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Bihar News in Hindi: The BiharNews Post - Bihar No.1 News Portal

बिहार में पर्यटन के क्षेत्र में अभी भी बहुत कुछ करने की जरुरत है

मैं पिछले तीन दिनों से नालंदा ,राजगीर और बोधगया घूम रहा हूं , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गृह इलाका है और नीतीश कुमार पर्यटन और पर्यावरण में दिलचस्पी भी रखते हैं और पर्यटन के क्षेत्र में सबसे ज्यादा पैसे खर्च करने कि बात करे तो वो इलाका भी यही है फिर भी राष्ट्रीय स्तर पर भी हम लोग कम्पीट नहीं कर सकते हैं।

तीन दिनों की यात्रा के दौरान मुझे महसूस हुआ कि नीतीश कुमार 2005 से लगातार बिहार के मुख्यमंत्री हैं जीतन राम मांझी का एक वर्ष से अधिक का कार्यकाल छोड़ दे तो फिर भी नालंदा ,राजगीर और बोधगया में पर्यटकों के लिए सामान्य सुविधा भी उपलब्ध नहीं है ।

राजगीर का जो पुराना रोपवे है उसका हाल यह है कि मेरे सामने दो व्यक्ति बाल बाल बच गये और मैं कैसे बच गया उपर वाले को ही पता है। इतना खतरनाक रोपवे मैंने नहीं देखा हरिद्वार का अनुभव था मुझे इसलिए परिवार और बच्चों के साथ चले गये ।

बिहार पर्यटन के क्षेत्र में बड़ी इकोनॉमी खड़ी कर सकता है

लेकिन रोपवे पर चढ़ने और उतरने के दौरान वहां मौजूद कर्मचारियों से थोड़ी सी भी चूक हुई तो दुर्घटना तय है ।लम्बें लोगों के लिए तो और भी मुश्किल है देश का यह एकलौता रोपवे हैं जहां भागते हुए रोपवे पर आपको चढ़ना है और भागते हुए रोपवे पर से उतरना है ।यहां आप रोपवे पर चढ़ रहे हैं या फिर उतर रहे हैं रोपवे रुकता नहीं है उसी स्पीड से आपको उस पर बैठ जाना है और उसी स्पीड से आपको उतरना है थोड़ी सी भी चूक हुई तो चोट लगना तय है ।

जबकि 2005 से अभी तक राजगीर में भवन निर्माण विभाग हजारों करोड़ की लागत से इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर ,पुलिस एकेडमी भवन सहित दर्जनों भवनों का निर्माण सरकार ने कराई है ।राजगीर में कंक्रीट का जाल बिछा गया है लेकिन आपको राजगीर पहुंचने के लिए आज भी आपको उसी तरह जाम में घंटो फसना है जैसे पांच वर्ष पहले था ।पटना बाईपास से बिना जाम में फंसे निकल गये तो फतुहा वाली सड़क पर जो जाम मिलना तय है रेलवे का फ्लाईओवर अभी तक बन नहीं पाया है आगे बढ़ गये तो फिर बिहारशरीफ जाम से निकल गये तो आप भाग्यशाली है सड़क का हाल सामान्य स्तर का है ।

बिहार में पर्यटन क्षेत्र

हां कुछ अच्छे होटल जरुर बने हैं फिर भी खाने और रहने की कोई व्यवस्था नहीं है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर की तो छोड़िए भारतीय स्तर का भी हो । मैं 2010 से राजगीर जा रहा हूं जहां तक मुझे लगा राज्य सरकार पर्यटन के क्षेत्र में 100 करोड़ का भी निवेश नहीं किया है , इसी वर्ष नए रोपवे के निर्माण में ₹ 20 करोड़ 18 लाख 57000 खर्च हुआ हैं। रोपवे में कुल 20 केबिन लगाए गए हैं, इनमें 18 केबिन पर्यटकों के लिए है लेकिन अभी चालू नहीं है ।वही एक सफारी पार्क बनाया गया है जिस पर कुल 19 करोड़ 2900000 रुपया खर्च हुआ है लेकिन कल बारिश हो गयी तो वहां पहुंचना ही मुश्किल हो गया। एक पांडव पार्क बना है जहां बच्चों के साथ एक दो घंटा रह सकते हैं ।

नालंदा विश्वविद्यालय को सुरक्षित रखने के लिए जो नये स्ट्रक्चर बनाये गये हैं वो कब गिर जायेगा कहना मुश्किल है ,विश्वविद्यालय की जो दीवार बची है उस पर घास और कजरी जम गया है ,वही स्थिति जरासंध गुफा का भी है ऐसा नहीं है कि काम नहीं हुआ है लेकिन 15 -16 वर्षो में जो होना चाहिए था वो दूर दूर तक नहीं दिख रहा है, नीतीश कुमार के कार्यकाल में जितनी राशि भवन निर्माण में खर्च की गयी है मुझे नहीं लगता कि आजादी के बाद सरकार द्वारा अभी तक इतनी राशि खर्च हुई होगी भवन निर्माण के क्षेत्र में ।

गया और बोधगया का भी यही हाल है इस बार पिंडदान करने आये हजारों श्रद्धालुओं को होटल उपलब्ध नहीं रहने के कारण बस में रहने को मजबूर हुए ,गया में अभी तक बाईपास ठीक से नहीं बन पाया है जहां से आप सीधे बौद्ध गया या फिर शहर के बाहर बाहर आप निकल जाये। बौद्ध गया में इस बार संसद भवन जैसा एक मीटिंग हॉल बनते देखा और उसी कैम्पस में सरकार फाइव स्टार होटल बनवा रही है और पुलिस विभाग में करोड़ों का भवन बन रहा है। सामान्य सुविधा की ही बात करिए बौद्ध गया से लेकर मंदिर जाने के रास्ते में एक वास रुम और शौचालय नहीं है समझ में नहीं आता है सोच क्या है,राजगीर का भी यही हाल है परिवार साथ में हैं तो आप परेशान हो जायेंगे ।

वैसे यह सब इसलिए सामने ला रहे हैं ताकि बिहार से जुड़े जो भी लोग इस फील्ड में काम कर रहे हैं वो इन इलाकों के बेहतरी के लिए क्या किया जा सकता है जिससे भारतीय और विदेशी पर्यटक ज्यादा से ज्यादा आ सके इस पर सोचे क्यों कि जहां तक मैं देख रहा हूं बिहार में जिस तरह से सभी धर्मों का मुख्य केन्द्र के साथ साथ ऐतिहासिक स्थल मौजूद है ऐसे में बिहार पर्यटन के क्षेत्र में बड़ी इकोनॉमी खड़ी कर सकता है ।

बाजार में गिरावट बढ़ी – सेंसेक्स 456 अंक, निफ्टी 152 गिरा; आईआरसीटीसी 19% गिरा

बीएसई सेंसेक्स 456.09 अंक टूटकर 61,259.96 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 50 152.20 अंक की गिरावट के साथ 18,266.60 पर बंद हुआ। इंट्राडे ट्रेड में सेंसेक्स ने 61,880 के इंट्रा-डे हाई और 61,109 के निचले स्तर के बीच कारोबार किया, निफ्टी ने 18,458 के इंट्रा-डे हाई और 18,209 के निचले स्तर के बीच कारोबार किया ।

