कभी राज्य व्यापी और विकराल नहीं बन पाती थी।

अचानक स्कौलर गैंग, सॉल्वर गैंग जैसे शब्दों का प्रचलन हुआ। अलग-अलग अपराधियों के नाम से गैंग बनने लगे। चुनाव में जैसे प्रतिस्पर्धा होती है, वैसा ही दंगल परीक्षाओं की सेटिंग-गेटिंग में भी हो गया। अगर सेटिंग-गेटिंग के पैसे का वितरण न्यायपूर्ण हो गया तो हल्ला-हंगामा नहीं होगा, अन्यथा “बैलेट बॉक्स में स्याही” का विकल्प अर्थात पेपर के व्यापक लीक का रास्ता तो हमेशा है।

परीक्षा रद्द कर दी जाएगी। अगली परीक्षा में जो गिरोह सर्वाधिक ताकतवर होगा, उसके नियंत्रण में पेपर लीक होगा और पैसे में केवल एक ही गिरोह का भाग होगा।

मैंने जो पुलिस की 37 वर्षों की जिंदगी में समझा, वह यह कि पैसे का वितरण जब तक स्वाभाविक तौर पर समाज में होता रहता है, तब तक “हाय-तौबा” नहीं मचती। छोटे-मोटे अपराध होते हैं। लेकिन अगर “बवाल” मच जाए तो समझना चाहिए कि काले धन का वितरण “स्वाभाविक” तौर पर नहीं हुआ है। कई बार इस आधार पर अनुसंधान करने से सफलता मिली है।

लेखक –बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद

मौसम विभाग ने बारिश और आंधी को लेकर जारी किया अलर्ट

पटना । मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार, प्रदेश भर में अगले 24 घंटों के दौरान मेघ गर्जन, बिजली चमकने के साथ हल्की बारिश का पूर्वानुमान है। राजधानी में पांच दिनों तक आंशिक रूप से बादल छाए रहने के आसार हैं।

वहीं, 14 जिलों पूर्वी व पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, अररिया, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार जिलों के एक दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आंधी-पानी की स्थिति रविवार तक बने रहने के आसार हैं। इन जगहों पर हवा की गति 30-40 किमी प्रतिघंटा रहने के आसार है। इसको देखते हुए मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से यलो अलर्ट जारी किया गया है।

बिहार के पुनरुत्थान का रास्ता क्या हो सकता है?

देश जिस सांस्कृतिक और धार्मिक पुनरुत्थान के दौर से गुजर रहा है उसमें हमारे बिहार में ना तो अयोध्या है,ना तो कासी है,ना तो मथुरा है और ना ही ज्ञानवापी है ऐसे में बिहार के पुनरुत्थान का रास्ता क्या हो सकता है। प्राचीन काल से लेकर आजादी के दौर में भी बिहार हर क्षेत्र देश का नम्बर वन राज्य था शिक्षा का तो जवाब ही नहीं था।

लेकिन हाल के दिनों में सिविल सर्विसेज ,इंजीनियरिंग ,मेडिकल और सर्विस सेक्टर में बिहार का प्रतिनिधित्व देश स्तर पर पांच प्रतिशत से भी कम हो गया है। उस 5 प्रतिशत में भी 90 प्रतिशत छात्र ऐसे हैं जिनका दादा दादी बिहार में रह रहे हैं उसका बिहार से कोई वास्ता नहीं है कभी कभार छठ या फिर किसी शादी में दो तीन बार बिहार आया है ये सारे यू कहे तो अप्रवासी बिहारी है जबकि एक दौर था जब बिहार का प्रतिनिधित्व 20 से 25 प्रतिशत हो गया था ।

कुछ ऐसा ही हाल बिहार के किसानों का भी है दो दशक पहले तक बिहार के किसान अपनी पैदावार के बल पर बच्चों को अच्छी शिक्षा और अपनी बेटी की शादी बड़े घर में करते थे और आज बच्चों को बेहतर शिक्षा और शादी करनी है तो जमीन बेचने के अलावे उनके पास दूसरा कोई साधन नहीं है।

रोजगार का भी कुछ ऐसा ही हाल है छोटे छोटे कस्बे में शॉपिंग मॉल खुलने से पीढ़ी दर पीढ़ी से दुकान चला रहे बनिया का हाल लगातार खराब होता जा रहा है छोटी दुकान बंदी के कगार पर है हाल के दिनों में मछली और अंडा उत्पादन के क्षेत्र में बिहार काफी तेजी के आगे बढ़ा था लेकिन सरकार के असहयोग के कारण दोनों फील्ड से जुड़े बड़े किसानों और व्यापारियों का हाल लगातार खराब होता जा रहा है और पिछले एक माह के दौरान मछली के फीड के दाम में अप्रत्याशित वृद्धि होने के कारण लागत मूल्य इतना बढ़ गया है कि किसान मछली पालन बंद करने लगा है ।

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वही अंडा पैदा करने में लगे हैदराबाद हरियाणा और यूपी के बड़े खिलाड़ी अंडा उत्पादन में बिहार के बढ़ते कदम को देखते हुए अंडा का कीमत पांच रुपये से घटाकर 2 रुपया 80 पैसा कर दिया था पिछले माह की बात करे तो 3,66 पैसा एक अंडा दाम एनइसीसी (राष्ट्रीय अंडा कोर्डिनेशन कमेटी)तय किया था जबकि एक अंडा को पैदा करने में लगभग पांच रुपये का खर्च आता है।

