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बिहार विधान सभा शताब्दी समापन समारोह कल; पीएम आगमन को लेकर यातायात व्यवस्था में बदलाव

पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 12 जुलाई पटना दौरे को लेकर पटना के रूट में बदलाव किया गया है । कल शाम 4 बजे से कई मार्गो पर नही चलेंगे वाहन।

ऑर ब्लॉक से हार्डिंग रोड पर वाहनो का परिचालन रहेगा बंद। ऑयर ब्लॉक के ऊपर से वीरचंद पटेल पथ होकर जाएंगे बेली रोड।

NarendraModi in Bihar

पीएम आगमन को लेकर राजधानी वाटिका रहेगा बंद , मैंगल्स रोड से हार्डिंग रोड जाना रहेगा बंद।

एयरपोर्ट जाने के लिए डुमरा टीओपी की तरफ से जाना होगा। पटना एयरपोर्ट से विधानासभा तक 70 मजिस्ट्रेट रहेंगे तैनात।

पटना एयरपोर्ट से लेकर बिहार विधानसभा तक भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है पटना एयरपोर्ट से लेकर बिहार विधानसभा तक अधिकारी लगातार निरीक्षण कर रहे हैं।

बिहार की राजनीतिक मिजाज जिस दिशा की और बढ़ चला है आने वाले समय में वह मांडल देश के लिए नजीर साबित हो सकता है ।

हालांकि बिहार विधानसभा उपचुनाव दो सीटों पर ही हो रही है लेकिन जिस तरीके से बिहार की राजनीति बदल रही है ऐसे में आने वाले समय में बिहार राजनीति के क्षेत्र में देश के सामने एक नजीर पेश कर दे कोई बड़ी बात नहीं होगी।

इस बार दो जगह पर उपचुनाव हो रहा है दोनों इलाकों का मिजाज अलग अलग है एक अंग प्रदेश से जुड़ा हुआ इलाका है तारापुर और दूसरा मिथिलांचल से जुड़ा हुआ इलाका है कुशेश्वर स्थान दोनों के मिजाज में भी बहुत बड़ा फर्क है लेकिन दोनों विधानसभा क्षेत्र में एक खास तरह की राजनीति चल रही है ।

बात पहले कुशेश्वर स्थान की करते हैं यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट रही है 1995 से अभी तक इस सीट से राजद चुनाव नहीं लड़ा है यह इलाका पहले सिंघिया विधानसभा क्षेत्र में आता था और 2008 के परिसीमन के बाद यह कुशेश्वर स्थान विधानसभा क्षेत्र हो गया । बिहार में कांग्रेस और राजद के बीच गठबंधन था और यहां से कांग्रेस के कद्दावर नेता अशोक राम चुनाव लड़ते रहे हैं ऐसे में माना जा रहा था कि यह सीट कांग्रेस के खाते में ही जायेगा लेकिन राजद यहां कुछ अलग प्रयोग करना चाहता था।इसलिए राजद कांग्रेस से इस सीट को लेकर बातचीत भी नहीं किया और सीधे उम्मीदवार के नामों की घोषणा कर दिया।

राजद का कहना था कि गणेश भारती मुसहर जाति से आते हैं और कुशेश्वर स्थान विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक वोटर होने के बावजूद भी आज तक मुसहर जाति को कभी प्रतिनिधित्व नहीं मिला है इसलिए पार्टी ने गणेश भारती को टिकट देना का फैसला लिया है ।लेकिन इस फैसले के पीछे की सोच पर आप गौर करेंगे तो पता चलेगा कि जिस राजनीति के सहारे नीतीश कुमार 2005 से बिहार में राज कर रहे हैं अब उसी राजनीति को राजद आगे बढ़ा रहा है ।

जी है जो काम नीतीश कुमार जहानाबाद ,बेगूसराय जैसे सवर्ण बाहुल्य लोकसभा क्षेत्रों का सामाजिक और जातीय समीकरण बदल कर किये थे ठीक वही काम अब राजद कर रहा है। उस दौर में सवर्ण के सामने लालू के चेहरा था चाह कर के भी वो राजद के साथ नहीं जा सकता था इस मानसिकता का नीतीश कुमार ने लाभ उठाया और एक अलग तरह की राजनीति की शुरुआत बिहार में हुई।