सेंसेक्स चार्ट (20.10.21) एक नजर में

बीएसई मिडकैप 1.9% और स्मॉलकैप इंडेक्स 2.3% फिसले। सेंसेक्स पर भारती एयरटेल 4.03% की बढ़त के साथ शीर्ष पर रही, इसके बाद भारतीय स्टेट बैंक, इंडसइंड बैंक और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा।

टाइटन सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला सेंसेक्स स्टॉक था, जिसमें 2.97% की गिरावट आई, इसके बाद एचयूएल, एनटीपीसी और बजाज फिनसर्व का स्थान रहा।

सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 7 शेयर बढ़त के साथ और 23 शेयर कमजोरी के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स के शेयर एक नजर में

घरेलू संस्थानों ने अपनी भारी बिकवाली जारी रखी। मंगलवार को उन्होंने 2,500 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे जबकि एफपीआई ने 506 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे।

निफ्टी मिडकैप 50 इंडेक्स 1.19% गिर गया जबकि स्मॉलकैप इंडेक्स 2.42% गिर गया। निफ्टी फार्मा इंडेक्स 1.44% गिरा ।

हिंडाल्को, टाइटन कंपनी, एचयूएल, बीपीसीएल और बजाज फिनसर्व निफ्टी के प्रमुख हारने वालों में से थे। लाभ में भारती एयरटेल, एसबीआई, टाटा मोटर्स, इंडसइंड बैंक और एक्सिस बैंक शामिल हैं।

निफ्टी इंडेक्स के 50 शेयरों में से 11 हरे निशान में बंद हुए, जबकि 39 लाल निशान में बंद हुए।

दरभंगा, भागलपुर और बक्सर आयुर्वेदिक कालेज फिर से होंगे शुरू

आयुष चिकित्सा के विकास को राज्य सरकार प्रतिबद्धः मंगल पांडेय
दरभंगा, भागलपुर और बक्सर आयुर्वेदिक कालेज फिर से होंगे शुरू

पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि आयुष चिकित्सा को बढ़ावा देने को लेकर राज्य सरकार गंभीर है। दरभंगा, भागलपुर और बक्सर के आयुर्वेदिक कॉलेजों में फिर से पढ़ाई शुरू की जाएगी। इसके लिये प्रयास तेज कर दिए गये हैं। पटना और गोपालगंज में 50-50 बेड की क्षमता के आयुष अस्पताल स्थापित किये जाएंगे।

श्री पांडेय ने कहा कि पटना सिटी स्थित नवाब मंजिल में आयुष अस्पताल का निर्माण शुरू हो गया है। इसके डेढ़ साल में तैयार होने की संभावना है। यहां पर आयुर्वेद, होमियोपैथी, यूनानी और योगा पद्धति से इलाज किये जाएंगे। केंद्र सरकार के सहयोग से गोपालगंज में आयुष अस्पताल खोले जाएंगे।

आयुर्वेदिक, होमियोपैथी और यूनानी चिकित्सा कालेजों की शैक्षिक और आधारभूत संरचना की कमियां दूर की जाएगी। बेगूसराय और दरभंगा के राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालयों में दो नये भवन बनेंगे। मुजफ्फरपुर स्थित राय बहादुर टुंकी साह शासकीय होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के परिसर में भी एक नया भवन बनाया जाएगा।

श्री पांडेय ने कहा कि आयुर्वेद और यूनानी कॉलेजों में स्नातक (यूजी) सीटों की संख्या भी बढ़ाई गई है। राजकीय यूनानी मेडिकल कॉलेज ने यूजी सीटों की संख्या 40 से बढ़ाकर 125 कर दी गई है और पांच अलग-अलग विषयों में स्नातकोत्तर (पीजी) की पढ़ाई शुरू की गई। स्वास्थ्य केंद्रों पर आयुष डॉक्टरों और जीएनएम की तैनाती की प्रक्रिया शुरू की गई। सूबे में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और वेलनेस सेंटर पर भी आयुर्वेदिक इलाज की सुविधा जनता को दी जाएगी।

कश्मीर से धारा 370 हटाये जाने से बावजूद क्यों हो रही है हिंसा

कश्मीर में बिना बात किए चालाकी से फौज के बल पर धारा 370 को हटा देना क्या काम आ रहा है ? 2 साल बाद भी लोहे की चादर से ढक दिए गए कश्मीर से कोई भी प्रकाश की किरण निकलती दिखाई दे रही है ? क्या कहीं लोकतंत्र सुगबुगाता दिख रहा है? क्या कोई नया नेतृत्व उभरा ? क्या पुराने नेताओं में से किसी का स्वर बदला ?

लोहे की चादर उठाओगे तो बस कराह या ललकार ही सुनाई देगी. यह जान लो कि गला दबाओगे तो आवाज बंद होगी गला छोड़ोगे तो वही आवाज और चिल्लाकर आएगी.

यह सोचा गया कि बंदूक के बल पर आतंकवाद को समाप्त करेंगे . लेकिन आज 2 वर्षों बाद भी हाल क्या है ? बंदूक का बल कश्मीर की जनता के लिए बंदूक का आतंक बन चुका है और आतंकवाद ने फिर से सर उठाया है. 2019 और 2020 में 50 से ज्यादा नागरिक मारे गए. इससे तो यही लगता है कि आतंकवाद ने कभी सिर झुकाया ही नहीं था

अभी पुंछ के इलाके में फौज और आतंकवादियों के बीच जो झड़प चल रही है उसमें 10 के लगभग फौजी मारे गए हैं . इनमे से दो तो प्रशिक्षित अफसर हैं. लेकिन एक भी आतंकवादी मारा या पकड़ा नहीं जा सका है. इसका अर्थ स्पष्ट है. आतंकवाद से भी लड़ना है तो उसका रास्ता, बन्दूक की नली नहीं है. इस रास्ते को अमेरिका समेत अनेक देश आज़मा चुके हैं.

ढोल चाहे जितना भी पीट लो वह अंततः फूटेगा ही. फूटने तक वह जो बजेगा वह अज्ञानी को ही सुहाना लगेगा. जो जानते हैं वो झूठ की ढम ढम से परेशान हैं.

जो लोग सोचते हैं कि चालाकी और चकमे की रणनीति से हम समस्याओं का हल कर लेंगे वे आज स्वयं समस्या बनकर कुर्सी पर बैठे हैं .

विद्रोही से संवाद और जनता की भागीदारी जैसी सीधी रणनीति के अलावा कुछ भी आजमा लो काम नहीं आएगा.