बड़े खिलाड़ियों के इस खेल का प्रभाव यह हुआ कि बिहार में मुर्गी का अंडा पैदा करने के काम में लगे 60 प्रतिशत से अधिक कारोबारी काम बंद कर दिया है पटना के बिहटा सहित बिहार के गांव गांव में अंडा उत्पादन का केंद्र कैसे उजर रहा है इसे आप जाकर देख सकते हैं। वही बीपीएससी परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में जो तथ्य उभर कर सामने आ रहा है वह यह दिखाने के लिए काफी है कि बिहार में जो भी परीक्षा हुई है सब में परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र लीक हुआ था और पैसा देकर बच्चे अधिकारी ,डाँ ,इंजीनियर,प्रोफेसर और सरकारी कर्मचारी बन रहे थे ।

ये बिहार की हकीकत है जबकि बिहार में शिक्षा के क्षेत्र में बजट का सबसे अधिक 17 प्रतिशत यानी 38035.93 करोड़ रुपये शिक्षा क्षेत्र पर खर्च हो रहा है ।लेकिन बड़ा सवाल यह है कि हम बिहारी के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य,कृषि और रोजगार मुद्दा है भी कि नहीं क्यों कि इन मुद्दों को लेकर हाल के दिनों में कभी हलचल होते नहीं देखा है आज कल मैं यह सवाल राज्य के सभी राजनीतिक दल के नेता और बुद्धिजीवी के साथ साथ छात्र छात्राओं से भी कर रहा हूं। बिहार का एक बार फिर से पुनर्जागरण हो पायेगा या फिर यू ही भारत पाकिस्तान,हिन्दू मुसलमान, मथुरा ,काशी ,वापी और कुतुबमीनार में उलझते रहेंगे ।

कभी ख्याल नहीं आता है कि बिहार के पढ़ाई का एक एक सेंटर खत्म होते जा रहा है और पूरा बिहार मौन है ।किसानी खत्म होता जा रहा है बिहार मौन है ,रोजगार के अवसर लगातार कम होते जा रहे हैं बिहारी मौन है क्या हम सब ने मौन रहने का जिद्द पाल रखा है क्या ।

जहानाबाद के स्थानान्तरित 11 न्यायिक पदाधिकारियों का जिला जज की अध्यक्षता में विदाई

जहानाबाद के जिला पदाधिकारी तथा आरक्षी अधीक्षक भी शामिल हुये विदाई समारोह में

जहानाबाद व्यवहार न्यायालय परिसर के विधिक सेवा प्राधिकार कार्यालय में जहानाबाद व्यवहार न्यायालय से स्थानान्तरित 11 न्यायिक पदाधिकारियों की विदाई कि अध्यक्षता जिला एवं सत्र न्यायाधीश डा राकेश कुमार सिहं ने किया ।कार्यक्रम में जिला पदाधिकारी रिची पाण्डेय आरक्षी अधीक्षक दीपक रंजन , प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय शिल्पीसोनी राज , ADJ अजय कुमार सीजीएम राकेश कुमार रजक , SDJM शिम्मी कुजुर , प्र न्यायिक पदाधिकारी आलोक कुमार चतुर्वेदी,रिचा कश्यप ,वैभव कुमार उपस्थित थे ।

कार्यक्रम का संचालन सतत् लोक अदालत के सदस्य संतोष श्रीवास्तव ने किया।इस अवसर सभी न्यायिक पदाधिकारी को संतोष श्रीवास्तव द्वारा काव्य विदाई पत्र समर्पित किया । वही शिक्षाविद तथा राष्ट्रपति पदक से सम्मानित डा एस के सुनील ने सभी लोगों को अंग वस्त्र दिया ।

बिदाई के अवसर पर जिला जज ,डीएम तथा एस पी ने सभी स्थानान्तरित पदाधिकारी को बुके ,माला तथा गुलाब के फुल देकर लोगों के मंगल जीवन की कामना किया। इस अवसर अपर लोक अभियोजक बिन्दु भूषण सिन्हा ,विजय मिश्र सरकारी अधिवक्ता रामबिन्दु सिन्हा , सतत् लोक अदालत के सदस्य संजय कुमार सिन्हा उपस्थित थे।

प्राधिकार के कर्मी मनोज दास ,मिथलेश कुमार ,दीना जी सुजीत कुमार संतोष सिन्हा ,शशी भुषण कुमार ,अमीत कुमार ,नीतु कुमारी।पीएलवी कौशलेन्द कुमार ,विमल उर्फ सुधीर , शशिभुषण सिन्हा ,अरुण कुमार सिह ,संजय कुमार प्रतिमा कुमारी ,संतोष कुमार ,बाबु साहव कुमार ,जय प्रकाश कुमार ,नवल किशोर पाण्डेय , निलम संजीव रेडी ,मनोरँजन कुमार सीता कुमारी तथा सुरेन्द्र ठाकुर संजय पंडीत ने विदाई समारोह में भाग लिया।

विदाई समारोह में जिला कला सांस्कृतिक मंच के कलाकार अविनाश कुमार ,सुजीत यादव महेश कुमार मधुकर तथा चितरंजन चैनपुरा ने अपने गीत तथा कविता के माध्यम से लोगों को गमगीन कर दिया। जहानाबाद जिले से एक साथ 11 न्यायिक पदाधिकारी का स्थानान्तरित पदाधिकारी में शामिल हैं।

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयासवाल ने जातीय जनजनणा को लेकर राज्य सरकार को चेताया

