7 लाख की लूट का सीसीटीवी फुटेज आया सामने। दरअसल जहानाबाद जिले के घोसी थाना क्षेत्र के बंधु गंज बाजार में रिटायर्ड दरोगा से सात लाख की लूट हो गई थी।
नइमा गांव निवासी गेंदी पासवान एकंगर सराय से बैंक से रुपया निकालकर अपने घर जा रहे थे। बंधु गंज बाजार में बस से उतर कर अपने घर जाने की तैयारी कर रहे थे । इस दौरान बाइक पर सवार होकर दो अपराधी आए और थैला लेकर फरार हो गया।
अब सीसीटीवी सामने आने के बाद उम्मीद की जा रही है कि अपराधियों की गिरफ्तारी जल्द से जल्द होगी।
पटना जिला में हत्या की वारदात थमने का नाम नहीं ले रहा ताजा मामला मसौढ़ी से आ रहा है जहां प्रॉपर्टी डीलर पप्पू सिंह उर्फ रणविजय सिंह की गोली मारकर अपराधियों ने हत्या कर दिया है।
पप्पू सिंह एक जमीन की नापी करने के लिए पहुंचे थे उसी दौरान बुलेट से आए अपराधियों ने पप्पू सिंह की पहचान कर एक के बाद एक चार गोलियां सीने में उतार दिया और फायरिंग करते हुए फरार हो गए। घटनास्थल पर गोली के 3 बुलेट भी बरामद हुआ है। मृतक के शरीर में गोलियों के निशाना भी है।
घटना से दहशत का माहौल बन गया स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई हत्या के पीछे किसका हाथ है अभी पता नहीं चला है पुलिस घटनास्थल पर पहुंची है और मृतक के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंचे हैं। जहां उनका रो रो कर बुरा हाल है और पुलिस के प्रति ग्रामीण काफी खफा हैं जमीनी विवाद का मामला भी सामने आ रहा है।
लेकिन यह विवाद किससे है यह भी खुलकर सामने नहीं आया है लेकिन जिस तरह से हत्या किया गया है वह भी दिनदहाड़े हत्या किया गया है उसे पुलिस पर भी सवाल उठते हैं और यह भी बात सामने आई है कि यह विवाद जमीन का था और उसी की नापी के लिए जब पहुंचे थे तो वहां अपराधी बुलेट से आए और गोलियों की बौछार करते हुए चार गोली पप्पू सिंह के सीने में उतार दिया मसौढ़ी पुलिस घटना की जानकारी वह भी मौके पर पहुंची और मामले की तफ्तीश में जुट गई है।
बताया जाता है की मृतक रणविजय उर्फ पप्पू सिंह तरेगना कुम्हार टोली का रहनेवाला था और मसौढ़ी के दिनकर नगर में जमीन की नापी करा रहा था। उसी दौरान हत्या की वारदात हुई है।
कटिहार में बड़ा हादसा बिजली तार गिरने से 3 पिकअप भेंन और एक दुकान जलकर राख।कोढ़ा थाना क्षेत्र के NH31 जुराब गंज के पास हुए इस घटना के बाद आक्रोशित लोग NH31 जाम कर मुआवजे के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
बताया जा रहा है बगल में ट्रांसपोर्ट होने के कारण पिकअप भेंन खाली हो चुका था और बिजली तार गिरने से आग के चपेट में आने से तीनों की का पिकअप भेंन सहित एक दुकान जलकर राख हो गया है।
फिलहाल पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया है और अब सड़क जाम हटाने की कोशिश किया जा रहा है।
सीवान। सीवान में बेखौफ अपराधियों ने व्यवसाई के दुकान के सामने अंधाधुंध फायरिंग की है जिससे दहशत का माहौल हो गया। घटना बड़हरिया मीरगंज मुख्य सड़क पर खानपुर मोड़ की है।
मार्बल दुकान के सामने दो बाइक सवार हथियार से लैस अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग की है। रंगदारी को लेकर फायरिंग की गई है। पुलिस ने घटनास्थल से करीब आधा दर्जन गोली का खोखा बरामद कर मामले की जांच कर रही है।