राजद कुशेश्वर स्थान में नीतीश कुमार की उसी राजनीति तो एक कदम आगे बढ़ाया है यादव और मुसलमान साथ है ही बस मुसहर का वोट साथ ले आयेंगे तो चुनाव जीत जायेंगे ।नीतीश इस जातिये गठबंधन को रोकने के लिए जीतन राम मांझी सहित मुसहर जाति से जुड़े नेताओं को वहां कैंप तक करवा दिया, साथ ही बाढ़ और अन्य योजनाओं का जो लाभ नहीं मिला था वो रातो रात मुसहर जाति के घर पहुंच गया फिर भी बहुसंख्यक वोट राजद के साथ खड़ा दिख रहा है।और कही सवर्ण चुप हो गया तो यह सीट भी जदयू कही हार जाये तो कोई बड़ी बात नहीं होगी

अब बात तारापुर विधानसभा की करते हैं यहां 1990 से कोयरी विधायक बन रहा है इस इलाके की दूसरी जाति यादव के गुंडई की वजह से राजद से जुड़ नहीं पा रहा था और इस वजह से राजद यहां से लगातार चुनाव हार रहा था। लेकिन इस बार राजद बनिया को टिकट दे दिया है ताकी बनिया ,मुसलमान और यादव का एक नया गठजोड़ बन जाये जिसका काट चुनाव प्रचार के खत्म होने के बावजूद एनडीए नहीं निकाल पाया है, जबकि बनिया ट्रेडिशनल भाजपा और एनडीए का वोटर रहा है ।

राजद के इस चुनावी गणित को तोड़ने के लिए एनडीए से जुड़े राज्य के सभी बनिया नेता को पूरे चुनाव के दौरान तारापुर में कैंप करवा दिया , संजय जायसवाल और उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद गांव गांव में सभा किये इसके बावजूद बात नहीं बनी तो अंतिम दिन सुशील मोदी भी मैदान में उतर आये फिर भी बनिया वोटर राजद के साथ खड़ा है ।

इन सबके बावजूद जदयू प्रत्याशी का हालत पतला इसलिए है कि इन क्षेत्रों के जो सवर्ण मतदाता है पूरी कोशिश के बावजूद एनडीए के साथ नहीं जुड़े पाये हैं ऐसे में यह सीट जदयू हार जाये तो कोई बड़ी बात नहीं होगी ।राजनीतिक दल भले ही जाति का यह प्रयोग चुनाव जीतने के लिए कर रहा है लेकिन इसका प्रभाव कितनी दूर तलक पड़ा है इसको महसूस करना है तो आप गांव में जायें तो पता चलेगा कि किस तरह गांव की पूरी सामाजिक ताना बाना टूट चुकी है ।एक नया बिहार का उदय हो रहा है इसका एहसास आपको होगा ।

जी है याद करिए 1990 से पहले बिहार में कैसे चुनाव होता था और 1990 के बाद जब से मंडल का दौर आया किस तरीके से बिहार की राजनीति पूरी तौर पर बदल गयी ,और पिछड़ा राजनीति का ऐसा ध्रुवीकरण करण हुआ कि सवर्ण राजनीति हाशिए पर चली गयी और बिहार में मुख्यमंत्री और मंत्री की कुर्सी से लेकर गांव के चौपाल तक में एक नये शासक वर्ग का उदय हुआ जिसका नेतृत्व यादव कोयरी, कुर्मी और पासवान के हाथों में था ।

नीतीश कुमार इस राजनीति को और नीचे ले रहे पिछड़ा अति पिछड़ा में बट गया दलित महादलित में बट गया और देखते देखते यादव,कुर्मी और कोइरी हाशिए पर चले गये और एक नये राजनीतिक वर्ग का उदय हुआ है जिसमें साहनी, ठाकुर,चंद्रवंशी ,मंडल ,कामत चौरसिया,जैसी छोटी छोटी जातियों के हाथों सत्ता पहुंच गई, इसी तरह दलित की राजनीति पासवान और राम से आगे निकल कर सदा ,रजक और डोम के हाथों पहुंच गई है।

मतलब जाति आधारित राजनीति जो सवर्ण के हाथों से दबंग पिछड़ी और दलित जाति के हाथों में पहुंच गया वह अब पिछड़ी जाति में जो पिछड़ा है उसके हाथों में जा रहा है ,इसी तरह दलित राजनीति भी पासवान के हाथों से निकल कर सदा ,मांझी,रजक,डोम के हाथों में चला गया है।राजद को इसकी समझ 2021 के विधानसभा चुनाव के दौराना बनी और पहली बार ऐसे सीटों पर जहां यादव और मुसलमान की अच्छी आबादी है वहां तीसरी ऐसी जाति के उम्मीदवारों को टिकट दिया जो राजद का परंपरागत वोटर नहीं रहा है और इसका असर यह हुआ कि ऐसे 30 से अधिक ऐसी सीट है जहां राजद इस तरह का प्रयोग करके चुनाव जीता है।