आज पटना में बिहार के माननीय मुख्यमंत्री श्री Nitish Kumar जी की अध्यक्षता में जातीय गणना को लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठक में शामिल हुआ। इस बात की सहमति वय्क्त की गई कि जातीय एवं जाति में भी उपजातिय आधारित सभी धर्मों की गणना या सर्वेक्षण होगा।

भारत सरकार अपने जनगणना के आधार पर गरीबों के लिए योजनाएं बनाती हैं। अभी माननीय नरेंद्र मोदी जी की 60 से ज्यादा योजनाएं गरीब कल्याण के लिए ही हैं। हम कभी उसमें जाति आधारित विभेद नहीं करते।

मैंने अपनी बातों को रखते हुए मुख्यमंत्री जी के सामने तीन आशंकाएं प्रकट की जिनका निदान गणना करने वाले कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से बताना होगा।

पहला जातीय एवं उप जातीय गणना के कारण कोई रोहिंग्या और बांग्लादेशी का नाम नहीं जुड़ जाए और बाद में वह इसी के आधार पर नागरिकता को आधार नहीं बनाए।

sanjay jaswal

दूसरा सीमांचल में मुस्लिम समाज में यह बहुतायत देखा जाता है कि अगड़े शेख समाज के लोग शेखोरा अथवा कुलहरिया बन कर पिछड़ों की हकमारी करने का काम करते हैं। यह भी गणना करने वालों को देखना होगा कि मुस्लिम में जो अगड़े हैं वह इस गणना के आड़ में पिछड़े अथवा अति पिछड़े नहीं बन जाएं।

ऐसे हजारों उदाहरण सीमांचल में मौजूद हैं जिनके कारण बिहार के सभी पिछड़ों की हकमारी होती है ।

तीसरा भारत में सरकारी तौर पर 3747 जातियां है और केंद्र सरकार ने स्वयं सुप्रीम कोर्ट के हलफनामे में बताया कि उनके 2011 के सर्वे में 4:30 लाख जातियों का विवरण जनता ने दिया है । यह बिहार में भी नहीं हो इसके लिए सभी सावधानियां बरतने की आवश्यकता है।

पटना हाईकोर्ट में न्यायिक सेवा कोटे से 7 जजों की नियुक्ति के सम्बन्ध में केंद्र सरकार ने एक अधिसूचना जारी की है

बिहार न्यायिक सेवा कोटा से श्री शैलेन्द्र सिंह, श्री अरुण कुमार झा, श्री जितेंद्र कुमार,श्री आलोक कुमार पाण्डेय,श्री सुनील दत्ता,श्री चंद्र प्रकाश सिंह और श्री चंद्र शेखर झा को पटना हाईकोर्ट के जज बनाए गए हैं।

ये अधिसूचना केंद्रीय कानून मंत्रालय के न्याय विभाग ने जारी किया है।4 मई, 2022को सुप्रीम कोर्ट कालेजीयम ने न्यायिक सेवा कोटा के सात अधिकारियों का पटना हाईकोर्ट मे जज के रूप में नियुक्ति की अनुशंसा की थी।

PatnaHighCourt
#PatnaHighCourt

आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट के जज जस्टिस अहसानउद्दीन अमानउल्लाह का स्थानांतरण पटना हाईकोर्ट में हो गया है।इस सम्बन्ध में केंद्र सरकार द्वारा अधिसूचना जारी कर दिया गया है।

अभी पटना हाईकोर्ट में जजों की कुल संख्या 27 हैं, जबकि इन जजों के योगदान देने के बाद ये संख्या 35 हो जाएगी।पटना हाईकोर्ट में जजों की स्वीकृत पद 53 हैं।इस तरह अभी भी 18 जजों के पद रिक्त रहेंगे।

बिहार में जाति आधारित गणना पर हुयी सर्वदलीय बैठक में शामिल हुये मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार

क्या खास रहा जातीय जनगणना लेकर आयोजित सर्वदलीय बैठक में…

मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में जाति आधारित गणना पर हुयी सर्वदलीय बैठक में शामिल हुये। बैठक में उप मुख्यमंत्री श्री तारकिशोर प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता हम विधायक दल श्री जीतन राम मॉझी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष श्री संजय जायसवाल, राजद सांसद मनोज कुमार झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता श्री अजीत शर्मा, ऊर्जा मंत्री श्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी,
ग्रामीण विकास मंत्री श्री श्रवण कुमार, ए०आई०एम०आई०एम० के विधायक दल के नेता श्री अख्तरूल ईमान, भाकपा माले के विधायक दल के नेता महबूब आलम, सी०पी०आई० (एम०) के राज्य सचिव श्री ललन चौधरी, सी०पी०आई० (एम०) नेता विधायक श्री अजय कुमार, सी०पी०आई० राज्य मंत्री श्री राम नरेश पाण्डेय, सी०पी०आई० विधायक दल के नेता श्री राम
रतन सिंह मौजूद रहे।

बैठक में सभी दलों के नेताओं ने सर्वसम्मति से जाति आधारित गणना कराये जाने के पक्ष में अपनी अपनी राय एवं सुझाव दिये। सभी दलों के नेताओं जाति आधारित गणना कराये जाने को लेकर अपनी सहमति जतायी।

सर्वदलीय बैठक के पश्चात् सभी दलों के नेताओं की उपस्थिति में मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी जाति आधारित गणना पर विचार-विमर्श करने के लिए सर्वदलीय बैठक हुई है। आज सर्वसम्मति से यह निर्णय हुआ है कि बिहार में जाति आधारित गणना की जाएगी। हर लोगों के बारे में पूरी जानकारी ली जाएगी और इसके लिए बड़े पैमाने पर और तेजी से काम किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से इसमें मदद दी जाएगी।

