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बिहार लोक सेवा आयोग के प्रश्नपत्र लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई के द्वारा चार लोगों को गिरफ्तार किए जाने का मामला

आर्थिक अपराध इकाई ने इस मामले में एक कंट्रोल रूम का उद्भेदन किया है और गिरोह के अन्य सदस्य भी हैं। गिरोह का सरगना आनंद गोरखपुर पिंटू यादव है, जो एनआईटी पटना का स्नातक है और इन विनिंग की डिग्री प्राप्त करने के पश्चात गैरकानूनी धंधे में लिप्त है। इसके संबंध में प्राप्त सूचना के अनुसार 2015 में इलाहाबाद उत्तर प्रदेश की अध्यापक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार हुआ था ।

आर्थिक अपराध इकाई ने यह भी बताया है कि इस ग्रुप के अन्य सदस्य को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार राजेश कुमार द्वारा दिए गए बयान छापेमारी के क्रम में पटना के कदम कुआं लोहानीपुर में आनंद कुमार द्वारा एक आवास दिया गया है। जो इनका कंट्रोल रूम के तौर पर कार्यरत था एसआईटी द्वारा छापामारी में आनंद कुमार पिंटू कुमार से 292000 रुपए कई बैंक अकाउंट जीपीएस सिस्टम वॉकी टॉकी साथ मेटल डिटेक्टर एक जीपीएस बैटरी 10 सीट सील मशीन 1 स्मॉल टूल किट हिट गाने प्रिंट कैटरी केक सोल्डिंग डिवाइस 5 जीपीएस में डिवाइस जो परीक्षा के लिए उपयोग किया गया था 45 पीस यूएसबी केबल कनेक्टर लेगा मेजरमेंट 11 के साथ-साथ एक लैपटॉप 5 पेन ड्राइव 38 सोलह थीम ऑफ़ वर्ल्ड पीस पीस यूनिनॉर का दो पीस एयरटेल का नो पीस बी एस एन एल का एक एचपी कंपनी का प्रिंटर एक पीस और कई अकाउंट के कागजात मिले हैं।

आर्थिक अपराध इकाई ने कहा है कि परस्पर लिखकर उसका सही उत्तर देने के एवज में गिरोह अपने क्लाइंट से लाखों रुपए की धनराशि वसूल की जाती है जो ऊपर इस बरामदगी से परीक्षित है एसआईटी के द्वारा इस कारण में हमरा दिल जानी ट्रेन अनमोल पर अनुसंधान किया जा रहा है इस ग्रुप के द्वारा षड्यंत्र में शामिल दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध के आधार पर कठोर कार्रवाई की जा रही है।

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