बताया जा रहा है कि मार्बल शोरूम के मालिक खानपुर निवासी धर्मनाथ सिंह ने बताया है की उनका पुत्र सुनील कुमार अपने मार्बल के शोरूम पर बैठा हुआ था तभी अनजान नंबर से एक फोन आया और फोन के द्वारा रंगदारी मांगी गई। रुपये नहीं देने की स्थिति में अंजाम भुगतने की धमकी दी गई।
उसके ठीक आधे घंटे के बाद चार युवक 2 अपाची मोटरसाइकिल से मुंह बांधे हुए शोरूम पर आए और अंधाधुंध फायरिंग कर फरार हो गए। इस घटना से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है तो पुलिस घटनास्थल पर पहुंच मामले की जांच में जुट गई है।
लेकिन जिस तरह से फायरिंग की गई है पुलिस के लिए चुनौती है।
लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वरीय अधिकारियों के साथ स्टीमर पर सवार होकर विभिन्न गंगा घाटों का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने दानापुर के नासरीगंज घाट से लेकर पटना सिटी के गायघाट तक विभिन्न गंगा घाटों का निरीक्षण किया।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने गंगा के बढ़े जल स्तर को देखते हुए वरीय अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी किया। मुख्यमंत्री ने घाटों की साफ-सफाई और सुरक्षा को लेकर जिला प्रशासन के वरीय अधिकारियों को भी कई निर्देश जारी किए। बाद में मुख्यमंत्री गायघाट जेटी उतरकर पटना के लिए रवाना हो गए। इस मौके पर जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर, प्रमंडलीय आयुक्त कुमार रवि, वरिष्ठ आईएएस अधिकारी संजय अग्रवाल, जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी मानव जीत सिंह ढिल्लों के अलावे जिला प्रशासन के कई आला अधिकारी मौजूद थे।
हालांकि इस दौरान वरीय पुलिस अधिकारियों ने मीडिया कर्मियों को कवरेज करने से रोक दिया। गौरतलब है कि छठ पूजा की तैयारी को लेकर मुख्यमंत्री का यह पहला घाट निरीक्षण है। मुख्यमंत्री आगे भी छठ घाट की तैयारियों का जायजा लेंगे। गंगा के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि होने से राजधानी पटना के कई घाट अभी डूबे हैं। लोक आस्था का चार दिवसीय छठ महापर्व 28 से 31 अक्टूबर को मनाया जाएगा। छठ पूजा में अब महज दो सप्ताह से भी कम समय बचा है, ऐसे में छठ पूजा को शांतिपूर्ण संपन्न कराना राज्य सरकार और जिला प्रशासन के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को स्टीमर से छठ के घाटों का जायजा ले रहे थे. इस दौरान सीएम हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गए. रिपोर्ट के मुताबिक जायजा लेने के दौरान मुख्यमंत्री का स्टीमर गंगा नदी के किनारे स्थित छठ घाट के निरीक्षण के दौरान जेपी सेतु के एक खंभे से टकरा गया. थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी मच गई. हालांकि सीएम सहित नाव में सवार सभी लोग सुरक्षित हैं. फिलहाल गंगा में जलस्तर काफी बढ़ गया है. कई जगह नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. इसके कारण समस्या आई।
जहानाबाद। भूमि संरक्षण जहानाबाद के द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जल छाजन विकास 2.0 के अंतर्गत रबी फसलों में बीज उत्पादन पर प्रशिक्षण डॉक्टर नितेश कुमार सहायक निदेशक (शस्य) भूमि संरक्षण निदेशालय बिहार पटना के द्वारा मखदुमपुर प्रखंड के ई किसान भवन में दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान डॉक्टर साहब ने मक्का, गेहूं, तिलहनी एवं दलहनी फसलों के लिए बीज के महत्व को बताते हुए अच्छे बीज उत्पादन की तकनीक एवं पूरी प्रक्रिया को प्रोजेक्टर के माध्यम से किसानों को बताया।