गणना कार्य में लगाए जानेवाले लोगों की ट्रेनिंग करा दी जाएगी। आज जो बातचीत हुई है इसी के आधार पर बहुत जल्दी कैबिनेट का निर्णय होगा। इसके लिए राशि का प्रबंध किया जायेगा। कैबिनेट के जरिए ये सब काम बहुत जल्दी कर दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जाति आधारित गणना की जाएगी उसके बारे में विज्ञापन भी प्रकाशित किया जाएगा ताकि एक – एक चीज को लोग जान सकें। विधानसभा के सभी दलों की उपस्थिति में सर्वसम्मति से इस पर आज निर्णय हुआ है। काम शुरू होगा तो लोगों को इसकी जानकारी दी जाएगी ताकि सब लोगों को ये मालूम रहे कि एक – एक काम किया जा रहा है। समाचार पत्रों एवं मीडिया में भी इस बात को प्रचारित किया जाएगा ताकि सभी लोग इसके बारे में जान सकें। कैबिनेट के माध्यम से यह भी हमलोग तय कर देंगे कि यह पूरा का पूरा काम एक तय समय सीमा के अंदर हो।

उन्होंने कहा कि जब यह कहा गया कि जाति आधारित गणना राष्ट्रीय स्तर पर नहीं होगी, इसे राज्य स्तर पर ही करना होगा तो
हमलोगों ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर इस पर विचार करने का निर्णय लिया । उपचुनाव, स्थानीय निकाय का चुनाव वगैरह आ जाने से सर्वदलीय बैठक करने में थोड़ा वक्त लग गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सब दलों की सहमति थी कि आज एक जून को बैठक बुलाई जाए तो आज बुलाई गई। आपस में बातचीत हो गई है लेकिन जल्द ही इसे कैबिनेट से पारित कर सब कुछ प्रकाशित कर दिया जाएगा। इसमें समय सीमा का भी पता चल जाएगा।

सबलोगों का, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म के हों, पूरा का पूरा इसका आंकलन किया जाएगा। हमलोगों का मकसद है लोगों को आगे बढ़ाने का, जो पीछे है, उपेक्षित है, उसकी उपेक्षा न हो। सब आगे बढ़ें। इन सब चीजों को ही ध्यान में रखकर हमलोगों ने तय किया और इसका नामकरण जाति आधारित गणना किया गया है। सारे दलों को भी एक – एक काम की जानकारी दी जाएगी। आप तो जानते हैं कि अलग-अलग जाति में अनेक उपजातियां हैं।

जाति और उपजाति सभी की गणना की जाएगी। हमलोगों का मकसद है सभी का विकास करना, उन्हें आगे बढ़ाना । कोई पीछे न रहे इसलिये इसे ठीक ढंग से कराया जायेगा। एक बात जान लीजिए, सबलोगों की गिनती हो जाएगी। जो कुछ भी किया जाएगा उसके बारे में विज्ञापन भी दिया जाएगा। सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रचारित किया जाएगा। एक–एक चीज लोगों की जानकारी में रहेगी। ये कहा गया कि राष्ट्रीय स्तर पर जातीय जनगणना नहीं होगी लेकिन राज्य सरकार कर सकती है। आज सभी राज्य इस पर विचार कर रहे हैं। अगर सभी राज्यों में यह हो जाएगा तो राष्ट्रीय स्तर पर ऑटोमेटिक हो जाएगा। हमलोग जातीय गणना को बिहार में बहुत अच्छे ढंग से करना चाहते हैं।

समस्तीपुर के टीचर वैद्यनाथ रजक गर्मी की छुट्‌टी को लेकर गाना बनाए हैं जो बच्चों को आसानी से समझ में आ जाए, ज़रा आप भी सुनिए

समस्तीपुर के हसनपुर प्रखंड के कन्या प्राथमिक विद्यालय मालदह के टीचर वैद्यनाथ रजक पहले भी गानों को लेकर काफी चर्चा में रहे हैं।

पहले भी चर्चा में रहे हैं वैद्यनाथ।
गाना से ही वह बच्चों को बड़ी से बड़ी बात आसानी से समझा देते हैं। वैद्यनाथ का यह अंदाज बच्चों को खूब भाता है। गर्मी से बचाव का गाना हो या फिर क्लास में पढ़ाई को गाना से समझाना, उनका कोई जवाब नहीं है।

वैद्यनाथ रजक का कहना है कि गर्मी की छुट्‌टी को लेकर भी वह गाना इसलिए ही बनाए हैं कि बच्चों को आसानी से समझ में आ जाए और वह बिना बोर हुए समय के उपयोग को समझ जाएं। टीचर का कहना है कि गर्मी की छुट्‌टी के पूर्व बच्चों के साथ होमवर्क सहित अन्य बिंदुओं पर चर्चा की और इस दौरान ही गाने से बच्चों को एक संदेश दिया जो बच्चों को काफी पसंद आया और क्लास में गाना पर खूब तालियां भी बजाई।

मुंगेर में बिहार पुलिस के एक जवान ने ससुर और साले को मारी गोली

ससुर की इलाज के दौरान मौत हो गई। साले का इलाज चल रहा है। पुलिस जवान अपनी पत्नी को विदा कराने आया था, लेकिन ससुराल वालों ने मना कर दिया। इससे नाराज होकर सर्विस रिवॉल्वर से गोली चला दी। हत्या के बाद सोनू ने थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया।

