आस्था का महापर्व चार दिवसीय छठ नहाय-खाय के साथ शुक्रवार से शुरू हो गया। पूजन सामाग्री के साथ फल बाजार सज चुके हैं। थोक मंडी से लेकर खुदरा मंडियों में फलों की बिक्री तेज हो गई है। सभी जगह बाजार समिति में फल की खरीदारी को लेकर पूरे दिन भीड़-भाड़ देखी जा रही है।
पटना में भाई खुदरा मंडी कदमकुआं, जीपीओ गोलंबर, राजेन्द्रनगर, आयकर गोलंबर, कंकड़बाग, बोरिंग रोड, अशोक राजपथ, पाटलिपुत्रा, बेली रोड, सगुना मोड़, जगदेव पथ, पुनाईचक समेत अन्य इलाके में स्थाई और अस्थाई फलों की दुकानों से बाजार गुलजार हो चुका है। बाजार में फल इस बार बीते साल की तुलना 10 फीसदी महंगे हैं, लेकिन कारोबारियों को अच्छी बिक्री की उम्मीद लग रही है। छठ पूजा में फल का महत्व है। लोग अपनी क्षमता के अनुसार सभी फलों की खरीदारी कर रहे हैं। आज यानी शनिवार से से खरीदारी में और तेजी आई है।
छठ महापर्व की शुरुआत नहाय-खाय से हुई। इसदिन व्रतीयों ने कद्दू-भात का प्रसाद बनाकर ग्रहण किया। इसको लेकर कद्दू खरीदना अनिवार्य रहता है। इसलिए शुक्रवार को कद्दू के दाम में उछाल रहा। भारी मांग की वजह से 50 रुपये से लेकर सौ रुपये तक कद्दू बाजार में बिके। बाजार में इसबार कोलकाता का नारियल उतरा है। खुदरा बाजार में नारियल 60 रुपए से लेकर 100 रुपए जोड़ा मिल रहा है। बीते साल यह 50 से 80 रुपए में मिल रहा था। तीन तरह के सेब बिक रहे हैं। जिनकी कीमत सौ रुपए से 160 रुपए तक है। सौ रुपए वाले सेब की बिक्री अधिक है।
ईंख इसबार 70 रुपए जोड़ा बिक रहा है। बीते साल यह 50 रुपए मिल रहा था। बड़ा नींबू 100 रुपए जोड़ा है। नींबू इसबार महंगा है। इसकी आवक भी कम हुई है। नारंगी 60 रुपए, नाशपाती 120 रुपए, अमरूद 70 रुपए, केला घौद 500 से एक हजार रुपए, सुथनी, 80 रुपए किलो, कच्चा हल्दी 120 रुपए किलो, कच्चा अदरक 160 रुपए किलो मिल रहे हैं। लेकिन सबसे ज्यादा डिमांड केले की है।
पटना से लेकर जहानाबाद या दूसरे शहरों के बाजार समितियां में हाजीपुर का केला मौजूद है। केला दो सौ से लेकर सात सौ रुपए बिक रहा है।