बारिश से बेहाल बिहार ट्रेन परिचालन पर भी पड़ा असर गंडक कोसी सहित कई नदियों का जलस्तर बढ़ा

पिछले 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण नालंदा सहित उत्तर बिहार के कई जिलों बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी है गंडक ,कोसी सहित कई नदियों का जलस्तर अचानक बढ़ गया है ।वही अररिया:-जोगबनी रेलवे स्टेशन पर पानी भर जाने के कारण आनंद विहार -जोगबनी स्पेशल ट्रेन को फारबिसगंज में रोका गया। जोगबनी में बाढ़ जैसे हालात हो गये हैं ।मौसम विभाग की माने तो फिलहाल बारिश जारी रहेगी ।

बारिश से बेहाल बिहार

बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में शिरकत करने पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पटना पहुंचे हैं

बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह में शिरकत करने के लिए भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पटना पहुंचे हैं, राष्ट्रपति तीन दिनों तक पटना में रहेंगे इस दौरान आज शाम पटना हाईकोर्ट के न्यायाधीशों संग ‘हाई-टी’ की शोभा बढ़ायेंगे। 21 अक्टूबर को सुबह पटना साहिब और हनुमान मंदिर का दर्शन करेंगे उसके बाद बिहार विधानसभा भवन के शताब्दी समारोह को लेकर सुबह 10.50 बजे विधानसभा परिसर पहुंचेंगे।

वे यहां शताब्दी स्तंभ का शिलान्यास करेंगे और इस परिसर में बोधिवृक्ष के शिशु पौधे लगाएंगे फिर समारोह को संबोधित करेंगे। वे ‘सदन में विमर्श ही संसदीय प्रणाली का मूल है’ विषय पर विधायकों को संबोधित करेंगे। शाम साढ़े सात बजे से महामहिम राष्ट्रपति के सम्मान में विस अध्यक्ष के सरकारी आवास पर रात्रि भोज रखा गया है। इस दौरान बिहार कोकिला शारदा सिन्हा समेत कुल 77 कलाकार राज्य की सांस्कृतिक खूबियों का प्रदर्शन उनके समक्ष करेंगे। 22 को सुबह पटना भ्रमण के बाद राजभवन से पटना एयरपोर्ट के लिए राष्ट्रपति सुबह 11 बजे रवाना होंगे।

राष्ट्रपति बनने के बाद चौथी बार पटना आ रहे हैं राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति कोविंद का बिहार से विशेष लगाव है। 8 अगस्त 2015 को उन्होंने बिहार के राज्यपाल पद की शपथ ली और 19 जून 2017 को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाए जाने के बाद बिहार के राजभवन से सीधे राष्ट्रपति भवन के लिए विदा हुए। राष्ट्रपति बनने के बाद वे चौथी बार बिहार के दौरे पर पहुंच रहे हैं।

पहली बार 9 नवंबर 2017 को तृतीय कृषि रोडमैप का शुभारंभ करने आये थे। 15 नवंबर 2018 को राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय पूसा तथा एनआईटी पटना के दीक्षांत समारोह में शामिल होने बिहार आए। तीसरी बार 25 अक्टूबर 2019 को महामहिम राजगीर परिभ्रमण पर पहुंचे थे।

राष्ट्रपति के रूप में अपनी पहली दो यात्राओं में वे एक-एक दिन राजभवन में रुके थे। अबकी चार साल बाद 22 और 23 की रात वे यहां विश्राम करेंगे। इसको लेकर राजभवन के राष्ट्रपति सूट को चकाचक किया जा चुका है। यहां के रसोइयों, खानसामों में भी महामहिम के आगमन को लेकर खासा उत्साह है।

राष्ट्रपति समेत छह वक्ता करेंगे समारोह को संबोधित
बिहार विधानसभा के शताब्दी समारोह को लेकर विधानसभा के बाहरी परिसर में बनाए गये भव्य पंडाल के मंच पर राष्ट्रपति श्री कोविंद समेत छह लोगों की ही कुर्सियां होंगी और इतने ही लोग समारोह को संबोधित भी करेंगे। स्वागत भाषण विस अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा करेंगे, उसके बाद विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल फागू चौहान का संबोधन होगा।

राष्ट्रपति के मुख्य संबोधन के बाद विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह धन्यवाद ज्ञापन करेंगे। मौके पर विधानसभा द्वारा तैयार स्मारिका का भी लोकार्पण होगा। राज्यपाल चौहान इसे लोकार्पित कर इसकी पहली प्रति राष्ट्रपति कोविंद को प्रदान करेंगे।

पंचायत चुनाव का चौथा चरण बारिश के बावजूद मतदाताओं में देखा जा रहा है खासा उत्साह

बिहार पंचायत चुनाव के चौथे चरण चरण की वोटिंग चल रही है हलाकि बारिश की वजह से वोटिंग प्रभावित हुई फिर लोगों में इतना जोश है कि बारिश में भी महिलाए भींग कर रही है ।आज 36 जिलों के 53 प्रखंडों में वोट डाले जा रहे हैं। राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश के अनुसार, सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतदान को लेकर आयोग ने पूरी तैयारी की हुई है। इस चरण में 11,318 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। इसमें 62 लाख 80 हजार 960 मतदाता अपना प्रतिनिधि चुनेंगे। इनमें 32 लाख 96 हजार 329 पुरुष व 29 लाख 84 हजार 415 महिला मतदाता और अन्य 216 मतदाता शामिल हैं

ये तस्वीर बिहार के पंचायत चुनाव की है जहां बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में महिलाएँ घर से निकली हैें।

इस चरण में ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 41,120, ग्राम पंचायत मुखिया पद के लिए 5835, पंचायत समिति सदस्य पद के लिए 5979, ग्राम कचहरी पंच पद के लिए 17553, ग्राम कचहरी सरपंच पद के लिए 4190 और जिला परिषद सदस्य पद के लिए 1131 उम्मीदवार मैदान में हैं।

चौथे चरण में 799 ग्राम पंचायतों के मुखिया और सरपंच के लिए चुनाव होंगे। 10888 वार्डों में ग्राम पंचायत सदस्य और ग्राम कचहरी के पंच पर चुनाव हो रहा है। जिला परिषद की 119 सीटों पर, जबकि पंचायत समिति की 1093 पदों पर चुनाव के लिए चुनाव कराया जा रहा है।

——–आज के पंचायत चुनाव में क्या खास है——–
दोपहल के एक बजे तक बिहार में 30 से 35 प्रतिशत मतदान की खबर है वैसे इस बार बारिश की वजह से मतदाता और मतदानकर्मियों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है

मोतिहारी के ढाका के बूथ संख्या 179 पर पंचायत सदस्य के मतपत्र का त्रुटिपूर्ण प्रकाशन। इसे लेकर इस पद के लिए मतदान नहीं हो रहा है। शेष पदों पर मतदान चल रहा है। इस बूथ पर वार्ड सदस्य के लिए पुनर्मतदान के लिए चुनाव आयोग को अनुशंसा की जा रही है।

जमुई के कवाली गांव में बूथ नंबर 69 पर प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच झड़प।
पुलिस ने मामला शांत कराया। मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से फिर से शुरू।
गया जिले के गुरुआ के बूथ नंबर 111 में बोगस वोटिंग का आरोप।

सलमा खातून का वोट किसी दूसरे ने दिया, बायोमेट्रिक सिस्टम नहीं कर रहा काम।
मोतिहारी के ढाका प्रखंड के बूथ संख्या 179 पर वार्ड सदस्य पद का चुनाव स्थगित।
चुनाव लड़ रहे थे 11 लोग। EVM बैलेट में सिर्फ 7 प्रत्याशियों का नाम।

पटना के दुल्हिनबाजार के 17 मतदान केंद्रों पर बायोमेट्रिक काम नहीं कर रहा।
पटना के बिहटा के 27 मतदान केंद्रों पर भी बायोमेट्रिक सिस्टम फेल।

नालंदा-इस्लामपुर प्रखंड के बड़ाय गांव में मतदान केंद्र के पास भौरा का हमला। कई मतदाता जख्मी।
बक्सर के बसुधर पंचायत के बूथ नं 1,2,3 पर सभी पोलिंग पार्टियों को बदला गया।