मोबाइल पर बात करते हुए पत्नी आंचल एवं आंचल की मां पूनम देवी
मोबाइल पर बात करते हुए पत्नी आंचल एवं आंचल की मां पूनम देवी

वारदात बुधवार दोपहर कासिम बाजार थाना क्षेत्र के घोसी टोला इलाके की है। पुलिस जवान सोनू कुमार नालंदा का रहने वाला है। उसकी तैनाती जमुई जिला पुलिस बल में है। सोनू की शादी मुंगेर के गिरधर साह की बेटी आंचल से 10 महीने पहले हुई थी।आंचल ने कहा कि सोनू शादी के बाद टॉर्चर करता रहता था। इसलिए हम यहां से नहीं जा रहे थे।

अतिक्रमण के खिलाफ़ चला प्रशासन का डंडा, हटाए गए अवैध दुकान

सड़क पर अतिक्रमण कर व्यवसाय करने वालों के विरुद्ध जहानाबाद जिला प्रशासन का बुलडोजर चला। शहर के काको मोड़ से लेकर हॉस्पिटल मोड़ तक एनएच-83 किनारे अस्थाई रूप से अतिक्रमण कर दुकान लगाने वालों को जेसीबी से हटाया गया।

इसके अलावा सब्जी मंडी में अनाधिकृत रूप से कब्जा कर खाली जगहों पर दुकान लगाने वालों को भी प्रशासन द्वारा हटाया गया। सदर अंचल पदाधिकारी संजय कुमार अम्बष्ट के नेतृत्व में अभियान की शुरुआत काको मोड़ से की गई।

जिसमें नगर थाना की पुलिस के अलावा नगर परिषद के पदाधिकारी भी शामिल रहे। अंचलाधिकारी ने बताया कि डीएम के निर्देश के आलोक में यह अभियान शुरू किया गया है। सड़क पर अवैध अतिक्रमण के कारण आवागमन में उत्पन्न हो रही बाधा तथा जाम लगने की समस्या से निपटने के लिए अतिक्रमणकारियों को हटाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हटाए जाने के बाद पुन: अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी तथा उनके सामानों को भी जब्त किया जायेगा।

प्रशासन द्वारा करीब 60 से अधिक फुटपाथ की दुकानों को उजाड़ा गया। प्रशासन के इस अभियान से अतिक्रमणकारियों में खलबली मची रही। वही सड़क किनारे मुख्य रोड पर दुकान लगाने वालों को खुद अपना दुकान हटा लेने की चेतावनी दी गई।

पांडव सेना के आपसी गैंगवार में अबतक 9 लोगों की हत्या

35 दिनों में पूर्व विधायक के चार परिजनों की हो चुकी है हत्या

जहानाबाद । बिहार की राजधानी पटना में भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के भाई शम्भू शर्मा और गौतम शर्मा को ए के 47 से गोलियों से छलनी कर दिए जाने के बाद महज 35 दिनों के अंदर पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के चार परिजनों को मौत के घाट उतार दिया गया है।विगत 26 अप्रैल के चितरंजन शर्मा के चाचा अभिराम शर्मा की जहानाबाद और भतीजे दिनेश शर्मा को मसौढ़ी में मौत के घाट उतार दिया गया था। इधर दो दिन पहले संजय शर्मा के रिश्तेदार सुधीर शर्मा को नीम गांव की रेल पटरी पर शव मिला था और संजय सिंह ग्रुप ने इसे हत्या बताते हुए चितरंजन शर्मा ग्रुप पर हत्या का आरोप लगाया था ।अबतक नीमा गांव में गैंगवार में 9 लोगों की जान जा चुकी है। और आज की घटना को सुधीर की मौत का बदला माना जा रहा है। पांडव सेना से जुड़े लोगों के आपसी गैंगवार में अभी और लाशें गिरने के प्रबल आसार है।

अब तक पूर्व विधायक के चार परिजनों की हो चुकी है हत्या
बिहार का जहानाबाद और पटना जिले का मसौढ़ी 26 अप्रैल मंगलवार की सुबह दोहरे हत्या से दहल उठा था ।शहर के नामचीन स्वीट्स कारोबारी अभिराम शर्मा और उनके भतीजे दिनेश शर्मा का अपराधियों ने गोली मार कर मौत के घाट उतार दिया।मृतकों में अभिराम शर्मा चाचा और दिनेश शर्मा भतीजा थे अभिराम शर्मा को अपराधियों ने जहानाबाद में उनके गोली आवास पर गोली मारी जबकि भतीजे को मसौढ़ी गांधी मैदान गेट के समीप गोलियों से छलनी कर दिया था

स्वीट्स एवं ज़मीन धंधे से जुड़े थे अभिराम

जहानाबाद में अभिराम शर्मा की हत्यारो की तस्वीरे सीसीटीवी कमरे में कैद हो गई थी।सबसे हैरान करने वाली बात है कि जहानाबाद में जिस जगह पर स्वीट्स एवं जमीन कारोबारी को गोली मारी थी उससे चंद कदम के फासले पर जिले के डीएम और एसपी का आवास है।इधर शहर के चर्चित स्वीट्स कारोबारी की सुबह सुबह हुई हत्या से शहर में सनसनी फैल गई ।

शादी का कार्ड देने के बहाने घर मे घुसे अपराधी

हत्यारों ने घटना को बड़े सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया था । घर की प्रत्यक्षदर्शी महिला सदस्य ने बताया दो अपराधी शादी का कार्ड देने के बहाने कमरे आये और सिर में गोली मारकर चलते बने।अपराधियों की तस्वीरें घर मे लगे कैमरे में कैद हो गई थी