मतलब जाति आधारित राजनीति का जो चक्र है वह अब अंतिम दौर में पहुंच चुका है क्यों कि जदयू और भाजपा द्वारा जो प्रयोग शुरू किया गया था वो अब व्यस्क हो गया है और उनके परम्परागत वोटर साथ छोड़ने लगे हैं क्यों कि एनडीए के साथ जो जाति परंपरागत रूप से जुड़ी है उसमें बनिया और सवर्ण सत्ता की चाहत रखने वाली जाति है इसलिए सत्ता में भागीदारी जो भी दल देने को तैयार हो रहा है वो उसके साथ हो जा रहे हैं ।

ऐसा नहीं है आने वाले समय में राजद का भी एमवाई समीकरण टूटेगा नहीं क्यों कि यादव सत्ता से ज्यादा दिनों तक दूर नहीं रह सकता है जैसे सवर्ण नहीं रह सकता है। इसलिए तरह का प्रयोग ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है । देखिए आगे आगे होता है क्या लेकिन इतना तय है कि आने वाले कुछ दशक के बाद जब जाति आधारित राजनीति की सर्किल पूरी हो जायेगी तो फिर बिहार में एक नयी तरह की राजनीति सामने आएगी यह दिखाई देने लगा है ।

बिहार विधानसभा उपचुनाव में प्रचार अभियान जोड़ पकड़ा गांव गांव घूम रहे हैं नेता

बिहार के उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने आज तारापुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत असरगंज, रहमतपुर मकवा पंचायत के कोई गांव और टोलों में घर-घर जाकर जनसंपर्क अभियान चलाया। इस दौरान लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
जनसंपर्क अभियान के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार ने हर वर्ग के कल्याण एवं उत्थान का प्रबंध किया है।

बिहार के सर्वांगीण विकास और आत्मनिर्भर बिहार बनाने हेतु राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार संकल्पित है। उन्होंने कहा कि बिहार की प्रगति के लिए युवा शक्ति के विकास की योजनाओं पर काम चल रहा है। युवाओं को उच्च शिक्षा में प्रोत्साहन और सुविधा प्रदान करने के लिए बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से 4 लाख रुपए तक की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।

नौकरी की तलाश कर रहे युवाओं को 1000 रुपये प्रति माह स्वयं सहायता भत्ता दिया जा रहा है। बेहतर नौकरी प्राप्त करने में सुविधा हेतु युवाओं को संवाद कौशल, व्यवहार कौशल और कंप्यूटर ज्ञान के प्रशिक्षण की व्यवस्था कौशल विकास केंद्रों के माध्यम से की गयी है। इसके लिए सभी जिले में जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र स्थापित किए गए हैं।

उन्होंने कहा कि युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए हर जिला में मेगा स्किल सेंटर और प्रत्येक प्रमंडल के स्तर पर टूल रूम और ट्रेनिंग सेंटर की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। उन्होंने कहा कि खेल और खिलाड़ियों के संवर्धन और विकास के लिए बिहार सरकार ने अलग से राजगीर में खेल विश्वविद्यालय के निर्माण की स्वीकृति दी है।

क्षेत्रीय प्रशासन में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए 35 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई है, वहीं महिलाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से इंटर पास महिलाओं को 25000 रुपये एवं स्नातक पास महिलाओं को 50000 रुपये की राशि मुहैया कराई जा रही है। शिक्षा विभाग के माध्यम से इसके लिए 600 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि अब शहरों की तरह गांव भी सोलर स्ट्रीट लाइट से रौशन होंगे। इसके लिए पंचायती राज विभाग के माध्यम से 150 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया गया है। शहरी गरीबों के लिए बहुमंजिला भवन बनाकर आवासन की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने के लिए विशेष योजना पर काम चल रहा है।

इस संबंध में प्राथमिक सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने हेतु 550 करोड रुपए का बजटीय प्रावधान सरकार ने किया है। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनाने के लिए तत्परता एवं प्रतिबद्धता के साथ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार काम कर रही है।

उन्होंने आगामी 30 अक्टूबर को होने वाले तारापुर विधानसभा के उपचुनाव में मतदाताओं से अपील करते हुए कहा कि आप भारी मतों से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के उम्मीदवार को विजयी बनावें। तारापुर की जनता के आशीर्वाद से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और मजबूत होगा। बिहार के एक-एक परिवार के हितों की रक्षा सरकार करेगी।