मुजफ्फरपुर में बूथ संख्या 101 पर मुखिया प्रत्याशियों के समर्थकों के बीच विवाद।
कटिहार जिले के तीन प्रखंडों में बारिश के बावजूद मतदाताओं की दिख रही भीड़।

नवादा में एक बूथ पर दिव्यांग बहन को वोट दिलाने पहुंचा भाई। भाई ने कहा- बहन को नहीं दिखता है, इसलिए वोट दिलाने के लिए लाया हूं।

समस्तीपुर के विभूतिपुर पतैलिया में बूथ संख्या 3, 5, 15 में ईवीएम मशीन खराब।
मुजफ्फरपुर के रघुनाथपुर खुर्द पंचायत में बिना भवन वाला बूथ। यहां टेंट से बूथ बनाया गया है।

मधुबनी के राजनगर प्रखंड के रघुनी देहट पंचायत के बूथ नम्बर 2 पर बारिश के कारण मतदान बाधित रहा।
मुजफ्फरपुर– सरैया रामपुर विश्वनाथ पंचायत के पंचायत समिति सदस्य उम्मीदवार राजन चौधरी को निशाना बनाते हुए फायङ्क्षरग।

पटना– बिहटा प्रखंड में देकुली मतदान केंद्र पर शराब पीकर मतदान करने पहुंचे एक मतदाता को बिहटा पुलिस ने गिरफ्तार किया है।

छपरा— मशरख प्रखंड के दुगौली गांव के दुमदुमा के बूथ पर रोशनी की व्‍यवस्‍था नहीं है। इस कारण वहां टार्च क रोशनी में मतदान कराया जा रहा है। सिवान के मैरवा प्रखंड में मतदान की गति धीरे-धीरे बढ़ रही है।

नालंदा के डुमरी गांव के बूथ संख्‍या दो पर 35 मिनट विलंब से मतदान शुरू हुआ। मुंगेर के असरगंज प्रखंड में तेज बारिश के बीच मतदाता छाता लेकर मतदान केंद्र पहुंचे हैं।

सेंसेक्स, निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद गिरे; आईआरसीटीसी में 15% की गिरावट

मंगलवार को उतार-चढ़ाव के साथ सेंसेक्स, निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद गिरे। सेंसेक्स 49 अंकों की गिरावट के साथ 61,716 पर और निफ्टी 58 अंक की गिरावट के साथ 18,418 पर समाप्त हुआ। इंट्राडे ट्रेड में सेंसेक्स ने 62,245.43 का रिकॉर्ड तोड़ दिया और निफ्टी ने रिकॉर्ड 18,604.45 को हिट किया।

सेंसेक्स चार्ट (19.10.21) एक नजर में

आज के कारोबार में मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों पर सबसे ज्यादा असर पड़ा। बीएसई मिडकैप इंडेक्स और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स में करीब 2% की गिरावट आई। आईटी और कैपिटल गुड्स को छोड़कर बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए।

टेक महिंद्रा 4.12% की बढ़त के साथ शीर्ष पर रहा, इसके बाद लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फिनसर्व और इंफोसिस का स्थान रहा। आईटीसी 6.23% की गिरावट के साथ सेंसेक्स पर शीर्ष लूजर के रूप में बंद हुआ, इसके बाद एचयूएल, टाइटन और टाटा स्टील का स्थान रहा। आईआरसीटीसी के शेयर की कीमत में 15% की गिरावट आई है।

सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 14 शेयर बढ़त के साथ और 16 शेयर कमजोरी के साथ बंद हुए।

सेंसेक्स के शेयर एक नजर में

आज के कारोबार में बैंक निफ्टी 40,000 को छू गया लेकिन 39,540 पर बंद हुआ। निफ्टी मिडकैप 2.22% नीचे बंद हुआ जबकि स्मॉलकैप 1.47% नीचे था । निफ्टी ऑटो इंडेक्स 1.59% गिरा ।

निफ्टी इंडेक्स के 50 शेयरों में से 16 हरे रंग में बंद हुए, जबकि 34 लाल रंग में बंद हुए।

निफ्टी के प्रमुख शेयरों के टॉप गेनर और लूजर का हाल

बिहार के लोक संगीत पर स्वरा भास्कर का परिवार हुआ दिवाना

अभिनेत्री स्वरा भास्कर अक्सर किसी न किसी वजह से सुर्खियों में बनी रहती हैं. स्वरा को इंस्टाग्राम और ट्विटर पर भी काफी एक्टिव देखा जाता है. स्वरा कुछ भी पोस्ट क्यों न डालें, उसे लेकर बहस होना लाजमी है. स्वरा भास्कर का एक नया वीडियो सामने आया है, जिसमें वे अपनी भतीजी के जन्म पर भोजपुरी में सोहर गाते हुए देखी जा सकती हैं. सोशल मीडिया पर स्वरा का यह वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिस पर लोग अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.

बिहार में ये गीत काफी प्रचलित है जब बच्चा जन्म लेता है ।

स्वरा भास्कर ने अपने इस वीडियो को इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि स्वरा एक हॉल में बैठी हैं, जहां काफी सारे लोग हैं और वे सोहर गा रही हैं. बता दें, सोहर एक लोकगीत है, जिसे बच्चे के जन्म पर गाया जाता है. यह मुख्य रूप से बिहार और उत्तर प्रदेश में गाया जाता है. स्वरा भास्कर के इस वीडियो को अब तक एक लाख से भी अधिक व्यूज आ गए हैं. इसे फैन्स से लेकर बॉलीवुड सेलेब तक लाइक कर रहे हैं. स्वरा ने वीडियो पोस्ट करते हुए बताया है कि वे सोहर गा रही हैं, जिसे अधिकतर लड़कों के जन्म पर गाया जाता है, लेकिन उन्होंने इसे अपनी भतीजी के जन्म पर मॉडिफाई कर दिया है.

पंचायत चुनाव में 7398 उम्मीदवार बिना चुनाव लड़े जीत गये

बिहार में तीन चरणों का पंचायत चुनाव संपन्न हो चुका है और चौथे चरण का चुनाव 20 अक्टूबर यानी कल होगी ।इन तीन चरणों में मतगणना को लेकर आयोग के पास कई तरह की शिकायतें आई हैं। जिसको देखते हुए आयोग ने चौथे चरण के मतगणना के दौरान कई तरह के नये निर्देश जारी किये गये हैं ।

1–मतगणना को लेकर आयोग ने नये निर्देश जारी किये

मतगणना के मामलों में गड़बड़ी करने के दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर केस दर्ज किया जाए।
नियमों के मुताबिक, किसी सीट पर मतगणना शुरू करने की घोषणा लाउड स्पीकर से की जाती है। ऐसा इसलिए किया जाना है कि संबंधित सीट से जुड़े उम्मीदवार मतगणना के दौरान उपस्थित रहें, लेकिन आयोग को शिकायत मिली है कि मतगणना केन्द्र पर इस नियम का पालन नहीं किया जा रहा है। आयोग ने इसे लेकर नाराजगी जताई है। इसका पालन नहीं करनेवाले अधिकारियों को चिन्हित कर कार्रवाई का आदेश दिया है।