नीमा गांव के 5 लोगों ने बनाई थी पांडव सेना
दरअसल में 1995 के आसपास पटना जिले के धनरूआ थाना के नीमा गांव के 5 युवकों चितरंजन ,बब्लू, संजय सिंह, अशोक और विपिन ने पांडव सेना बनाई और ताबड़तोड़ हत्या की घटना को अंजाम दिया ।रंगदारी ,हत्या और अपहरण सहित कई संगीन वारदातों से जहानाबाद ,पटना सहित कई जिलों को थर्रा दिया था।जहानाबाद में लगभग एक दर्जन हत्याओ को अंजाम दिया था।बाद में गिरोह में फुट पड़ गयी और चितरंजन और संजय अलग हो गए । चितरंजन ने राजनीति में कदम रखा और अरवल से 2015 में विधायक बन गए।संजय ने भी लोजपा से पाली गंज से चुनाव लड़ा पर सफलता हाथ नही लगी।

पांडव सेना के बबलू और अशोक सिंह हत्या गढ़वा में कर दी गई थी। 26 अप्रैल 2020 को नदवा स्टेशन पर संजय सिंह को तीन गोली मारी गई थी परंतु संजय सिंह बच गया। हमले का आरोप चितरंजन शर्मा पर लगा और इसके प्रतिशोध में 26 अप्रैल 2022 को चितरंजन के चाचा अभिराम और भतीजे दिनेश की हत्या कर दी गई थी और आज दो भाई को छलनी कर दिया गया। पांडव सेना के आपसी गैंगवार में अभी अभी और कई लाशें गिर सकती है।

शराब बंदी के बावजूद धड़ल्ले से जारी है तस्करी, जहानाबाद स्टेशन से एक तस्कर गिरफ्तार।

जहानाबाद। जहानाबाद की जीआरपी थाना पुलिस ने स्थानीय स्टेशन पर जांच के दौरान 36 बोतल शराब के साथ एक कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार शराब कारोबारी से पूछताछ के बाद जीआरपी ने उसे जेल भेज दिया। जीआरपी थानाध्यक्ष मोनू राजा ने बताया कि बुधवार की सुबह स्टेशन पर जांच के दौरान प्लेटफार्म एक पर खड़े एक व्यक्ति को संदेह के आधार पर पकड़ा गया।

मोनू राजा, जीआरपी प्रभारी, जहानाबाद

पकड़े गए व्यक्ति की तलाशी लेने पर उसके पास स्थित बैग से 36 बोतल शराब जो कि 18लीटर है बरामद की गई। जीआरपी ने तत्काल उसे गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तार शराब कारोबारी रंजन कुमार जिले के मंगल बिगहा के रहने वाला है।

जहानाबाद में दुर्घटना में एक युवक की मौत, परिवार में मचा कोहराम

जहानाबाद । हुलासगंज सड़क पर सुकियावा पुल के समीप पीएनबी कैश वैन की गाड़ी ने मोटरसाइकिल सवार एक युवक को रौंदा दिया। घटनास्थल पर ही युवक की मौत हो गई।

बताया जाता है कि केयाला गांव निवासी नवल शर्मा मोटरसाइकिल सवार होकर मंगलवार को करीब शाम 4 बजे डोगरा गांव गए थे । लेकिन जैसे ही डोंगरा गांव से लौट रहे थे की सुकियावा पुल के समीप वैन से जबरदस्त टक्कर हो गई। दुर्घटना के बाद वाहन भागने में सफल रहा ।

इस घटना की सूचना आसपास के लोगों ने स्थानीय थाने के पुलिस को दी। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल जहानाबाद भेज दिया । जैसे ही इस घटना की सूचना उनके परिवार जनों को लगा परिवार में कोहराम मच गया।

दुर्घटना में एक युवक की मौत

बिहार के गोपालगंज में ई-रिक्शा पर महिला ने जन्मा बच्चा

गोपालगंज। गर्भवती महिला को नहीं मिली एंबुलेंस. ई-रिक्शा पर महिला ने जन्मा बच्चा।

मांझा प्रखंड के मिश्रवलिया से पहुंची थी गर्भवती. जच्चा-बच्चा दोनों हैं सुरक्षित.

कटिहार में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति बैठक के दौरान लिये गये राजनीतिक प्रस्ताव

स्वाधीनता के 75 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर हम सभी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं| 75 वर्षों के इस कालखंड में भारत ने एक राष्ट्र के रूप में उल्लेखनीय उपलब्धियों को हासिल किया है और आज जब देश कर्मशील प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है तो हम यह कह सकते हैं कि आने वाले वर्षों में भारत दुनिया के मानचित्र पर अपनी वह छाप छोड़ेगा जिसकी कल्पना आजादी के लड़ाई में भाग लेने वाले सभी क्रांतिकारियों ने की थी |

राष्ट्र जीवन की दिशा नामक पुस्तक में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने राष्ट्र को किसी कालखंड की गणनात्मक इकाई की जगह एक शाश्वत इकाई माना है। वास्तविकता भी यही है। राष्ट्र की संकल्पना विशेषकर इस धरा भारत के संदर्भ में अनादि काल से विद्यमान रहा है । इसकी झलक सांस्कृतिक रूप से देश के जन-जन में हमेशा से विद्यमान रही है और यह राजनीतिक रूप से हमारे राजा महाराजाओं में चक्रवर्ती सम्राट बनने की लालसा में दृष्टिगोचर होती है। यूरोपीय नूतन राष्ट्रवाद से इसकी तुलना बिल्कुल बेतुकी है। भारत में कांग्रेस तथा उसके वित्त पोषित वामपंथ के द्वारा वर्तमान में राष्ट्र एवं राष्ट्रवाद के संदर्भ में जिस विरोधाभास को प्रतिस्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है , वह वास्तव में नेहरूवियन आइडिया ऑफ इंडिया के विफल होने का ही प्रमाण है।