किसानों को अपने क्षेत्र में ही अपने खेत में बीज उत्पादन करने की सलाह दी। बीज उत्पादन का कार्य अच्छी आमदनी का जरिया बन सकता है। बीज उपचार, जैविक विधि तथा संतुलित मात्रा में रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशक का प्रयोग कर अच्छी एवं गुणवत्ता पूर्ण बीज का उत्पादन किसान कर सकते हैं।
प्रशिक्षण में रामलखन ठाकुर सहायक निदेशक (शस्य) भूमि संरक्षण जहानाबाद में जल छाजन क्षेत्र से आए किसानों को प्रशिक्षण से लाभ उठाकर खेती करने की सलाह दी और बताया कि भूमि संरक्षण के द्वारा भी चयनित किसानों के बीच रवि फसलों के लिए बीज वितरण का कार्य किया जाएगा जिसमें प्रशिक्षण एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा अच्छी खेती के लिए।
प्रशिक्षण में कुंदन कुमार भूमि संरक्षण जहानाबाद , विकास कुमार ,मनोज कुमार, रवीश कुमार ,राकेश कुमार जल छाजन के सचिव, शशांक गौरव ग्रामोदय सेवा विकास वेलफेयर संस्थान कामदेव बीघा एवं कई महिला एवं पुरुष किसान भाग लिए।
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉ विनोद कुमार सिंह किए गए निलंबित, डेंगू नियंत्रण में अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन नहीं करने, और कार्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में किए गए निलंबित।
अस्पताल की स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ रेणु रोहतगी बनाई गई एनएमसीएच की अधीक्षक। औषधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ अजय कुमार सिन्हा अस्पताल के बनाए गए उपाधीक्षक। स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया आदेश।
कल उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने एनएमसीएच का किया था औचक निरीक्षण, औचक निरीक्षण के दौरान अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं से खासे नाराज थे उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव।
जहानाबाद । काको स्थानीय बाजार में उस समय अफरा तफरी मच गई जब एक टेम्पू पर से एक कैदी के पुलिस ने जेल ले जा रही थी इसी दरम्यान कैदी ने पुलिस को चकमा देकर हंथकड़ी के साथ फरार हो गया ।
मिली जानकारी के अनुसार टाउन थाना पुलिस ने पूर्वी उंटा निवासी भोला कुमार को कुतवान चक मुहल्ले से मोबाइल चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपी को दो होमगार्ड के जवान टेंपू से मंडल कारा ले जा रहा था ।
काको बाजार पहुंचने पर कैदी ने भूख का बहाना बनाकर एक पुलिस कर्मी को मिठाई लाने को कहा । एक पुलिस कर्मी मिठाई लाने गया, इसी बीच मौका पाकर कैदी हंथकड़ी के साथ फरार हो गया ।
जानकारी मिलते ही स्थानीय थाना की पुलिस ने भी घेराबंदी कर सर्च अभियान चलाया। लेकिन तबतक आरोपी फरार हो चुका था जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण इक्कठा हो गए।
13 अक्टूबर 2022 । उप मुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव पहुंचे पटनासिटी । अगमकुआं स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे तेजस्वी यादव, अस्पताल का कर रहे हैं औचक निरीक्षण।
अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का ले रहे हैं जायजा, अस्पताल में भर्ती मरीज के परिजनों से मुलाकात कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का ले रहे हैं जायजा।