2-अभी तक 7398 उम्मीदवार बिना चुनाव लड़े चुनाव जीत चुके हैं

पंचायत आम चुनाव में तरह-तरह की तस्वीरें उभर रही हैं. अब तक तीन चरणों के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. तीनों चरण मिला कर कुल 7398 उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीत चुके हैं. इनमें मुखिया, सरपंच,पंच, वार्ड समिति और पंचायत समिति के सदस्य शामिल हैं. खास यह कि 593 पदों पर एक भी नामांकन नहीं हुआ ।

पहले चरण में 858 प्रत्याशी निर्विरोध चुने गये थे
राज्य में पहले चरण में 858 प्रत्याशियों का निर्वाचन निर्विरोध रूप से किया गया. दूसरे चरण में पदों की अधिक संख्या बढ़ी, तो निर्विरोध निर्वाचित होनेवाले प्रत्याशियों की संख्या में भी इजाफा हुआ।

दूसरे चरण में निर्विरोध निर्वाचित होने वालों की संख्या 3396 रही वही तीसरे चरण में 3144 पदों पर प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित कर दिये पहले चरण में 87 पदों के लिए दावेदार ही नहीं मिले, जबकि दूसरे चरण में 320 ऐसे पद थे, जिन पर भी किसी प्रत्याशी ने नामांकन दाखिल नहीं किया

3–हर पद पर औसतन तीन उम्मीदवारों ने नामंकन दाखिल किया था
राज्य में पहले चरण में मुखिया, सरपंच, पंच , वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य और जिला पर्षद सदस्य के 4646 पदों के लिए निर्वाचन कराया गया. इन पदों के लिए कुल 15078 प्रत्याशियों ने दावेदारी की. इसी प्रकार से दूसरे चरण के पंचायत चुनाव में 21131 पदों के लिए चुनाव कराया गया, जिसमें 71467 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. तीसरे चरण के चुनाव में 23128 पदों के लिए चुनाव कराया गया, जबकि इस चरण में कुल 81616 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया. अभी तक तीन चरणों के नामांकन दाखिल करने वाले प्रत्याशियों की संख्या औसतन तीन से अधिक रही है. लोकतंत्र के इस पर्व में उन

निर्विरोध जीत
पहला चरण- 858

दूसरा चरण- 3396

तीसरा चरण- 3144

कुल 7398

चौथे चरण के पंचायत चुनाव की तैयारी अंतिम चरण में 20 अक्टूबर को होगा मतदान

पंचायत चुनाव के चौथे चरण के लिए 20 अक्टूबर बुधवार को होने वाले मतदान को लेकर सभी प्रशासनिक स्तर पर तैयारी पूरी कर ली गई है। चौथे चरण के मतदान को लेकर राज्य में 11,318 मतदान केंद्रों का गठन किया गया है। इन मतदान केंद्रों को 7729 मतदान भवनों में बनाया गया है। इस चरण में 36 जिलों के 53 प्रखंडों में चुनाव निर्धारित हैं।

1- 799 पंचायतों में उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला
चौथे चरण के चुनाव के दौरान 799 पंचायतों में विभिन्न पदों के उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार चौथे चरण में सभी छह पदों के लिए कुल 75,808 नामांकन पत्र दाखिल किए गए है। इनमें 35525 पुरुष एवं 40283 महिला उम्मीदवार शामिल हैं। आयोग के अनुसार ग्राम कचहरी पंच के कुल 10888 सीटों के लिए होने वाले चुनाव को लेकर 17,553 उम्मीदवार मैदान में हैं। जबकि सरपंच के 799 सीटों के विरुद्ध 4190, मुखिया के 799 सीटों के विरुद्ध 5835, पंचायत सदस्य के 10,888 सीटों के विरुद्ध 41,120, जिला परिषद सदस्य के 119 सीटों के विरुद्ध 1131 और पंचायत समिति सदस्य के 1093 सीटों के विरुद्ध 5979 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया है।

2- चुनाव आयोग ने की कार्यवाही
जमुई जिले के सोनो प्रखंड विकास पदाधिकारी को चुनाव कार्य से हटा दिया गया है निर्वाचन कार्य प्रबंधन में विफल सोनो प्रखंड विकास पदाधिकारी को चुनाव कार्य से हटा दिया गया है। उनकी जगह निर्वाचन पदाधिकारी की कमान वहां के अंचलाधिकारी राजेश कुमार को दी गई है। यह आदेश जिला पदाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी अवनीश कुमार सिंह ने जारी कर दिया है।

वही राज्य में छठे चरण के प्राथमिक शिक्षक नियोजन में 90 हजार 762 पदों पर, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक नियोजन में 32 हजार से ज्यादा पदों पर शिक्षक बहाली की प्रक्रिया चल रही है। निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव संपन्न होने तक शिक्षक नियोजन को जारी रखने की अनुमति देने से मना कर दिया है।

सेंसेक्स 61765 पर, निफ्टी 18,450 के ऊपर बंद हुआ; बैंक, धातु में तेजी

भारतीय बाजार सोमवार को रिकॉर्ड बढ़त के साथ बंद हुए। एनएसई निफ्टी 138 अंक ऊपर 18477 पर बंद हुआ, जबकि बीएसई सेंसेक्स 459 अंक ऊपर 61765 पर बंद हुआ। इंट्रा डे में, सेंसेक्स ने 61,963 के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छुआ, जबकि निफ्टी ने 18,525 अंक के सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ।

सेंसेक्स चार्ट (18.10.21) एक नजर में

बीएसई मिडकैप इंडेक्स 0.9 फीसदी और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.6 फीसदी बढ़ा। टॉप गेनर के रूप में इंफोसिस 4.47% ऊपर था, इसके बाद टेक महिंद्रा, टाटा स्टील, आईसीआईसीआई बैंक और मारुति सुजुकी थे। लाल रंग में नीचे, महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.24% गिर गया, उसके बाद एचसीएल टेक्नोलॉजीज, डॉ रेड्डीज और एशियन पेंट्स का स्थान रहा। फार्मा को छोड़कर, अन्य सभी सेक्टोरल इंडेक्स मेटल, पावर और पीएसयू बैंक इंडेक्स में 2-4 फीसदी की बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए।

सेंसेक्स में 17 शेयरों में तेजी और 13 शेयरों में गिरावट रही।

सेंसेक्स के शेयर एक नजर में

बैंक निफ्टी 0.87% उछलकर 39,684 पर बंद हुआ। निफ्टी रियल्टी इंडेक्स 0.47% बढ़ा । निफ्टी इंडेक्स के 50 शेयरों में से 32 हरे रंग में बंद हुए, जबकि 18 लाल रंग में बंद हुए।

निफ्टी के प्रमुख शेयरों के टॉप गेनर और लूजर का हाल

कश्मीर में आज फिर आतंकियों ने की दो बिहारी मजदूर की हत्या, एक घायल।

जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने लगातार दूसरे दिन गैर कश्मीरी लोगों को निशाना बनाया है। रविवार को आतंकियों ने साउथ कश्मीर के कुलगाम में बिहार के 3 लोगों को गोली मार दी। इनमें से 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल है।

जानकारी के मुताबिक, कुलगांव के लारन गंजीपोरा एरिया में जिन्हें गोली मारी गई, वे सभी मजदूर थे। घायल की पहचान चुनचुन रिषि देव के तौर पर हुई है। उसे अनंतनाग के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मारे गए 2 नागरिकों की पहचान राजा ऋषि देव और जोगिंदर ऋषि देव के तौर पर हुई है।

जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजी विजय कुमार ने आतंकी हमलों की पुष्टि करते हुए दो मजदूरों की मौत की जानकारी दी है। जान गंवाने वाले मजदूरों की पहचान जोगिंदर ऋषिदेव और राजा ऋषिदेव के रूप में हुई है। वहीं घायल मजदूर का नाम चुनचुन ऋषिदेव है, जिसे अस्पताल में भर्ती किया गया है।

पटना हाईकोर्ट में सात जज लेगें शपथ

पटना हाई कोर्ट में सात जजों का शपथ ग्रहण 20 अक्टूबर,2021 को होगा । चीफ जस्टिस संजय करोल पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट से स्थानांतरित जज जस्टिस राजन गुप्ता,कर्नाटक हाईकोर्ट से स्थानांतरित जज जस्टिस पी वी बजनथ्री और केरल हाईकोर्ट से स्थानांतरित जज जस्टिस ए एम बदर को 11 बजे दिन में शपथ दिलाएंगे।इसके साथ ही चार नवनियुक्त हुए जजों, संदीप कुमार, पूर्णेन्दु सिंह,सत्यव्रत वर्मा एवं राजेश कुमार वर्मा को पटना हाई कोर्ट के जज के रूप में शपथ दिलाएंगे।
दशहरा छुट्टी खत्म होने के बाद 21अक्तुबर,2021 को पटना हाई कोर्ट के खुलते ही ये सभी जज भी अपना कार्य प्रारंभ कर देंगे।

पटना हाई कोर्ट में पूजा अवकाश के ठीक पहले न्यायिक सेवा कोटे से दो जज पटना हाई कोर्ट में शपथ ग्रहण किये थे ।
इन चार इस सभी जजों के आने से पटना हाईकोर्ट में जजों की कुल संख्या 26 हो जाएगी,जबकि यहां जजों के स्वीकृत पदों की संख्या 53 हैं।इस तरह अभी भी 27 जजों के पद रिक्त पड़े रहेंगे।

संदीप कुमार जज बनने के पटना हाई कोर्ट के सीनियर एडवोकेट थे एवम कुछ वर्षों तक बिहार सरकार के वकील के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।

पूर्णेंदु सिंह जज बनने से पहले वे पटना हाई कोर्ट में बिहार सरकार, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ,नेशनल इंश्योरेंस कंपनी व सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के वकील रहे।

सत्यव्रत वर्मा जज नियुक्त होने से पूर्व पटना हाई कोर्ट में झारखंड सरकार के रह चुके हैं ।

राजेश कुमार वर्मा जज बनने से पहले पटना हाई कोर्ट में बिहार एवं केंद्र सरकार दोनों के वकील रह चुके हैं।

कोरोना का असर राज्य के अदालतों में भी पड़ा है एक लाख से अधिक़ मामले हैं पेंडिंग।

कोरोना महामारी का असर राज्य के अदालतों के कामकाज स्पष्ट दिखने लगा है। पटना हाई प्रशासन ने पटना हाई कोर्ट में वर्ष 2018, 2019 और 2020 में दायर हुए व् निष्पादित हुए मुकदमों का केस क्लीयरेंस रेट (सी सी आर) अपने आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया है।

हाई कोर्ट प्रशासन द्वारा जारी सी सी आर के अनुसार वर्ष 2018 में कुल 130518 मुकदमें दर्ज हुए, जिसमें 117984 मुकदमें कोर्ट द्वारा सुनवाई के बाद निष्पादित किये गए। इस तरह से वर्ष 2018 का सी सी आर 90.39 फी सदी।

इसी प्रकार से वर्ष 2019 में पटना हाई कोर्ट में कुल 136401 मुकदमें दर्ज हुए, जिसमें हाई कोर्ट ने 117707 मुकदमों का निष्पादन किया। इस तरह से वर्ष 2019 का सी सी आर 86.29 रहा।

वर्ष 2020 में पटना हाई कोर्ट में 58674 मुकदमें ही दर्ज हुए, जिसमें हाई कोर्ट ने सुनवाई करते हुए 51637 मुकदमों को निष्पादित किया। इस प्रकार से वर्ष 2020 का सी सी आर 88.00 रहा।

गौरतलब है कि दर्ज मुकदमों की संख्या व निष्पादित किये गए मुकदमों के प्रतिशत को यहां सी सी आर कहा गया है। इसी प्रकार से राज्य के निचली अदालतों में वर्ष 2018, वर्ष 2019 व वर्ष 2020 का सी सी आर भी हाई कोर्ट प्रशासन द्वारा आधिकारिक वेबसाइट पर जारी किया गया है।

राज्य के निचली अदालतों में वर्ष 2018 में कुल 493973 मुकदमें दर्ज किये गए, जिसमें 361063 मुकदमों को निचली अदालतों द्वारा निष्पादित किया गया। इस प्रकार से वर्ष 2018 का सी सी आर 73.09 रहा।

वर्ष 2019 में राज्य के निचली अदालतों में कुल 598462 मुकदमें दर्ज हुए, जिसमें 405347 मुकदमों को निचली अदालतों द्वारा निष्पादित किया गया। इस तरह से वर्ष 2019 का सी सी आर 67.73 रहा।

वर्ष 2020 में राज्य के निचली अदालतों में 476877 मुकदमें ही दर्ज हुए, जिसमें 174478 मुकदमों को सुनवाई के पश्चात निष्पादित किया गया। इस तरह से वर्ष 2020 का सी सी आर 36.58 रहा।

इस तरह से देखा जाए तो वर्ष 2018 और 2019 में मुकद्दमों की दायर संख्या और निष्पादित मामलों की संख्या सामान्य मानी जा सकती है।किंतु करोना महामारी वर्ष 2020 में दायर मुकद्दमों की संख्या तो कम रही ही, साथ निष्पादित मामलों का प्रतिशत भी नीचे रहा।

क्या बीजेपी असदुद्दीन ओवैसी को देश का दूसरा जिन्ना बनाने में लगा है?

क्या संघ और बीजेपी हिंदू महासभा की तरह असदुद्दीन ओवैसी को दूसरा जिन्ना बनाने में मदद कर रही है । सवाल उठना लाजमी है क्यों कि मीडिया में कवरेज को लेकर एक रिपोर्ट आयी है जिसमें पीएम मोदी के बाद सबसे अधिक किसी नेता को कवरेज मिल रहा है तो वो असदुद्दीन ओवैसी है । मीडिया ओवैसी को इस तरह से पेश कर रहा है जैसे देश के 25 करोड़ मुसलमान का वही एक आवाज है जैसे कभी ब्रिटिश सरकार उस दौर में जिन्ना को दिखाने की कोशिश कर रहा था।