राम मंदिर तथा काशी विश्वनाथ का निर्माण हमारे पूर्वजों के संघर्ष तथा बलिदान की क्षतिपूर्ति मात्र के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। वास्तव में इन्हें देश के ऐतिहासिक कालखंड में एक ऐसे मोड़ के रूप में देखा जा सकता है जहां से भारत अपनी सांस्कृतिक एवं आत्मिक आइडिया ऑफ भारत को अंगीकार करने की दिशा में बढ़ चला है। इस दृष्टि से पीढ़ियों को जोड़ने तथा माननीय नरेंद्र मोदी जी जैसे विराट नेतृत्व में अपने सभी पुरोधाओं को नमन करते हुए राष्ट्र को विकसित व पल्लवित करने में तन मन धन से खुद को समर्पित करने का वक्त आ गया है।

माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी ,प्रभावी एवं साहसी नेतृत्व एवं देश भर के कार्यकर्ताओं के अटूट मेहनत का नतीजा है कि आज भाजपा एक सबल भारत के निर्माण की दिशा में अग्रसर है | विश्व के मानचित्र पर भारत का नाम अब गौरव से लिया जाता है क्योंकि नरेंद्र मोदी ने वैश्विक स्तर के महत्वपूर्ण नीतिगत मुद्दों पर जिस प्रकार अपना प्रामाणिक हस्तक्षेप किया है वह अभिनंदनीय है | विगत एक महीने में सम्पन्न हुए संयुक्त राष्ट्र, क्वाड, जी-23 सहित दुनिया के तेल उत्पादक देशों के संघ के बीच भारत ने अपनी स्थिति को मजबूत किया है तथा चीन एवं पाकिस्तान द्वारा भारत की सीमाओं पर लगातार किए जा रहे कुत्सित प्रयासों से दुनिया को अवगत कराकर उन्हे अलग-थलग करने में उल्लेखनीय सफलता पायी है |

आजादी के बाद 70 वर्षों तक कॉंग्रेस, वामपंथ तथा समाजवाद के नाम पर गैर-यथार्थवादी, सांप्रदायिक, परिवार केंद्रित नेतृत्व ने विकास की संभावनाओं को कुंद करने में कोई कसर नहीं छोड़ा | लोकतंत्र की हत्या करके इमरजेंसी लगाई गई । कांग्रेस ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई राज्य सरकारों को लगभग 90 बार बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाया । कॉंग्रेस ने जहां देश में निर्भर अर्थव्यवस्था को खड़ा किया, वामपंथियों ने भारत के मौलिक चिंतन धारा को कुंद करने का कुत्सित प्रयास किया वहीं तथाकथित समाजवादियों ने जातिवाद, भ्रष्टाचार तथा परिवारवाद को पोषित किया है | लोकतंत्र की हत्या करके इमरजेंसी लगाई गई । कांग्रेस ने लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई राज्य सरकारों को लगभग 90 बार बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन क्या यह सच्चाई नहीं है इन्हीं दलों ने जयप्रकाश नारायण, लोहिया, कर्पूरी ठाकुर जैसे नेताओं के विचारों को तिलांजलि देकर अपने परिवार को मजबूत किया है और भ्रष्टाचार के प्रतिमान गढ़े ।जबकि भाजपा की आधारशिला लोकतंत्र , सांस्कृतिक राष्ट्रवाद , लोक कल्याण , सामाजिक समरसता तथा अंत्योदय के लक्ष्यों में निहित है । श्री नरेंद्र मोदी ने इन्हीं उद्देश्यों को अंगीकार करते हुए सबका साथ , सबका विकास , सबका विश्वास और सब का प्रयास को अपने शासन का मूल मंत्र बनाया ।

कटिहार में भारतीय जनता पार्टी1

हमे विश्वास है कि धर्मांतरण जैसे मुद्दों पर भी राज्य और केंद्र सरकार गंभीरता से विचार करेगी ।
देश ने केंद्र में कॉंग्रेस नीत यूपीए सरकार तथा बिहार में राजद के शासनकाल को देखा है और उसके दंश को झेला है | यूपीए 1 एवं 2 में राजद कॉंग्रेस पार्टी का साझीदार था | इस सरकार के भ्रष्टाचार के कारनामों ने दुनियाभर में भारत को शर्मसार किया था | राजद के पंद्रह साल के कालखंड में अलकतरा घोटाला,चारा घोटाला , पैसों का गबन, नौकरियों के बदले जमीन या मकान लिखवाना साथ-साथ अपराध का वह सिलसिला जिसमें हत्या, लूट, नक्सलवादी आंदोलन, जातीय हिंसा जैसे कारनामें रोजमर्रा की बातें हो गई थी | शाम ढलते ही सड़कों के सुनसान होने की बात आज भी लोगों के रोंगटे खड़ा कर देता है।