जहानाबाद, 13 अक्टूबर 2022 । बिहार में आए दिन घूसखोर अधिकारी एवं कर्मचारी को लगातार पकड़ा जा रहा है इसके बावजूद वे लोग अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे हैं। घूसखोर सरकारी कर्मियों और अधिकारियों की गिरफ्तारी भी रँगे हाथ रिश्वत लेते इन दिनों लगातार पकड़ा जा रह है।
ताजा मामला जहानाबाद का है जहां नगर थाना क्षेत्र के गांधीनगर मोहल्ले से एक घूसखोर अंचलाधिकारी विजिलेंस के हत्थे चढ़ गया। मामला काको प्रखंड के अंचलाधिकारी का है जो मोटेशन के नाम पर एक लाख रुपये घूस लेते विजिलेंस ने रंगे हाथ पकड़ा गया। अंचलाधिकारी दिनेश कुमार को पटना से आये निगरानी की टीम ने एक लाख रुपये नकद लेते रंगेहाथ दबोचा है।
निगरानी के डीएसपी अरुण पासवान ने बताया कि अंचलाधिकारी दिनेश कुमार के खिलाफ निगरानी विभाग में शिकायत दर्ज किया गया था।यह शिकायत राहुल कुमार के द्वारा गत 29 सितंबर को दर्ज कराया गया था और उन्होंने यह आरोप लगाया था कि काको के अंचलाधिकारी दिनेश कुमार के द्वारा जमीन दाखिल खारिज करने के लिए एक लाख रुपए की मांग की जा रही है। शिकायत के बाद और केस के आधार पर सत्यापन किया गया। सत्यापन में मामला सही पाया गया। जिसके आधार पर कार्रवाई की गई। जिसमें एक लाख घूस लेते सीओ को रंगेहाथ दबोचा गया।
डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अंचलाधिकारी को पटना ले गया और आगे की विधिसम्मत कार्रवाई करने में निगरानी की टीम जुट गई है। इधर वैना गांव निवासी राहुल कुमार शिकायतकर्ता की माने उन्होंने काको के हाजीपुर गांव में एक बीघा जमीन खरीदी थी। जिसके दाखिल खारिज के नाम पर काको अंचलाधिकारी दिनेश कुमार एक लाख रुपया घुस की मांग की थी। जिसकी शिकायत उन्होंने पटना विजिलेंस कार्यालय में की थी। जिसके आधार पर आज सुबह यह कार्रवाई की गई।
निगरानी के द्वारा किए गए इस कार्रवाई के बाद जहानाबाद जिले में पदस्थापित विभिन्न विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के बीच हड़कंप मचा हुआ है अधिकारियों एवं कर्मचारी अब सहमे नजर आ रहे हैं।
बेशर्मी की सारे हदें पार कर चचेरे भाई ने कर दिया दोस्त के साथ मिलकर सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो बना कर दिया वायरल। कोचिंग के लिए घर से निकली थी छात्रा रास्ते में रोक कर जबरन ले गया बगीचा में और कर दिया गंदा काम कहते हैं भाई और बहन का पवित्र रिश्ता होता है लेकिन जब भाई ही दरिंदा बन जाए और बेशर्मी की सारी हदें पार कर दे तो दूसरा बचाने वाला कौन मिलता है।
कुछ ऐसा ही हुआ है पटना के नौबतपुर में जहां एक चचेरे भाई ने अपनी बेशर्मी की सारी हदें पार कर अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी चचेरी बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया यही नहीं उसने एक-एक कर वीडियो भी बनाया और इस शर्मनाक वाक्य का वीडियो वायरल कर दिया छात्रा कोचिंग के लिए घर से निकली थी और यही मौका देखकर उसका चचेरा भाई उसके पीछे पीछे निकला और अपने एक दोस्त को भी बुला लिया जैसे ही वह सुनशान जगह पर पहुंची की पीछे से आ रहा उसका भाई अभिषेक और उसका दोस्त अभिषेक अपनी चचेरी बहन को उठाकर बगीचा में ले गया और फिर एक एक करके कपड़े उतारे और दुष्कर्म की दरिंदगी दिखाई, इसका वीडियो भी बनाया और उसे वायरल भी कर दिया।