1- क्या हैसियत है असदुद्दीन ओवैसी की 

देश के 545 लोकसभा सीट में असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM पार्टी का मात्र दो सांसद है एक खुद असदुद्दीन ओवैसी  है दूसरा महाराष्ट्र से गठबंधन में जीत करके आया है ।इसी तरह देश के 4126 विधानसभा सीटों में AIMIM के विधायकों की संख्या मात्र 14 है। तेलंगाना विधानसभा में विधायकों की संख्या सात है वो भी गठबंधन में, पांच बिहार में है और दो महाराष्ट्र में है।यही इसकी राजनीतिक हैसियत है ।  बात अगर वोट प्रतिशत की करे तो तेलंगाना विधानसभा चुनाव में  2.7 फीसदी वोट मिले थे AIMIM को ।बिहार में AIMIM को 1.24 फीसद वोट मिला है और इसी तरह महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में AIMIM 1.34 प्रतिशत वोट मिला था ।और इस बार के बंगाल विधानसभा की बात करे तो AIMIM को 0.01%  वोट मिला था । मतलब पूरे देश में इसकी जमा पूंजी मात्र 4.66 प्रतिशत वोट का है और टीवी पर इसकी सभा और मुस्लिम विषय से जुड़े मामले में कुल समय की बात करे तो 99 प्रतिशत हिस्सा ओवैसी को मिलता है यह आंकड़ा हिंदी चैनल से जुड़ा है जहां इसकी जमा पूंजी 5 विधायक और 1.24 प्रतिशत वोटों का है ।

2- असदुद्दीन ओवैसी की राजनीति को स्थापित करने की कोशिश क्यों चल रही है

ये सवाल लाजमी है और इसको समझने की भी जरूरत है क्यों कि एक ऐसा नेता जिसकी राष्ट्रीय फलक पर कोई हैसियत नहीं है उसको इतनी तब्बजों क्यों दी जा रही है ।चलिए आजादी के आंदोलन के दौर में चलते हैं जिन्ना जो सूअर का मांस खाता था ,शराब पीता था मतलब वो दूर दूर तक मुसलमान नहीं था ब्रिटिश सरकार ने उसको मुस्लिम नेता के रूप में आगे बढ़ाया जबकि उस समय खान गफ्फार खान मौलाना आजाद जैसे बड़े नेता देश में मौजूद थे लेकिन सारे नेता टू नेशन थ्योरी के खिलाफ थे। अंग्रेज भारत को कमजोर करना चाहते थे जिन्ना उसके लिए जरुरी था इसलिए जिन्ना को स्थापित करने के लिए उस समय की मीडिया और अन्य संसाधनों का पूरा उपयोग किया । यही राजनीति ओवैसी के सहारे  बीजेपी कर रही है ताकि हिन्दी पट्टी में मुस्लिम वोट का बटवारा हो और बीजेपी सरकार को सरकार बनाने में परेशानी नहीं हो।

3- ओवैसी की राजनीति देश को तालिबान की तरफ धकेल रहा है  

दुनिया में भारत दूसरे नम्बर का देश है जहां सबसे ज्यादा मुसलमान रहता है फिर भी हालात अधिकांश मुस्लिम राष्ट्र से बेहतर भारत का है इसकी वजह भारतीय मुसलमान धार्मिक रूप से उतने कट्टर नहीं है जितने अन्य देशों में है। ओवैसी कर किया रहा है या फिर ओवैसी के परिवार की राजनीति हैदराबाद में क्या रही है कहने की जरूरत नहीं है। इसलिए सत्ता के लिए राजनीतिक दल किसी भी स्तर तक जाकर खेल खेलता है।

आज ओवैसी के सहारे बीजेपी भले ही सत्ता पा ले जैसे बिहार में मिल गया लेकिन इसका दुरगामी प्रभाव जिन्ना के टू नेशन थ्योरी जैसा हो जाये तो कोई बड़ी बात नहीं होगी । यही सियासत है आजादी के आंदोलन के दौरान हिन्दू महासभा मुस्लिम लिंग के साथ सरकार चला रही थी और 1942 के आंदोलनकारियों पर गोली चलाने का हुक्म दे रहा था और आज उसके सहारे सत्ता में बने रहने के लिए ओवैसी जैसे नेता को मोहरे के रूप में इस्तेमाल कर रहा है ।

कश्मीर में हुए आतंकी हमले में एक सप्ताह के अंदर दो बिहारी की हुई मौत

कश्मीर के श्रीनगर के ईदगाह में शनिवार को हुए आतंकी हमले में बिहार के बांका जिले के बाराहाट निवासी अरविंद कुमार साव की भी मौत हो गई है।10 वर्ष से अरविंद कश्मीर में गोलगप्पा बेच रहा था और उससे जो आमदनी होती थी उससे बिहार में उसके परिवार का खर्च चला रहा था। घटना के बाद घर वालों का हाल बेहाल हो गया है। बूढ़े मां-बाप के साथ परिवार के अन्य सदस्यों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।

छीन लिया बड़ा सहारा
बांका के बाराहाट थाना क्षेत्र के लखपुरा परघड़ी गांव के देंवेद्र साव और उनकी पत्नी सुनैना देवी को 5 बेटे और एक बेटी है। इसमें दो बेटों की मौत हो चुकी है। बड़ा बेटे बबलू साव की अभी 5 माह पहले ही गांव में मौत हो गई है। एक बेटे की मौत पहले हो चुकी है। दो बेटों की मौत से देवेंद्र और सुनैना पहले ही टूट गए थे। अरविंद ही घर का बड़ा सहारा था।

कश्मीर में मारे गये अरविंद कुमार शाह का पिता क्या कह रहे हैं

एक माह पहले तय हुई थी शादी
अरविंद कुमार साव की शादी एक माह पहले तय हुई थी। शादी की डेट अभी फाइनल नहीं हुई थी लेकिन घर में तैयारी चल रही थी। घर वालों का कहना है कि अगले अग्न में घर वाले अरविंद की शादी को लेकर पूरी तरह से तैयारी कर चुके थे। अब घर वालों का यही कहकर रोना है कि वह बेटे की शादी भी नहीं देख पा और आतंकियों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।

अरविन्द शाह की मां कह रही है मेरा पूरा परिवार उजड़ गया

गांव के 10 लोग कश्मीर में लगाते थे दुकान
परघड़ी गांव के 10 लोग कश्मीर के श्रीनगर में रहकर फुचका (गोलगप्पा ) व अन्य खाद्य पदार्थों की दुकान लगाते थे। अरविंद साव 10 साल से श्रीनगर में था और गांव के सभी लोग एक साथ ही रहते थे। बड़े भाई बबलू साव की मौत के बाद अरविंद गांव आया था। भाई क्रिया कर्म के बाद वह 3 माह पहले बिहार से श्रीनगर गया था।

अरविन्द की हत्या की खबर से गाँव वाले आहत हैं

बड़े भाई की मौत के बाद परिवार की स्थिति को देखते हुए वह अपने भाई मंटू को भी साथ ले गया था। मंटू भी अरविंद के साथ गोलगप्पे का ठेला लगाता था। दोनों भाई के ठेला लगाने से परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर रही थी, लेकिन आतंकी हमले में परिवार का बड़ा सहारा छीन लिया है।

इस बीच सुशील कुमार मोदी सांसद (राज्य सभा) एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री, बिहार ने बिहार के अरविन्द कुमार साह की श्रीनगर में आतंकवादियों द्वारा निर्मम हत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ने इस सम्बन्ध में जम्मू कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर श्री मनोज सिन्हा से दूरभाष पर बातचीत की, सुशील कुमार मोदी को लेफ्टिनेंट गवर्नर श्री मनोज सिन्हा ने बताया कि स्वर्गीय साह के पार्थिव शरीर को बिहार भेजने की व्यवस्था की जा रही है एवं उनके परिजनों को तत्काल 11 लाख रुपए की मदद की घोषणा की गई है।

वही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस घटना की निंदा करते हुए तत्तकाल दो लाख रुपया देने की घोषणा की है ।
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी इन हत्याओं की निंदा की है. उन्होंने ट्वीट किया, “आज श्रीनगर में रेहड़ी लगाने वाले अरविंद कुमार की आतंकी हमले में मौत की कड़ी निंदा करता हूं. यह आम नागरिकों को निशाना बनाने का एक और मामला है. अरविंद कुमार श्रीनगर कमाई और अवसर की तलाश में आए थे और यह अफसोसनाक है कि उनकी हत्या कर दी गई.”