जनसंपर्क अभियान के दौरान विधायक श्री अरुण शंकर प्रसाद, जदयू के वरिष्ठ नेता एवं विधान पार्षद श्री लल्लन सर्राफ, पूर्व विधान पार्षद् श्री सुमन कुमार महासेठ, पूर्व जिला पार्षद् श्री लोरिक पूर्वे, भाजपा के सुजीत कुमार ललन, मुंगेर के जिला प्रभारी श्री प्रकाश भगत, व्यवसायी प्रकोष्ठ के श्री प्रवीर महासेठ, निवर्तमान मुखिया ज्योति वैद्य, जिला परिषद् के निवर्तमान सदस्य श्री अनिल वैद्य, ब्रह्मदेव पंजियार, प्रणय कुमार, श्री शशि शेखर, श्री आलोक पंजियार, श्री राजीव कुमार, श्री सच्चिदानंद, श्री दिलीप रंजन, श्री वकील प्रसाद सिंह सहित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के कई कार्यकर्तागण एवं भारी संख्या में स्थानीय नागरिक साथ रहे।

बिहार विधानसभा उपचुनाव में पप्पू यादव ने कांग्रेस को समर्थन देने का किया एलान

उप चुनाव के बहाने ही सही कांग्रेस बिहार में राजद से दूरी बनाना शुरु कर दिया है और इसके लिए पार्टी उप चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंक दिया है और खबर आ रही है कि पप्पू यादव कन्हैया, हार्दिक और जिग्नेश तारापुर और कुशेश्वरस्थान में साथ मंच शेयर करेंगे वैसे कांग्रेस पहले ही पूर्व सांसद रंजीत रंजन को कुशेश्वरस्थान स्थान का पर्यवेक्षकों नियुक्त कर संकेत दे दिया था कि पप्पू और रंजीता वर्षो बाद एक साथ दिखेगी

1—कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे पप्पू यादवपप्पू यादव की छवि को देखते हुए टीम राहुल फिलहाल पप्पू यादव को पार्टी में शामिल करने से परहेज कर रही है लेकिन पप्पू यादव बिहार में कांग्रेस के लिए काम करे इसके लिए दिल्ली के निर्देश पर ही प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने पप्पू यादव से उप चुनाव में समर्थन मांगा था ।

पप्पू यादव कांग्रेस के लिए प्रचार करेगा ।

पप्पू यादव ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा के आग्रह को स्वीकार करते हुए दोनों सीटों पर कांग्रेस का समर्थन की घोषणा करते हुए कांग्रेस के लिए प्रचार करने की घोषणा की है।पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पप्पू यादव ने कहा कि बिहार और देश की जो वर्तमान स्थिति है, उससे कांग्रेस बेहतर तरीके से लड़ाई लड़ रही है। UP और बॉर्डर इलाके में भी कांग्रेस काफी मेहनत कर रही है, इसलिए देश हित और बिहार की स्थिति को देखते हुए, कांग्रेस का 100 प्रतिशत सहयोग करेंगे।

हमारी पार्टी के कार्यकर्ता कुशेश्वरस्थान में लगेंगे। मैं खुद कैम्प करूंगा। हमारी पार्टी ने निर्णय लिया है कि हर परिस्थिति में हम बिहार में कांग्रेस के साथ हैं।

2–तेजस्वी पर साधा निशानापप्पू ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इतना कमजोर विपक्ष और बहुरूपिया हमने कहीं नहीं देखा है।

विपक्ष को मछली मारने और धान के खेत में जाने से फुर्सत नहीं है। वहीं, पूर्व सांसद ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार आड़े हाथों लिया और कहा कि कश्मीर मामले में केंद्र और बिहार सरकार चुप है।

पप्पू यादव ने बिहारियों को सुरक्षित बिहार लाने को लेकर सरकार को कोसा

3—पप्पू यादव ,कन्हैया, हार्दिक और जिग्नेश कई सभा साथ करेंगे कांग्रेस उप चुनाव को दिलचस्प बनाने के लिए अपनी पूरी युवा बिग्रेड को मैदान में उतार दिया है कल से कन्हैया, हार्दिक और जिग्नेश के साथ साथ पप्पू यादव भी कांग्रेस के लिए वोट मांगेंगे।

इस युवा बिग्रेड का तारापुर पर कितना प्रभाव पड़ेगा कहना मुश्किल है लेकिन इस टीम के मैदान में उतरने से कुशेश्वरस्थान में राजद की मुश्किलें बढ़ सकती है । हालांकि कांग्रेस की पूरी कोशिश चल रही है कि पप्पू यादव के सहारे यादव वोटर में और कन्हैया के सहारे मुस्लिम वोटर में इतना बड़ा डिभिजन करा दे कि राजद को कांग्रेस की शर्तों पर गठबंधन करने पर मजबूर होना पड़े ।