पीड़िता के अनुसार वह अपने घर से नौबतपूर कोचिंग के लिए निकली और अपने गांव से लगभग 600 मीटर की दूरी पर आगे अजवां एवं बाला ठाकुर गांव के बीच स्थित फोनू बाबू के बगीचा के पास पहुँची तभी मेरा चचेरा भाई अभिषेक कुमार पिता राजकुमार उर्फ पिन्टू यादव अपने एक दोस्त अभिषेक कुमार पिता अनेश यादव दोनों ग्राम- बालाठाकुर , थाना- नौबतपुर , जिला पटना मेरे पास आए तथा मेरा रास्ता रोके तो मैं रूक गई ।
इसके बाद दोनों मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे , तब में हल्ला करने लगी , लंकिन रास्ता सुनसान होने के कारण कोई मदद के लिए नहीं आया । इसके बाद मेरा भाई अभिषेक कुमार मेरा मुंह बंद कर दिया तथा अपने दोस्त अभिषेक कुमार मुझे उठाकर फोनु सिंह के बगीचा में लेकर चला गया तथा दोनों ने नंगा कर बारी – बारी से बलात्कार किया बलात्कार करने के दौरान दोनों ने एक दूसरे का बिडियो भी बनाया । इसके बाद हल्ला – गुल्ला की सुनकर वहां कुछ अन्य ग्रामीण आए इसके वह दोनों अपराधी मुझे अर्द्धनग्न अवस्था में छोड़कर वहां से भाग गए ।
लोगों की सूचना पर मेरे पिताजी वहां आए और अपने घर लेकर गए । इसके बाद अभिषेक कुमार पिता यादव के द्वारा बनाए गए विडियों को अपने दोस्तों तथा मेरे परिजनों के बीच वायरल कर दिया । उसके बाद मुझे राजकुमार उर्फ पिन्टु श्रीमान् इज्जत की लज्जा एवं अपराधियों दबंगगता के कारण अभी तक इस अपराध के लिए कोई आवेदन नहीं दिया गया है । क्योंकि उनके एवं उनके परिवार वालों के द्वारा घटना के बाद से ही प्रायः हमारे परिवार , मां – बाप , भाई को जान से मार देने के साथ तरह – तरह की धमकी दे रहे है ।
अंततः हमने हिम्मत बांधी और पुलिस के पास बुधवार 12 अक्टूबर को शिकायत दर्ज कराई । जिसके बाद पुलिस करवाही में जुट गई है। इस मामले में नौबतपुर थानाध्यक्ष रफीकूर रहमान ने बताया की मामला 7 अक्टूबर को घटित हुई और 12 अक्टूबर को पीड़िता का आवेदन प्राप्त हुआ है जिसके बाद पुलिस ने तुरंत करवाही करते हुए मामले में पॉस्को एक्टिव साथ मामला दर्ज करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है और अग्रिम करवाही में जुटी है।
नवादा । अवैध बालू लदे ट्रैक्टर को रिश्वत लेकर छोड़ने में थी संलिप्तता । नगर थानाध्यक्ष समेत 3 पुलिसकर्मी हुए निलंबित । 10 अक्टूबर को ट्रैक्टर को पकड़ कर लाया गया था थाना।
एसडीपीओ सदर और सर्किल इंस्पेक्टर द्वारा करायी गयी मामले की जांच । टाउन इंस्पेक्टर विजय सिंह की सहमति से एएसआई रामानंद यादव,एएसआई रघुवीर सहनी ने ट्रैक्टर को रिश्वत लेकर छोड़ा।
एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को तत्काल किया निलंबित । इंस्पेक्टर संजीव कुमार सिंह बनाये गए नए नगर थानाध्यक्ष।
एसपी डॉ गौरव मंगला ने प्रेस रिलीज जारी कर दी जानकारी।
बिहार में ट्रांसफर पोस्टिंग के नाम पर जो खेल चल रहा है पूर्णिया एसपी उसका एक प्यादा है और इस प्यादा के सहारे इस खेल को समझा जा सकता है, दयाशंकर 2014 बैच का आईपीएस अधिकारी है। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद 2016 में उसकी पोस्टिंग अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के रूप में आरा जिला में हुआ और फिर वही से इसे शेखपुरा जिला का एसपी बनाया गया।