एक सप्ताह के अंदर कश्मीर में हुए आंतकी हमले में ये दूसरा बिहारी है जिसकी हत्या हुई है इससे पहले भागलपुर के वीरेंद्र पासवान को आतंकी ने गोली मार कर हत्या कर दिया था वो भी वहां गोलगप्पा बेचने का काम करता था ।

सुपर 30 गरीबों के बीच स्वाभिमानों की रोजगार देने वाली फौज-अभयानंद

जेईई-एडवांस के रिज़ल्ट आ चुके हैं। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बेसब्र बैठा इस दिन का इंतज़ार कर रहा था।

एक बार पुनः बच्चों ने प्रमाण दिया है कि प्रतिभा को कोई भी परिस्थिति बाँध नहीं सकती। बीते वर्ष की विषमता को पराजित कर, सफलता प्राप्त करने वाले हर बच्चे पर मुझे गर्व है।

मेरे मन में संतोष इस बात से है कि यह मात्र उन छात्र-छात्राओं की किसी परीक्षा में सफलता नहीं, अपितु उनके परिवार की प्रगति का पहला कदम है। अभी तो लम्बा सफ़र तय करना है।

मेरे सारे सुपर 30 संस्थानों में कुल 394 बच्चे जेईई-एडवांस में उत्तीर्ण हुए हैं। रहमानी 30 से 50, विभिन्न CSRL सुपर 30 से 328, मगध सुपर 30 से 8 और संगम सुपर 15 भीलवाड़ा से 8 सफल छात्र-छात्राओं की सूची मेरे हाथों में है। सबों को मेरी हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।

इन परिणाम से साबित होता है कि बेरोज़गारी उन्मूलन का माध्यम शिक्षा से ज्यादा सशक्त और कोई नहीं है। मैंने 2002 में एक सपना देखा था कि गरीब मेधावी बच्चों की एक बड़ी फ़ौज बनेगी जो आने वाले समय में रोज़गार देने की स्थिति में होगी न कि सरकार के सामने याचक बन कर खड़ी, अपने स्वाभिमान को दरकिनार कर गिड़गिड़ाती रहेगी। उस स्वप्न की आकृति दिखने लगी है।

आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल हत्याकांड मामले में पुलिस की भूमिका से आहत परिजन ने आत्म हत्या की कोशिश

मोतिहारी के आरटीआई कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल की हत्या मामले में आज उसकी पत्नी थाने पहुंच कर आत्महत्या करने कि कोशिश की है विधवा मोनिका ने पुलिस पर इस घटना में शामिल बीजेपी के बड़े नेता को बचाने का आरोप लगाते हुए अपनी हाथ का नस काट ली है । इस खबर के बाद एक बार फिर लोग भड़क गये हैं।

RTI कार्यकर्ता विपिन अग्रवाल के हत्यारे के साथ खड़े हैं एसपी परिवार वालो ने लगाया आरोप

वैसे एसपी साहब आदतन अपराधियों पर कारवाई करने से बचते रहते हैं यह पूरा सूबा जानता है और यह मामला तो सत्ता से जुड़ा है ,ऐसे में आपसे उम्मीद की वजह नहीं है फिर भी सूबे को लोगों को लगा था कि विपिन अग्रवाल अपने लिए नहीं सरकार के लिए लड़ रहा है ऐसे में जिस तरीके से सरेआम सीओ कार्यालय के सामने उसकी हत्या हुई, शायद का आपका जमीर जग जाये,आप जब रात को घटना स्थल पर पहुंचे थे और जिस तरीके से मीडिया के सवालों का जवाब दे रहे थे लगा जैसे आप कुछ करने का मन बना रहे हैं।

लेकिन एक बार फिर आपने बिहार की 12 करोड़ आबादी का भरोसा तोड़ है। पता नहीं जिस दिन आपने वर्दी पहनी होगी उस दिन किस बात का शपथ लिया था ।लेकिन जिस तरीके से विपिन अग्रवाल का हत्यारा सड़को पर घूम रहा उससे तो यही लगता है कि आपने वर्दी अपराध और अपराधियों के संरक्षण के लिए ही पहनी थी जरा आप भी सुनिए प्रत्यक्षदर्शी और घटना के दिन और जिस दिन दो शूटर गिरफ्तार हुआ था एसपी साहब क्या कह रहा हैं ।

RTI कार्यकर्ता विपिन की हत्या पर एसपी का बयान


अब जरा मामला क्या है इसको समझ लीजिए मोतिहारी जिले के हरसिद्धि प्रखंड में सरकार की सैकड़ों एकड़ जमीन पर भूमाफिया की नजर है उस जमीन पर कब्जा करने वाले माफिया का विपिन विरोध करता रहता था उसमें मोतिहारी जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष से इसकी कई बार विवाद हो चुकी है बीजेपी नेता के अवैध पेट्रोल पंम्प को विपिन अग्रवाल ने बंद करवा दिया था और जमीन पर अवैध कब्जा को लेकर विपिन से एक याचिका हाईकोर्ट में दायर कर दिया था ।

RTI कार्यकर्ता हत्याकांड मामले में मीडिया से बात करते एसीपी

बिपिन अग्रवाल को 24 सितंबर को हरसिद्धि ब्लॉक कार्यालय के गेट पर दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया गया था।इस मामले में दो सूटर की गिरफ्तारी हुई और एसपी के अनुसार हत्या सुपारी देकर की गयी है जमीन कब्जा से ही जुड़ा मामला है लेकिन शूटर के गिरफ्तारी के 10 दिनों के बाद भी अभी तक साजिशकर्ता तक पुलिस नहीं पहुंच पायी है बिपिन के परिजन का आरोप है कि एसपी बीजेपी नेता को बचा रहे हैं ।

RTI कार्यकर्ता की हत्या पर राजद नेत्री रितु जायसवाल एसपी पर बड़ा आरोप

हलाकि एसपी साहब लाख सफाई दे लेकिन मोतिहारी पुलिस जिस तरीके से काम कर रही है उससे तो यही लगता है कि पुलिस पूरे दबाव में है और बीजेपी नेता पर हाथ डालने से बच रही है जबकि परिवार वाले चीख चीख कर घटना के पीछे का सच बता रहा है ।

लालू प्रसाद के बिहार आने पर अभी भी संशय बरकरार तेजस्वी कहा देखिए लालू जी को इक्छा तो बहुत है

दिल्ली से पटना पहुंचने के बाद मीडिया से बात करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू जी को बिहार आने की प्रबल इच्छा है लेकिन डॉक्टर इसके लिए तैयार नहीं है । बात उपचुनाव की तो 17 तारीख से चुनाव प्रचार पर निकल रहे हैं और हमारी पार्टी दोनों सीटे जीतेंगी ।