राजनीति बहुत ही गूढ़ विषय है और इसको जब आप समझने लगेंगे तो इससे दिलचस्प कोई दूसरा विषय नहीं है।
संसद भवन पर लगे अशोक स्तम्भ की आकृति में बदलाव पर हंगामा हुआ तो तर्क क्या दिया गया कि ये दहारता शेर भारत के बदलाव का प्रतीक है।
आज राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे के बाद द्रौपदी मुर्मू की जीत पर देश में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव के परिणाम के बाद विजय जुलूस निकाल जायेगी जिसमें बीजेपी के तमाम बड़े नेता शामिल होंगे ।
वही पूरे सप्ताह देश के 1 लाख 30 हजार आदिवासी गांवों में भाजपा जश्न मनाएगी उस दौरान खास ख्याल रखना है कि द्रोपदी मुर्मू के जीत की तस्वीर के साथ साथ उस तस्वीर को गाँव गॉव तक पहुँचाना है जिसमें वो मंदिर की सफाई कर रही है ।
मतलब अब आदिवासी समाज का वो चेहरा विरसा मुंडा और सिन्दू कान्हू जिसके शौर्य की चर्चा आज भी गाँव गॉव में होती है इसे देश और आदिवासी समाज के जेहन से बाहर निकाल कर ये स्थापित करना है कि आदिवासी भी हिन्दू हूँ ।