शेखपुरा जिला एक अनुमंडल और 9 थाने का जिला है लेकिन अवैध पहाड़ खनन के कारण बिहार का यह धनबाद है । तीन वर्ष से अधिक समय तक ये शेखपुरा का एसपी रहाइस दौरान एसपी के संरक्षण में अवैध खनन की लगातार शिकायतें पुलिस मुख्यालय को मिल रही थी ,हुआ क्या इस पर कार्यवाही होने के बजाय इन्हें 31 दिसम्बर 2021 को शेखपुर से सीधे उठा कर चार अनुमंडल 40 थाना और प्रमंडल मुख्यालय पूर्णिया जिला का एसपी बना दिया गया।
जबकि एसपी की पोस्टिंग करने के समय पटना,मुजफ्फरपुर, दरभंगा,भागलपुर,गया और पूर्णिया में जो सीनियर आईपीएस अधिकारी होते हैं जिनके पास तीन चार जिले में पुलिसिंग का अनुभव रहता है उन्हें पोस्ट किया जाता है । ऐसे में दयाशंकर को सीधे शेखपुरा से पूर्णिया का एसपी बनाये जाना साधारण बात नहीं है क्यों कि नीतीश कुमार के यहां ट्रांसफर और पोस्टिंग को लेकर एक व्यवस्था है फाइल हमेशा डीजीपी के यहां से मूव होता है और उसमें डीजीपी को पूरी स्वतंत्रता रहती है किसको कहां पोस्ट करना है और उस अधिकारी का कार्यक्षमता कैसा है वो लिखनी पड़ती है इतना ही नहीं अगर किसी तरह की शिकायत है तो वह भी उस फाइल पर दर्ज करना है और पोस्टिंग से पहले खुल कर चर्चा होती है बहुत कम ऐसे मौके आये हैं जब सीधे सीएम के यहां से नाम डीजीपी को भेजा गया हो। फिर उस लिस्ट पर सीएम,मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ साथ सीएम के प्रधान सचिव बैठ कर निर्णय लेते हैं जिसका पैरवी रहता है उस अधिकारी के नाम के सामने उस नेता का नाम लिखा रहता है ।
पैसा वाला खाता अलग रहता है जो पूरी तौर पर अधिकारी के स्तर पर ही चलता है और उसका अलग अलग तरीका है चाहे आरसीपी का ही जमाना क्यों ना रहा हो है। कौन किस कोटा से हैं इसकी जानकारी सीएम को जरूर रहती है । साथ ही एसपी और डीएसपी स्तर के अधिकारियों के तबादले में नीतीश कुमार डीजीपी के पसंद को नजरअंदाज नहीं करते हैं अभयानंद के बाद जो भी डीजीपी बने सीएम के इस शैली का खूब लाभ उठाया है और जमकर वसूली किया है।
जहां तक मेरी जानकारी है दयाशंकर मामले में नाम डीजीपी कार्यालय से ही आया था और इसके उपर खनन माफिया से साठगांठ और थाना बेचने का जो आरोप लगा था बैठक में इसकी चर्चा तक नहीं हुई ।कहा ये जा रहा है कि दयाशंकर को शेखपुरा से सीधे पूर्णिया पोस्टिंग पर सवाल भी उठे थे लेकिन बैठक में मौजूद अधिकारी दयाशंकर के साथ खड़े थे ।
दयाशंकर बिहार का रहने वाला है लेकिन इसकी कोई ऐसी राजनीतिक पैरवी नहीं है जिसके सहारे शेखपुरा से सीधे पूर्णिया पहुंच जाये हालांकि दयाशंकर के पूर्णिया एसपी बनने के कुछ ही दिनों के बाद सीएम तक यह खबर पहुंचने लगी थी कि पूर्णिया एसपी शराब माफिया से जुड़ कर डालखोला से ट्रक से शराब का तस्करी करावा रहा है और इस सूचना के बाद ही सीएम ने एसपी पूर्णिया पर एक्शन लेने को कहा ।
लेकिन बड़ा सवाल यह है कि ऐसे अधिकारियों का फिल्ड में पोस्टिंग कैसे हो जा रहा है जबकि जिला जाने की स्थिति में सौ से ज्यादा आईपीएस अधिकारी सरकार के पास नहीं है कौन क्या है क्या कर सकता है बिहार का बच्चा बच्चा जानता है ऐसे में मुख्यमंत्री जिस विभाग के मंत्री हो वहां इस तरह का खेल हो तो सवाल उठना लाजमी है वैसे इस एक्शन से आईपीएस अधिकारियों में भय तो जरूर व्याप्त हुआ है और पुलिस मुख्यालय स्तर से इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के फील्ड में भेजने से जुड़ी एक फाइल जो काफी तेजी से मूवमेन्ट कर रहा था कल सुबह ही रुक गया देखिए आगे आगे होता है क्या वैसे इस एक्शन के बाद तबादले नीति में बदलाव आएगा ऐसा दिख रहा है।
