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सृजन मामले में सीबीआई और ईडी ने गठित की विशेष टीम

सृजन मामले में सीबीआई बैंक कर्मी और भागलपुर नजारत से जुड़े कर्मियों को जेल भेज कर कोर्ट में क्लोजर रिपोर्ट सौप दिया था उससे ये लगने लगा था कि बिहार के सबसे बड़े घोटाले के रहस्य पर से पर्दा नहीं उठेगा ,लेकिन जिस तरीके से एक बार फिर केन्द्रीय ऐंजसी संक्रिय हुई है उससे ये लगने लगा है कि सृजन मामले बड़ी कारवाई होने वाली है क्यों कि जो काम सीबीआई चार वर्ष में नहीं कर पायी है वो काम सीबीआई एक माह के अंदर कर दिया है ।


सीबीआई इस माह सृजन से जुड़े 30 लोगों को गिरफ्तारी किया है वही गुरुवार को आरोपी सीमा कुमारी पटना सीबीआई कोर्ट में सरेंडर की है वही मनोरमा देवी के बेटे और उसकी पत्नी कि गिरफ्तारी के लिए राँ जैसी केन्द्रीय ऐंजसी का भी सहयोग सीबीआई ले रही है कहां जा रहा है कि दोनों नेपाल के रास्ते आस्ट्रेलिया भाग गया है वही खबर ये भी आ रही है कि सीबीआई ने बिहार के तीन एडीजी और एक एसपी रैंक के अधिकारी को नोटिस जारी किया गया है जिसमें एक के खाते में सृजन के खाते से सीधा पैसा गया है दूसरे एडीजी स्तर के अधिकारी पर आरोप है कि वो सरकार के अनुमति के बगैर थाईलैंड घूमने गया था सरकार ने इसको लेकर उक्त एडीजी से स्पष्टीकरण भी पुंछा है तीसरे पर साक्ष्य को दबाने का आरोप है और चौथे पर पी0के0घोष के कम्पनी में निवेश का आरोप है वही कई आईएस अधिकारी को भी फिर से नोटिस भेजने कि तैयारी चल रही है जिनके हस्ताक्षर युक्त चेक के माध्यम से सरकार के खाते से पैसे सृजन के खाते में ट्रांसफर
हुआ है ।वही सीबीआई की टीम पटना स्थित एक हीरा कारोबारी से फिर पुछताछ शुरु किया है जो बिहार के कई नेता और पदाधिकारी की पत्नी को हीरे की अंगूठी और हीरे की हार डिलेभरी किया था जिसका भुगतान सृजन के द्वारा किया गया था।
वही ईडी सृजन मामले का मास्टमाइड प्रणव कुमार घोष को गिरफ्तार किया है जिससे दिल्ली में सीबीआई के अधिकारी भी पुछताछ किया था इस पुछताछ के दौरान घोष ने सरकार का जो पैसा सृजन के खाते में गया था उस पैसे का कहां कहां निवेश हुआ है इसकी पूरी जानकारी ईडी और सीबीआई को दे दिया है।


जानकार बता रहे हैं कि निवेश मामले में कई पॉलिटिशियन और ब्यूरोक्रेट्स सीधे सीधे शामिल है। ईडी सृजन के धन से बेगलुरु ,रायपुर , गाजियाबाद, पुणे, पटना और भागलपुर,में फ्लैट और अन्य अचल संपत्तियों की खरीद हुई है। ईडी ने सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है और ऐसे 32 फ्लैट, 18 दुकान, 38 जमीन का प्लॉट और 47 बैंक खाते को जप्त किया है जिसमें 18.45 करोड़ रुपए जमा है उसको जप्त कर लिया है वही भागलपुर ,गाजियाबाद और रायपुर शहर में स्थिति कई और बड़े निवेश की जांच कर रही है ।


वही सीबीआई ने जनवरी 2021 में भागलपुर कोतवाली थाने में सृजन से जुड़े मामले में दर्ज प्राथमिकी के आधार पर बुधवार को एक केस दर्ज किया है जिसमें महालेखाकार के उस पत्र का भी जिक्र है जिसमें महालेखाकार ने बिहार सरकार के वित्त विभाग को आगाह किया था कि सृजन में गलत तरीके से पैसे का ट्रांजेक्शन हो रहा है। महालेखाकार के इस पत्र पर वित्त विभाग ने कोई कारवाई नहीं किया था ।


जानकार बता रहे हैं कि सीबीआई ने महालेखाकार के उस पत्र का हवाला एफआईआर में करके जांच का दायर बढ़ा दिया है ।

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