देश के 12 राज्यों की पुलिस जिसकी तलाश कर रही थी वो शातिर चोर सीतामढ़ी जिले के सीतामढ़ी,ज़िले पुपरी अनुमंडल के गढ़ा जोगिया गाँव निकला ।इस चोर की खासियत यह रही है कि ये बड़े-बड़े शहरों में जगुआर और मर्सडिज जैसी मंहगी गांड़ी पर घूम घूम कर चोरी करता था इसके निशाने पर हमेशा बड़े कारोबारी होते थे
इसी क्रम में इरफान गाजियाबाद जिले के कवि नगर थाना क्षेत्र में कारोबारी कपिल गर्ग के घर में तीन सितंबर को हुई डेढ़ करोड़ की चोरी इस घटना के बाद गाजियाबाद पुलिस की नींद हराम हो गयी क्यों कि जिस तरीके से चोरी की घटना को अंजाम दिया गया था वह बहुत शातिराना तरीका था फिर गाजियाबाद पुलिस एक टीम गठित कि इसी दौरान इरफान के बारे में पता चला और उसके बाद 7 सितंबर को गाजियाबाद सीतामंढ़ी पुलिस के सहयोग से उसकी पत्नी गुलशन परवीन, गांव के मो. शोएब और विक्रम साह को गिरफ्तार किया और इन लोगों के निशानदेही पर गैंग से जुड़े 11 लोगों को गाजियाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया लेकिन इरफान पुलिस के पकड़ से बाहर ही था इसी दौरान गाजियाबाद पुलिस को जानकारी मिली की इरफान अपने साथियों के जमानत दिलाने के लिए कोर्ट पहुंचने वाला है और इसी सूचना के बाद पुलिस उसे कोर्ट परिसर से गिरफ्तार कर किया। देश के 12 राज्यों में उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उनमें सारे मामले हाई प्रोफाइल हैं।
बहन की शादी के लिए नहीं थे पैसे, तब शुरू की थी चोरी
पुलिस को दिए बयान में इरफान ने बताया है- “11 साल पहले बहन की शादी में दहेज के लिए रुपए की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी। तब बिहार में ही एक चोरी की थी। इसमें पकड़ा नहीं गया था। बहन की शादी होने के बाद से लगातार चोरी का रहा हूं।’
इरफान ने कबूला है कि अपने गिरोह के साथ उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, तेलंगाना और गोवा सहित 12 राज्यों में चोरी की, लेकिन वह कभी पकड़ा नहीं गया। पुलिस के मुताबिक, वह रात को 1 से 3 बजे के बीच चोरी करता था।
12 राज्यों में 40 से अधिक मामले दर्ज हैं
इरफान पुपरी के गाढ़ जोगिया गांव का निवासी है। 7 सितंबर को गाजियाबाद पुलिस स्थानीय पुलिस के सहयोग से इरफान को गिरफ्तार करने पुपरी पहुंची थी, लेकिन जब वह नहीं मिला तो उसकी पत्नी गुलशन परवीन, गांव के मो. शोएब और विक्रम साह को गिरफ्तार कर ले गई थी। गैंग के 11 लोगों की गिरफ्तारी के बाद जब उनको जमानत दिलाने इरफान पहुंचा तो पुलिस ने उसे गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। देश के 12 राज्यों में उस पर 40 से ज्यादा मामले दर्ज हैं। उनमें सारे मामले हाई प्रोफाइल हैं।
एक बीबी और चार प्रेमिकाएं हैं
आरोपी ने बताया है- “एक मात्र पत्नी गुलशन परवीन है। वह गांव में चुनाव लड़ रही है, जबकि चार प्रेमिकाएं हैं। चारों आगरा, अलीगढ़, सवाई माधोपुर और मुंबई में रहती हैं। चोरी के बाद प्रेमिकाओं के पास भी कुछ दिन ठहरता था और उनके ऊपर भी जमकर रुपए खर्च करता था।’
जज के घर में की थी 65 लाख की चोरी
इरफान ने पूछताछ में बताया है- “नोटबंदी से ठीक पहले दिल्ली में रहने वाले एक जज के घर में 65 लाख की चोरी की थी। जज ने केस दर्ज नहीं कराया था। इसके अलावा गोवा में गवर्नर हाउस के पास रहने वाले एक कारोबारी के घर में भी लाखों रुपए की नकदी और जेवर चुराए थे।’
बिना रेकी के करता था चोरी
गाजियाबाद के SP सिटी निपुण अग्रवाल ने बताया- “इरफान ने किसी भी वारदात से पहले रेकी नहीं की है। वह अपनी गाड़ी से निकलता था और जहां भी दिल गवाही देता था, रुक कर चोरी कर लेता था। उसका अंदाजा इतना सटीक था कि वह आज तक जिस घर में गया, एक-डेढ़ लाख रुपए लेकर ही निकला है। आरोपी ने बताया है कि वह इस तरह से कोठियों में घुसता था कि कड़ी चौकसी के बाद भी सुरक्षाकर्मियों की नजर उस पर नहीं पड़ती थी। यहां तक कि कुत्ते भी उसे देखकर नहीं भौंकते थे।’
पत्नी बिहार में पंचायत प्रतिनिधि है —
जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ रही पत्नी गुलशन परवीन को जिताने के लिए चोरी की रकम से डेढ़ करोड़ करोड़ से ज्यादा खर्च कर सात गांवों में सड़कें बनवा दीं. इरफान अपने आप को गांव में बड़ा कारोबारी बताता था. मदद के बदले वोट हासिल करने के लिए उसने गांव के लोगों को पढ़ाई, शादी, बीमारी के उपचार के लिए एक करोड़ से ज्यादा रुपये भी बांटे.
वाले सीतामढ़ी के पुपरी के गाढ़ जोगिया गांव के इरफान उर्फ उजाले ने अपने क्षेत्र के 7 गांवों की सड़कों को 1 करोड़ रुपए की लागत से बनवाया है। 20 लाख रुपए देकर पड़ोसी गरीब की लड़की के कैंसर का ऑपरेशन भी कराया। इसकी कथित समाजसेवा को देखते हुए लोगों ने उसकी पत्नी गुलशन परवीन को जिला परिषद का चुनाव लड़ा दिया।
आज मतगणना भी है।
जगुआर कार से घूम-घूमकर देशभर में चोरी करने वाले शातिर इरफान की इस करतूत का खुलासा गाजियाबाद पुलिस ने किया है। लोगों ने उसकी करतूतों के बारे में स्पष्ट कुछ नहीं कहा। बस इतना बताया कि इरफान नेक दिल इंसान है। जरूरत पड़ने पर गांव वालों की मदद करता है। एक समय इरफान के माता-पिता को घर चलाने के लिए मजदूरी करनी पड़ती थी। आज उसकी स्थिति बदल गई है। गांव वालों ने बताया- हम उसे करोड़पति बिजनेसमैन समझते हैं। वह जब भी घर आता, हमेशा नई लग्जरी कार में ही आता।’