बिहार में मॉनसून की विदाई से पहले बारिश संबंधी गतिविधियां अपने चरम पर है। मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य भर में वज्रपात के साथ बरसात होने के आसार जताए हैं।
सभी जिलों में ठनका का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, गया, नवादा समेत चार जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी हुई है।
पूर्वी बिहार और सीमांचल-कोसी क्षेत्र में भी बुधवार को अच्छी बरसात हो सकती है।
मखदुमपुर। मंगलवार की देर शाम पटना गया राष्ट्रीय मार्ग के वीर्रा गांव के समीप हाईवा ट्रक एवं टेंपो में सीधी टक्कर हो गई। जिसमें एक व्यक्ति की मौत एवं दो अन्य लोग घायल हो गए।
मृतक उमता धरनई ओपी के छतियाना गांव निवासी अमन कुमार बताया जाता है। जबकि घायल व्यक्ति भी छतियाना गांव निवासी ललन साव एवं अजीत कुमार बताए जाते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार छतियाना गांव से टेंपो यात्री लेकर मखदुमपुर आ रहा था तभी बिर्रा गांव के समीप पटना से गया की ओर जा रहे हाइवा ट्रक ने सीधी टक्कर मार दिया, जिसमे में टेम्पो चालक रहे अमन कुमार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
घटना की सूचना पाकर मखदुमपुर थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे और स्थानीय लोगो के सहयोग से घटना में घायल रहे ललन साव एवं अजीत कुमार को इलाज के लिए रेफ़रल अस्पताल मखदुमपुर लाया गया, जहां डॉक्टरों में घायलों की स्थिति को देखते हुए विशेष इलाज हेतु पीएमसीएच रेफर कर दिया।
वहीं घटना में टेंपो के पचखे उड़ गए , थाना अध्यक्ष रवि भूषण ने बताया कि पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज रही है।
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने पूर्णिया के एसपी दया शंकर के कम से कम आठ ठिकानों पर रेड किया है। इस छापेमारी में उनके पास से उनकी आय से 71 लाख 42 हजार अधिक रुपए के सबूत मिले हैं।
एसवीयू ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज कर कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद कार्रवाई की है।
दया शंकर, साल 2014 बैच के आईपीएस अफसर हैं। बिहार के कई जिले में एसपी रहे हैं। उनका पदस्थापन विवादित रहा है और उनके खिलाफ लगातार भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती रही है। एसवीयू को लगातार मिली शिकायतों के बाद एडीजी नैय्यर हसनैन खां ने एक जांच टीम गठित किया था। जांच में यह पुष्टि हुई कि आईपीएस दया शंकर ने कई चल -अचल संपत्तियां बनाई हैं, जो उनके आय स्रोत से अधिक है।
प्रथम दृष्टया मामला भ्रष्टाचार से जुड़ा पाया गया है। प्राथमिक जांच में 71 लाख 42 हजार के सबूत एसवीयू के हाथ लगे हैं।
कोर्ट से सर्च वारंट मिलने के बाद एसवीयू की टीम ने मंगलवार की सुबह पूर्णिया एसपी दया शंकर के पटना स्थित घर और अन्य ठिकानों पर रेड किया। बताया जाता है कि जांच के क्रम में उनसे जुड़े दूसरे लोगों से भी पूछताछ हो सकती है।
बिहार में किसी आईपीएस पर लंबे समय के बाद इस तरह की कार्रवाई हुई है।
बताया जा रहा है कि एसपी के साथ ही उनके रीडर सावन और सदर थाने के एसएचओ संजय सिंह के आवास पर भी छापेमारी चल रही थी।