आज श्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार हो या बिहार में एनडीए की सरकार भ्रष्टाचार का कहीं नाम नहीं है | प्रधानमंत्री ने देश को संबोधित करते हुए कहा है कि हमने 8 वर्षों के गरीब कल्याण, सेवा और सुशासन को समर्पित कार्यकाल में एक भी ऐसा काम नहीं किया है जिससे हमारा देश या देशवासियों का सर झुके | यह हमारी सबसे बड़ी उपलब्धि है कि इस अवधि मे इस सरकार पर भ्रष्टाचार का कोई आरोपनहीं लगा |माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जो विषय 8 वर्ष पहले कहा था कि ना खाऊँगा ना खाने दूंगा आज उसको चरितार्थ कर दिया है | आज जब विरोधियों पर भ्रष्टाचार सम्बन्धी कोई कार्यवाई होती है तो वे अपने काले कारनामों पर से लोगों का ध्यान हटाने के लिए स्वयं को सताये जाने का आरोप लगते हैं ।

रामधारी सिंह दिनकर ने परशुराम की प्रतीक्षा में इनके जैसे हीं नेताओं के काले कारनामों को देखकर लिखा था –
घातक है जो देवता-सदृश दिखता है
लेकिन, कमरे में गलत हुक्म लिखता है।
जिस पापी को गुण नहीं गोत्र प्यारा है
समझो उसने ही हमें मारा है।

हलांकि ये पंक्तियाँ उन्होंने कॉंग्रेस के कार्यशैली पर लिखी थी जो आज भी काँग्रेस और राजद जैसी दलों पर सटीक बैठती है ।

समाज के सभी वर्गों, जातियों के लिए भाजपा तथा एनडीए की सरकार ने श्रेष्ठ प्रयास किए हैं | पिछड़े वर्ग को संवैधानिक दर्जा देना एक ऐसा कदम है जिसे राजद ने वर्षों तक यूपीए सरकार के वक्त दबाकर रखा था ।बाबा साहब अंबेडकर के जन्म स्थली , शिक्षा स्थान सहित पांच स्थानों को पंच तीर्थ स्थल के रूप में विकसित कर माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें यथोचित सम्मान दिया । उनके व्यक्तित्व को पूर्ववर्ती सरकारों ने मान्यता नहीं दी थी । माननीय प्रधानमंत्री ने जम्मू कश्मीर में धारा 370 हटा कर वहां के कमजोर वर्ग विशेषकर बाल्मीकि और बक्करवाल समाज को आरक्षण उपलब्ध करा कर सामाजिक न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जाहिर कर दी है।नीट में ओबीसी को 27% एवं सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% आरक्षण का प्रावधान इसी दिशा मे उठाए गए कदमहैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने “प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना” के माध्यम से निषाद समुदाय के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं | इस योजना के अंतर्गत 20,050 करोड़ रुपए निषाद समुदाय की आर्थिक उन्नति के लिए दिए गए हैं बिहार मीठे पानी में मछली उत्पादन में देश में अव्वल राज्य बन चुका है | आज बिहार में 2005की तुलना मे मछली का उत्पादन लगभग 3 गुना बढ़ चुका है |

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स्वास्थ्य, सड़कें-हाइवे, बिजली, पानी, उद्योग, कृषि, शिक्षा, शुद्ध पेयजल सहित अन्य सभी महत्वपूर्ण अवसंरचनाओं के क्षेत्र में हमने तेजी से काम संपादित किए है | राज्य में प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2005 के 8000 रुपए के मुकाबले आज 48000 रुपए तक पहुँच गयी है और जीडीपी की दर जो 2005 के पूर्व 3% के आसपास थी वह आज 11% पार कर चुकी है | आज हमें इस बात की खुशी है की विगत वर्षों में राज्य में मँझले कद के उद्योगों का संजाल विकसित हो रहा है

आज देश अपने सांस्कृतिक विरासतों तथा उसके वैभव को पुनः स्थापित कर रहा है | नेहरू के छद्म-सेक्युलरवाद का दर्शन जिसे हम वामपंथ का भी साझा दर्शन कह सकते हैं उसने हिंदुओं के सांस्कृतक अधिष्ठानों, उसके प्रामाणिक जीवनशैली तथा उसके परम्पराओं के संदर्भ में लगातार दुष्प्रचार किए हैं | क्या यह सच्चाई नहीं है कि भारत का समाज हिंदुओं की बहुलता की वजह से सहिष्णु है और हमने भारत के साझी विरासत में सभी को स्थान दिया है ? आज आतंकवाद केवल कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों मे सिमट के रह गया है ।कॉंग्रेस तथा राजद के युवराज पाकिस्तान समर्थक तथाकथित सेमिनारों में भारत-विरोध की भाषा बोल रहे हैं | कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के जिस प्रांगण में वो भारत विरोधी “आइडिया ऑफ इंडिया” सेमीनार का हिस्सा बनने गए थे उससे उन्हें वामपंथीयों की मान्यता तो जरूर मिल सकती है परंतु देश की जनता उन्हे कभी माफ नहीं करेगी |

भारत प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इतिहास से सबक लेकर एक सबल-सक्षम तथा क्रियाशील राष्ट्र के रूप में समावेशी सांस्कृतिक अधिष्ठान वाली पहचान को पुनर्जीवित कर रहा है | काशी का ज्ञानवापी हो या कश्मीर घाटी में फैले सूर्य मंदिर के अवशेष सभी राम मंदिर और काशी विश्वनाथ की तरह वापस जीवंत हो उठने को तत्पर हैं । राजनीति की तमाम चुनौतियों के बीच भाजपा ने देश की जनता के बीच नई आशा और विश्वास का संचार किया हैऔर भारत श्री नरेंद्र मोदी के साहसी और कुशल नेतृत्व में विश्व गुरु बनने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।