Press "Enter" to skip to content

वीर कुंवर सिंह जी के विजयोत्सव पर गृहमंत्री अमित शाह जी की उपस्थिति में 75 हजार से ज्यादा तिरंगा हाथ में लिए राष्ट्रवादियों का हुजुम एक नया इतिहास रचा जायेगा

बिहार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने कहा कि कल यानी 23 अप्रैल को वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव के मौके पर जगदीशपुर के दुलौर मैदान में प्रखर राष्ट्रवादी राजनेता और देश के यशस्वी गृहमंत्री अमित शाह जी की उपस्थिति में एक नया इतिहास रचा जायेगा। इस दौरान 75 हजार से ज्यादा तिरंगा हाथ में लिए, राष्ट्रवादियों का हुजुम उन सभी राष्ट्रनायकों का सम्मान और उनका यशोगान करेगा।

उन्होंने पटना के भाजपा कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, इसका उद्देश्य उन महान विभूतियों को याद करना तथा उनके यशोगान के जरिये नई पीढ़ियों को इससे अवगत कराना है जिन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए अपनी कुर्बानी दी है तथा सर्वस्व न्योछावर कर दिया है।

इस अमृत महोत्सव में उन महान व्यक्तियों को भी याद किया जा रहा है जो भारत के नव निर्माण में अपना योगदान दे रहें हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि इस अमृत महोत्सव के तहत वीरभूमि जगदीशपुर में आयोजित हो रहे बाबू वीर कुंवर सिंह के विजयोत्सव में लाखों लोग पहुँचेंगे और उस धरती को नमन करेंगे।

वीर योद्धा कुंवर सिंह की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि बाबू वीर कुंवर सिंह की जिंदगी में धर्म और जाति मायने नहीं रखती, यही कारण है कि 1857 की क्रांति में वे महानायक के रूप में उभरे। 1857 का स्वतंत्रता संग्राम पहला मौका प्रतीत होता है जहां हिन्दु व मुसलमान कंधा से कंधा मिलाकर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते नजर आए।

दुलौर के मैदान में शनिवार को विजयोत्सव के मौके पर लाखों लोग जुटेंगे और तिरंगा फहराएंगे। यह देश के लिए पहला मौका होगा जब एक आयोजन स्थल पर तिरंगा प्रेमी इतनी अधिक संख्या में तिरंगा लहरायेंगे।

डॉ जायसवाल ने कहा कि वीर कुंवर सिंह की वीरता जग जाहिर है लेकिन दुर्भाग्य है कि इनकी वीरता को हम वह सम्मान आज तक नहीं दे सकें, जो कई स्वतंत्रता सेनानियों को मिला। आज माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों को यह सम्मान देने में जुटी है।

ऐसे कार्यक्रमों और समारोहों के जरिए उन बलिदानियों की महागाथा को जन-जन तक पहुँचाने की कोशिश की जा रही है, जिससे आनेवाली पीढ़ी भी उन वीर शहीदों के कर्तव्यों और उनकी वीरता, उनके पराक्रम, उनके शौर्य व उनकी कृतियों को जान सकें।

More from खबर बिहार कीMore posts in खबर बिहार की »